जन-जागरण एक स्वच्छता अभियान तीर्थ स्थलों के शुद्धिकरण के लिए भी चले मोदीजी… November 3, 2014 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment मैं जिस शहर में रहता हूं, वहां से जगन्नाथ धाम पुरी की दूरी यही कोई पांच सौ किलोमीटर के आस – पास होगी। लेकिन अब तक मैं सिर्फ दो बार ही वहां जा पाया हूं। बचपन में अभिभावकों के साथ एक बार पुरी गया था। तब ट्रेन के पुरी पहुंचने से करीब 50 किलोमीटर पहले […] Read more » एक स्वच्छता अभियान तीर्थ स्थलों के शुद्धिकरण के लिए
चिंतन जन-जागरण समाज ‘हमारा स्वर्णिम अतीत और देश की अवनति के कारणों पर विचार’ October 29, 2014 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ओ३म् संसार में वैदिक धर्म व संस्कृति सबसे प्राचीन है। इसका आधार चार वेद – ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद एवं अथर्ववेद हैं। वेदों का लेखक कोई मनुष्य या ऋषि-मुनि नहीं अपितु परम्परा से इसे ईश्वर प्रदत्त बताया जाता है। वैदिक प्रमाणों एवं विचार करने पर ज्ञात होता […] Read more » ‘हमारा स्वर्णिम अतीत और देश की अवनति के कारणों पर विचार’
जन-जागरण टॉप स्टोरी इन गद्दार सेकुलरिस्टों की आंखें कब खुलेंगी? October 29, 2014 by विपिन किशोर सिन्हा | 3 Comments on इन गद्दार सेकुलरिस्टों की आंखें कब खुलेंगी? पश्चिम बंगाल के बर्दवान में हुए बम धमाकों की जांच के सिलसिले में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जब बर्दवान जिले के खागड़ागढ़ पहुंचे, तो कुछ चौंकानेवाले तथ्य पूरे देश के सामने आये। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विस्फोट स्थल का मुआयना किया और कुख्यात आतंकी संगठन ज़मात-उल-मुज़ाहिदीन के बहुमंजिला मुख्यालय का भी निरीक्षण […] Read more » इन गद्दार सेकुलरिस्टों की आंखें कब खुलेंगी?
जन-जागरण नालंदा का अतित और वर्तमान October 26, 2014 by फखरे आलम | Leave a Comment नालंदा विश्वविद्यालय का अतित क्या था? वह सब कुछ इतिहास के पन्नों में लिखा है। भविष्य भी भविष्य के गर्व में और वर्तमान बड़े जोर शोर और उत्साह से प्रारम्भ किया गया था। बड़े-बड़े नामी लोगों को नालंदा से जोड़ा गया था। राज्य और केन्द्र की सरकारें नहीं बल्कि विश्व के देशों का संगठन उसमें […] Read more » नालंदा का अतित और वर्तमान
जन-जागरण भूख सूचकांक का तिलिस्म October 26, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव अंतरराष्ट्रिय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान द्वारा प्रत्येक वर्ष जारी होने वाले वैश्विक भूख सूचकांक की ताजा रिपोर्ट में भारत की बद्हाली एक हद तक कम हुई है। सूची में शामिल 76 देशों में अब भारत 55वें स्थान पर है,जबकि पिछली मर्तबा 63वीं पायदान पर था। यानी मोदी सरकार के आते ही बेहतरी का […] Read more » भूख सूचकांक का तिलिस्म
जन-जागरण वर्त-त्यौहार ‘महर्षि दयानन्द और गोवर्धन पर्व’ October 24, 2014 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on ‘महर्षि दयानन्द और गोवर्धन पर्व’ ओ३म् गोवर्धन पर्व पर महर्षि दयानन्द महाभारत काल के बाद से अब तक के वेदों के सबसे महान ऋषि व विद्वान थे। ईश्वरीय ज्ञान वेद में गो की स्तुति की गई है। अतः स्वाभाविक था कि महर्षि दयानन्द भी गो भक्ति करें और उसका प्रचार करें। गो भक्ति क्या है? गो के प्रति आदर […] Read more » ‘महर्षि दयानन्द और गोवर्धन पर्व’
जन-जागरण जानलेवा न बन जाए दीवाली त्यौहार October 24, 2014 / November 15, 2014 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment अरविंद जयतिलक हर्ष और उल्लास का पर्व दीवाली के आगमन के साथ ही बाजारों में चहल-पहल बढ़ गयी है। गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां, नए परिधान, रोशनी के उपकरण, पटाखे और खाद्य सामग्रियों से दुकानें पट गयी हैं। शहरों के माॅल से लेकर कस्बे और गांवों की दुकानों पर मिठाईयां युद्ध स्तर पर तैयार होने लगी हैं। […] Read more » दीवाली त्यौहार
जन-जागरण विधि-कानून विविधा रेल यात्रा और क़ानून का यह दोहरा मापदंड ! October 24, 2014 by निर्मल रानी | 3 Comments on रेल यात्रा और क़ानून का यह दोहरा मापदंड ! निर्मल रानी कहने को तो हमारे देश में प्रत्येक नागरिक के लिए समान कानून बनाए गए हैं। परंतु यदि इस बात की धरातलीय पड़ताल की जाए तो कई ऐसे विषय हैं जिन्हें देखकरयह कहा जा सकता है कि या तो वर्ग विशेष कानून की धज्जियां उड़ाने पर तुला हुआ है और कानून की नज़रें कानून […] Read more » रेल यात्रा रेल यात्रा और क़ानून का यह दोहरा मापदंड !
जन-जागरण धर्म-अध्यात्म शुभ-लाभ नहीं होगा, चीन के अशुभ सामान से October 21, 2014 / November 15, 2014 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment शुभ-लाभ नहीं होगा, चीन के अशुभ सामान से भारतीय परम्पराओं और शास्त्रों में केवल लाभ अर्जन करनें को ही लक्ष्य नहीं माना गया बल्कि वह लाभ शुभता के मार्ग से चल कर आया हो तो ही स्वीकार्य माना गया है. दीवाली के इस अवसर पर जब हम अपनें निवास और व्यवसाय स्थल पर शुभ-लाभ लिखतें […] Read more » चीन के अशुभ सामान से शुभ-लाभ नहीं होगा
जन-जागरण मेक इन इंडिया की चुनौतियां October 20, 2014 by हिमांशु शेखर | Leave a Comment हिमांशु शेखर बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के तकरीबन सभी बड़े काॅरपोरेट घरानों के मालिकों की मौजूदगी में नई दिल्ली में ‘मेक इन इंडिया’ योजना की औपचारिक शुरुआत की। प्रधानमंत्री की इस महत्वकांक्षी योजना को कारोबारी घरानों समेत कई विशेषज्ञ क्रांतिकारी बता रहे हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इसकी खामियों की […] Read more » मेक इन इंडिया की चुनौतियां मेक इन इंडिया’
जन-जागरण विश्ववार्ता पेट्रो डॉलर और विश्व शान्ति! October 19, 2014 by फखरे आलम | Leave a Comment ब्रिकस के सदस्य देशों में ब्राजिल, रुस, भारत, चीन और दक्षिणी कोरिया जैसे देश शामिल है। और इन देशों के संगठन ने विश्व के देशों की चैन छीन रखी है। वही अमेरिका इनके प्रयासों से हताश और अन्दर से डरा हुआ है। ऐसा कभी कभी लगता है कि अमेरिका तीसरी विश्व युद्ध की तैयारी में […] Read more » पेट्रो डॉलर और विश्व शान्ति!
जन-जागरण सीमा पर तनाव के मध्य भारत-पाक को ‘नोबल’ October 19, 2014 by तनवीर जाफरी | 2 Comments on सीमा पर तनाव के मध्य भारत-पाक को ‘नोबल’ शांति का नोबल एक बार फिर भारत के खाते में आ गया है। पिछले दिनों विश्व के सबसे प्रतिष्ठित व सर्वोच्च समझे जाने वाले नोबल शांति पुरस्कार से भारत व पाकिस्तान के दो व्यक्तियों कैलाश सत्यार्थी तथा मलाला युसुफ़ज़ई को संयुक्त रूप से अलंकृत किया गया। बड़े ही आश्चर्य की बात है कि […] Read more » सीमा पर तनाव के मध्य भारत-पाक को ‘नोबल’