मनोरंजन व्यंग्य सिनेमा तो क्यों धन संचय November 18, 2019 / November 18, 2019 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment हाल ही में एक ट्वीट ने काफी सुर्खियां बटोरी ,”पूत कपूत तो क्यों धन संचय, पूत सपूत तो क्यों धन संचय” जिसमें अमिताभ बच्चन साहब ने सन्तान के लिये धन एकत्र ना करने का उपदेश दिया है लोगों ने इस वाक्य को आई ओपनर की संज्ञा दी है ।लोग बाग़ ये अनुमान लगा रहे हैं […] Read more » पूत कपूत तो क्यों धन संचय पूत सपूत तो क्यों धन संचय
मनोरंजन राशिफल राशि अनुसार वास्तु निवास November 12, 2019 / November 12, 2019 by ज्योतिष आचार्या रेखा कल्पदेव | Leave a Comment ज्योतिष आचार्या रेखा कल्पदेव जीवन में कामयाबी पाने में शुभ ऊर्जा और सकारात्मक सोच बनाये रखने की विशेष जरूरत होती है। यह हमें अपने आसपास के माहौल और हमारे निवास से मिलती है। ऎसे में यदि आप भविष्य में अपने लिए घर का नवनिर्माण कराने जा रही है या पहले से निर्मित भवन का क्रय करने की योजना हो तो आपको यह जान लेना चाहिए की आपके लिए किस दिशा के मुख वाला घर उत्तम रहेगा। मकान को घर बनाने में घर की महिला के साथ-साथ, घर में प्रयोग किए गए रंगों की भी विशेष भूमिका रहती है। यदि वास्तु सम्मत घर में रहा जाए तो घर का हर कोना आपको सकारात्मक ऊर्जा से भर देगा। घर में रहने वाले सदस्यों को कम मेहनत में भी अच्छी सफलता, उन्नति और समृद्धि की प्राप्ति होगी। यदि किसी कारणवश नए घर का निर्माण करना या क्रय करना भविष्य में संभव न हो तो आप अधिक से अधिक अपने शुभ रंगों का प्रयोग कर अपने घर को वास्तु दोष रहित कर सकती है। इससे आपका आशियाना मुस्कुराने लगेगा। मेष : आपके लिए दक्षिण मुखी भवन या प्लाट में रहना अत्यंत शुभ रहेगा। यहाँ रहने से आपके व्यक्तित्व का विकास होगा। अपने घर को आप लाल, पीला, गुलाबी और ऑरेंज रंगों से सजाएं यह आपको विशेष शुभता देगा। घर की सजावट के लिए आपको इन्ही रंगों का प्रयोग करना चाहिए। बेड कवर, चादर व परदे इन्हीं रंगों के इस्तेमाल करें। पूजन कक्ष की दीवारों पर लाल रंग करवायें व घर के पूजा घर में पारद हनुमान जी की स्थापना करें। इससे आपके घर में शांति व खुशहाली बनी रहेगी। वृषभ : वृषभ राशि की महिला होने के कारण आपके लिए दक्षिण-पूर्व मुखी भवन शुभ है। यह आपके वैवाहिक जीवन को सौहार्दपूर्ण रखेगा। अपने घर की दिवारों और कमरों को सजाने के लिए आप गुलाबी और सफेद रंग का प्रयोग करें। बेडशीट, पर्दे नीले रंग के प्रयोग कर सकती हैं। इन्ही रंगों के सोफा कवर या पिलो कवर इस्तेमाल कर सकती है। पूजन कक्ष की दीवारों पर विशेष रुप से सफेद रंग करवाएँ। स्फटिक श्रीयंत्र की स्थापना कर पूजन करें। इसकी शुभता से वास्तुदोषों में कमी आएगी। मिथुन : आपका अपने लिए उत्तर मुखी भवन का चयन करना उन्नतिकारक और शुभप्रदायक रहेगा। घर की शुभता को बढ़ाने के लिए आप घर में हल्का हरा व हल्के नीले रंग का इस्तेमाल करें। ये रंग आपको विशेष शुभता देंगे। अपने रहन-सहन व पहनावे में भी आपको ज्यादातर इन्ही रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए। पूजन कक्ष में हरे रंग का विशेष रुप से प्रयोग कराना शुभ रहेगा। हरिद्रा गणपति का नित्य पूजन करें। घर की यह दिशा वास्तुदोष से मुक्त होने पर घर में हमेशा सुख समृद्धि बनी रहती है। कर्क : आप अपने लिए घर का क्रय करें या भवन का निर्माण करें, दोनों ही स्थितियों में आपके लिए उत्तर-पश्चिम दिशा मुखी भवन उत्तम रहेगा। इसके साथ ही यदि आप अपने घर को सफेद, सिल्वर और क्रीम रंग से सजाते है तो घर को विशेष शुभता प्राप्त होगी। पूजन कक्ष में सफेद रंग करावायें अथवा कोई हल्का रंग भी शुभ रहेगा। इसके अतिरिक्त आपको अपने कमरे के उत्तर-पूर्व (ईशान) दिशा के कोने में पानी का घडा या बहते हुए पानी का चित्र अवश्य रखें तथा पारद शिवलिंग की उपासना करें। सिंह : आपके लिए सबसे उत्तम पूर्व मुखी भवन रहेगा। पूर्व मुखी भवन में आपको संतरी, सिल्वर और सुनहरी पीले रंग का प्रयोग करना चाहिए। परदे व चादर आदि में भी इन रंगों का इस्तेमाल करने से आपके घर में सुख-समृद्धि सदैव बनी रहेगी। आपको अपनी रसोई घर दक्षिण-पूर्व (आग्नेय) दिशा में बनानी चाहिए। यह आपको आरोग्यता, आत्मविश्वास, उच्चपद और उन्नति देगा। पूजन कक्ष में लाल रंग कराने व स्फटिक सूर्य का नित्य पूजन करने से सफलता के साथ ही जीवन में प्रगति के भी अवसर मिलेंगे। कन्या : उत्तर मुखी भवन में निवास करना आपके लिए सुख-सौभाग्य, धन, धान्य और जीवन में बढ़ोतरी देगा। जब आप अपने लिए घर बनवा रहे हों या क्रय कर रहें हों तो अपने घर को रंगने के लिए हल्के हरें, हल्के नीले, गुलाबी और क्रीम रंगों का अधिकतम प्रयोग करें। अपने घर की उत्तर दिशा में थोड़ा खाली स्थान अवश्य रखें। पूजन कक्ष में हल्का पीला रंग कराना शुभ रहेगा। स्फटिक गणेश लक्ष्मी जी का पूजन करें। यह आपको आर्थिक क्षेत्रों, वाणी और शिक्षा-अध्ययन कार्यों में शुभता देगा। तुला : स्वयं के लिए निवास का निर्धारण करने के लिए आप दक्षिण-पूर्व मुखी भवन का चयन करें। तथा अपने घर को क्रीम, गुलाबी व हल्के नीले रंगों से संवारें। आप देखेंगे की आपका घर और आपका भाग्य दोनों जगमगा जायेंगे। पूजन कक्ष की दीवारों पर हरा रंग करवाना शुभ रहेगा। साथ ही पारद लक्ष्मी पादुका का दर्शन पूजन करें। इस दिशा की शुभता प्रेम संबंधों में सफलता, सुखद दांपत्य जीवन और वाहनों से कष्ट से बचाती है। इस प्रकार का घर सदस्यों के लिए भाग्यशाली रहेगा। वृश्चिक : वास्तु शास्त्र के अनुसार आपको दक्षिण दिशा मुखी घर में निवास करना चाहिए। घर में रंग रोगन करने के लिए लाल, हल्का पीला और संतरी रंग का विशेष रुप से प्रयोग करें तथा कपडे व गहनों के इस्तेमाल में भी इन्हीं रंगों का प्रयोग करें। घर के दक्षिण कोने में भारी फर्नीचर रखने से वैभव की प्राप्ति होगी। पूजन कक्ष में कोई भी हल्का लाल रंग कराना शुभ है। इससे आपकी संतान को शिक्षा, कामयाबी और समृद्धि मिलेगी। धनु : उत्तर-पूर्व (ईशान) मुखी भवन आपके लिए विशेष शुभ रहेगा। जहां तक संभव हो आपको ईशान मुखी भवन में रहने का प्रयास करना चाहिए। अपने भवन को पीले, लाल व संतरी रंग से संवारें। पूजन कक्ष में हल्का पीला रंग कराना शुभता देगा। आप घर के ईशान कोण में चांदी के घडे में पानी भरकर मोती की माला से सजाकर रखें। इस दिशा को हमेशा साफ-सुथरा रखकर पूजा करने से आपके जीवन में सुख व शांति बनी रहेगी। तथा धन बचाने में सहजता रहेगी। मकर : अपने लिए घर की तलाश करते समय या घर का निर्माण कराते समय आप पश्चिम मुखी भवन पसंद करें। इस प्रकार बना भवन आपको उन्नति, सफलता, सुख-शान्ति देगा। इस घर को आप हल्का नीला, हरा, आसमानी नीला और हल्के भूरे रंगों से सजायें। यह भवन आपको पैरों में दर्द एवं वायु विकारों से मुक्ति देगा। वास्तु शुभता पाने के लिए आपको पूजन कक्ष में हरा रंग करवाना चाहिए और पारद शिव परिवार का पूजन करने से शुभता की प्राप्ति होगी। कुंभ : आपके राशि स्वामी शनि की सबसे शुभ दिशा पश्चिम दिशा है। अत: पश्चिम दिशा मुखी भवन में रहना आपकी उन्नति के नये मार्ग खोलेगा। यदि आप अपने घर में आसमानी व हल्का भूरा रंग कराते है तो यह अति शुभ रहेगा। आप अपने कमरे की सजावट की वस्तुओं के लिए भी इन रंगों का प्रयोग कर सकते हैं। नौकरी व आजीविका क्षेत्रों में सफलता मिलेगी तथा रोगों का शीघ्र निवारण होगा। आप अपने पूजन कक्ष के विशेष शुभता पाने के लिए सफेद रंग करायें व पारद शिवलिंग का पूजन करें। मीन : अपने घर को वास्तु सम्मत रखने के लिए आपको उत्तर-पूर्व मुखी भवन में रहना चाहिए। इस दिशा का भवन आपके लिए शुभ व भाग्यशाली रहेगा। अपने सपनों के घर को आप पीले, क्रीम व सुनहरी रंगों से सजाएं। साथ ही घर की सजावट और पहनावे में इन रंगों का ज्यादा इस्तेमाल करें। पूजन कक्ष में पीला रंग कराना भाग्य प्राप्ति में सहयोग करेगा और स्फटिक कछुआ पूजा घर में स्थापित करें और पूजन करें। इससे आपके घर की सुख-शांति बनी रहेगी। Read more » राशि अनुसार वास्तु निवास
मनोरंजन स्वागतकक्ष संबंधी वास्तु सिद्धांत November 8, 2019 / November 8, 2019 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment -1. स्वागतकक्ष में बैठने की व्यवस्था इस प्रकार होनी चाहिए कि परिवार के मुखिया का मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर हो एवं मेहमान का मुख पश्चिम या दक्षिण दिशा की ओर हो।2. स्वागतकक्ष ईशान कोण की दीवार में पूजाघर बनाया जा सकता है या कोई धार्मिक चित्र या झरने आदि का चित्र अवश्य […] Read more » स्वागतकक्ष स्वागतकक्ष संबंधी वास्तु सिद्धांत
मनोरंजन मांगलिक कार्य आरम्भ होने का दिन है ‘‘देवोत्थान एकादशी’’ November 7, 2019 / November 7, 2019 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment देवोत्थान एकादशी कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कहते हैं। दीपावली के ग्यारह दिन बाद आने वाली एकादशी को ही प्रबोधिनी एकादशी अथवा देवोत्थान एकादशी या देव-उठनी एकादशी कहा जाता है। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव चार मास के लिए शयन करते हैं। इस बीच हिन्दू धर्म में कोई […] Read more » देवोत्थान एकादशी’
मनोरंजन नौकरी करेंगे या करायेंगे – शनि बतायेंगे November 6, 2019 / November 6, 2019 by ज्योतिष आचार्या रेखा कल्पदेव | Leave a Comment शिक्षा पूर्ण हो जाने के पश्चात प्रत्येक व्यक्ति के मन में यह विचार जन्म लेता है कि व्यक्ति विशेष के लिए नौकरी करना सही रहेगा या व्यवसाय करने से उसे अधिक सफलता मिलेगी। प्रत्येक व्यक्ति को अपना जीवन निर्वाह करने के लिए धन की आवश्यकता होती है। कोई व्यक्ति नौकरी करेगा या किसी अन्य से […] Read more » नौकरी करेंगे या करायेंगे
मनोरंजन मोदी जी अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें – हो सकते है दुर्घटना का शिकार November 5, 2019 / November 5, 2019 by ज्योतिष आचार्या रेखा कल्पदेव | Leave a Comment कुछ लोग एक दूसरे से एक दम विपरीत विचारधारा रखते है, सोच, कार्यशैली और जीवन के सिद्धांत भी एक दूसरे के विपरीत होते है। उन्हें उत्तर दक्षिण की संज्ञा भी दी जा सकती है। विचारधाराएं अलग होने पर भी कई बार जन्म कुंडली में बनने वाले योग काफी हद तक समानताएं रखते है, इस स्थिति में यह प्रश्न विचारणीय हो जाता है, कि किस स्थिति में समान योग रखने वाले व्यक्तियों की जीवनशैली भिन्न हो सकती है। उनके रहने, सोचने, खाने-पीने, पारिवारिक जीवन, वैवाहिक जीवन और अन्य कार्य विपरीत हो सकते है। परन्तु क्या जीवन का अंत या आयु के वर्षों की संख्या भी भिन्न हो सकती है। या जीवन का अंत दोनों का एक समान ही होगा। आज इसी प्रश्न का समाधान तलाशने के लिए हम संजय गांधी और नरेंद्र मोदी जी की कुंडलियों का तुलनात्मक अध्ययन करेंगे। सत्यता को समझने – जानने का और भविष्य के गर्भ में झांकने का प्रयास करेंगे- संजय गांधी दिसम्बर 14,1946, 9:30: AM, दिल्ली 23 जून 1980 मृत्यु इंदिरा गांधी के बेटे और जवाहरलाल नेहरू के पोते संजय गांधी को लेकर कई तरह के विचार सामने आते है। एक और उनकी विचारधारा को लेकर आलोचना की गयी तो दूसरी और उनकी निर्णय क्षमता को सराहा भी गया। संजय गाँधी के समर्थक उनकी व्यावहारिकता, कार्रवाई-उन्मुख सोच, आक्रामकता और निर्णायकता को पसंद करते थे, तो उनके आलोचक उनके विद्रोही स्वभाव, व्यवहार और कार्य प्रणालियों पर सवाल उठाते रहे थे। संजय गाँधी ने अपनी माता इंदिरा गांधी के साथ मिलकर 1973-1977 के मध्य सत्ता में सहयोगी रहे थे। यह भी कह सकते है की इन्हें बिना चुनाव लड़े व्यावहारिक रूप से सरकार चलाने वाला भी कहा जाता है। भारतीय राजनीति में इन्हें ऊर्जावान, उत्साही माना जाता है। इन्हें उस समय का आदर्श प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार भी माना जाता था। यहां तक की भारतीय राजनीति में इन्हें एक मील का पत्थर भी माना जाता है। 1980 में एक दुखद विमान दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। ऐसा क्यों हुआ आइए इनकी कुंडली से जानते हैं- कुंडली विश्लेषण संजय गांधी का जन्म मकर लग्न और सिंह राशि में हुआ। इनके पंचम भाव में राहु स्थित है, सप्तम भाव में शनि, अष्टम में चंद्र, नवम भाव में […] Read more » kundali of Modi ji मोदी जी
मनोरंजन जाने और समझें वर्ष 2019 में कब और कैसे मनेगी “आंवला(अक्षय) नवमी November 4, 2019 / November 4, 2019 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment उत्तरी भारत में कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी या आंवला नवमी का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष 2019 में अक्षय नवमी या आंवला नवमी 05 नवंबर (मंगलवार) को पड़ रही है।अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ के अतिरिक्त भगवान विष्णु की भी विधि विधान से पूजा की […] Read more » अक्षय नवमी आंवला नवमी आंवला(अक्षय) नवमी
मनोरंजन जानिए कब से होंगें शुरू विवाह एवम अन्य शुभ कार्य नवम्बर 2019 में- November 1, 2019 / November 1, 2019 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment इस वर्ष नवंबर 2019 में 8 नवंबर को देव उठनी ग्यारस तुलसी विवाह का पर्व है। हिन्दू धर्म में तुलसी विवाह के होते ही विवाह संस्कार आरंभ हो जाते हैं। चारों ओर शादी विवाह की शहनाई सुनाई देने लगती है। वर्ष 2019 के अंत के दो महीनों नवंबर एवं दिसंबर की इन तिथियों में विवाह […] Read more » दिसंबर 2019 में विवाह संस्कार के लिए सबसे शुभ मुहूर्त देव उठनी ग्यारस तुलसी विवाह देवउठनी एकादशी देवउठनी एकादशी का महत्व नवंबर 2019 विवाह के शुभ मुहूर्त विवाह एवम अन्य शुभ कार्य नवम्बर 2019
धर्म-अध्यात्म मनोरंजन उपासना एवं पर्यावरण संरक्षण का महापर्व है छठ November 1, 2019 / November 1, 2019 by मुरली मनोहर श्रीवास्तव | Leave a Comment मुरली मनोहर श्रीवास्तव दीपावली के ठीक छह दिन बाद मनाए जाने वाले छठ महापर्व का धार्मिक दृष्टिकोण से तो विशिष्ट महत्व है ही साथ ही इसे साफ-सफाई एवं पर्यावरण के लिहाज से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस पर्व को पूरी आस्था के साथ देश के साथ-साथ विदेशों में भी कई जगहों पर पारंपरिक […] Read more » chhath छठ
मनोरंजन जैविक खेती को अपनाता उत्तराखंड October 31, 2019 / October 31, 2019 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment किरण बिष्ट हल्द्वानी, उत्तराखंड जैविक खेती से होने वाले फायदे और नुकसान एक बार फिर से चर्चा में है। रासायनिक छिड़काव और पेस्टीसाइड से भले ही किसानों को अधिक पैदावार मिल जाती है, लेकिन अक्सर इसमें लाभ से कहीं अधिक नुकसान ही रहा है। एक तरफ जहां इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति ख़त्म होती जा रही है वहीं […] Read more » Organic Farming organic farming in Uttrakhand जैविक खेती
मनोरंजन शरीर में भी होता है, सौरमंडल – क्या आप जानते है October 31, 2019 / October 31, 2019 by ज्योतिष आचार्या रेखा कल्पदेव | 1 Comment on शरीर में भी होता है, सौरमंडल – क्या आप जानते है हमारे शरीर में भी एक ब्रह्मांड स्थित है। या यूं कहिए कि हमारा शरीर भी एक सूक्ष्म ब्रह्मांड है। विज्ञान कहता है की ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति कार्य कारण सिद्धांत पर आधारित है। इसका सरल अर्थ यह हुआ कि किसी भी कार्य के लिए उससे संबंधित कारण का होना आवश्यक है। जिस प्रकार हम भोजन इसलिए […] Read more » solar system in human body सौरमंडल
खेल जगत मनोरंजन क्रिकेटर्स – जिनकी शादियां विवादास्पद रही October 31, 2019 / October 31, 2019 by ज्योतिष आचार्या रेखा कल्पदेव | Leave a Comment शादियां निश्चित रूप से स्वर्ग में तय और पृथ्वी पर संपन्न होती है, यह सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा होता है। फिर भी कई बार यह टूट जाती है। बहुत प्रयास करने पर भी जब रिश्ता निभाना संभव ना हो तो पति पत्नी दोनों अलग होने का निर्णय लेते है, जिसे तलाक के […] Read more » cricketers marriage cricketers whom had troublesome marriage