राजनीति गैस की खैरात बनाम संसदीय राजनीति की साख……. April 13, 2015 / April 14, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on गैस की खैरात बनाम संसदीय राजनीति की साख……. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर एलपीजी सब्सिडी छोड़ने का असर देश भर में दिखायी दे रहा है. 31 मार्च 2015 तक तीन लाख ग्राहक अपनी सब्सिडी छोड़कर लागत मूल्य पर घरेलू गैस खरीद रहे हैं. बैंगलोर में राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के सभी सांसद-विधायकों से सब्सिडी […] Read more » Featured अजय खेमरिया गैस गैस की खैरात संसदीय राजनीति
राजनीति कश्मीरी पंडितों की वापसी उनका हक़ है, भीख नहीं! April 13, 2015 / April 14, 2015 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 1 Comment on कश्मीरी पंडितों की वापसी उनका हक़ है, भीख नहीं! 62000 कश्मीरी पंडित परिवार हर बार राज्य में सरकार बदलने पर यह उम्मीद नये सिरे से लगाते हैं कि उनकी अपने घर सुरक्षित वापसी इस बार ज़रूर होगी लेकिन नयी सरकार के शपथ लेने के बाद हर बार खूब चर्चा इस मुद्दे पर होकर बात आई गयी हो जाती है। इस बार चूंकि राज्य में […] Read more » Featured kashmiri pandit कश्मीरी पंडित कश्मीरी पंडितों की वापसी से कौन डरता है ? भीख नहीं!
राजनीति अब भी कम नहीं है नक्सलियों का वर्चस्व April 13, 2015 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | Leave a Comment अभी कुछ समय से नक्सल हमलों में थोड़ी कमी आई थी। लग रहा था कि नक्सली कमजोर हो रहे हैं। लेकिन बीते ११ अप्रैल को नक्सलियों द्वारा छग के सुकमा जिले में बड़े दर्दनाक ढंग से एसटीएफ के ७ जवानों को मौत के घाट उतार ऐसी सारी अवधारणाओं को खोखला साबित कर दिया। हुआ ये […] Read more » Featured अब भी कम नहीं है नक्सलियों का वर्चस्व एसटीएफ नाक्सलवाद पीयूष द्विवेदी मुख्यमंत्री रमन सिंह सीआरपीएफ
व्यंग्य संयोग…!! April 13, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment जहरखुरानों से सावधान…। यह आपको बर्बाद कर सकता है। इसलिए किसी पर भरोसा न करें … न किसी का दिया कुछ खाए -पीएं… वगैरह – वगैरह…। इलाहाबाद जंक्शन पर लगे इस आशय के बड़े से बोर्ड ने मेरा तनाव बढ़ा दिया था। क्योंकि अपनी वापसी यात्रा पर मैं बिल्कुल अकेला था। ट्रेन आने वाली थी। […] Read more » Featured जहरखुरानों से सावधान तारकेश कुमार ओझा संयोग...!!
धर्म-अध्यात्म दक्षिण भारत के संत (4 ) तिरुज्ञानसंभदार April 13, 2015 by बी एन गोयल | 2 Comments on दक्षिण भारत के संत (4 ) तिरुज्ञानसंभदार दक्षिण भारत के शैवमताचार्य संतों में इन का नाम प्रमुख है। आदि शंकराचार्य ने 32 वर्ष की आयु में ही देश के अध्यात्म को एक नयी दिशा दी। उसी कार्य को संत शिरोमणि संभदार ने अपनी 16 वर्ष की अल्पायु में ही आगे बढ़ाया। इन का जन्म तमिल नाडु में चिदंबरम के पास सिरकोज़ी नामक स्थान पर हुआ था। इन के […] Read more » Featured तिरुज्ञानसंभदार दक्षिण भारत के संत दक्षिण भारत के संत (4 ) तिरुज्ञानसंभदार बी.एन. गोयल
राजनीति किसानों और महिलाओं की चीखों को दबाना चाहता है शासन-प्रशासन April 13, 2015 by बी.पी. गौतम | Leave a Comment उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का नारा देने वाली समाजवादी पार्टी की सरकार में ठीक विपरीत परिणाम आता नजर आ रहा है। अपराध और भ्रष्टाचार के बिन्दुओं पर तुलना की जाये, तो आज उत्तर प्रदेश बिहार से ज्यादा बदनाम नजर आ रहा है। कानून व्यवस्था को लेकर हालात इतने दयनीय हो चले हैं कि […] Read more » Akhilesh yadav Featured उत्तर प्रदेश बी.पी. गौतम समाजवादी समाजवादी पार्टी समाजवादी पार्टी की सरकार
समाज बालकों की मानसिक संस्कार प्रक्रिया April 13, 2015 by डॉ. मधुसूदन | 2 Comments on बालकों की मानसिक संस्कार प्रक्रिया चीनी कहावत: “बाल-मानस एक कोरा पत्र होता है, जो भी बालक के जीवन (सम्पर्क) में आता है, इस पत्र पर अपनी छाप (संस्कार)छोड जाता है।” —चीनी कहावत। (एक) संस्कार क्या है? । दुबारा जब वर्षा हुयी, तो पानी के बहाव से नाली थोडी चौडी और गहरी हुयी। और बार बार की ऐसी वर्षा, नाली को, […] Read more » Featured डॉ. मधुसूदन बालकों की मानसिक संस्कार प्रक्रिया मानसिक संस्कार
धर्म-अध्यात्म यशोदानंदन-४१ April 13, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment अक्रूर जी ने कंस का कथन बड़े ध्यान से सुना। कुछ समय मौन रहकर विचार किया – यदि वह बालक देवकी की आठवीं सन्तान है, तो अवश्य ही इस दुराचारी का वध करने में समर्थ होगा। इसकी मृत्यु निकट आ गई है, तभी यह दुर्जेय, अति पराक्रमी और ईश्वरीय गुणों से भरे हुए दोनों बालकों […] Read more » Featured gopal krishn Krishna बिपिन किशोर सिन्हा यशोदानंदन-४१
राजनीति मिशनरी विद्वानों के परकोटे में कैद अंबेडकर का राष्ट्रीय दर्शन April 13, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment क्या डॉ. बी.आर. अंबेडकर सिर्फ दलित नेता थे ? और थोड़ा सुने तो भारत के संविधान के निर्माता। सरकारी इश्तहारों और तथाकथित दलित विमर्श की प्रतिध्वनि इस शख्स को एक लौह आवरण में कैद करती जान पड़ती है. इस आवरण के अंदर बोलने और सुनने का अधिकार भी सबको नहीं है. ठीक वैसे ही जैसे […] Read more » Featured अंबेडकर कांशीराम गांधी डॉ अजय खेमरिया डॉ. बी.आर. अंबेडकर दलित नेता दीनदयाल बीआर अंबेडकर भारत का विभाजन लोहिया सांप्रदायिक आक्रमण हिंदू धर्म की आलोचना
समाज किसानों की आत्महत्या : कर्ज और माफ़ी कोई स्थायी समाधान नहीं है April 12, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान यह बड़े दुख की बात है कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश के किसान लगातार आत्महत्या की ओर प्रवृत हो रहे हैं. आश्चर्य की बात तो यह कि पिछली सरकार के कृषिमंत्री यह कहते रहे कि उन्हें यह नहीं मालूम कि किसान आत्महत्या क्यों कर रहे हैं. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के 31 […] Read more » Featured low price of agri products reason of suicide by farmers suicide by farmers कर्ज और माफ़ी किसानों की आत्महत्या खेती की बढ़ती लागत
कविता हर हुस्न का जो जश्न था April 12, 2015 / April 12, 2015 by गोपाल बघेल 'मधु' | Leave a Comment हर हुस्न का जो जश्न था, एक रोशनी में ढ़ल गया; हर अहं का जो बहम था, परमात्म में मिल घुल गया । बिन बात के जीवन तरी, थी उछलती नदिया रही; सब कुछ गँवा उसमें समा, वह समुन्दर समगे रही । हर अंग की जो थी उमंग, बस चन्द रातों की रही; अनुराग की […] Read more » Featured हर हुस्न का जो जश्न था
राजनीति स्वानुशासन भूले का नतीजाहै ’स्वराज सम्वाद’ April 11, 2015 / April 11, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment चार बरस पहले इतिहास ने करवट ली। जे पी की संपूर्ण क्रांति के दौर के बाद जनमानस एक बार फिर कसमसाया। वैश्विक महाशक्तियों द्वारा भारत को अपने आर्थिक साम्राज्यवाद की गिरफ्त में ले लेने की लालसा के विरुद्ध धुंआ भी उठा। अन्ना-केजरीवाल की जोङी के साथ मिलकर करोङों भारतीयों ने एक सपना देखा। इसे सुयोग […] Read more » Featured अरुण तिवारी स्वानुशासन भूले का नतीजाहै ’स्वराज सम्वाद’