राजनीति लूटा है तुम्हें रहजन् ने रहबर के इशारे पर February 8, 2019 / February 11, 2019 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on लूटा है तुम्हें रहजन् ने रहबर के इशारे पर राकेश कुमार आर्य भारतवर्ष के बारे में यह सच है कि यहां की व्यवस्था ही पूर्णत: बीमार है । हर व्यक्ति जिस स्थान पर बैठा है उस पर बैठे-बैठे यदि वह 20% भी अपने आप को देश और समाज के प्रति समर्पित करके सोचने लगे और कुछ सकारात्मक करने लगे तो यह सच है कि […] Read more » देश
धर्म-अध्यात्म “मनुष्य वही है जो सदा सत्य का आचरण करता है” September 26, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, मनुष्य क्या वास्तव में मनुष्य है? यह प्रश्न इसलिये करना पड़ रहा है कि किसी देश व समाज के जो नियम होते हैं, उनका वर्तमान समय में पालन देखने को नहीं मिल रहा है। वैदिक शिक्षा है कि मनुष्य को सत्य बोलना चाहिये तथा असत्य नहीं बोलना चाहिये। सत्य बोलना धर्म के […] Read more » ईश्वर देश मनुष्य सत्य समाज व न्यायालय
समाज एक बिहारी- सब पर भारी: कल्पना कुमारी June 8, 2018 / June 8, 2018 by निर्मल रानी | Leave a Comment हमारे देश में महिलाओं को लेकर समाज में पाया जाने वाला दोहरापन किसी से छुपा नहीं है। यह वही भारत महान है जहां कन्याओं की पूजा का प्रदर्शन किया जाता है,अनेक देवियों की पूजा होती है,उनके नाम पर कई व्रत रखे जाते हैं और अक्सर लोग ‘जय माता दी’ के उद्घोष करते हुए भी सुनाई […] Read more » Featured एक बिहारी- देश भ्रष्टाचार महिलाओं राजनैतिक समीकरण सब पर भारी: कल्पना कुमारी समाज
कविता हर वस्तु मिल सकती है.आज ऑन लाइन पर May 4, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी हर वस्तु मिल सकती है तुम सबको,आज.ऑन लाइन पर पर माँ की ममता नही मिल सकती,तुम्हे ऑन लाइन पर प्यार करना हो तुमको,कर सकते हो तुम ऑन लाइन पर पर सच्चा प्यार न मिल पायेगा तुमको ऑन लाइन पर खाने के सब व्यजन,मिल सकते है तुम्हे ऑन लाइन पर पर उनका स्वाद […] Read more » Featured आभूषण मंगा ऑन लाइन देश मां मोहब्बत वस्तु विदेशी
खेत-खलिहान कृषि के लिए मानसूनी बारिश के शुभ संकेत April 23, 2018 / April 25, 2018 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी यह बात शत प्रतिशत सही है कि भारत कृषि आधारित देश है, कृषि ही 130 करोड़ जनता का पेट भरती है। वास्तव में वर्तमान में कृषि का क्षेत्रफल संकुचित होता जा रहा है, लेकिन जनसंख्या अबाध गति से बढ़ती जा रही है। क्या किसी ने इस बात पर चिंतन किया है कि स्वतंत्रता […] Read more » Featured उत्तर प्रदेश और बिहार किसान देश बारिश मानसून
समाज ये कहा आ गये हम…..लडते लडते……… April 16, 2018 by शादाब जाफर 'शादाब' | 1 Comment on ये कहा आ गये हम…..लडते लडते……… शादाब ज़फ़र शादाब यह कैसा देश और समाज बना दिया है हमने,जहाँ हम हिंदू हैं या मुसलमान!या तो देशभक्त हैं या देशद्रोही!हमारी पीड़ाएँ तक बाँट दी गई हैं।आठ साल की लड़की से एक देवस्थान में बलात्कार होता है,तो मरी हुई बच्ची के साथ बलात्कार करनेवाला पुलिस का आदमी नहीं रह जाता, तुरंत हिंदू बना दिया […] Read more » Featured देश बलात्कार मुसलामन वकील विधायक समाज सरकार हिन्दू
कविता देश के नौजवानों को आह्वान April 16, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment कहनी है एक बात मुझे,इस देश के नौजवानों से मत बटने देना देश को,जाति धर्म के पैमानों से नेता तो अपनी दाल गलायेंगे,अब इन आधारों पे दाल मत गलने देना नेताओ की, इन आधारों पे तुम्ही देश के कर्णधार हो,तुमने देश को आगे बढ़ाना है इन झूठे बूढ़े नेताओ के,बहकाओ में अब मत आना है […] Read more » कर्णधार झंडे पार्टियों तिरंगा झंडा देश नौजवानों सच्चे सपूत
राजनीति राजनैतिक कर्मज्ञों का अभाव… April 11, 2018 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment आज निसंदेह यह कहना अनुचित नही होगा कि विश्व में भारत जैसे विराट देश में लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के होते हुए भी ऐसे राजनैतिक कर्मज्ञों का अभाव प्रतीत होता है जो राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोकर विकास के पथ पर अग्रसर कर सकें ? कुशल व सक्षम राजनीतिज्ञों के अभाव के कारण अनेक प्रकार […] Read more » Featured एससी/एसटी एक्ट देश भारत लोकतांत्रिक प्रणाली वर्तमान परिप्रेक्ष विराट सबका साथ व सबका विकास"
कविता न मै बीजेपी का प्रवक्ता April 5, 2018 / April 6, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment न मै बीजेपी का प्रवक्ता न मै कांग्रेस का प्रवक्ता मै तो बिलकुल निष्पक्ष हूँ सही बात को हमेशा लिखता न मै सत्ता का भूखा न मै कुर्सी का भूखा मै तो केवल एक कवि हूँ जो केवल तालियों का भूखा जो मेरे मस्तिष्क में आता उसे सच्चाई से मै कहता कलम मेरी बनी है […] Read more » Featured कवि कांग्रेस चमचा तालियों देश बीजेपी भक्ति
समाज देश से पहले संस्कृति बचाओ January 1, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य भारत में अध्यात्म और मानव समाज का चोली दामन का साथ है। बिना अध्यात्म के भारत में मानव समाज की कल्पना ही नहीं की जा सकती। यही कारण है कि भारत में आध्यात्मिक संतों व महात्माओं का विशेष सम्मान है। प्राचीनकाल में लोग पाप पुण्य से बहुत डरते थे। यही कारण था […] Read more » save the indian culture आध्यात्मिक चिन्तन देश वैदिक संस्कृति संस्कृति संस्कृति बचाओ
धर्म-अध्यात्म देश की उन्नति का आधार देशवासियों का शिक्षित, संस्कारित और सत्यधर्मपालक सहित सच्चरित्र होना December 11, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य हमारे देश भारत में नाना प्रकार की समस्यायें है जिनका हल सरकार व सभी मतों व इतर विद्वानों के पास भी नहीं है। कुछ विद्वान जानकर भी कुछ ऐसे उपायों का उल्लेख करने से डरते हैं जिससे कि समाज के कुछ वर्गों व मत-सम्प्रदाय के लोगों के उचित-अनुचित हित जुडे़ हुए होते […] Read more » उन्नति का आधार देश शिक्षित सच्चरित्र सत्यधर्मपालक संस्कारित
विविधा ‘ज्योति जला निज प्राण की’ August 28, 2017 / August 30, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment जब -जब भारत माता को अपनी ज्योति को ज्योतित रखने के लिए वीरों के प्राण रूपी तेल की आवश्यकता पड़ी है तब इस देश के अनेकों बलिदानियों ने मां भारती की सेवा में निज प्राणों की आहुति देकर राष्ट्ररक्षा, धर्म-रक्षा और संस्कृति रक्षा के लिए जीवन आहूत करने में देरी नहीं की है। आरएसएस का […] Read more » Featured role of RSS during partition of India आरएसएस आरएसएस की भूमिका ज्योति जला निज प्राण की देश देश में आरएसएस की भूमिका