Tag: सपा

शख्सियत

मप्र की पहली विधानसभा के विधायक हैं 102 साल के नन्नाजू

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विवेक पाठक 1952 में मध्यप्रदेश की पहली विधानसभा देखने वाले नन्नाजू अपनी राजनैतिक यात्रा में दर्जन भर मुख्यमंत्री देख चुके हैं। तब मध्यप्रदेश की राजधानी में विधायक विश्राम ग्रह नहीं था। पहली बार विधायक बने लक्ष्मीनारायण गुप्ता बांस के तंबुओं में अपने साथी विधायकों के साथ रुके थे। अपने उन राजनैतिक साथियों के बीच अब […]

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राजनीति

काम करके काम का श्रेय लेना गलत कैसे?

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-ललित गर्ग – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे चिलचिलाती धूप में रोड शो के साथ लोकार्पण किया जाना स्वागतयोग्य है। इससे दिल्ली और एनसीआर की अनेक ज्वलंत समस्याओं का समाधान हो सकेगा, विशेषतः प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी एवं यातायात सुगम होगा। इन एक्स्प्रेस वे के बन जाने से पश्चिमी उत्तर […]

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राजनीति

सपा में ‘अखिलेश युग’ का आगाज

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ऐसा नहीं था कि इस दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चुपचाप सब कुछ सहते रहे। उन्होंने ने भी खूब पलटवार किये। चचा शिवपाल यादव और उनके समर्थक कहलाये जाने वाले नेताओं को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया। शिवपाल के समर्थन में खड़े नजर आ रहे अमर सिंह को अंकल की जगह दलाल की उपमा दे डाली। शिवपाल के समर्थन में खड़े अमर सिंह शातिराना तरीके से सब कुछ चुपचाप देखते रहे ,लेकिन जब अखिलेश को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा कर शिवपाल को अध्यक्ष बनाया गया तो इस खुशी में अमर सिंह ने दिल्ली में एक दावत दे दी।

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प्रवक्ता न्यूज़

समाजवादी पार्टी का इतिहास और उठापठक

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चाचा शिवपाल की आपत्तियों को ख़ारिज कर अखिलेश मुख्यमंत्री बने. लेकिन आधे अधूरे.उनके पिता, चाचा और दूसरे वरिष्ठ नेता प्रशासन में दख़ल देते रहे. वे चुपचाप काम करते रहे. सर्व प्रथम इस सरकार ने अपने करीबियो तथा खास लोगों को वोट बैंक के लिहाज से कन्या विद्या धन योजना से लेकर लैपटॉप बांटने तक की कई स्कीमें तथा बेरोजगार भत्ता देना शुरू किया. इसके बाद अपने खास आदमियों को विभिन्न विभागों एवं निगमों में राज्यमंत्री का मानद पद बांटना शुरू कर दिया. पुलिस लेखपाल, शिक्षमित्रों आदि अनेक तरह के विवदित तथा पक्षपात पूर्ण भर्तियां की जाने लगी. दागियों को महिमा मंडित किया जाने लगा है. रेवड़ियां बंटने लगी हैं.

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