Category: राजनीति

राजनीति

आखिर यह हंगामा क्यों बरपा है?

| Leave a Comment

लाइनों में खड़े लोगों से भड़काऊ संवाद किया गया घरना, प्रदर्शन, सभाएं की गई लेकिन कुछ भी हासिल नहीं हुआ। हर जगह मोदी-मोदी के नारे मिले साथ ही विरोध का सामना करना पड़ा। इतना होने के बावजूद राहुल बाबा, ममता दीदी मानने को तैयार नहीं हैं। उन्हें सलाह है कि बुद्धिमानी इसी में है कि शांत बैठकर अपनी देश तोड़ू नीतियों, भ्रष्टाचार और घपले, घोटालों को समर्थन देने वाली नीतियों में परिवर्तन का कोई रास्ता तलाशें इसी में उनकी भलाई है।

Read more »

राजनीति

उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव 2017 : किसकी शह किसकी मात ?

| Leave a Comment

उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव की तिथि ज्यांे-ज्यों नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय राजनीतिक दल सत्ता के गुणा भाग में लग गये हैं। सत्ता पर काबिज होने के लिए प्रमुख विपक्षी दल भाजपा व क्षेत्रीय पार्टियां एक ओर जहां सत्तारूढ़ कांग्रेस को भ्रष्टाचार में लिप्त बताते हुए उससे पिछले पांच साल का हिसाब-किताब मांग रही हैं। वहीं प्रदेश की हरीश रावत सरकार भी अपना लेखा-जोखा जनता के दरबार में रख कर पूनः सत्ता में वापसी का दंभ भर रही है।

Read more »

राजनीति

शिक्षा का आसमां छूता छत्तीसगढ़

| Leave a Comment

छत्तीसगढ़ में रमनसिंह सरकार ने सब पढ़ेंगे, नई दुनिया गढ़ेंगे के तर्ज पर प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा देने के पर्याप्त इंतजाम किया है. हर बच्चा स्कूल जा सके, इसके लिए उनकी पहुंच के भीतर शाला भवनों की व्यवस्था की गई है तो उच्च शिक्षा के लिए अनेक नवीन योजनाओं की शुरूआत की गई है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पिछले सालों से छू लो आसमां और प्रयास स्कूलों के तहत शिक्षा के पूरे इंतजाम हैं जिसके कारण छत्तीसगढ़ के बच्चे कामयाबी की नई इबारत लिखने में जुट गए हैं. 16 साल पहले जब छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ था तब और आज के हालात में जमीन आसमां का अंतर दिख रहा है.

Read more »

राजनीति

यूपी कांग्रेस : राहुल से निराश, प्रियंका से आस

| 1 Comment on यूपी कांग्रेस : राहुल से निराश, प्रियंका से आस

कांग्रेस आलाकमान प्रियंका में संभावनाएं तलाश रहा है तो प्रियंका भी आलाकमान के सुर में सुर मिला रही हैं। गत दिनों अपनी दादी इंदिरा गांधी के जन्मशती समारोह पर स्वराज भवन आईं प्रियंका गांधी ने सक्रिय राजनीति में आने के संकेत दे भी दिए। इससे पहले वह राजनीतिक आयोजनों और किसी भी तरह का बयान देने से बचती रहतीं थी, लेकिन इस बार कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान प्रियंका ने सिर्फ सियासी मुद्दों पर बात की, जो कार्यकर्ता स्वराज भवन में प्रवेश नहीं कर सके, वह बाहर से प्रियंका के सक्रिय राजनीति में आने की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे और जिनकी प्रियंका से मुलाकात हुई, उन्होंने सीधे तौर पर प्रियंका से यूपी में पार्टी की कमान संभालने की मांग की।

Read more »