जन-जागरण ‘ईश प्रार्थना और प्रारब्ध’ December 31, 2014 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ओ३म् हम इस लेख में प्रार्थना और प्रारब्ध पर विचार कर इन दोनों के परस्पर सम्बन्ध पर भी विचार करेंगे। प्रार्थना एक प्रकार से किसी से कुछ मांगना होता है। हमें जब किसी सरकारी विभाग से कुछ मांगना होता है तो हम प्रार्थना पत्र लिखते व भेजते हैं। प्रार्थना प्रायः अपने से बड़े व्यक्ति से […] Read more » ईश प्रार्थना प्रारब्ध
कला-संस्कृति जन-जागरण वैदिक युग में थे रिवर्स गेयर वाले विमान December 28, 2014 / December 29, 2014 by अलकनंदा सिंह | 4 Comments on वैदिक युग में थे रिवर्स गेयर वाले विमान वैदिक युग में भारत में ऐसे विमान थे जिनमें रिवर्स गियर था यानी वे उलटे भी उड़ सकते थे। इतना ही नहीं, वे दूसरे ग्रहों पर भी जा सकते थे। सच है या नहीं, कौन जाने। अब एक जाना-माना वैज्ञानिक इंडियन साइंस कांग्रेस जैसे प्रतिष्ठित कार्यक्रम में भाषण के दौरान ऐसी बातें कहेगा तो आप […] Read more » रिवर्स गेयर वाले विमान वैदिक युग
जन-जागरण विवादों में ‘भारत रत्न’ December 28, 2014 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment ‘क’ को अपने पडोसी से बहुत प्रॉब्लम थी। पडोसी और पड़ोसन बहुत झूंठे ,मक्कार ,हिंसक और गाली गुफ्ता वाली धातुओं से बने हुए थे । ‘क’ ने शिवजी की घोर तपस्या की। शंकर जी ने कहा ‘ माँगो वरदान ‘। ‘क’ ने शर्त रखी में जो भी मांगू उसका डबल मेरे उस बदजात पडोसी को देना होगा। शंकर जी ने कहा -ओ. […] Read more » भारत-रत्न \
जन-जागरण विवादों में घिरता देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ December 28, 2014 / December 28, 2014 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री भारत रत्न के नाम से जाने जाने वाले देश के इस सर्वोच्च सम्मान की व्यवस्था 1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति डा० राजेंद्र प्रसाद द्वारा 2 जनवरी 1954 को शुरु की गई थी। शुरु में यह सम्मान केवल जीवित व्यक्तियों को ही दिए जाने की व्यवस्था थी। परंतु 1955 के बाद ही इसमें मरणोपरांत सम्मान […] Read more » देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ सम्मान ‘भारत रत्न’
जन-जागरण बिन पानी सब सून… December 28, 2014 / December 28, 2014 by एम. अफसर खां सागर | Leave a Comment प्रकृति की मूल रचना के साथ जब भी छेड़-छाड़ होती है तब वही चीजें इंसानों के लिए विनाश का सबब बन जाती हैं। इंसान अक्सर अपने ही बुने जाल में फंसकर तड़फड़ाता नजर आता है और जब उसे होश आता है तो बहुत देर हो चुकी होती है। कुछ यही स्थित पानी के सम्बंध में […] Read more » बिन पानी सब सून
जन-जागरण अतिक्रमण स्वछता अभियान में रोड़ा December 26, 2014 / December 26, 2014 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी स्वच्छ भारत अभियान का इन दिनों पूरे देश में डंका पीटा जा रहा है. पार्कों, सड़कों, फुटपाथ, स्कूल तथा सरकारी कार्यलय आदि सभी स्थानों पर प्रतीकातमक रूप से स्वच्छता अभियान के नाम पर झाड़ू चला मीडिया में सचित्र ख़बरें प्रकाशित करवाई जा रही हैं. इससे लोग स्वच्छ वातावरण में रहना सीख पाएंगे […] Read more » अतिक्रमण स्वछता अभियान
जन-जागरण असम में नर संहार के पीछे छिपी साज़िशी ताक़तें December 26, 2014 / December 26, 2014 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 1 Comment on असम में नर संहार के पीछे छिपी साज़िशी ताक़तें डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री नैशनल डैमोक्रेटिक फ़्रंट आफ बोडोलैंड (सोंगबिजित) के धड़े ने पिछले दिनों असम प्रदेश के दो जिलों शोणिचपुर और कोकराझार में जो नर संहार किया उससे मानवता भी लज्जित हो जाये । इस गिरोह के लोगों ने पाँच अलग अलग स्थानों के गाँवों में लगभग ८० से भी ज़्यादा लोगों को मौत […] Read more » असम में नर संहार
आर्थिकी जन-जागरण अर्थ की चमक में खोते मूल्यपरक व्यवसाय December 22, 2014 by डा. अरविन्द कुमार सिंह | Leave a Comment डा. अरविन्द कुमार सिंह अध्यापन और सेना की नौकरी को आज भी मूल्यपरक व्यवसाय के रूप में देखा जाता है। क्या आज के दौर में युवा वर्ग अपने आप को नैतिक मूल्यो के निर्वहन में असर्मथ पा रहा है? या अर्थ के आर्कषण ने उसे नैतिक मूल्यो के व्यवसाय के प्रति विमुख कर रख्खा […] Read more » व्यवसाय
जन-जागरण टॉप स्टोरी साहित्य क्या ताजमहल सचमुच एक मंदिर भवन है? December 21, 2014 by राकेश कुमार आर्य | 9 Comments on क्या ताजमहल सचमुच एक मंदिर भवन है? उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष लक्ष्मी शंकर वाजपेयी ने ताजमहल को एक मंदिर भवन कहकर एक बहस को जन्म दिया है। इस पर कई विद्वानों ने इतिहास और ऐतिहासिक तथ्यों की पुनर्समीक्षा करनी आरंभ कर दी है। इस विषय पर पूर्व में कई विद्वानों ने बहुत अच्छा प्रकाश डाला है और हमारे सामने ऐसे बहुत […] Read more » ताजमहल
जन-जागरण जरूर पढ़ें टॉप स्टोरी समाज इस्लामी आतंकवाद दुनिया के लिए चुनौती December 21, 2014 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on इस्लामी आतंकवाद दुनिया के लिए चुनौती मजहबी आतंकवाद की कोख से उभरी चार बड़ी घटनाएं वैश्विक स्तर पर देखने में आई हैं। इसमें पहली घटना आॅस्ट्रलिया के सिडनी शहर में घटी जहां आईएस के आतंकवादी ने एक कैफे में ग्राहकों को कैदी बना लिया था। दहशतगर्दी की शायद यहां यह पहली बड़ी घटना है। दूसरी बड़ी घटना पाकिस्तान के पेशावर […] Read more » muslim terrorism muslim terrorism a threat to world इस्लामी आतंकवाद
जन-जागरण गोरक्षा युक्ति प्रमाण सिद्ध मनुष्य धर्म है December 19, 2014 / December 19, 2014 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ओ३म् मनुष्य का धर्म क्या है व अधर्म किसे कहते हैं? आज का शिक्षित मनुष्य स्वयं को सभ्य कहता है परन्तु उसे यह पता ही नहीं की धर्म क्या है और अधर्म क्या है? हमें लगता है कि आजकल अनेक मतों में जिन बातों को धर्म माना जाता है उनमें से कुछ बातें धर्म न […] Read more » गोरक्षा गोहत्या राष्ट्र हत्या
जन-जागरण टॉप स्टोरी विश्व पटल पर योग को मान्यता December 16, 2014 / December 16, 2014 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on विश्व पटल पर योग को मान्यता प्रमोद भार्गव यह शायद पहला अबसर है,जब पूरब के योग से जुड़े ज्ञान को पश्चिम समेत दुनिया के ज्यादातर देशों ने मान्यता दी है। वह भी इतने बड़े बहुमत से कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में अन्य किसी प्रस्ताव को पहले कभी इतना सर्मथन नहीं मिला। 177 देशों ने 21 जून को अंतरराष्ट्रिय योग दिवस […] Read more » योग को मान्यता