राजनीति शख्सियत ह्दयनारायण दीक्षितः राजपथ पर एक बौध्दिक योद्धा April 25, 2017 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment –संजय द्विवेदी वे हिंदी पत्रकारिता में राष्ट्रवाद का सबसे प्रखर स्वर हैं। देश के अनेक प्रमुख अखबारों में उनकी पहचान एक प्रख्यात स्तंभलेखक की है। राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विषयों पर चल रही उनकी कलम के मुरीद आज हर जगह मिल जाएंगें। उप्र के उन्नाव जिले में जन्में श्री ह्दयनारायण दीक्षित मूलतः एक राजनीतिक कार्यकर्ता […] Read more » Featured ह्दयनारायण दीक्षित
धर्म-अध्यात्म शख्सियत वेदभाष्यकार एवं वैदिक विद्वान पं. हरिश्चन्द्र विद्यालंकार का संक्षिप्त परिचय April 24, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment पं. हरिश्चन्द्र विद्यालंकार जी के जिन ग्रन्थों का उल्लेख उपर्युक्त सूची में है, आज उनमें से कोई एक ग्रन्थ भी कहीं से उपलब्ध नहीं होता। आर्यसमाज की सभाओं को लेखक के ग्रन्थों के संरक्षण की ओर ध्यान देना चाहिये। यदि इन सबकी पीडीएफ बनाकर किसी साइट पर डाल दी जाये तो पाठकों को सुविधा होने के साथ ग्रन्थों का संरक्षण स्वतः ही हो जायेगा। आशा है कि हमारे नेतागण इस पर ध्यान देंगे। Read more » पं. हरिश्चन्द्र विद्यालंकार
शख्सियत समाज डा. अम्बेदकर को पूर्व जन्म के महान् संस्कारों ने उच्च स्थान प्राप्त कराया April 18, 2017 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on डा. अम्बेदकर को पूर्व जन्म के महान् संस्कारों ने उच्च स्थान प्राप्त कराया मनमोहन कुमार आर्य डा. अम्बेदकर जी के जन्म दिवस 14 अप्रैल को 4 दिन व्यतीत हो चुके हैं। उस दिन हम उन पर कुछ लिखना चाहते थे परन्तु लिख नहीं सके। हमारा मानना है कि किसी महापुरुष के जीवन पर चिन्तन करना केवल जन्म दिन व पुण्य तिथि पर ही उचित नहीं होता अपितु […] Read more » डा. अम्बेदकर
लेख शख्सियत रंग नारायण पाल जूदेव वीरेश ‘रंगपाल’ April 16, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी कवियित्री मां से मिली प्रेरणा :- रंगपाल नाम से विख्यात महाकवि रंग नारायण पाल जूदेश वीरेश पाल का जन्म नगर पंचायत हरिहरपुर में फागुन कृष्ण 10 संवत 1921 विक्रमी को हुआ था। उनके पिता का नाम विश्वेश्वर वत्स पाल तथा माता का नाम श्रीमती सुशीला देवी था । उनके पिता जी राजा […] Read more » रंग नारायण पाल जूदेव वीरेश ‘रंगपाल’
लेख शख्सियत साहित्य मानवीय चेतना और राष्ट्रीयता के कवि : पंडित बलराम प्रसाद मिश्र ‘द्विजेश’ April 16, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधे श्याम द्विवेदी ‘नवीन’ पारिवारिक परिचय:-बस्ती जिले का मिश्रौलिया गांव में हर दयाल मिश्र का एक अच्छा खाता पीता घराना था। वह एक जमीदार थे। वे अपनी पालकी के साथ बस्ती राजा के यहाँ भी आया जाया करते थे। उन पर राजा साहब की कृपा दृष्टि बनी रहती थी। उनके पुत्र का नाम उदित […] Read more » Featured पंडित बलराम प्रसाद मिश्र ‘द्विजेश’
शख्सियत समाज समाज को नई दिशा देने वाले डॉ. आम्बेडकर April 13, 2017 by मनोज कुमार | Leave a Comment 14 अप्रेल 1891 जन्में डॉ. अम्बेडकर ने अपने कार्यों से भारत का इतिहास लिख दिया. यह वह समय था छुआ-छूत का मसला शीर्ष पर था और ऐसे में बाबा साहेब जैसे लोगों को आगे बढऩा बेहद कठिन था लेकिन कभी ‘कभी हार नहीं मानूगां’ के संकल्प के साथ उन्होंने सारे कंटक भरे रास्ते को सुगम बना लिया. कहते हैं, जहाँ चाह है वहाँ राह है। प्रगतिशील विचारक एवं पूर्णरूप से मानवतावादी बङौदा के महाराज सयाजी गायकवाङ़ ने भीमराव जी को उच्च शिक्षा हेतु तीन साल तक छात्रवृत्ति प्रदान की, किन्तु उनकी शर्त थी की अमेरिका से वापस आने पर दस वर्ष तक बङौदा राज्य की सेवा करनी होगी। भीमराव ने कोलम्बिया विश्वविद्यालय से पहले एम. ए. तथा बाद में पी.एच.डी. की डिग्री प्राप्त की। Read more » Dr. Ambedkar डॉ. आम्बेडकर समाज को नई दिशा देने वाले डॉ. आम्बेडकर
शख्सियत समाज भारत में सामाजिक क्रांति के संवाहक :- डा. अंबेडकर April 13, 2017 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment 1941 से 1945 के बीच उन्होंने अत्यधिक संख्या में विवादास्पद पुस्तकें लिखीं और पर्चे प्रकाशित किये। जिसमें थाट आफ पाकिस्तान भी शामिल है। यह डा. अम्बेडकर ही थे जिन्होनें मुस्लिम लीग द्वारा की जा रही अलग पाकिस्तान की मांग की कड़ी आलोचना व विरोध किया। उन्होनें मुस्लिम महिला समाज में व्याप्त दमनकारी पर्दा प्रथा की भी निंदा की। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वे रक्षा सलाहकार समिति और वाइसराय की कार्यकारी परिषद के लिए श्रममंत्री के रूप में भी कार्यरत रहे। भीमराव को विधिमंत्री भी बनाया गया। Read more » अंबेडकर डा. अंबेडकर भारत भारत में सामाजिक क्रांति के संवाहक सामाजिक क्रांति के संवाहक
शख्सियत समाज आज़ाद भारत के वैचारिक समन्वयक बाबा साहब April 13, 2017 by अर्पण जैन "अविचल" | Leave a Comment बाबा साहब भारत के टुकड़े होने पर सहमत भी नहीं थे, दरअसल, अंबेडकर का भारत को देखने का बिल्कुल ही अलग नजरिया था। वे पूरे राष्ट्र को अखंड देखना चाहते थे, इसलिए वे भारत के टुकड़े करने वालों की नीतियों के आलोचक रहे। भारत को दो टुकड़ों में बांटने की ब्रिटिश हुकूमत की साजिश और अंग्रेजों की हाँ में हाँ मिला रहे इन तीनों ही भारतीय नेताओं से वे इतने नाराज थे कि उन्होंने बाकायदा पाकिस्तान के विभाजन को लेकर एक पुस्तक ‘थॉट्स ऑन पाकिस्तान’ लिखी थी जो बहुत ही चर्चा में आई। Read more » Featured बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती
विधि-कानून विविधा शख्सियत बाबासाहेब – एक अनुकरणीय व्यक्तित्व April 13, 2017 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment पूना पैक्ट की पीठ तक की यात्रा तक में बाबा साहेब भारत की एक बड़े दलित राजनैतिक केंद्र और संस्था के रूप में स्थापित हो चुके थे. ब्रिटिशर्स और गांधी दोनों के ही प्रति जातिगत व्यवस्थाओं में परिवर्तन को लेकर उदासीनता को लेकर वे खिन्नता प्रकट करते थे. दलितों और अछूतों की स्वतंत्र राजनैतिक परिभाषा और पहचान को लेकर वे संघर्ष को तीक्ष्ण कर रहे थे उस दौर में बाबा साहेब ने गांधी के प्रति यह नाराजगी भी प्रकट किया था कि वे दलितों को हरिजन कहनें के पीछे जिस प्रकार का भाव प्रकट करते हैं उसमें दलित देश में एक करुणा मात्र की वस्तु बन कर रह गएँ हैं. Read more » baba saheb ambedkar Featured पूना पैक्ट बाबासाहेब महाड़ आन्दोलन
कला-संस्कृति शख्सियत समाज किशोरी अमोनकर के शास्त्रीय संगीत में भारतीय संस्कृति की आत्मा बसती थी April 9, 2017 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment किशोरी अमोनकर की प्रस्तुतियां ऊर्जा और सौन्दर्य से भरी हुई होती थीं। उनकी प्रत्येक प्रस्तुति प्रशंसकों सहित संगीत की समझ न रखने वालों को भी मंत्रमुग्ध कर देती थी। उन्हें संगीत की गहरी समझ थी। उनकी संगीत प्रस्तुति प्रमुख रूप से पारंपरिक रागों, जैसे जौनपुरी, पटट् बिहाग, अहीर पर होती थी। इन रागों के अलावा किशोरी अमोनकर ठुमरी, भजन और खयाल भी गाती थीं। किशोरी अमोनकर ने फिल्म संगीत में भी रुचि ली और उन्होंने 1964 में आई फिल्म ‘गीत गाया पत्थरों ने’ के लिए गाने भी गाए। Read more » Featured Kishori Amonkar veteran of classical music kishori amonkar किशोरी अमोनकर
शख्सियत समाज हम महावीर बनने की तैयारी में जुटें April 7, 2017 / April 7, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment महावीर जयंती ललित गर्ग आज हर व्यक्ति के जीवन में महावीर के अवतरण की जरूरत है। क्योंकि महावीर का संपूर्ण जीवन स्व और पर के अभ्युदय की जीवंत प्रेरणा है। लाखों-लाखों लोगों को उन्होंने अपने आलोक से आलोकित किया है। इसलिए महावीर बनना जीवन की सार्थकता का प्रतीक है। भगवान महावीर ने जितने महान संदेश […] Read more » Featured mahavir jayanti महावीर जयंती हम महावीर बनने की तैयारी में जुटें
शख्सियत समाज शास्त्रीय संगीत की महीयसी किशोरी अमोनकर नहीं रहीं April 4, 2017 / April 4, 2017 by यतीन्द्र मिश्र | Leave a Comment यतीन्द्र मिश्र इस से बुरी ख़बर हो नहीं सकती…किशोरी ताई चली गयीं.. हम सबको अपने आशीष से वंचित करके.. असहनीय…समझ ही नहीं आ रहा कि क्या लिखें और किस तरह अपनी तकलीफ़ को साझा करें ? मेरे लिए संगीत में भक्ति का अछोर थीं वे…रागदारी के भव्य राज-प्रासाद की अकेली जीवित किंवदन्ती… गान -सरस्वती की […] Read more » classical music veteran Kishori Amonkar passes away Featured Kishori Amonkar Kishori Amonkar dies veteran of classical music kishori amonkar किशोरी अमोनकर किशोरी अमोनकर नहीं रहीं