कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म हनुमान जयंती:- पर सभी भक्तों के संकट हरते हनुमान जी November 1, 2016 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment आज की तारीख में राजधानी लखनऊ में लगने वाला बड़ा मंगल का मेला जहां गली गली में लोकप्रिय हो रहा है। वहीं यहीं का असर है कि यह मेला अब लखनऊ के सटे बाराबंकी में भी लगने लगा है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने एक बार कहा भी था कि ,”श्री महावीर जी मन के समान वेग वाले हैं । अतः मेरी हार्दिक इच्छा है कि उनका दर्शन लोगों को गली -गली में हो। मुहल्ले -मुहल्लें में हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करके लोगों को दिखलायी जायें। स्थान- स्थान पर अखाड़ें हों जहां उनकी मूर्तियां स्थापित हो जायें। Read more » Featured हनुमान जयंती
राजनीति इस तिलिस्म के रचनाकार ख़ुद मुलायम ही तो नहीं! November 1, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on इस तिलिस्म के रचनाकार ख़ुद मुलायम ही तो नहीं! उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी सियासी पार्टी सपा इन दिनों अन्र्तकलह से जूझ रही है। पहली नज़र में तो प्रतीत हो रहा है कि जैसे मुलायम सिंह यादव अपने ही बनाये हुए चक्रव्यूह में फंस गये हैं मगर परदे के पीछे किसी बड़ी शतरंज की चाल होने से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। धरतीपुत्र […] Read more » Featured मुलायम
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म अंकोरवाट मन्दिर: विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक November 1, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment ख्मेर शास्त्रीय शैली से प्रभावित स्थापत्य वाले इस मंदिर का निर्माण कार्य सूर्यवर्मन द्वितीय ने प्रारम्भ किया परन्तु वे इसे पूर्ण नहीं कर सके। मंदिर का कार्य उनके भानजे एवं उत्तराधिकारी धरणीन्द्रवर्मन के शासनकाल में सम्पूर्ण हुआ। मिश्र एवं मेक्सिको के स्टेप पिरामिडों की तरह यह सीढ़ी पर उठता गया है। इसका मूल शिखर लगभग 64 मीटर ऊँचा है। इसके अतिरिक्त अन्य सभी आठों शिखर 54 मीटर उँचे हैं। मंदिर साढ़े तीन किलोमीटर लम्बी पत्थर की दिवार से घिरा हुआ था, उसके बाहर 30 मीटर खुली भूमि और फिर बाहर 190 मीटर चौडी खाई है। Read more » Featured अंकोरवाट मन्दिर विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक
विविधा मैकाले-मैक्समूलर के सामने रावण-महिषासुर भी बौने November 1, 2016 by मनोज ज्वाला | 3 Comments on मैकाले-मैक्समूलर के सामने रावण-महिषासुर भी बौने मनोज ज्वाला भारत पर अपना औपनिवेशिक प्रभुत्व स्थापित कर लेने के बाद ब्रिटिश हूक्मरानों-चिंतकों व यूरोपियन दार्शनिकों ने भारत को नजदीक से देखने-समझने के बाद यह रहस्य जान लिया था कि इस राष्ट्र की शाश्वतता , इसकी संजीवनी शक्ति अर्थात संस्कृति में सन्निहित है और इसकी संस्कृति का संवाहक है यहां का विपुल साहित्य और […] Read more » Featured मैकाले -मैक्समूलर रावण-महिषासुर भी बौने
राजनीति कश्मीर घाटी में आतंकी संगठनों की नई रणनीति November 1, 2016 / November 1, 2016 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment लेकिन महबूबा मुफ़्ती ने आतंकियों के राजनैतिक दबाब और आतंक के भय में आने से इन्कार कर दिया । उन्होंने स्पष्ट कहा कि आतंकी और उनके समर्थक अपने बच्चों को तो बाक़ी प्रदेशों में पढ़ने के लिए भेज रहे हैं और ग़रीब के बच्चों को आगे करके उनका दोहन कर रहे हैं । सैयद अहमद शाह गिलानी की पोती के हाथ में पोथी और लाल चौक में ज़मीन पर बैठ कर सब्ज़ी बेचने वाले के बेटे के हाथ में पत्थर । Read more » Featured आतंकी संगठनों की नई रणनीति कश्मीर घाटी
विविधा विश्व शाकाहार दिवस November 1, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment सब्जियों और मसालों का सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। पौधों में प्रोटीन, जैसे कि सोया आदि में अच्छी मात्रा में अमीनो एसिड होता है जो कि शरीर के मैटाबॉलिज़्शम में सहायक होता है। ज्यादातर भारतीय भोजन को बनाने के लिये हम हमेशा ही प्राकृतिक तेल का प्रयोग करते हैं। यह जमी हुई चर्बी से मुक्त होते हैं इसलिये हार्ट की समस्याएं और मधुमेह आदि नहीं होता। Read more » Featured विश्व शाकाहार दिवस
शख्सियत समाज सरदार पटेल जयंती-राष्ट्रीय एकता दिवस October 31, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment अंग्रेज भारत को आजाद तो कर गए, लेकिन उन्होंने देश का बंटवारा भी कर दिया । पाकिस्तान के बनाने का निर्णय अंग्रेजों द्वारा अधिकृत लार्ड माउंटबेटन कर गए, लेकिन वे हिंदुस्तान को अखंड बनाने वाली 536 छोटी-बड़ी रियासतों को लेकर चुप्पी साध गए। उस समय नेहरू के लिए भी रियासतों को एक करना सबसे बड़ी और गंभीर चुनौती थी, जिसकी जिम्मेदारी उन्होंने सरदार बल्लभ भाई पटेल को सौंपी । इस तरह एक दृढ़ इच्छाशक्ति के कुशल संगठक, शानदार प्रशासक, पटेल के लिए 500 से ज्यादा राजाओं को आजाद भारत में शामिल करना आसान नहीं था। वे उन्हें नई कांग्रेस सरकार के प्रतिनिधि के रूप में इस बात के लिए राजी करने का प्रयास करना चाह रहे थे कि वे भारत की कांग्रेस सरकार के अधीन आ जाए। जिस तरह से उन्होंने हैदराबाद, जूनागढ़ जैसी रियासतों को एक किया वह काबिले तारीफ था। Read more » Featured sardar ballabh bhai patel राष्ट्रीय एकता दिवस सरदार पटेल जयंती
विधि-कानून विविधा क्या न्यायपालिका सर्वशक्तिमान है? October 31, 2016 by वीरेंदर परिहार | Leave a Comment लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह कि पारदर्शिता के इस दौर में और जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में पारदर्शिता की पक्षधर न्यायपालिका अपने लिए पारदर्शिता की पक्षधर नहीं है। वह रंच-मात्र भी जवाबदेह नहीं होना चाहती। वह सबके मामले में हस्तक्षेप कर सकती है, यहां तक कि कानून भी बना सकती है जो संसद का काम है, पर अपने मामले में वह कोई नियंत्रण स्वीकार करने को तैयार नहीं है। Read more » appointment of judges Featured इलाहाबाद हाईकोर्ट काॅलेजियम न्यायपालिका सुप्रीम कोर्ट
विधि-कानून समाज जजों की नियुक्ति एक भ्रमजाल …!! October 31, 2016 by एडवोकेट मनीराम शर्मा | Leave a Comment मद्रास उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति किरुबकरन ने एक अवमान मामले की सुनवाई में कहा है कि देश की जनता पहले ही न्यायपालिका से कुण्ठित है अत: पीड़ित लोग में से मात्र 10% अर्थात अतिपीडित ही न्यायालय तक पहुंचते हैं| सुप्रीम कोर्ट के जानमाने वकील प्रशांत भूषण ने कहा है कि भारत में न्याय मात्र 1% ही होता है| समय समय पर लोक अदालतें लगाकर समझौतों के माध्यम से मामले निपटाकर वाही वाही लूटी जाती है जबकि समझौते न्यायपालिका की सफलता न होकर विफलता है क्योंकि समझौते कमजोर पक्ष के हित की बलि देने पर ही संपन्न होते हैं Read more » appointment of judges Featured जजों की नियुक्ति
समाज एक आवश्यक सामाजिक बुराई जुआ October 31, 2016 by श्याम नारायण रंगा | Leave a Comment दीपावली पर जुआ खेलने वालों का यह तर्क है कि अगर आप दीपावली के दिन जुए में जीत गए तो आपका पूरा साल अच्छा रहेगा और किस्मत आपका साथ देगी। इस कारण अपना भाग्य आजमाने के लिए दीपावली केे दिन कौड़ियों से और पासों से साथ ही साथ विभिन्न प्रकार के परम्परागत तरीकों से जुआ गली गली मौहल्ले मौहल्ले खेला जाता है। Read more » Featured जुआ सामाजिक बुराई जुआ
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म हनुमान जयंती : सभी भक्तों के संकट हरते हनुमान जी October 31, 2016 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment आज की तारीख में राजधानी लखनऊ में लगने वाला बड़ा मंगल का मेला जहां गली गली में लोकप्रिय हो रहा है। वहीं यहीं का असर है कि यह मेला अब लखनऊ के सटे बाराबंकी में भी लगने लगा है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी ने एक बार कहा भी था कि ,”श्री महावीर जी मन के समान वेग वाले हैं । अतः मेरी हार्दिक इच्छा है कि उनका दर्शन लोगों को गली -गली में हो। Read more » Featured हनुमान जयंती
शख्सियत समाज नवीन भारत के महान निर्माता-सरदार पटेल October 31, 2016 by वीरेंदर परिहार | Leave a Comment (31अक्टूबर-जन्मदिवस पर) वीरेन्द्र परिहार सरदार पटेल का जन्म भगवान कृष्ण की कर्मभूमि स्वामी दयानन्द सरस्वती और महात्मा गांधी की जन्मभूमि गुजरात मे 31 अक्टूबर 1875 को बोरसद के करमसद गांव मे हुआ था। उनके पिता झेंबरभाइ्र्र सच्चे ईश्वर-भक्त, साहसी, दूरदर्शी, संयमी और देशभक्त थे।सरदार पटेल के पिता झेंबरभाई ने1857 के स्वाधीनता सेनानियों की मदद करते […] Read more » Featured नवीन भारत के महान निर्माता-सरदार पटेल सरदार पटेल