लेख शख्सियत साहस, स्वाभिमान एवं स्वानुशासन के जीवंत प्रतीक थे- नेताजी सुभाष चंद्र बोस January 23, 2021 / January 23, 2021 by प्रणय कुमार | Leave a Comment महापुरुष या स्वतंत्रता सेनानी किसी जाति, प्रांत या मज़हब के नहीं होते। वे सबके होते हैं और सब उनके। उन पर गौरव-बोध रखना स्वाभाविक है। परंतु महापुरुषों या स्वतंत्रता सेनानियों को वर्गों या खाँचों में बाँटना अनुचित चलन है। यह उनके व्यक्तित्व एवं विचारों को संकीर्णता में आबद्ध करना है, उन्हें छोटा करना है। बल्कि […] Read more » self-respect and self-governance - Netaji Subhash Chandra Bose नेताजी सुभाष चंद्र बोस
कविता सुभाष चन्द्र बोस जयंती January 23, 2021 / January 23, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment तुम मुझको दो खून अपना ,मै तुमको दे दूंगा आजादी |यही सुनकर देश वासियों ने,अपनी जान की बाजी लगा दी || यही सुभाष का नारा था ,जिसने धूम मच दी थी |इसी विश्वास के कारण हीउसने हिन्द फ़ौज बना दी थी || याद करो 23 जनवरी 1897 कोजब सुभाष कटक में जन्मे थे |स्वर इन्कलाब […] Read more » सुभाष चन्द्र बोस जयंती
लेख नेताजी की गुमशुदगी के साथ ही गायब होती गई पॉजिटिव पॉलिटिक्स January 23, 2021 / January 23, 2021 by उत्तम मुखर्जी | Leave a Comment उत्तम मुखर्जी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की कई बातें ऐसी हैं जो आज भी भारतीय राजनीति को झकझोरती हैं । उनकी ज़िंदगी का हर हिस्सा चर्चे को जन्म देता है । इसी कड़ी में एक अहम हिस्सा है नेताजी सुभाष का एमिली शेंकल से प्रेम सम्बन्ध ।सन 1932 में जेल में रहने के दौरान जब […] Read more » नेताजी की गुमशुदगी पॉजिटिव पॉलिटिक्स
लेख इच्छाओं से भी कीजिए संवाद January 23, 2021 / January 23, 2021 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment एसपी जैन इच्छा की जन्म स्थली मन है। मन ही मनुष्य को पशु-पक्षियों से भिन्न करता है। इच्छा हमेशा लोभ के मार्ग पर अग्रसर होने के लिए प्रेरित करती है, इसीलिए कहा गया हैं -लोभ पाप का मूल है क्योंकि इसी के वशीभूत होकर इंसान से अनुचित, गैर सैद्धान्तिक और अन्याय पूर्ण कार्य हो जाते […] Read more » इच्छाओं से भी कीजिए संवाद
कविता सुभाष चंद्र बोस January 23, 2021 / January 23, 2021 by मनीषा कुमारी आर्जवाम्बिका | Leave a Comment अटल था स्वदेश प्रेमइरादे थे उनके ठोसनेताजी कहते थे सबनाम था सुभाष चंद्र बोस विलक्षण बुद्धि के थे वोअद्वितीय था पराक्रमदेश की आज़ादी के लिएकिए उन्होंने सारे श्रम स्वाधीनता के बदलेवीरों से माँगते थे रक्तकरता है राष्ट्र नमनवो थे सच्चे देशभक्त ✍️ मनीषा कुमारी आर्जवाम्बिका Read more » सुभाष चंद्र बोस
कविता जन को-रोना से उबार दे January 22, 2021 / January 22, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —–विनय कुमार विनायकना राजा काना रानी काईश वंदना करता हूंनेता, अफसर, चपरासी काहक उपर से नीचे आएबीच में ना लटक जाएभ्रष्टाचार संहार दे! ना सस्ती काना महंगी काईश वंदना करता हूंमाल गोदाम तलाशी काखेत में पानी,जन को रोटीनकद में, उधार मेंअपना एक बाजार दे! ना तुलसी छंदना मुक्तक काईश वंदना करता हूंकबीरा की उलटबासी कानिराला […] Read more » जन को-रोना से उबार दे
लेख शख्सियत वैश्विक पराक्रम के युग पुरुष थे नेता जी January 22, 2021 / January 22, 2021 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment सुभाष चंद्र बोस को “नेता जी” कहा जाता है|नेता का शाब्दिक अर्थ होता है नेतृत्व करने वाला अर्थात अगुआ या अगुआई करने वाला|यह उपाधि,भारत में सिर्फ सुभाष चंद्र बोस को ही मिली है|जर्मनी के तानाशाह अडोल्फ हिटलर ने ही सुभाष चंद्र बोस को पहली बार ‘नेताजी’ कहकर बुलाया था।सत्र 2021 में भारतीय स्वतंत्रता के प्रमुख […] Read more » सुभाष चंद्र बोस
लेख हिंद स्वराज रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनता भारत January 22, 2021 / January 22, 2021 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment योगेश कुमार गोयलगत 13 जनवरी को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में 45696 करोड़ रुपये की लागत से 73 एलसीए तेजस एमके-1ए लड़ाकू विमान और 10 एलसीए तेजस एमके-1 ट्रेनर विमान की खरीद को मंजूरी दी गई जबकि डिजाइन और बुनियादी ढ़ांचे के विकास के लिए 1202 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए। […] Read more » India becomes self-sufficient in defense sector रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनता भारत
कविता हे हंसवाहिनी माँ January 22, 2021 / January 22, 2021 by आलोक कौशिक | Leave a Comment हे हंसवाहिनी माँहे वरदायिनी माँ अज्ञान तम से हूँ घिराअवगुणों से हूँ मैं भरासुमार्ग भी ना दिख रहाजीवन जटिल हो रहा ज्योति ज्ञान की जलाकरगुणों की गागर पिलाकरसत्पथ की दिशा दिखाकरजीवन सफल बना दो माँ हे हंसवाहिनी माँहे वरदायिनी माँ तू ही संगीत तू ही भाषातुम ही विद्या की परिभाषातेरी शरण में जो भी आताबुद्धि […] Read more » हे हंसवाहिनी माँ
महिला-जगत लेख समाज चाह रही वह जीना, लेकिन घुट-घुटकर मरना भी क्या जीना? January 22, 2021 / January 22, 2021 by सोनम लववंशी | Leave a Comment देश के दिल मध्यप्रदेश के लिए 2021 की शुरुआत अच्छी नहीं रही। जनवरी महीने के शुरुआती 15 दिनों में ही कम से कम ऐसी तीन बड़ी घटनाएं हुई जिसने महिला सुरक्षा के दावे और वादों की पोल खोलकर रख दी। दुर्भाग्य देखिए एक तरफ़ जब सूबे के मुख्यमंत्री महिला सुरक्षा को लेकर बयानबाजी कर रहें […] Read more » नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म
कविता करो न गम की बाते January 22, 2021 / January 22, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment करो न गम की बाते,आंखो को यू नम न करो |रखो दिल मे तसल्ली ,यू दिल मे गम न करो || पास बैठा हूँ मै तुम्हारे,जरा मुड़ कर तो देखो |प्यार करती हो मुझको बस उसे कम न करो || अभी दम है मेरे प्यार मे,उसे मरा न समझो |दम मे दम रखो तुम,उसे जरा […] Read more » करो न गम की बाते
जन-जागरण महत्वपूर्ण लेख लेख मातृभाषा और बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा में भारतीय भाषाओं का महत्व- January 21, 2021 / January 21, 2021 by राहुल देव | Leave a Comment राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में राहुल देव किसी व्यक्ति के जीवन में उसकी मातृभाषा के महत्व की सबसे अच्छी और सटीक तुलना करने के लिए माँ के दूध से बेहतर कुछ नहीं। जैसे जन्म के एक या दो वर्ष तक बच्चे के शारीरिक और भावनात्मक विकास के लिए माँ का दूध और स्पर्श […] Read more » Importance of Indian languages in mother tongue and early education of children- प्रारंभिक शिक्षा में भारतीय भाषाओं का महत्व मातृभाषा और बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020