कला-संस्कृति राजनीति पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के हालात, विरोध प्रदर्शन : भारत में शामिल हो August 1, 2016 / August 1, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 1 Comment on पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के हालात, विरोध प्रदर्शन : भारत में शामिल हो डा. राधेश्याम द्विवेदी गिल्गित बाल्टिस्तान में काराकोरम राजमार्ग पर 20,000 से अधिक पाषाण-कला एवं पेट्रोग्लिफ के नमूने हैं। इनमें से अधिकांश नमूने हुन्ज़ा एवं शातियाल के बीच दस प्रमुख स्थलों में स्थित हैं। ये नमूने इस मार्ग से निकलने वाले आक्रमणकारियों, व्यापारियों एवं तीर्थयात्रियों एवं स्थानीय निवासियों द्वारा तराशे गये थे। इसके प्राचीनतम ज्ञात काल […] Read more » condition of PoK Featured POK PoK part of Bharat Pok should be included in India PoK में पाक सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन :- अक्साई चिन : आजाद कश्मीर पाक अधिकृत' कश्मीर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत में शामिल होना चाहता है पाक अधिकृत कश्मीर
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म साक्षात प्रकृति स्वरूपा शिव पत्नी पार्वती July 29, 2016 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” पौराणिक ग्रन्थों के अनुसार कैलाशाधिपति शिव लय तथा प्रलय दोनों के देवता हैं और दोनों को ही अपने अधीन किये हुए हैं। इनकी पत्नी या शक्ति, स्वयं आद्या शक्ति काली के अवतार, पार्वती या सती हैं ।भगवान शंकर की पत्नी पार्वती हिमनरेश हिमावन तथा मैनावती की पुत्री हैं। मैना और हिमावन अर्थात हिमवान […] Read more » Featured पार्वती शिव साक्षात प्रकृति स्वरूपा
कला-संस्कृति जन-जागरण मीडिया हमारी भारतीय संस्कृति खुद उन्नति साधक एवं चरित्र निर्णायक July 23, 2016 / July 24, 2016 by शालिनी तिवारी | Leave a Comment खुला खत देशवासियों के नाम एक ऐसा खुला खत, जो प्रत्येक भारतीय को अपनी भारतीयता से रूबरू कराकर गौरवान्वित कर देगा और साथ ही साथ गर्त की ओर बढ़ रहे कदम पर भी विराम लगाने को मजबूर कर देगा । मेरे प्रिय देशवासियों, हम सबको पता है कि हममें से अधिकतर लोग या तो पाश्चात्य […] Read more » Featured भारतीय संस्कृति
कला-संस्कृति जन-जागरण धर्म-अध्यात्म यज्ञोपवीत संस्कार July 23, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 1 Comment on यज्ञोपवीत संस्कार डा. राधेश्याम द्विवेदी बहुत से लोग बाएं कांधे से दाएं बाजू की ओर एक कच्चा धागा लपेटे रहते हैं। इस धागे को जनेऊ कहते हैं। जनेऊ तीन धागों वाला एक सूत्र होता है। जनेऊ को संस्कृत भाषा में ‘यज्ञोपवीत’ कहा जाता है। यह सूत से बना पवित्र धागा होता है, जिसे व्यक्ति बाएं कंधे के […] Read more » upnayan sanskar यज्ञोपवीत संस्कार
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म समाज के उपेक्षितों को शरण देते हैं शिव July 22, 2016 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग देवों के देव शिव की भक्ति के लिये सावण मास का विशेष महत्व है। शास्त्रों में वर्णित है कि सावन महीने में भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं। इसलिए यह समय भक्तों और साधु-संतों सभी के लिए अमूल्य होता है। इस समय सृष्टि के संचालन का उत्तरदायित्व भगवान शिव ग्रहण करते हैं। […] Read more » sawan month शिव समाज के उपेक्षितों को शरण देते हैं
कला-संस्कृति सोमनाथ ज्योतिर्लिंग : पौराणिक इतिहास और स्थापत्य July 21, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी इतिहास हमेशा वर्तमान पर हमले करता है और वर्तमान को बचाने के लिए बलिदान दिया जाता है तब यही वर्तमान फिर इतिहास बनता है. हिन्दुओ का इतिहास काफी संघर्षपूर्ण रहा है. एक समय था जब हिन्दू अपने देश में शांतिपूर्वक रहते थे. इस देश को सोने की चिड़िया बोला जाता था.तभी कुछ […] Read more » Featured सोमनाथ ज्योतिर्लिंग
कला-संस्कृति बहराइच के गाज़ी बाबा का सच July 19, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 17 Comments on बहराइच के गाज़ी बाबा का सच डा. राधेश्याम द्विवेदी ब्रह्मा की राजधानी:- पूर्वी उत्तर प्रदेश का बहराइच का यह इलाका “गन्धर्व वन” के रूप में प्राचीन वेदों में वर्णित है, स्थानीय जनश्रुति के अनुसार ऐसा माना जाता है कि ब्रह्मा जी ने ॠषियों की तपस्या के लिये यहाँ एक घने जंगल का निर्माण किया था, जिसके कारण इसका नाम पड़ा “ब्रह्माइच”, […] Read more » Featured गाज़ी बाबा बहराइच के गाज़ी बाबा
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म गुरु पूर्णिमा आत्म-बोध की प्रेरणा का शुभ त्योहार July 18, 2016 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- पश्चिमी देशों में गुरु का कोई महत्व नहीं है विज्ञान और विज्ञापन का महत्व है परन्तु भारत में सदियों से गुरु का महत्व रहा है। जीवन विकास के लिए भारतीय संस्कृति में गुरु की महत्वपूर्ण भूमिका मानी गई है। गुरु की सन्निधि, प्रवचन, आशीर्वाद और अनुग्रह जिसे भी भाग्य से मिल जाए उसका […] Read more » गुरु पूर्णिमा
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म गुरुपूर्णिमा July 18, 2016 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment हम चाहे बात कितनी भी बड़ी बड़ी कर ले,लेकिन सच्चाई तो हम सभी जानते हैं, हमारा जीवन-मार्ग का रास्ता स्वयं ही सदगुरुदेव बनाते जाते हैं | वे पहले भी अंगुली पकडे थे अब भी हैं और कल भी रहेंगे, अंतर केवल इतना है क़ि जिसकी देखने की आँखे हैं वो देख लेता है और जिनकी […] Read more » गुरुपूर्णिमा
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म जानिए पूजन में दीपक का महत्त्व एवम् प्रकार July 18, 2016 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment चराचर जगत में जीवन जीने के लिए प्राणि मात्र को प्रकाश चाहिए। बिना प्रकाश के वह कोई भी कार्य नहीं कर सकता। सबसे अधिक महत्वपूर्ण प्रकाश सूर्य का है। इसके प्रकाश में अन्य सभी प्रकाश समाए रहते हैं। इसीलिए कहा गया है– शुभं करोति कल्याण आरोग्यं सुख संपदम्। शत्रु बुद्धि विनाशं च दीपज्योतिः नमोस्तुते। जिस […] Read more » importance od deepak in worship दीपक का महत्त्व पूजन में दीपक पूजन में दीपक का महत्त्व
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार आखिर क्यूँ है हिन्दू धर्म में श्रावण (सावन) माह का महत्व!! July 18, 2016 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment जानिए की कैसे और किस शुभ घड़ी में करें श्रावण मास में भगवान शिव का पूजन— भगवान शिव की भक्ति का प्रमुख माह श्रावण 20 जुलाई 2016 से प्रारंभ होने जा रहा है। पूरे माह भर भोलेनाथ की पूजा-अर्चना का दौर जारी रहेगा। सभी शिव मंदिरों में श्रावण मास के अंतर्गत विशेष तैयारियां की गई […] Read more » Featured सावन माह का महत्व हिन्दू धर्म में श्रावण (सावन) माह का महत्व हिन्दू धर्म में सावन माह हिन्दू धर्म में सावन माह का महत्व
कला-संस्कृति समाज गुरू के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का दिन है गुरु पूर्णिमा July 17, 2016 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment -अशोक “प्रवृद्ध” भारतीय पुरातन ग्रन्थों के अनुसार गुरू का अर्थ अन्धकार को दूर करके ज्ञान का प्रकाश देने वाला होता है। गुरु हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले होते हैं। आर्य सनातन वैदिक धर्मानुसार जो विद्यायुक्त ज्ञान का उपदेश कर्ता हैं वो जो वेदों का सृष्टि के आदि में ऋषियों को उपदेश […] Read more » Featured Guru poornima गुरु पूर्णिमा गुरू के प्रति कृतज्ञता