महत्वपूर्ण लेख विविधा शब्दों का कल्पवृक्ष : संस्कृत December 26, 2015 by डॉ. मधुसूदन | 13 Comments on शब्दों का कल्पवृक्ष : संस्कृत डॉ. मधुसूदन प्रवेश: विषय को ध्यान से ही पढने का अनुरोध है। शायद कठिन हो सकता है। पर बहुत महत्त्वका विषय है। (एक) शब्द कल्पवृक्ष कल्पवृक्ष एक ऐसा वृक्ष माना जाता है; जिस के नीचे खडे हो कर आप जिस वस्तु की कल्पना करें . वह वस्तु यह वृक्ष आपको देता है। ऐसे वृक्ष को […] Read more » Featured Sanskrit शब्दों का कल्पवृक्ष संस्कृत
चिंतन धर्म-अध्यात्म व्रत, तप, तीर्थ व दान का वैदिक सत्य स्वरूप December 25, 2015 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on व्रत, तप, तीर्थ व दान का वैदिक सत्य स्वरूप मनमोहन कुमार आर्य भारत में सबसे अधिक पुरानी, आज भी प्रासंगिक, सर्वाधिक लाभप्रद व सत्य मूल्यों पर आधारित धर्म व संस्कृति ‘‘वैदिक धर्म व संस्कृति” ही है। महाभारत काल के बाद अज्ञान व अंधविश्वास उत्पन्न हुए और इसका नाम वैदिक धर्म से बदल कर हिन्दू धर्म हो गया। हम सभी हिन्दू परिवारों में उत्पन्न हुए […] Read more » Featured तप तीर्थ व दान का वैदिक सत्य स्वरूप व्रत
विधि-कानून समाज नाबालिग अपराधी आए वयस्क की श्रेणी में December 24, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव आखिरकार जन दबाव और आक्रोष के चलते बहुचर्चित किशोर न्याय विधेयक 2015 लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी बिना किसी गंभीर बहस-मुबाहिसा के पारित हो गया। एक गंभीर विधेयक को आनन-फानन में पारित हो जाना संतोषजनक स्थिति नहीं है। मई में लोकसभा से पारित होने के बाद इस विधेयक को कई मर्तबा चर्चा […] Read more » 18 to 16 Featured juvenile age from 18 to 16 नाबालिग अपराधी वयस्क की श्रेणी
विविधा शख्सियत हिंदी, हिंदुस्थान स्वदेशी शिक्षा के महानायक मालवीय जी December 24, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment 25 दिसम्बर विशेष:- मृत्युंजय दीक्षित आधुनिक भारत में प्रथम शिक्षा नीति के जनक, शिक्षा के विशाल व लोकप्रिय केंद्र काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक सांस्कृतिक नवजागरण एवं स्वदेशी हिंदी आंदोलनों के प्रवर्तक राष्ट्रभक्त महान समाज सुधारक भरतीय काया में पुनः नयी चेतना एवं ऊर्जा का संचार करने वाले महामना मदन मोहन मालवीय का जन्म 25 […] Read more » birth anniversary of pandit madan mohan malviya ji Featured Madan Mohan Malviya महानायक मालवीय जी हिंदी हिंदुस्थान स्वदेशी शिक्षा
राजनीति पुलिस के मानवतावादी चेहरे की दरकार December 24, 2015 / March 8, 2016 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on पुलिस के मानवतावादी चेहरे की दरकार प्रमोद भार्गव देशभर के राज्यों के पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस से एक बार फिर वही अपेक्षाएं की हैं,जो देश के पूर्व प्रधानमंत्री भी करते रहे हैं। किंतु पुलिस इन अपेक्षाओं से कोसों दूर इसलिए है क्योंकि पुलिस की कार्य संस्कृति में आमूलचूल परिवर्तन के लिए बुनियादी पहल का जोखिम […] Read more » Featured पुलिस
विविधा शख्सियत अटलजी, जिन्होंने कभी हार नहीं मानी December 24, 2015 by डॉ. सौरभ मालवीय | 1 Comment on अटलजी, जिन्होंने कभी हार नहीं मानी भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर विशेष डॉ. सौरभ मालवीय टूटे हुए तारों से फूटे वासंती स्वर पत्थर की छाती में उग आया नव अंकुर झरे सब पीले पात कोयल की कुहुक रात प्राची में अरुणिमा की रेख देख पाता हूं गीत नया गाता हूं टूटे हुए सपने की सुने कौन सिसकी अंतर […] Read more » Atal Bihari Bajpai birthday of atal ji Featured अटलजी
मनोरंजन सिनेमा कमर्शियल फिल्मों का कॉमर्स December 24, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान पिछले दिनों अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की गिरफ्तारी के बाद सारे देश में एक हलचल सी मच गई। बॉलीवुड की दुनिया भी इससे अछूती नहीं रही। जाहिर है बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड एक दूसरे के प्रति हमेशा से आकर्षित रहे हैं। बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड का रिश्ता बहुत अजीब है, इन दोनों के बीच निकटता […] Read more » Featured कमर्शियल फिल्मों का कॉमर्स
पर्यावरण विविधा पेरिस जलवायु समझौता December 24, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment यह इश्क नहीं आसां किसी और नजरिए से हम पेरिस जलवायु समझौते के नफा-नुकसान की तलाश तो कर सकते हैं, किंतु यह नहीं कह सकते कि यह समझौता पृथ्वी के वायुमंडलीय तापमान में वृद्धि करेगा; अर्थात यह समझौता, तापमान वृद्धि रोकने में तो कुछ ल कुछ मदद ही करने वाला है। पेरिस जलवायु समझौते […] Read more » Featured paris climate conference paris jalvayu samjhauta पेरिस जलवायु समझौता
पर्यावरण बदलती आबोहवा: क्यों चिंतित हो भारत ? December 24, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment अरुण तिवारी क्या जलवायु परिवर्तन का मसला इतना सहज है कि कार्बन उत्सर्जन कम करने मात्र से काम चल जायेगा या पृथ्वी पर जीवन बचाने के लिए करना कुछ और भी होगा ? इसके लिए हम दूसरे देशों के नजरिए और दायित्वपूर्ति की प्रतीक्षा करें या फिर हमें जो कुछ करना है, हम वह […] Read more » changing climate Featured क्यों चिंतित हो भारत ? बदलती आबोहवा
पर्यावरण बदलती आबोहवा: क्या करे भारत ? December 24, 2015 / December 24, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment अरुण तिवारी कार्बन की तीन ही गति हैं: उपभोग, उत्सर्जन और अवशोषण। तीनों के बीच संतुलन ही जीवन सुरक्षा की कुदरती गारंटी है। इन तीनों के बीच संतुलन गङबङाया है, लिहाजा, जीवन सुरक्षा की कुदरती बीमा पाॅलिसी भी गङबङा गई है। दोष और समाधान के रूप में आज सबसे ज्यादा चर्चा और चिंता कार्बन उत्सर्जन […] Read more » changing climate Featured Global Warming कार्बन उपभोग कैसे घटे कार्बन उपभोग बदलती आबोहवा
जन-जागरण पर्यावरण नये साल पर लें 21 जलवायु संकल्प December 24, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment पाठकों को नूतन वर्ष 2016 की शुभकामना! शुभकामना है कि आप स्वस्थ जीयें; मरें, तो संतानों को सांसों और प्राणजयी संसाधनों का स्वस्थ-समृद्ध संसार देकर जायें। संकल्प करें; नीचे लिखे 21 नुस्खे अपनायें; आबोहवा बेहतर बनायें; मेरी शुभकामना को 100 फीसदी सच कर जायें। 1. स्वच्छता बढ़ायें। कचरा चाहे, डीजल में हो अथवा […] Read more » 21 जलवायु संकल्प Featured
विविधा अनुभव और संकल्प से नया रचें December 24, 2015 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- नए साल की शुरूआत पर कुछ नया सोचें, नया लिखें, नया करें, नया कहें और नया रचें। प्रश्न है नया हो क्या? क्या कलेण्डर बदल देना ही नयापन है? पर मूल में तो सबकुछ कल भी वही था, आज भी वही है और कल भी वही होगा। जीवन का भी यही अन्दाज है-जो […] Read more » Featured अनुभव और संकल्प से नया रचें