राजनीति भाजपाई सोशल इंजीनियरिंग के शिल्प: कोविंद June 22, 2017 / June 22, 2017 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment भारत में राष्ट्रपति चुनावों में प्रत्याशियों के चयन का बेहद उजला व प्रतिष्ठाजनक इतिहास रहा है तो वहीँ दूसरी ओर ग्यानी जैलसिंह व प्रतिभा पाटिल जैसे नाम भी रहें हैं जिन्होनें राष्ट्रपति भवन की गरिमा को दीर्घकालीन चोटिल किया है. ज्ञानी जैलसिंह सिंह ने तो सार्वजनिक रूप से कह दिया था कि मैं सार्वजनिक रूप से इंदिरा गांधी की चप्पलें भी उठा सकता हूँ. ठीक इसी भातिं प्रतिभा ताई पाटिल की सबसे बड़ी योग्यता “गांधी परिवार की वफादारी” मात्र ही थी. Read more » Featured Ramnath Kovind Ramnath Kovind Presidential candidate कोविंद बिहार के वर्तमान राज्यपाल रामनाथ कोविंद भाजपाई सोशल इंजीनियरिंग के शिल्प मायावती रामनाथ कोविंद
लेख शख्सियत क्षणजन्मा डॉक्टर हेनरी नॉर्मन बेथुन June 22, 2017 / June 22, 2017 by गंगानन्द झा | Leave a Comment किताब चलते रहने का हौसला पैदा करती है, रास्ता दिखाती है और कभी कभी हमारा रास्ता रोककर खड़ी हो जाती है। — अनाम कभी कभार ही ऐसा होता है कि आपके हाथ ऐसी किताब लग जाए जो सालों बीत जाने पर भी आपकी चेतना को संस्कार-मण्डित करती रहती है और सदा के लिए महत्वपूर्ण […] Read more » Featured हेनरी नॉर्मन बेथुन
राजनीति भज ‘कोविन्दम्’ हरे-हरे June 21, 2017 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on भज ‘कोविन्दम्’ हरे-हरे उधर संघ के लाखों कार्यकर्ता या स्वयंसेवक भी इस बार एक अपेक्षा लगाये बैठे थे कि जैसे भी हो इस बार देश का राष्ट्रपति संघ की पृष्ठभूमि का राजनीतिज्ञ बने। श्री कोविन्द संघ की पृष्ठभूमि के राजनीतिज्ञ हैं, जिनके नाम के आने से आरएसएस को भी राहत मिली है और उसके वे स्वयंसेवक भी प्रसन्न है- जिनसे कुछ समयोपरांत प्रधानमंत्री को लोकसभा चुनाव 2019 के लिए काम लेना है। मोहन भागवत नहीं तो कोविन्द ही सही, अर्थात मोहन='गोविन्द' के स्थान पर कोविन्द भी चलेगा, बात तो कुल मिलाकर एक ही हुई। अब संघ भी कहने लगा है-'भज कोविन्दम् हरे हरे।' Read more » Featured रामनाथ कोविन्द
राजनीति आडवाणी के अधूरे सपने June 21, 2017 by रवि श्रीवास्तव | 2 Comments on आडवाणी के अधूरे सपने इस भीषण गर्मी में राजनीति की भी लू चल रही है। देश में राष्ट्रपति पद का चुनाव होने वाला है। एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। एनडीए के उम्मीदवार घोषित करने के बाद सोशल मीडिया पर बहस का दौर शुरू हो गया। लालकृष्ण आडवाणी को एक बार […] Read more » Featured आडवाणी आडवाणी के अधूरे सपने
राजनीति मुसलमानों का सशक्तिकरण क्यों ? June 21, 2017 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment यह भी समझना होगा कि कुल मुसलमानों की संख्या की तुलना में भी हिंदुओं की संख्या अधिक है जो पिछड़ी हुई है और संसाधनों की कमियों को झेल रही है।सुरेश तेंदुलकर समिति की संभवतः 2012-13 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या का लगभग 37.2 % भाग गरीबी रेखा (बीपीएल) से नीचे रहता है। अतः इसके अनुसार बीपीएल के नीचे रहने वाले हिंदुओं की संख्या उस समय लगभग 35-36 करोड़ थी जोकि अधिकांशतः ग्रामीण क्षेत्रो व नगरों में झुग्गी - झोपड़ियों में रहने को विवश है। Read more » Featured अल्पसंख्यक मंत्रालय अल्पसंख्यक मंत्रालय के मुस्लिम मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी मुख्तार अब्बास नकवी मुस्लिम तुष्टिकरण मुस्लिम मंत्री मुस्लिम सशक्तिकरण
विविधा स्वास्थ्य-योग किन-किन बीमारियों में योग कारगर? June 21, 2017 / June 21, 2017 by गोपाल बघेल 'मधु' | Leave a Comment अगर आप योग दिवस के अवसर पर भी सिर्फ इसलिए योग नहीं कर रहे कि पता नहीं इससे कोई फायदा होगा या नहीं तो अब आपकी शंका का समाधान हो चुका है। इस बात के क्लिनिकल प्रमाण मिल गए हैं कि कई तरह के योगासन और क्रियाएं बीमारियों का निदान कर सकती हैं। मंगलवार को […] Read more » Featured yoga for curing dieseases बीमारियों में योग बीमारियों में योग कारगर योग
राजनीति जम्मू-कश्मीर का बलिदानी सिपाही डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी June 21, 2017 / June 21, 2017 by ललित कौशिक | Leave a Comment माता वैष्णोदेवी भी परमिट मांगती, डल झील श्रीनगर भी पूछती तू किस देश का वासी, बर्फानी बाबा अमरनाथ दर्शन के लिए इंतजार करना पड़ता जिस प्रकार कैलाश मानसरोवर के लिए करना पड़ता है कि आखिर मेरा नंबर कब आयेगा… कब आयेगा मेरा नंबर, अगर देश के पास भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी नही […] Read more » Featured डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी
राजनीति राष्ट्रपति चुनावः पसोपेश में विपक्ष June 21, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद इस फैसले को इकतरफा मानकर चल रहे है। ऐसी ही राय सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी की है। दरअसल देरी से उम्मीदवारी की घोषणा करना भाजपा की रणनीति का हिस्सा है, ताकि अंतिम दिनों में विपक्ष अपना प्रत्याशी चुनने की हड़बड़ी में कमजोर प्रत्याशी उतार दें। इसीलिए जब राजनाथ सिंह और वेंकैया नायडू ने सोनिया गांधी और येचुरी से राष्ट्रपति चुनाव पर आम सहमति बनाने की कवायद की थी, तब किसी नाम पर कोई चर्चा नहीं हुई थी। इसलिए आम सहमति विपक्ष को भ्रम में रखने की महज एक रस्म-अदायगी थी। Read more » Featured Presidential candidate NDA Ramnath Kovind बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद रामनाथ कोविंद
विधि-कानून विविधा क्या आज भी उतना ही प्रासंगिक है संविधान ? June 20, 2017 by अनुज हनुमत | Leave a Comment समूचा देश पिछले एक वर्ष से 25 नवंबर के दिन अपना संविधान दिवस मनाता है । इसकी शुरूआत 2015 से हुई क्योंकि ये वर्ष संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर के जन्म के 125वें साल के रूप में मनाया गया था। आज संविधान को अंगीकृत किये हुए देश को 66 वर्ष का समय हो गया है […] Read more » #संविधान दिवस Featured केरल के एक मठ के प्रमुख केशवानंद भारती केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य बाबा साहेब आंबेडकर
धर्म-अध्यात्म आत्म-विशुद्धि एवं कृत-कर्माें की समीक्षा का पर्व June 20, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment वर्तमान रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ को दशावतारों के रूप में पूजा जाता है, उनमें विष्णु, वराह, कूर्म, नृसिंह, परशुराम, श्रीराम, श्रीकृष्ण, वामन, बुद्ध, कल्की हैं। जगन्नाथ मंदिर की पूजा, आचार-व्यवहार, रीति-नीति और व्यवस्थाओं नेे शैव, वैष्णव, बौद्ध, जैन धर्मावलम्बियों को भी प्रभावित किया है। रथ का रूप श्रद्धा के रस से परिपूर्ण होता है। वह चलते समय शब्द करता है। उसमें धूप और अगरबत्ती की सुगंध होती है। Read more » Featured भगवान जगन्नाथ रथयात्रा
विविधा 21 जून : भारत वंदन दिवस June 20, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment जब संसार एक मौन क्रांति से बाहर निकलकर अर्थात अपने 'द्विज' बनने की साधना को पूर्ण करके अपनी साधना (संसार में सात्विक लोगों के संगठनीकरण की प्रक्रिया) से बाहर आएगा तो उस सफलता में भारत की बड़ी भूमिका होगी। निश्चय ही उस समय भारत का अतीत वर्तमान विश्व के मंचों पर विराजमान होगा और सारा संसार उसकी आरती कर रहा होगा। उस भव्य और दिव्य दिवस की आहट 21 जून ने दे दी है। अभी तो शुरूआत है। आने वाला समय निश्चय ही अच्छा होगा। Read more » 21 जून Featured अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ आरती प्रधानमंत्री भारत भारतीय संस्कृति मां भारती संसार
राजनीति आग लगाने में ‘प्रवीण’ तोगडिय़ा June 20, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment भारतीय राजनीति जिस समय राम मंदिर निर्माण पर मौन थी और मुस्लिम तुष्टिकरण के चलते हिंदू विरोध की राजनीति को अपना मौलिक संस्कार माने बैठी थी -उस समय राम जन्मभूमि के मुददे को गर्माना और हिन्ंदू के भीतर आत्मस्वाभिमान पैदा करने के लिए उसे राजनीतिक रूप से चेतनित करना आवश्यक हो सकता है, परंतु हिन्दू को मुसलमान के विरूद्घ आक्रामक बनाकर वर्गीय संघर्ष को जन्म देना उचित नहीं हो सकता। Read more » Featured किसानों का नरसंहार प्रवीण तोगडिय़ा भारत भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद सांस्कृतिक राष्ट्रवाद हिन्दुत्वनिष्ठ राजनीति