राजनीति माया ‘मोह’ में सपा का मुस्लिम वोटर October 28, 2016 by संजय सक्सेना | Leave a Comment 2007 के विधान सभा में बड़ी तादात में मुस्लिम वोटर बसपा का दामन थाम चुके हैं, जिसके बल पर मायावती सत्ता की दहलीज चढ़ने में सफल रहीं थीं। इसी बार भी मायावती मुस्लिमों को लुभाने के लिये सभी तरह के दांवपेंच चल रही है। इसी लिये जैसे ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महोबा की रैली में तीन तलाक को मुस्लिम महिलाओं के हितों के खिलाफ बताया मायावती ने प्रेस रिलीज जारी कर तीन तलाक का विरोध शुरू कर दिया। Read more » माया ‘मोह’ मुस्लिम वोटर सपा
राजनीति समाजवादी पार्टी में भाई-भाई का विरासत संघर्ष October 28, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment मार्च सन् 2012 में मुख्यमंत्री बनने पर अखिलेश यादव शुरू में साधना गुप्ता को कतई घास नहीं डालते थे। इससे मुलायम नाराज़ हो गए और अखिलेश को झुकना पड़ा। इस तरह साधना गुप्ता ने मुलायम के ज़रिए मुख्यमंत्री पर शिकंजा कस दिया और अपने चहेते अफ़सरों को मन पसंद पोस्टिंग दिलाने लगीं। ‘द संडे गार्डियन’ ने सितंबर 2012 में साधना गुप्ता की सिफारिश पर मलाईदार पोस्टिंग पाने वाले अधिकारियों की पूरी फेहरिस्त छाप दी, तब साधना गुप्ता पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आईं। Read more » Featured भाई-भाई का विरासत संघर्ष समाजवादी पार्टी
राजनीति सपा का नाटक और मुलायम की रणनीति October 28, 2016 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment समाजवादी पार्टी की कमजोरी इस बात से भी परिलक्षित हो रही है कि उसके मुखिया मुलायम सिंह यादव सपा को पुन: सत्ता दिलाने के लिए राजनीतिक वैसाखी की तलाश में जुट गए हैं। बिहार की तर्ज पर उत्तरप्रदेश में भी महागठबंधन बनाने की तैयारी सपा की ओर से की जा रही है। भविष्य में सपा अपनी इस रणनीति में कितना सफल हो पाएगी, यह नहीं कहा जा सकता Read more » Featured मुलायम की रणनीति सपा का नाटक
राजनीति यादवी युद्ध में उत्तर प्रदेश October 27, 2016 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment मुलायम सिंह यादव उप्र के एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश का मन, मिजाज और तेवर पता हैं। वे हर विधानसभा क्षेत्र के चरित्र और उसके स्वभाव को जानते हैं। कल्याण सिंह भी लगभग ऐसी ही जानकारियों से लैस राजनेता हैं, किंतु वे राजस्थान के राजभवन में बिठा दिए गए हैं। ऐसे में मुलायम सिंह इस घटनाचक्र के अगर प्रायोजक न भी हों तो भी उनकी इच्छा के विरूद्ध यह हो रहा है, कहना कठिन है। मुलायम सिंह यादव ने जिस तरह अपने ‘बेचारे’ कहे जा रहे बेटे को यह कहकर ताकत दी है कि “शिवपाल को मंत्री बनाने का मामला अखिलेश पर छोड़ता हूं” उसके बहुत बड़े संदेश हैं। Read more » Featured अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश यादवी युद्ध
राजनीति समाजिक समरसता और हमारा अनुसूचितजाति समाज October 27, 2016 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment '' अनुसूचित जाति उन्हीं बहादुर ब्राह्मण व क्षत्रियों के वंशज हैं, जिन्होंने जाति से बाहर होना स्वीकार किया, लेकिन मुगलों के जबरन धर्म परिवर्तन को स्वीकार नहीं किया। आज के हिंदू समाज को उनका शुक्रगुजार होना चाहिए, उन्हें कोटिश: प्रणाम करना चाहिए, क्योंकि उन लोगों ने हिंदू के भगवा ध्वज को कभी झुकने नहीं दिया, भले ही स्वयं अपमान व दमन झेला।'' Read more » Featured अनुसूचितजाति समाज समरसता समाजिक समरसता
राजनीति चाचा-भतीजे में पार्टी और सत्ता के वर्चस्व की जंग October 27, 2016 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment पिछले कई दिनों से उत्तर प्रदेश सूबे के सबसे बडे राजनैतिक परिवार में सत्ता घमासान चल रहा है। लगातार कई दिनों से मीटिंग पर मीटिंग हो रही हैं फिर भी अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है। झगडा यादव कुनबे का है इसलिए पार्टी का कोई भी सदस्य खुलकर नहीं बोल रहा है। जो […] Read more » Featured unquiet in samajwadi party चाचा-भतीजे सत्ता सत्ता के वर्चस्व की जंग
राजनीति उप्र में राहुल के मिशन को तगड़ा झटका ? October 25, 2016 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment अगर कांग्रेसी नेता रीता बहुगुणा जोशी पर अवसरवादिता का आरोप लगा रहे हैं तो यह गलत भी नहीं हैं। उनका राजनैतिक सफर 1991 से शुरू होता है जब वह सपा से सुल्तानपुर लोकसभा चुनाव लडी और पराजित हुई। इसके बाद 1995 से 2000 तक इलाहाबाद की मेयर रहीं। 2003 से अखिल भारतीय कांग्रेस की महिला अध्यक्ष रहीं। 2007 में इलाहाबाद से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव हारीं। Read more » Featured उप्र खाट सभा राहुल के मिशन को तगड़ा झटका ?
राजनीति समाजवादी पार्टी अपने इस संकट के लिए अभिशप्त है October 25, 2016 by जावेद अनीस | Leave a Comment अनुभवी मुलायम सिंह यादव इस बात को समझते हैं कि अगला विधानसभा चुनाव अखिलेश के चेहरे के सहारे ही लड़ा जा सकता है लेकिन उन्हें यह भी पता है कि अकेले यही काफी नहीं होगा. इसके लिए शिवपाल की सांगठनिक पकड़ और अमर सिंह के “नेटवर्क” की जरूरत भी पड़ेगी. इसलिये चुनाव से ठीक पहले मुलायम का पूरा जोर बैलेंस बनाने पर है. लेकिन संकट इससे कहीं बड़ा है और बात चुनाव में हार-जीत के गुणा-भाग से आगे बढ़ चुकी है. अब मामला पार्टी और इसके संभावित वारिसों के आस्तित्व का बन चूका है. Read more » समाजवादी पार्टी समाजवादी पार्टी की कलह पारिवारिक
राजनीति एक पाती अखिलेश बचवा के नाम October 25, 2016 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment बेटा तुममें एक छोड़कर कवनो कमी नहीं है। तुम आदमी पहचानने में थोड़ा ज्यादा टैम लेते हो। तुम्हारे पिता के केन्द्र में जाने के बाद तुम्हारा चाचा, अरे वही शिवपलवा, अपने को ही मुख्यमंत्री की कुर्सी का असली अधिकारी मानता था। वह बन भी जाता कि बीच में तुम टपक पड़े। उस समय मुलायम भी तुमको एक आज्ञाकारी पुत्र के रूप में जानते थे। लेकिन इसमें कोई सन्देह नहीं कि शिवपलवा पहले ही दिन से तुमपर घात लगाए था। Read more » Featured एक पाती अखिलेश बचवा के नाम
राजनीति बीसीसीआई के गले में सुप्रीम कोर्ट की घंटी October 25, 2016 by जावेद अनीस | Leave a Comment हमारे देश में इस खेल के सबसे ज्यादा दर्शक हैं और यही बात इस खेल को कण्ट्रोल करने वाली संस्था बीसीसीआई को दुनिया का सबसे अमीर बोर्ड बना देती है. यहाँ बहुत सारा पैसा है और इसके साथ राजनीति भी. देश के ज्यादातर राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता बीसीसीआई और राज्यों के बोर्डों पर काबिज है. उनके बीच काफी सौहार्द है और वे एक दुसरे की मदद करते हुए नजर आते हैं. यह ऐसे लोग है जिनका सीधे तौर पर क्रिकेट से कोई वास्ता नहीं है. लेकिन भले ही वे क्रिकेट की बारीकियों को ना समझते हों पर इसे नियंत्रण करना बखूबी जानते हैं. अनुराग ठाकुर,शरद पवार,अमित शाह,राजीव शुक्ला,ज्योतिरादित्य सिंधिया फारुख़ अब्दुल्ला जैसे नेता इस देश की राजनीति के साथ-साथ यहाँ के सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट को भी चलते हैं . Read more » BCCI Featured जस्टिस मुद्गल बीसीसीआई श्रीनिवासन की टीम चेन्नई सुपर किंग्स सुप्रीम कोर्ट स्पॉट फिक्सिंग
राजनीति समाजवादी पार्टी की कलह पारिवारिक या राजनैतिक October 24, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment उप्र की राजनीति इन दिनों पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है । सत्ता की कुर्सी पर अखिलेश हैं लेकिन चाबी मुलायम सिंह के पास है। यह सत्ता की लड़ाई तो है ही पर विचारों की लड़ाई भी है । जहाँ एक तरफ अखिलेश को अपने काम और विकास पर पूरा भरोसा है […] Read more » dispute in akhilesh and Mulayam dispute in samajwadi party Featured अराजक राजनैतिक आचरण समाजवादी पार्टी की कलह समाजवादी पार्टी की कलह पारिवारिक
राजनीति न विचार न सिद्धांत: केवल सत्ता महान? October 24, 2016 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment हालांकि हमारे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में नेताओं को इस बात की आज़ादी है कि वे अपनी सुविधा अथवा राजनैतिक नफे-नुकसान के मद्देनज़र जब चाहें तब दल-बदल कर सकते हैं। परंतु जब देश में सिद्धांत आधारित राजनैतिक संगठन मौजूद हों और इन संगठनों से जुड़े लोग मात्र सत्ता के लोभ में दल-बदल करते दिखाई दें तो यह प्रश्र उठना स्वाभाविक है कि कल तक अपनी धर्मनिरपेक्षता की डुगडुगी बजाने वाला नेता आज आिखर उस दल में कैसे शामिल हो गया जिसे वही नेता स्वयं सांप्रदायिकतावादी संगठन कह कर संबोधित करता था? Read more » Featured न विचार न सिद्धांत सत्ता