जरूर पढ़ें विविधा पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी का सवाल April 25, 2015 / April 25, 2015 by जावेद अनीस | 1 Comment on पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी का सवाल -जावेद अनीस- “इस बार सरपंच पद अनारक्षित महिला वर्ग का है, कई उम्मीदवार होंगे, मैं भी एक उम्मीदवार हूँ, मैं आपके बीच की ही एक सामान्य नागरिक हूँ, ना मेरे पास धनबल है,ना बाहुबल और ना ही राजनीतिक छल, बस मेरे पास तो आपका जनबल है जिसके विश्वास से मैंने चुनाव में उतरने का फैसला […] Read more » Featured पंचायत पंचायत में महिलाएं पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी का सवाल महिलाओं की भागीदारी
जरूर पढ़ें टॉप स्टोरी राजनीति ‘आप’ को भी समझदार नहीं, वफादार चाहिए April 23, 2015 / April 23, 2015 by निर्मल रानी | 2 Comments on ‘आप’ को भी समझदार नहीं, वफादार चाहिए -निर्मल रानी- हाईकमान कल्चर अथवा व्यक्तिगत् नेतृत्व पर आधारित राजनैतक दलों में प्राय: यह देखा गया है कि पार्टी प्रमुखों को शिक्षित, ज्ञानवान, विचारवान अथवा व्यापक जनाधार रखने वाले लोगों के बजाए अपने इर्द-गिर्द ऐसे लोगों की ज़रूरत होती है जो भले ही उपरोक्त विशेषताएं रखते हों अथवा नहीं परंतु उनमें वफादारी के लक्षण अवश्य […] Read more » 'आप' को भी समझदार नहीं वफादार चाहिए Featured अरविंद केजरीवाल आप आप नेता
जरूर पढ़ें राजनीति मानवीयता पर राजनीति हावी… April 23, 2015 / April 23, 2015 by नरेश भारतीय | 1 Comment on मानवीयता पर राजनीति हावी… -नरेश भारतीय- आआपा के अरविन्द केजरीवाल स्वयं को किसानों का हितचिन्तक सिद्ध करने के लिए अपने राज्य दिल्ली में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे. राजस्थान से आए गजेन्द्र सिंह ने इस सभा के चलते एक पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली. पेड़ पर चढ़ते हुए लोगों ने उसे देखा. उसके हाथ में […] Read more » Featured किसान आत्महत्या किसान खुदकुशी भूमि अधिग्रहण मानवीयता पर राजनीति हावी
जरूर पढ़ें टॉप स्टोरी ये सिसासत है, अभी बहुतों की जान लेगी April 23, 2015 / April 23, 2015 by कुमार सुशांत | 1 Comment on ये सिसासत है, अभी बहुतों की जान लेगी -कुमार सुशांत- आम आदमी पार्टी द्बारा भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित किसान रैली में राजस्थान से आए एक किसान ने आत्महत्या कर ली। गृहमंत्री राजनाथ सिह ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। मीडिया समेत राजनीतिक गलियारों में निदा व समर्थन का दौर जारी है। इस […] Read more » Featured अरविंद केजरीवाल आप की रैली किसान किसान आत्महत्या किसान की मौत गजेंद्र ये सिसासत है अभी बहुतों की जान लेगी
जन-जागरण जरूर पढ़ें यह लोकतंत्र नहीं, यह तो ‘शोकतंत्र’ है April 22, 2015 / April 22, 2015 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment -राकेश कुमार आर्य- लोकतंत्र को सभी शासन प्रणालियों में सर्वोत्तम शासन प्रणाली के रूप में दर्शित किया जाता है। वैसे लोकतंत्र का अर्थ लोक की लोक के द्वारा लोक के लिए अपनायी गयी शासन व्यवस्था है। जिसमें हमें अपने सर्वांगीण विकास के सभी अवसर उपलब्ध होते हैं। वेद ने ऐसी व्यवस्था को ‘स्वराज्यम्’ कहा है। […] Read more » Featured भारतीय राजनीति यह तो ‘शोकतंत्र’ है यह लोकतंत्र नहीं राजनीति लोकतंत्र शोकतंत्र
आर्थिकी जरूर पढ़ें गैस की खैरात बनाम संसदीय राजनीति की साख… April 22, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -डॉ. अजय खेमरिया- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर एलपीजी सब्सिडी छोड़ने का असर देश भर में दिखायी दे रहा है. 31 मार्च 2015 तक तीन लाख ग्राहक अपनी सब्सिडी छोड़कर लागत मूल्य पर घरेलू गैस खरीद रहे हैं. बैंगलोर में राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के सभी […] Read more » Featured गैस की खैरात बनाम संसदीय राजनीति की साख....... गैस सब्सिडी घरेलू गैस नरेंद्र मोदी भाजपा
जरूर पढ़ें मीडिया आधुनिक जमाने की पत्रकारिता का जीवन जोखिम भरा ? April 22, 2015 / April 22, 2015 by लक्ष्मी नारायण लहरे कोसीर पत्रकार | 1 Comment on आधुनिक जमाने की पत्रकारिता का जीवन जोखिम भरा ? लक्ष्मी नारायण लहरे- लोकतंत्र के चैथे स्तंभ के खिलाफ लगातार दुर्भावनापूर्ण अभियान चल रहा है ? समाज की अंतिम व्यक्ति की लड़ाई लड़़ने वाला मीडिया चैक चैराहों से लेकर दफ्तर तक तृस्कार और अपमानजनक शब्दों का घूंट पी रहा है। यह बात किसी से छिपी नहींं है। मीडिया को कभी प्रोस्टीट्यूट तो कभी बिकाऊ […] Read more » Featured आधुनिक जमाने की पत्रकारिता का जीवन जोखिम भरा ? आधुनिक पत्रकारिता जर्नलिज्म पत्रकारिता
जरूर पढ़ें समाज इसलिए भी पृथ्वी दिवस मनायें भारतीय April 22, 2015 / April 22, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment -अरुण तिवारी- -22 अप्रैल-पृथ्वी दिवस पर विशेष- यूं तो मैं सीधे-सीधे कह सकता हूं कि 22 अप्रैल-पृथ्वी दिवस, सिर्फ संयुक्त राष्ट्र संघ अथवा संयुक्त राज्य अमेरिका से जुङे संगठनों व देशों को पृथ्वी के प्रति दायित्व निर्वाह की याद दिलाने का मौका नहीं है; यह प्रत्येक जीव के याद करने का मौका है कि पृथ्वी […] Read more » Featured अर्थ इसलिए भी पृथ्वी दिवस मनायें भारतीय पृथ्वी पृथ्वी दिवस
जरूर पढ़ें विविधा कैसे बना पृथ्वी दिवस ? April 22, 2015 / April 22, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment -अरुण तिवारी- -22 अप्रैल-पृथ्वी दिवस पर विशेष- भारतीय कालगणना दुनिया में सबसे पुरानी है। इसके अनुसार, भारतीय नववर्ष का पहला दिन, सृष्टि रचना की शुरुआत का दिन है। आईआईटी, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ. बिशन किशोर कहते हैं कि यह एक तरह से पृथ्वी का जन्मदिन की तिथि है। तद्नुसार इस भारतीय नववर्ष पर […] Read more » 22 अप्रैल Featured अर्थ पृथ्वी पृथ्वी दिवस
जरूर पढ़ें राजनीति गिलानी की घर वापसी के मौक़े पर श्रीनगर में मचा बवाल April 22, 2015 / April 22, 2015 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment -डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री- हुर्रियत कान्फ्रेंस के एक धड़े के अध्यक्ष सैयद अली गिलानी पिछले तीन चार महीनों से दिल्ली में अपना इलाज करवा रहे थे । उनकी उम्र ८४ साल हो गई है । बुढ़ापे से जो बीमारियां पैदा होती हैं, उनका वे भी सामना कर रहे हैं। अब उनको वापिस श्रीनगर आना था। […] Read more » Featured कश्मीर गिलानी की घर वापसी के मौक़े पर श्रीनगर में मचा बवाल श्रीनगर सैयद अली शाह गिलानी हर्रियत कॉन्फ्रेंस
जरूर पढ़ें विविधा जल सत्याग्रह से उठे विस्थापितों के सवाल April 21, 2015 / April 22, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- -संदर्भ-भजन-कीर्तन करके जल सत्याग्रह का अनूठा विरोध प्रदर्शन- ओंकारेश्वर बांध के जल भराव को कम करने व विस्थापितों की डूब में आई जमीन के बदले जमीन देने की मांग को लेकर एक बार ग्रामीण फिर से जल सत्याग्रह करने को विवश हुए हैं। आंदोलनकारी चाहते है कि बांध में पानी 191 मीटर तक […] Read more » Featured जल सत्याग्रह जल सत्याग्रह से उठे विस्थापितों के सवाल मध्य प्रदेश जल सत्याग्रह
जरूर पढ़ें विविधा समाज अकेले कानून के दम पर नहीं मिट पायेगा बाल विवाह का दंश April 20, 2015 / June 4, 2015 by जगमोहन ठाकन | Leave a Comment –जग मोहन ठाकन– -अक्षय तृतीया पर विशेष लेख- बैसाखी का रंग उफान पर है, होली का रंग अभी पूरी तरह से धुला नहीं है । किसान अपनी पकी फसल को बाज़ार में लाकर उल्लास से परिपूर्ण है और किसान के लिए यही समय है अपने दायित्वों से निपटने व ख़ुशी मनाने का। परन्तु कितनी विडम्बना […] Read more » Featured अकेले कानून के दम पर नहीं मिट पायेगा बाल विवाह का दंश कानून बाल विवाह कानून बाव विवाह