राजनीति अंधेरी सुरंग में कांग्रेस! April 19, 2017 / April 28, 2017 by शिव शरण त्रिपाठी | Leave a Comment शिवशरण त्रिपाठी एक तरफ भाजपा जीत पर जीत के नये रिकार्ड बना रही है। एक तरफ उसके रणनीतिकार अगले वर्ष होने वाले गुजरात, कर्नाटक, हिमाचल में जीत का परचम फहराने की पुख्ता रणनीति बनाने में जुटे है। एक तरफ जहां भाजपा के रणनीतिकार बड़े करीने से राजग की बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को […] Read more » 'कांग्रेस कौन कुमति तोहे लागी Featured कांग्रेस कांग्रेस का सूर्यास्त किसान यात्रा खाट सभा प्रशांत किशोर राजनीतिक अपरिपक्वता राहुल गांधी राहुल गांधी की किसान यात्रा
राजनीति महापुरूषों की आत्माओं ने कहा धन्यवाद ‘योगी’ April 19, 2017 by शिव शरण त्रिपाठी | Leave a Comment कर्मयोगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह शिक्षा की दुर्दशा के मुद्देनजर विद्यालयों में महापुरूषों के नाम पर होने वाली सरकारी छुट्टियां रद्द करके उनके बारे में विशेष कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिये है उसका न केवल सूबे की जनता ने दिल खोलकर स्वागत किया है वरन् प्रदेश व देश के शिक्षा के प्रति समर्पित शिक्षा विदों ने भी सराहना की है। Read more » Featured त्योहारों में छुट्टियां महापुरूषों के नाम पर छुट्टियां योगी वोटों की जुगत के चक्कर में छुट्टियां
धर्म-अध्यात्म आचार्य वसन्त सूरिजी : कठोर तप की पूर्णता के पचास वर्ष April 19, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment आचार्य वसंत सूरीश्वरजी के पास लोककल्याणकारी कार्यों की एक लंबी सूची है। चाहे हस्तिनापुर में अष्टापद का निर्माण हो या जीर्ण-शीर्ण ऐतिहासिक जैन मंदिरों का जीर्णोद्धार, प्रसिद्ध जैन तीर्थ पालीताना में कमल मंदिर की कल्पना हो या देश के विभिन्न हिस्सों में शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना, दिल्ली में भव्य वल्लभ स्मारक हो या सेवा के विविध आयाम- अस्पताल, गौशाला, कन्या छात्रावास- उनकी प्रेरणा के ये आयाम जन-जन के कल्याण के लिए, संस्कार निर्माण के लिए, शिक्षा, सेवा और परोपकार के लिए संचालित हैं। उन्होंने गणि राजेन्द्र विजयजी के नेतृत्व में संचालित सुखी परिवार अभियान के आदिवासी उन्नयन एवं उत्थान के साथ-साथ परिवार संस्था मजबूती देने के संकल्प में भी निरंतर सहयोग एवं आशीर्वाद प्रदत्त किया है। Read more » Featured आचार्य वसन्त सूरिजी
विविधा गांधीवाद की परिकल्पना -4 April 19, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment जहां तक उनकी अहिंसा नीति का प्रश्न है तो इस गांधीवादी अहिंसा की तो परिभाषा ही बड़ी विचित्र है। यदि एक ओर उन्होंने अपनी पत्नी को डॉक्टर से इंजेक्शन न लगवाने का कारण इसमें हिंसा होना बताया था तो दूसरी ओर उनकी अहिंसा का हृदय हिंदू हत्याओं की हो रही भरमार को भी देखकर कभी पिघला नहीं। अपितु मुस्लिमों के हाथों मरने के लिए उन्हें अकेला छोड़ दिया गया। हमारी अनाथ और असहाय माताओं, बहनों और ललनाओं पर किये गये मुस्लिमों के अमानवीय अत्याचारों को देखकर भी उनका हृदय द्रवित नही हुआ था, क्या इसलिए कि वे अहिंसा प्रेमी थे? Read more » Featured असहयोग आंदोलन गाँधीजी गांधीजी और असहयोग आंदोलन गाँधीवाद गांधीवाद की परिकल्पना
विविधा गांधीवाद की परिकल्पना – 3 April 19, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राष्ट्र की युवा पीढ़ी बुद्घिजीवी और निर्माणात्मक सोच के अच्छे लोग गांधीवादियों से ऐसा पूछें-यह आज की राजनीति का यक्ष प्रश्न है, अन्यथा गांधीवाद का यह रामराज्य का कथित सपना इस राष्ट्र को बहुत देर तक छलता रहेगा। क्योंकि गांधीजी के कुछ आदर्शों की हत्या करके भी कुछ लोग उन्हें मात्र इसलिए जीवित रखना चाहते हैं कि उनके आदर्शों के नाम पर उनकी राजनीतिक दुकानदारी चलती रहे। अब यह इस देश की जनता को देखना है कि वह इन राजनीतिक नायकों के झांसे में कब तक और कहां तक आती है? वास्तव में गांधीजी का रामराज्य का सपना भी उनका मौलिक चिंतन नहीं था। Read more » कमीशन की राजनीति Featured गाँधीवाद गांधीवाद की परिकल्पना परिकल्पना
समाज बचपन हुआ नशे में चूर April 18, 2017 / April 18, 2017 by घनश्याम भारतीय | Leave a Comment तम्बाकू उत्पाद के कुप्रभाव को रोकने के लिए सार्वजनिक स्थानांे पर धूम्रपान को अपराध घोषित किया गया है। जिसके उलंघन पर 200 रूपये के जुर्माने का प्राविधान है। दुकानों पर निर्धारित आकार में हानियों को प्रदर्शित करने वाला बोर्ड़ भी लगा होना चाहिए। कम आयु वर्ग को अथवा उसके द्वारा तम्बाकू उत्पाद बेचने को अपराध घोषित किया गया है। नियम तो यहां तक है कि तम्बाकू उत्पाद बिक्री स्थान पर नाबालिग दिखाई भी न पडे़। और शिक्षण संस्थानो के 100 गज के दायरे में ऐसे उत्पादो की बिक्री अपराध है। Read more » Featured नशे में चूर
राजनीति फारूख अब्दुल्ला की यह विजय वास्तविक नहीं April 18, 2017 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment श्रीनगर लोकसभा सीट का सर्वाधिक महतवपूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण तथ्य यह है कि श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव में महज 7.13 प्रतशत मत ही पड़े जिसमें पुर्नमतदान के दौरान तो केवल मात्र 2 प्रतिशत ही मतदान हुआ। पहले दिन वहां पर जबर्दस्त हिंसा हुई और कम से कम 85 लोेग मारे गये तथा 20 से अधिक लोग घायल तक हो गये। नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुला ने कहा कि अपने 20 साल के राजनैतिक कैरियर में ऐसा कभी नहीं देखा। साथ ही राज्य सरकार व चुनाव आयोग को पूरी तरह से नाकाम बताया गया। जबकि वास्तविकता यह है कि श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव को पूरी तरह से पटरी से उतारने के लिए अलगाववादी ताकतों और पत्थरबाजों ने पूरी ताकत लगा दी थी। Read more » Farooq Abdulla Farooq Abdulla supporting stone pelters Featured Stone pelters फारूख अब्दुल्ला
राजनीति सेना को सरंक्षण की जरूरत April 18, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव यह शर्मनाक स्थिति भारत जैसे देश में ही संभव है कि अलगाववाद के हिमायती पत्थरबाज युवकों का एक हुजूम सीआरपीएफ के सशस्त्र जवानों के साथ बद्सलूकी करें, बावजूद संयम का परिचय देते हुए सैनिक खून का घंूट पीकर रह जाएं। अमेरिका, चीन या कोई अन्य मूल्क होता तो ईंट का जबाव पत्थर से […] Read more » army needs protection army protection from stone pelters Featured सेना को सरंक्षण सेना को सरंक्षण की जरूरत
विविधा गांधीवाद की परिकल्पना – 2 April 18, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment गांधीवाद समस्या की इस जड़ को सदैव बनाये रखना चाहता है। गांधीवादी विचारधारा के ध्वजवाहक नेहरू जी ने भारी उद्योगधंधों का प्रचलन भारत में किया। इससे लाखों करोड़ों लोगों के परम्परागत काम धंधे यथा लुहार, बढ़ई, चर्मकार, जुलाहा आदि बेरोजगार हो गये। कुछ लोगों को रोजगार मिला तो आनुपातिक दृष्टिकोण से बहुत से लोगों का धंधा छिना भी-अर्थात वे बेरोजगार हुए। बड़े उद्योगों के स्थान पर लघु उद्योगों और कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहित किया जाता तो हमारी सामाजिक स्थिति आज कुछ दूसरी ही होती। Read more » Featured गाँधीवाद गांधीवादी परम्परा
समाज सार्थक पहल अनोखा मदरसा ‘मुईन उल इस्लाम’ में सद्भावना का पाठ April 18, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment आगरा देवरैठा का मदरसा हिंदू-मुस्लिम एकता की किसी मिसाल से कम नहीं है। यहां धर्म की दीवार तोड़ बच्चे उर्दू और संस्कृत दोनों विषयों की शिक्षा एकसाथ गृहण कर रहे हैं। मुस्लिम बच्चे संस्कृत के श्लोकों का उच्चारण जबकि हिंदू बच्चे कुरान की आयतें पढ़ते हैं। शिक्षक हों या बच्चे, सभी कहते हैं, मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना। कक्षा आठ की छात्रा निशा खान के मुंह से गायत्री मंत्र का उच्चारण सुन लगेगा मानो इस बच्ची की जुबां पर स्वयं सरस्वती मां विराजमान हो गई हैं। मासूम से चेहरे पर न तो किसी धर्म की परछाई दिखाई पढ़ती है और न ही किसी प्रकार का धार्मिक भेदभाव। कक्षा सात के छात्र ऋषभ उर्दू सीखता है और कुरान की आयतें भी पढ़ता है। Read more » Featured मुईन उल इस्लाम हिंदू-मुस्लिम एकता
विविधा गांधीवाद की परिकल्पना April 18, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  ‘भारत नेहरू-गांधी का देश हो गया है।’ तथा इसकी विचारधारा गांधीवादी हो गयी है। ये विशेषण है जो हमारे कर्णधारों ने विशेषत: स्वतंत्र भारत में उछाले हैं। वास्तव में सच ये है कि इन विशेषणों के माध्यम से देश को बहुत छला गया है। वाद क्या होता है? हमें कभी ये […] Read more » Featured what is gandhiwad? गाँधीवाद
विश्ववार्ता भारत-नेपाल रिश्तों के कबाब में हड्डी बनता चीन April 18, 2017 by ओंकारेश्वर पांडेय | Leave a Comment आज भी नेपाल में चीन का सालाना निवेश और व्यापार सबसे बड़ा है। वह नेपाल की सेना को प्रशिक्षण तो देता ही है साथ ही युद्ध सामग्री भी मुहैया कराता है। चीन के राष्ट्रपति भले ही नेपाल नहीं गए हों लेकिन चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की पोलिटब्यूरो के कई सदस्य नेपाल आ चुके हैं। इस संदर्भ में नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी की यात्रा में देखना है कि क्या उनकी इस यात्रा में कुछ संधियां होंगी? संधियों पर हस्ताक्षर न भी हों पर भारत-नेपाल के बढ़ते तालमेल के कई प्रमाण दिखने की उम्मीद है। Read more » Featured चीन-नेपाल सैन्य अभ्यास नेपाल में चीन का सालाना निवेश भारत - नेपाल हड्डी बनता चीन