कविता अबकी बार दीए ऐसे जलाना November 12, 2020 / November 12, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment अबकी बार दीए ऐसे जलाना,जिससे देश में खुशहाली हो। मिट्टी के दीए तुम जलना सबइससे गरीब परिवार पलते है।कीट पतंग मच्छर आदि सभी,तेल के दीए से ही जलते हैं।मत लाना तुम चाइना के दीए,इससे देश का धन बाहर जाता है।वोकल से तुम लोकल बनना,इससे ही देश में आनंद आता है।यह देश तुम्हारा बगीचा हैं,तुम इस […] Read more » अबकी बार दीए ऐसे जलाना
कविता आज कितनी कल्पनाएँ! November 12, 2020 / November 12, 2020 by गोपाल बघेल 'मधु' | Leave a Comment आज कितनी कल्पनाएँ, और अगणित ज्योत्सनाएँ; मुझे मग दिखला रहीं हैं, गगन भास्वर कर रहीं हैं! कल्प की मीमांसाएँ, अल्प की उर अल्पनाएँ; अभीप्साएँ शाँत की हैं, प्रदीप्तित प्राणों को की हैं! प्रश्रयों में बिन पले वे, अश्रुओं को सुर दिईं हैं; आत्म की हर ओज धारा, धवलता ले कर बढ़ी है! ध्यान की हर […] Read more » आज कितनी कल्पनाएँ!
कविता दीपावली : अभिनन्दन गीत November 12, 2020 / November 12, 2020 by शकुन्तला बहादुर | Leave a Comment Read more » Deepawali: Greetings Lyrics दीपावली
कविता मग से पड़ा मगध महाजनपद का नाम November 12, 2020 / November 12, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकमग से पड़ा मगध महाजनपद का नाम,गंगा के दक्षिण-पश्चिम तटपर अवस्थितच्यवन,दधिचि ,दीर्घतमा,बृहद्रथ, जरासंध,निषाद एकलव्य, बिम्बिसार, अजातशत्रु,उदायिन,चन्द्रगुप्त मौर्य, अशोक की भूमि,चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य का जन्म स्थान! ये पुष्यमित्रशुंग, वसुदेवकण्व का ब्राह्मणी,मौखरी और पालवंशी का बौद्ध राज था!यही से जग ने ली कौटिल्य की कूटनीतिऔ खगोलज्ञ आर्यभट्ट का अंक सिद्धांत!यही महावीर का पुण्यक्षेत्र और गौतम केधर्मचक्र […] Read more » Magadha Mahajanapad got its name from Magh मगध महाजनपद
लेख शख्सियत महावीर हैं अंधकारों को हरने वाले दीपक November 12, 2020 / November 12, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment भगवान महावीर परिनिर्वाण दिवस, 14 नवम्बर, 2020-ललित गर्ग- दीपावली को ही भगवान महावीर का परिनिर्वाण दिवस है। परिनिर्वाण से पूर्व महावीर ने जो शिक्षाएं दी, वे जन-जन के लिये अंधकार से प्रकाश, असत्य से सत्य एवं निराशा से आशा की ओर जाने का माध्यम बनी। इसलिये भी जैन धर्म के अनुयायियों के लिये दीपावली का […] Read more » Mahavir is the lamp who defeats the blind भगवान महावीर परिनिर्वाण दिवस महावीर का परिनिर्वाण दिवस
लेख समाज बुरा वक्त भी बहुत कुछ सिखाता है November 11, 2020 / November 11, 2020 by सोनम लववंशी | Leave a Comment साल 2020 काफी चुनोतियों भरा है। इस साल जो घटनाएं घटित हुई है वो न ही कभी गुजरे जमाने मे देखी गई होगी और न ही आने वाले वक्त में फिर कभी कोई इस तरह की घटनाओं की कल्पना कर रहा होगा। ये सच है कि बीते कुछ महीनों में ज़िन्दगी की रफ्तार पर ब्रेक […] Read more » बुरा वक्त भी बहुत कुछ सिखाता है
पर्व - त्यौहार लेख वर्त-त्यौहार दीवाली का बदलता ट्रैंड November 11, 2020 / November 11, 2020 by योगेश कुमार गोयल | Leave a Comment – योगेश कुमार गोयल समाज में ज्यों-ज्यों आधुनिकता का समावेश हो रहा है, वैसे-वैसे हमारे तीज-त्यौहारों पर भी आधुनिकता का प्रभाव स्पष्ट देखा जा रहा है। दीवाली जैसा हमारा पारम्परिक त्यौहार भी आधुनिकता की चपेट से नहीं बच पाया है। पहले लोग दीवाली के दिन श्रद्धापूर्वक अपने घर के अंदर व बाहर सरसों तेल अथवा […] Read more » Diwali changing trend giving gifts on diwali दीवाली का बदलता ट्रैंड
कविता झूठ है जाति अहं को पालना November 11, 2020 / November 11, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकक्यों जाति धर्म के झगड़े हैंक्यों रंग, वर्ण पर इतराना!सब मानव की एक है जातिसबको मानव ही बने रहना! कुछ नहीं शाश्वत यहां परभगवान भी रंग बदलते हैंकभी गौर, कभी श्याम हुएतो इंसानों का क्या कहना! गोरे थे आर्य,शक,हूण,मंगोलभगवान क्यों होते हैं काले?इसको समझो एशिया वालेऔर जरा हमको समझाना! सब धर्म जहां उदित […] Read more » झूठ है जाति अहं को पालना
लेख सार्थक पहल इस बार दिवाली स्वदेशी और आत्मनिर्भरता वाली November 11, 2020 / November 11, 2020 by डॉ.रामकिशोर उपाध्याय | Leave a Comment दीपावली हमारे उत्सवों में एक ऐसा उत्सव है जिसके आने की तैयारियाँ कई दिन पूर्व से ही होने लगती हैं | घरों की सफाई पुताई अन्य तैयारियाँ देख कर सहज जी अनुमान लगाया जा सकता है कि दिवाली आने वाली है | दीपावली अर्थात प्रकाश का पर्व, हर्ष उल्लास उमंग और माँ लक्ष्मी जी […] Read more » indigenous diwali self-reliant diwali स्वदेशी दिवाली
कविता चक्रव्यूह में फंसता अर्जुन का बेटा November 11, 2020 / November 11, 2020 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —–विनय कुमार विनायकतुम जलाओ विचारदहन करो संपादक के पुतलेकिन्तु मरेगी नहींअभिव्यक्ति की स्वतंत्रतामालूम है रावण नहींराम के भी जलने लगे हैं पुतलेबड़ी भीड़ भी होगी तुम्हारे साथकि सदा-सदा से रावण के होतेसवा लाख नाती/सवा लाख पोतेकौरव सौ-सौ के सैशे में!जानता हूंनारायणी सेना भी है तुम्हारे साथकिन्तु कूच कर गए खुदा तुम्हारे घर सेईश्वर और खुदा […] Read more » Arjuns son gets trapped in Chakravyuh अर्जुन का बेटा चक्रव्यूह
कविता रस लो प्रिये इस जगत में! November 11, 2020 / November 11, 2020 by गोपाल बघेल 'मधु' | Leave a Comment रस लो प्रिये इस जगत में,रह तटस्थित अवतरण में;सब चल रहे मग प्रकृति में,उस पुरुष की ही देह में! रीते कहाँ वे हैं बसे,वे ही लसे वे ही रसे;उर में वे ही नर्तन किए,वे कीर्तन लेते हिये! वे ही परे जाते कभी,वे ही उरे आते कभी;चलवा वे ही हमको रहे,जाने की वे कब कह रहे! […] Read more » रस लो प्रिये इस जगत में!
कविता बिहार का हाल परिणाम के बाद November 11, 2020 / November 11, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment बुझ गई है लालटेन,अब बिहार में,चिराग भी टिमटिमा रहा बिहार मै फिर से सत्ता आ गई नीतीश के हाथ में,लालू परिवार रो रहा है,अपने ही बिहार मे। कैसे करें विश्वास,चुनाव सर्वो का बिहार में,गलत निकल गए,सभी सर्वे अब बिहार में। कोई काम नहीं है लालटेन का बिहार में,चिराग भी बुझ चुका है अब बिहार में। […] Read more » बिहार का हाल परिणाम के बाद