चिंतन धर्म-अध्यात्म जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर महावीर जैन April 18, 2016 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment -अशोक “प्रवृद्ध” सत्य और अहिंसा का पाठ पढाकर मानव समाज को अन्धकार से प्रकाश की ओर लाने वाले महापुरुष जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का जन्म ईसा से 599 वर्ष पूर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को ईस्वी काल गणना के अनुसार सोमवार, दिनांक 27 मार्च, 598 ईसा […] Read more » Featured चौबीसवें तीर्थंकर महावीर जैन जैन धर्म महावीर जैन
विविधा बौद्ध बनने की अंधी नकल April 18, 2016 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 1 Comment on बौद्ध बनने की अंधी नकल डा. वेद प्रताप वैदिक हैदराबाद विश्वविद्यालय के आत्महत्या करनेवाले छात्र रोहित वेमुला की मां और भाई ने कल बौद्ध धर्म में दीक्षा ले ली। यदि वे सचमुच बौद्ध बन जाएं तो वे बेहतर मनुष्य बन सकते हैं, क्योंकि बौद्ध-धर्म अनेक पाखंडों और कर्मकांडों से मुक्त है। वह सृष्टिकर्त्ता परमेश्वर की सत्ता नहीं मानता। नास्तिक होने […] Read more » Featured
राजनीति सपा की समस्या April 17, 2016 by सुप्रिया सिंह | Leave a Comment यूपी बिहार के चुनाव के लिए कहा जाता हैं कि जिस हाथ जाति की सही छङी आई गयी समझो उसके हाथ सत्ता के सिंहासन की भी चाबी आ गई है । इन दोनों राज्यों के चुनाव की स्थिति तो अब ऐसी बन गई हैं कि जाति हैं कि जाती नहीं पर इसके साथ ही इन […] Read more » Featured the problem inside samajwadi party सपा की समस्या
मनोरंजन सिनेमा “की एंड का” के बहाने April 17, 2016 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस हमारे समाज की मानसिकता बड़ी अजीब है एक तरफ तो महिलाओं को देवी की तरह पूजा जाता है तो वहीँ दूसरी तरफ उन्हें एक तरह से प्रापर्टी के रुप में देखते हुए उनके साथ हिंसा, भेदभाव और गैरबराबरी भरा व्यवहार किया जाता है। इस मानसिकता के पीछे समाज में मर्दानगी और पितृसत्तात्मक विचारधारा […] Read more » Featured
विविधा अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा April 17, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी भारतीय धर्मों (हिन्दू, जैन, बौद्ध आदि) में पवित्र स्थलों के चारो ओर श्रद्धाभाव से चलना ‘परिक्रमा’ या ‘प्रदक्षिणा’ कहलाता है। मन्दिर, नदी, पर्वत आदि की परिक्रमा को पुण्यदायी माना गया है। धर्मों में चौरासी कोसी परिक्रमा, 14 कोसी परिक्रमा व पंचकोसी परिक्रमा आदि का विधान है। परिक्रमा की यात्रा पैदल, बस या […] Read more » Featured अयोध्या अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा चौरासी कोसी परिक्रमा
राजनीति ‘संघ मुक्त भारत’ संभव नहीं नीतीश बाबू April 17, 2016 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | 1 Comment on ‘संघ मुक्त भारत’ संभव नहीं नीतीश बाबू लोकेन्द्र सिंह शरद यादव और दूसरे नेताओं को दरकिनार करते हुए जदयू के अध्यक्ष बने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश बाबू आजकल बड़ा सपना देख रहे हैं। उनकी नजर 2019 में प्रधानमंत्री की कुर्सी पर है। हालांकि नीतीश कुमार कहते हैं कि प्रधानमंत्री का उम्मीदवार कौन होगा, यह जनता तय करेगी। यह ‘मन-मन भावे, मुडी हिलावे’ […] Read more » 'संघ मुक्त भारत' Featured Sangh mukt bharta नीतीश बाबू
लेख साहित्य सूखा April 16, 2016 / April 17, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डॉ.अमित प्रताप सिंह सुबह अचानक घबराकर आँख खुली, झटके से उठकर बिस्तर पर बैठ गए, माथे पर पसीना छलक रहा था, दिल की धड़कन किसी सुपरफास्ट ट्रेन के इंजन की तरह बहुत जोर की आवाज कर रही थी. तेज़ी से उठकर खिड़की से बाहर झांककर देखा, माली बगीचे में पौधों को पानी दे रहा […] Read more » drought in India Featured सूखा
जन-जागरण विविधा जल संकट से कैसे उबरे देश April 16, 2016 / April 17, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment सूखे से देश के लोगों की स्थिति बड़ी ही दयनीय बन चुकी है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के सर्वोच्च न्यायालय को सक्रिय होकर सरकार को उसका कत्र्तव्य बोध कराया गया है। देश के नौ राज्य इस समय भयंकर सूखे की चपेट में हैं। लोगों के लिए इस सबके बीच यह एक अच्छी […] Read more » Featured how to get rid of water crisis जल
जरूर पढ़ें विविधा मजहब और तस्लीमा नसरीन April 16, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment तस्लीमा नसरीन मुस्लिम कट्टरपंथ के विरूद्घ आवाज उठाने के लिए प्रसिद्घ रही हैं। उन्होंने इस्लाम के कथित भ्रातृत्व के कितने ही मिथकों को तोडक़र लोगों के सामने नंगा करने का साहस किया है। वह नारी के बराबरी के अधिकारों के लिए इस्लाम के भीतर भी और बाहर भी संघर्ष करने के लिए जानी जाती रही […] Read more » Featured तस्लीमा नसरीन मजहब मजहब और तस्लीमा नसरीन
राजनीति अपनी बेहयाई पर थोडा तो शर्म कीजिए जनाव ! April 16, 2016 by संजय चाणक्य | Leave a Comment ‘‘ हमारी कोशिश रहती है किसी को हक दिलाने की ! हमे आदत नही विल्कुल, किसी को बगलाने की !!’’ बेशक ! देश की हालात बदली-बदली सी लग रही है। और इस बदलते हालात के लिए कोई और नही बल्कि हमारे देश के तथा-कथित शुभचिन्तक व जनता के रहनुमा बनने का दावा करने वाले खद्दरधारी […] Read more » Featured
जन-जागरण समाज सफलता के लिये अच्छाई का निवेश जरूरी है April 16, 2016 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग अच्छाई और सफलता की कसौटी क्या है? इनका कोई लेबल नहीं, न कोई आवरण है। व्यक्ति की कार्यशैली, व्यवहार, कर्म, वाणी, रहन-सहन, प्रकृति और स्वभाव ही उसका मापदंड है। सफलता भाग्य की फसल और पुरुषार्थ की निष्पत्ति है। हर किसी को वह नसीब नहीं होती, यह सतत जागरूकता, जीवन के प्रति सकारात्मकता एवं […] Read more » Featured success
जन-जागरण विविधा ” रहीमन पानी राखिए बिन पानी सब सून “ April 15, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment अगर रहीमदास के इस दोहे को हम समझ लेते जिसे हमें बचपन में पढ़ाया गया था तो आज न हमारी धरती प्यासी होती न हम ।जल हरियाली और खुशहाली दोनों लाता है। लेकिन आज हमारे देश का अधिकांश हिस्सा पिछले चालीस सालों के सबसे भयावह सूखे की चपेट में है।महाराष्ट्र का मराठवाड़ा आन्ध्र का रायलसीमा […] Read more » Featured पानी