शख्सियत समाज महान क्रांतिकारी शचीन्द्र नाथ बख्शी December 28, 2016 / December 28, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment 27 दिसंबर विशेष:- मृत्युंजय दीक्षित भारत के महान क्रांतिकारी शचीन्द्र नाथ बख्शी का जन्म 27 दिसम्बर 1900 को वाराणसी के बंगाली परिवार में हुआ था। शचीन्द्रनाथ बचपन से ही प्रतिभाशाली एवं कुशाग्र बुद्धि के थे। उनके मन में राष्ट्रीय आंदोलनों का बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ा। इंअर की परीक्षा देने के बाद ही वे क्रांतिकारी […] Read more » महान क्रांतिकारी शचीन्द्र नाथ बख्शी
समाज कुछ तो बात है, बता तो सही ! December 28, 2016 by जगदीश वर्मा ‘समन्दर’ | Leave a Comment बिल्कुल हमारे बुजुर्गों को युवाओं के प्रेम की जरूरत है, लेकिन इस भौतिकतावादी संसार में कहीं ना कहीं युवाओं को भी उस साथ और अपनत्व की जरूरत है जो उनमें इतनी हिम्मत भर दें कि वे अपनी वेदना आपके सामने कह सकें, बता सकें । और कम से कम हमें भी दोस्ती का इतना हुनर तो सीख ही जाना चाहिये कि हम अपने दोस्त की आखों में अपनी जरूरत को पढ़ सकें, जान सकें, समझ सकें । ताकि फिर कोई अपना इस तरह ना चला जाये कि हम उससे इतना भी ना पूछ सकें, ‘‘कुछ तो बात है, बता तो सही’’ । Read more »
समाज दशा एवं दिशा बदलने का संकल्प हो December 27, 2016 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग नए वर्ष का स्वागत हम और हमारे निर्माता इस सोच और संकल्प के साथ करें कि हमें कुछ नया करना है, नया बनना है, नये पदचिह्न स्थापित करने हैं। हमें नीतियां ही नहीं नियम भी बदलने है और इसी दिशा में मोदी सरकार जुटी है। नोटबंदी के बाद एक और अच्छी शुरूआत के […] Read more » resolution in new year दशा एवं दिशा बदलने का संकल्प हो दशा बदलने का संकल्प दिशा बदलने का संकल्प
समाज नज़र नहीं, नजरिया बदलिए December 26, 2016 by शालिनी तिवारी | Leave a Comment शालिनी तिवारी वास्तव में हम सबके पास प्रभु प्रदत्त अतुलनीय सुन्दर काया और अद्वितीय चिन्तनशील मस्तिष्क है. इसके लिए हम सबको उस परमपिता परमेश्वर को शुक्रिया अदा करना चाहिए. जीवन, मरण, यश, अपयश यह सब तो निश्चित ही है, परन्तु जरा विचार कीजिए कि हमारा जन्म माँ भारती के इस पावन गोद में ही क्यूँ […] Read more » नज़र नहीं नजरिया बदलिए
समाज ये हमारे समाज के ही सामान्य प्राणी हैं December 26, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप मध्य प्रदेश के उच्च न्यायालय ने फ़ैसला सुनाया है कि हिजड़े पुरुष ही हैं और उन्हें महिला नहीं माना जा सकता। उच्च न्यायालय ने एक निचली अदालत के उस फ़ैसले को बरक़रार रखा है कि हिजड़े ‘तकनीकी ‘तौर पर पुरुष ही होते हैं। क्या शीमेल जन्मजात होते हैं ?? उनका जीवन कैसा होता […] Read more » kinnad किन्नर
शख्सियत समाज राष्ट्रीयता के प्रतिमूर्ति मालवीय जी December 26, 2016 / December 28, 2016 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment अरविंद जयतिलक पंडित मदनमोहन मालवीय जी का संपूर्ण सामाजिक-राजनीतिक जीवन स्वदेश के खोए गौरव को स्थापित करने के लिए प्रयासरत रहा। जीवन-युद्ध में उतरने से पहले ही उन्होंने तय कर लिया था कि देश को आजाद कराना और सनातन संस्कृति की पुर्नस्थापना उनकी प्राथमिकता होगी। 1893 में कानून की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद वे […] Read more » राष्ट्रीयता के प्रतिमूर्ति महमना
शख्सियत समाज सुशासन के प्रतीक भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेयी December 26, 2016 / December 28, 2016 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment 25 दिसम्बर पर विशेषः- मृत्यंुजय दीक्षित भारतीय राजनीति व लोकतंत्र के महानायक व सुशासन के प्रतीक भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न देश बनाने में अग्रणी भूमिका अदा करने वाले भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न यशस्वी अटल बिहारी बाजपेयी।पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी महान हिंदी कवि ,पत्रकार व प्रखरवक्ता थे। एक प्रकार से अटल बिहारी बाजपेयी […] Read more » Atal Bihari Bajpayee अटल बिहारी बाजपेयी भारतरत्न भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेयी सुशासन के प्रतीक सुशासन के प्रतीक भारतरत्न
जन-जागरण समाज ग्राहक जागरूकता समय की आवश्यकता December 23, 2016 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment राष्ट्रीय ग्राहक दिवस (24 दिसम्बर) पर विशेष दिनकर सबनीश देश की अर्थव्यवस्था में ग्राहक का महत्वपूर्ण स्थान होता है, वह राजा होता है। ग्राहक तय करता है कि उसे क्या खरीदना है ? क्योंकि उसे चयन का अधिकार प्राप्त है। परंतु अब बाजार घरों में घुस गया है, अब बाजार तय कर रहा है […] Read more » Consumer Awareness consumer awareness is demand of the day Featured ग्राहक जागरूकता राष्ट्रीय ग्राहक दिवस
समाज छोटी सोच के बड़े मसीहा । December 23, 2016 by सुप्रिया सिंह | Leave a Comment “कोस कोस पर पानी बदले , चार कोस पर वाणी” । इस पंक्ति का प्रयोग हम अक्सर भारत की विभन्नताओं को दर्शाने के लिए करते हैं और पूरी दुनिया को ये दिखाने का प्रयास करते हैं कि कैसे हम जाति , धर्म , स्थान विशेष से अलग होने के बावजूद एक ही है । पर कहते है […] Read more » racial attack in india छोटी सोच के बड़े मसीहा
समाज क्या यही है विद्धालय का उद्देश्य? December 20, 2016 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment निकहत प्रवीन “तुम बड़ी होकर क्या बनना चाहती हो”। जैसे ही ये सवाल 7 साल की उस बच्ची से किया, उसकी मासुम आंखे मुझे देर तक घूरती रहीं। इस बच्ची का नाम हैं मधु। मधु बिहार के जिला सीतामढ़ी के कुशैल गांव में विधवा मां के साथ रहती है। और पास के ही सरकारी विद्धालय […] Read more » विद्धालय का उद्देश्य
समाज क्या साबित कर रही ‘हिसा हिलाल’ इस्लाम की प्रतिक्रियावादी व्याख्या के विरुद्ध….. December 20, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment –अनिल अनूप हिजाब या बुरके के पीछे सिर्फ मुस्सिम कट्टरपंथ की शिकार ही नहीं छिपी होती, बल्कि रेडिकल विचार भी पनप रहे होते हैं, यह सऊदी अरब की कवयित्री हिसा हिलाल ने साबित कर दिया है। सऊदी अरब वह मुल्क है, जिसने इस्लाम की सबसे प्रतिक्रियावादी व्याख्या अपने नागरिकों पर थोपी हुई है। इसकी सबसे […] Read more » Featured Hisa Halal poetess of Saudi Arab इस्लाम इस्लाम की प्रतिक्रियावादी व्याख्या जनप्रिय शायर प्रतिक्रियावादी व्याख्या सऊदी अरब की कवयित्री सऊदी अरब की कवयित्री हिसा हिलाल हिसा हिलाल
समाज फिल्मों की आड़ में सैक्स रैकेट!! December 20, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment देहजीवाओं की गरिमा के खयाल में फिसड्डी सरकारी नियम; -अनिल अनूप वेश्यावृत्ति के पीछे सबसे बड़ा कारण क्या है, तो अधिकांश लोगों का जवाब होता है- यौन इच्छा। यदि आपका भी यही जवाब है, तो हम आपके सामने जो तथ्य प्रस्तुत करने जा रहे हैं, उन्हें पढ़ने के बाद आपका जवाब निश्चित तौर पर बदल […] Read more » 10 करोड़ महिलाएं वेश्यावृत्ति में Featured एचआईवी संक्रमित हो रहा सूरत देवस्थानों वेश्यावृत्ति सेक्स वर्कर्स सेक्स वर्कर्स के पुनर्वास