लेख शख्सियत वैश्विक पराक्रम के युग पुरुष थे नेता जी January 22, 2021 / January 22, 2021 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment सुभाष चंद्र बोस को “नेता जी” कहा जाता है|नेता का शाब्दिक अर्थ होता है नेतृत्व करने वाला अर्थात अगुआ या अगुआई करने वाला|यह उपाधि,भारत में सिर्फ सुभाष चंद्र बोस को ही मिली है|जर्मनी के तानाशाह अडोल्फ हिटलर ने ही सुभाष चंद्र बोस को पहली बार ‘नेताजी’ कहकर बुलाया था।सत्र 2021 में भारतीय स्वतंत्रता के प्रमुख […] Read more » सुभाष चंद्र बोस
विज्ञान शख्सियत डॉ सी वी रमन –एक नोबल प्राइज विजेता January 22, 2021 / January 22, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment प्रारंभिक जीवन :- चंद्रशेखर वेंकट रमन का जन्म तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली शहर में 7 नवम्बर 1888 को हुआ था। उनके पिता का नाम चंद्रशेखर अय्यर व माता का नाम पार्वती अम्मा था। वो अपने माता-पिता के दूसरे नंबर की संतान थे। उनके पिता चंद्रशेखर अय्यर ए वी नरसिम्हाराव महाविद्यालय, विशाखापत्तनम, (आधुनिक आंध्र प्रदेश) में भौतिक […] Read more » Dr. CV Raman Dr. CV Raman - A Nobel Prize Winner चंद्रशेखर वेंकट रमन डॉ सी वी रमन
महत्वपूर्ण लेख लेख शख्सियत समाज त्याग, बलिदान, परमार्थ और पराक्रम की अनूठी परंपरा और खालसा-पंथ January 21, 2021 / January 21, 2021 by प्रणय कुमार | Leave a Comment जब राष्ट्राकाश गहन अंधकार से आच्छादित था, विदेशी आक्रांताओं एवं आतताइयों द्वारा निरंतर पदाक्रांत किए जाने के कारण संस्कृति-सूर्य का सनातन प्रकाश कुछ मद्धिम-सा हो चला था, अराष्ट्रीय-आक्रामक शक्तियों के प्रतिकार और प्रतिरोध की प्रवृत्तियाँ कुछ क्षीण-सी हो चली थी, जब पूरी दुनिया में धर्म और संस्कृति, उदारता और विश्व-बंधुत्व का गौरव-ध्वज फ़हराने वाले महान […] Read more » अजीत सिंह और जुझार सिंह कंघा और कच्छा कड़ा कृपाण केश गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा स्थापित खालसा पंथ जोरावर सिंह जी और फ़तेह सिंह जी राजा भीमचंद के विरुद्ध भंगारी का युद्ध वाहे गुरु जी का खालसा वाहे गुरु जी की फ़तेह सन 1690 में राजा भीमचंद के अनुरोध पर मुग़लों के विरुद्ध नादौन का युद्ध सन 1700 में मुगलों और पर्वतीय राजाओं की संयुक्त सेना के विरुद्ध आनंदपुर साहिब का युद्ध सन 1703 में केवल 40 सिख योद्धाओं के साथ मुगल सेना के विरुद्ध प्रसिद्ध एवं ऐतिहासिक 'चमकौर का युद्ध' सन 1704 में महत्त्वपूर्ण एवं अंतिम मुक्तसर का युद्ध
लेख शख्सियत निर्भयी योद्धा और विद्धानों के संरक्षक थे गुरू गोबिंद सिंह- January 20, 2021 / January 21, 2021 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment योगेश कुमार गोयल सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह जी का 354वां प्रकाश पर्व पटना में तख्त श्री हरिमंदिर पटना साहिब में 20 जनवरी को मनाया जा रहा है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार गुरु गोबिंद सिंह का जन्म 1667 ई. में पौष माह की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को 1723 विक्रम संवत् को पटना […] Read more » गुरू गोबिंद सिंह
लेख शख्सियत समाज मज़हबी हमले से रक्षा के लिए ‘खालसा-पंथ’ स्थापित किया January 15, 2021 / January 15, 2021 by डॉ. राजेश कपूर | Leave a Comment Read more » Established 'Khalsa-Panth' to protect against religious attacks Guru Gobind Singh Khalsa-Panth to protect against religious attacks खालसा-पंथ गुरु गोविन्द सिंह जयंती गुरु गोविन्द सिंह जयंती- २० जनवरी
विश्ववार्ता शख्सियत भारत का भारत से साक्षात्कार कराने वाले अद्भुत संत- स्वामी विवेकानंद January 12, 2021 / January 12, 2021 by प्रणय कुमार | Leave a Comment यह कहना अनुचित नहीं होगा कि जहाँ आदि शंकराचार्य ने संपूर्ण भारतवर्ष को सांस्कृतिक एकता के मज़बूत सूत्र में पिरोया, वहीं स्वामी विवेकानंद ने आधुनिक भारत को उसके स्वत्व एवं गौरव का बोध कराया। बल्कि यह कहना चाहिए कि उन्होंने भारत का भारत से साक्षात्कार करा उसे आत्मविस्मृति के गर्त्त से बाहर निकाला। लंबी गुलामी […] Read more » Amazing saint who interviewed India - Swami Vivekananda Swami Vivekananda भारत का भारत से साक्षात्कार कराने वाले अद्भुत संत स्वामी विवेकानंद
राजनीति लेख शख्सियत स्वामी विवेकानंद: युवाओं की प्रेरणा व दिलों की धड़कन January 11, 2021 / January 11, 2021 by डॉ. पवन सिंह मलिक | Leave a Comment – डॉ. पवन सिंह मलिक – हिन्दुस्थान नौजवान है, युवाशक्ति से भरा हुआ है। युवा के मन में व आँखों में सपने होते हैं, नेक इरादे होते हैं। मजबूत संकल्प शक्ति होती है, युवा पत्थर पर भी लकीर खींचने का सामर्थ्य रखते हैं। और इन्हीं युवाओं के भरोसे स्वामी विवेकानंद ने आह्वान किया था की मैं […] Read more » Motivation and heartbeat of youth Swami Vivekananda स्वामी विवेकानंद
विश्ववार्ता शख्सियत समाज स्वामी विवेकानंद : भारत के विश्वपुरुष January 11, 2021 / January 12, 2021 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment स्वामी विवेकानंद जी ने भारत को व भारतत्व को कितना आत्मसात कर लिया था यह कविवर रविन्द्रनाथ टैगोर के इस कथन से समझा जा सकता है जिसमें उन्होंने कहा था कि –‘यदि आप भारत को समझना चाहते हैं तो स्वामी विवेकानंद को संपूर्णतः पढ़ लीजिये’। नोबेल से सम्मानित फ्रांसीसी लेखक रोमां रोलां ने स्वामी जी के […] Read more » Swami Vivekananda स्वामी विवेकानंद
शख्सियत एक संत का अतुलनीय शिक्षा प्रेम December 31, 2020 / January 1, 2021 by श्याम सुंदर भाटिया | Leave a Comment श्याम सुंदर भाटिया Read more » Incomparable education love of a saint तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन
राजनीति शख्सियत संघ प्रवाह के समग्र साक्ष्य: मा. गो. वैद्य December 30, 2020 / December 30, 2020 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रथम सरसंघचालक से लेकर अब तक के सभी यानि छहों संघ प्रमुखों के साथ जिन्होंने न केवल कार्य किया हो अपितु जीवंत संपर्क व तादात्म्य भी रखा हो ऐसे स्वयंसेवक संभवतः दो-पाँच भी नहीं होंगे। आदरणीय माधव गोविंद वैद्य ऐसे ही सौभाग्यशाली स्वयंसेवक थे। उनके देहांत पर अपने शोकसंदेश मे […] Read more » मा. गो. वैद्य संघ प्रवाह के समग्र साक्ष्य
लेख शख्सियत साहित्य सुमित्रानंदन पंत एक युगांतकारी साहित्यकार December 28, 2020 / December 28, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment सुमित्रानंदन पंत स्मृति दिवस- 28 दिसम्बर 2020 पर विशेष -ः ललित गर्ग:-भारतीय संस्कृति, जीवनमूल्य एवं राष्ट्रीय जीवन को निर्मित करने में साहित्य की सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हिन्दी साहित्य के आरंभ और विकास में कई महान कवियों और रचनाकारों ने अपना योगदान दिया है, जिनमें से एक हैं छायावादी युग के चार स्तंभों में […] Read more » Sumitranandan Pant Sumitranandan Pant is an epochal writer सुमित्रानंदन पंत
मीडिया लेख शख्सियत वाद-विवाद-संवाद और मामा माणिकचंद्र वाजपेयी December 28, 2020 / December 28, 2020 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी वाद का अपना एक विवाद हो सकता है। कई बार वाद को लेकर छिड़ी बहसों ने संसद और विधानसभाओं में विवाद को इतना बढ़ाया है कि माननीय अपने क्रोध की सीमाएं तक त्याग गए, किंतु इसके बाद कहना होगा कि वाद इस धरती पर उस सनातन व्यवस्था का हिस्सा है जब से […] Read more » Debate-dialogues and uncle Manikchandra Vajpayee मामा माणिकचंद्र वाजपेयी