राजनीति भारतीय परिप्रेक्ष में राष्ट्रीय राजनीति का उदय April 10, 2017 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment निसंदेह एक साधारण से दिखने वाले युवक ने अपना जीवन धर्म की सेवा व साधना के लिये समर्पित करते हुए भगवा धारण किया। 'भगवा' मात्र रंग ही नही हमारी महान संस्कृति का सूचक और वाहक है। जिसका संदेश है..."असतो मा सदगमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय , मृत्योर्मामृतं गमय" अर्थात "हे भगवान मुझको असत्य से सत्य की ओर, अंधकार से प्रकाश की ओर एवं मृत्यु से अमरता की ओर ले चलो"। जिसको अपनाते हुए युवा अजय सिंह अपनी वर्षों की अथक तपस्या से योगी आदित्यनाथ बन गये। Read more » Featured तुष्टिकरण की नीतियां भारतीय परिप्रेक्ष मज़हबी आतंकवाद राष्ट्रीय राजनीति का उदय
राजनीति वंदे मातरम्-विवाद नहीं, विकास का माध्यम बने April 10, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment मुसलमानों को ‘वन्दे मातरम्’ गाने पर आपत्ति इसलिये भी बतायी जा रही है, क्योंकि इस गीत में देवी दुर्गा को राष्ट्र के रूप में देखा गया है। जबकि यह गान किसी देवी नहीं, बल्कि धरती माता की पूजा की बात कहता है। माता भी कौन-सी? पृथ्वी। जो जड़ है। इसमें भारत को माता कहा गया है। वंदे-मातरम् में भारत के जलवायु, फल-फूल, नदी-पहाड़, सुबह-शाम और शोभा-आभा की प्रशंसा की गई है। किसी खास देवी की पूजा नहीं की गई है। वह कोई हाड़-मासवाली देवी नहीं है। वह एक प्रतीक है। विभिन्न मुस्लिम देशों में भी वहां राष्ट्रीय गीतों में मातृ-भूमि का यशोगान गाया गया है। Read more » Featured Vande Mataram उ.प्र. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वंदे मातरम् वन्दे मातरम्-राष्ट्रगीत
राजनीति अलगाववादियों से कैसा लगाव ? April 7, 2017 by विनोद कुमार सर्वोदय | 1 Comment on अलगाववादियों से कैसा लगाव ? बड़ा खेद होता है जब इन विपक्षी नेताओं में अनेक आतंकवादी घटनाओं में पीड़ित व विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं की पीड़ा के प्रति कोई भाव ही नहीं जागता बल्कि उनकी दुर्दशा के जिम्मेदार अलगाववादियों से वार्तालाप करके मुसलमानों को ही संतुष्ट करना चाहते है । अनेक बार यह आवाज उठाई जाती है कि सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (अफस्पा ) को कश्मीर से हटा लिया जायें क्योंकि वहां सेनाओं के कारण सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है । परन्तु क्या वहां के आम नागरिको की सुरक्षा की कोई गारंटी लेगा ? बात-बात पर सेना को कोसने के पीछे केवल एक ही मंशा होती है कि भारत सरकार कश्मीरियों का उत्पीड़न कर रही है । Read more » "भारत तेरे टुकड़े होंगे" या "भारत की बर्बादी तक जंग जारी रहेगी" Farukh Abdulla favouring stone pelters Featured अब्दुल गनी भट्ट अलगाववादियों से लगाव अली शाह गिलानी असदुद्दीन ओवैसी कश्मीरी अलगाववादी कश्मीरी हिंदुओं की पीड़ा डी राजा भारतविरोधी गतिविधियों में सक्रिय मो.यासीन मालिक व शब्बीर शाह मौ.फारुक उमर राजनारायण यादव सीताराम येचूरी
राजनीति योगी राज में दारू पर ‘दंगल’ April 7, 2017 by संजय सक्सेना | Leave a Comment जितना सच यह है कि शराबबंदी आंदोलन योगी सरकार की कड़ी परीक्षा ले रहा हैै, उतनी की हकीकत यह भी है कि योगी सरकार को माया-अखिलेश सरकार की कारगुजारी का खामियाजा उठाना पड़ रहा है। अखिलेश तो अपनी पूर्ववर्ती मायावती सरकार से पे्ररणा लेते हुए 2017-2018 तक के लिये आबकारी नीति बना कर चले गये हैं।बात खामियों की कि जाये तो दरअसल, योगी की पूर्ववर्ती सरकारों ने शराब बिक्री का लाइसेंस जारी करते समय कभी तय मानकों का ध्यान नहीं रखा। नियम-कानून ताक पर रख दिये गयें ताकि उनकी जेबें भरी रहें। Read more » ban on alcohol ban on alcohol in UP Featured liquor ban in uttar pradesh sharabbandi उत्तर प्रदेश में शराब बंदी दारू पर ‘दंगल’ योगी राज शराब बंदी शराब बंदी पर कोहराम
राजनीति ‘आप’ की लगातार गिरती साख April 5, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment नीतियां सिर्फ शब्दों में हो और निष्ठा एवं नियत पर सन्देह की परतें पड़ने लगे तो राजनीति में शुचिता और शुद्धि कैसे आएगी? बिना जागती आंखों के सुुरक्षा की साक्षी भी कैसी! एक वफादार चैकीदार अच्छा सपना देखने पर भी इसलिए मालिक द्वारा तत्काल हटा दिया जाता है कि पहरेदारी में सपनों का खयाल चोर को खुला आमंत्रण है। केजरीवालजी! ईमानदारी अभिनय करके नहीं बताई जा सकती, उसे जीना पड़ता है कथनी और करनी की समानता के स्तर तक। Read more » Featured आप गिरती साख
राजनीति अरविन्द केजरीवाल जैसा मुख्यमंत्री पालना कितना मुश्किल है April 5, 2017 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment जेठामलानी की नज़र में मुक़द्दमा लेते समय तो केजरीवाल अमीर थे और फ़ीस देते समय अचानक ग़रीब हो गए हैं । इसलिए अब वे उनका मुक़द्दमा मुफ़्त लड़ेंगे । जेठामलानी की पारखी नज़र को मानना पड़ेगा । सारे देश में उन्होंने मुफ़्त मुक़द्दमा लड़ने के लिए मुवक्किल भी ढूँढा तो वह अरविन्द केजरीवाल मिला । यानि जो पौने चार करोड़ वक़ील को न अदा कर सके वह बीपीएल की श्रेणी में आता है । बिलो पावर्टी लाईन । Read more » Featured kejriwal Ramjethmalani अरविन्द केजरीवाल अरविन्द केजरीवाल जैसा मुख्यमंत्री केजरीवाल ग़रीब मुवक्किल केजरीवाल जैसे ग़रीब गरीब मुवक्किलों के मुक़द्दमे मुफ़्त में राम जेठमलानी
राजनीति क्या जाटों को मिल पाएगा आरक्षण लाभ ? April 5, 2017 by जगमोहन ठाकन | Leave a Comment हरियाणा के जाट व अन्य जातियों के ओ बी सी में शामिल करने की मांग व राजस्थान में अगड़ी जातियों की आर्थिक आधार पर पिछड़े वर्ग को आरक्षण की मांग विभिन्न स्तरों पर सरकारों व राजनैतिक दलों की साजिश की शिकार होती रही हैं और अगर यही परिदृश्य रहा तो शिकार होती भी रहेंगी । एक मोटे अनुमान के अनुसार 80 % से अधिक हरियाणा के जाट कृषि व पशुपालन का कार्य करते हैं । Read more » Featured आरक्षण जाट जाट आरक्षण मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हरियाणा
राजनीति अर्थ हीन है नेता जी का प्रलाप! April 4, 2017 by शिव शरण त्रिपाठी | Leave a Comment कोई यह नहीं समझ पा रहा कि आखिर वह अपने उसी पुत्र अखिलेश यादव पर पार्टी की नईया डूबने के बावजूद क्यों मुलायम बने रहे और जिस पर वह आज पुन: दगाबाजी का इल्जाम मंढ़ रहे है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के चुनाव में सपा की लुटिया डूबने पर नेता जी ने कहा था कि वह भी चुनाव हार चुके है और फिर वापस लौटे है। Read more » Featured अखिलेश यादव मुलायम यादव मुलायम सिंह यादव की पीड़ा
राजनीति दहाड़ एक योगी की ! April 4, 2017 by शिव शरण त्रिपाठी | Leave a Comment कार्यालयों में कार्य संस्कृति विकसित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने केन्द्र के कार्यालयों की भांति बायोमैट्रिक प्रणाली अपनाने पर जोर दिया ताकि हाजरी लगाकर अनुपस्थिति होने की प्रवृत्ति पर अंकुश लग सके। कौन नहीं जानता कि आज अनेक विभागों की हालत यह है कि अधिकारी कर्मचारी ११-१२ बजे तक आते है और ३-४ बजे तक घर निकल जाते है। Read more » Featured अपराध के खिलाफ योगी सरकार का हल्ला बोल दहाड़ योगी योगी सरकार
राजनीति नेहरू और लोकतंत्र पर दाग April 4, 2017 / April 4, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment गांधी के राजनीतिक शिष्य या उत्तराधिकारी पं. नेहरू थे। इसलिए उन्हेंाने गांधी के कई गुरों को बड़ी सूक्ष्मता से अपनाया और उन्हें सही अवसर आने पर प्रयोग भी किया। अत: नेहरू ने अपने अभिन्न मित्र मौलाना आजाद को देश की संसद में लाने की जिद की, और तत्कालीन मुख्यमंत्री पं. गोविन्दवल्लभ पंत को अपनी इच्छा बताकर सारी व्यवस्था करने का निर्देश दे दिया। मुख्यमंत्री ने रामपुर के जिलाधिकारी पर दबाब बनाया और हारे हुए प्रत्याशी को जीत का सेहरा बांधकर दूल्हा की भांति संसद में भेज दिया। Read more » Featured Jawahar lal Nehru stain on democracy नेहरू लोकतंत्र पर दाग
राजनीति भ्रष्टाचार , अपराध ,अवैध कारनामों के खिलाफ योगी सरकार का हल्ला बोल April 3, 2017 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment आज प्रदेश का कोई विभाग ऐसा नहीं बचा है जहां पर बदलाव साफ नजर न आ रहा हो। समाजवादी आवास योजना बंद होने जा रही है। खाद्य एवं रसद विभाग में प्रदेश के सभी नागरिकों के राशन कार्डो को रदद कर दिया हैं । अब सभी को स्मार्ट राशनकार्ड देने की योजना है। प्रदेश के विद्यालयों में हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाओं में जमकर नकल हो रही थी जिससे निपटने के लिए कड़े कदम सरकार की तरफ से उठाये जा रहे हैं।नकल करने वाले तथा नकलचियों के खिलाफ हल्ला बोल दिया गया है। अभी तक 57 कालेजों की मानयता रदद की जा चुकी है तथा 54 से अधिक को डिबार किया जा चुका है। Read more » Featured अपराध के खिलाफ योगी सरकार का हल्ला बोल अवैध कारनामों के खिलाफ योगी सरकार का हल्ला बोल के खिलाफ योगी सरकार का हल्ला बोल भ्रष्टाचारके खिलाफ योगी सरकार का हल्ला बोल योगी सरकार हल्ला बोल
राजनीति असलम साहब, अकेले राष्ट्रीय कांग्रेस स्वयंसेवक संघ बनाने से काम नहीं चलेगा April 3, 2017 / April 3, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment वैसे भी देखा जाए तो कांग्रेस को इस वक्त सबसे ज्यादा शु्द्ध हवा की जरूरत है जोकि कठोर सेवा-श्रम के बूते उसके शरीर को मिलेगी और इसके लिए कांग्रेस में कोई स्वयंसेवक संघ होना ही चाहिए था, जिसकी जरूरत लम्बे समय से महसूस भी की जा रही है। किंतु इसी के साथ जो प्रश्न उठ रहा है वह यह है कि क्या नया कांग्रेसी संघ आरएसएस जैसा त्याग, समर्पण और सादगीभरे जीवन का भाव भी अपने स्वयंसेवकों में संचारित कर पाएगा ? प्रतिक्रिया स्वरूप कोई कार्य खड़ा किया जाए तो कहीं इसका भी हश्र पूर्व में कांग्रेस द्वारा किए गए प्रयोगों की तरह ही न हो? Read more » congress versus RSS Featured RSS पूर्व केंद्रीय मंत्री असलम शेर खान राष्ट्रीय कांग्रेस स्वयंसेवक संघ की स्थापना :