समाज जबरा करे तो दिल्लगी, गबरू का गुनाह…!! January 11, 2016 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा तब साझा – चूल्हा और संयुक्त परिवार की खासी महत्ता थी। गांव हो या शहर हर तरफ यह गर्व का विषय होता था। बड़े – बुजुर्ग बड़े अभिमान से कहते थे बड़ा परिवार होने के बावजूद उनके यहां आज भी एक ही चूल्हा चलता है। लेकिन इस विशेषता का एक विद्रूप पक्ष […] Read more » गबरू का गुनाह...!! जबरा करे तो दिल्लगी
शख्सियत समाज स्वामी विवेकानंद ने मंदिर-मस्जिद का फंडा कभी खड़ा नहीं किया। January 11, 2016 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment आज सारा भारतवर्ष स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहा है। उन्हें विनम्रता पूर्वक सर्वश्रेष्ठ शब्दांजलि यही हो सकती है कि स्वामीजी की कालजयी शिक्षाओं और उनके वैचारिक अभिमत का वर्तमान युवा पीढ़ी द्वारा अनुशीलन ,आत्मार्पण और मानवीयकरण किया जाए। प्रत्येक दौर की भारतीय युवा पीढ़ी को स्वाधीनता संग्राम और भारतीय […] Read more » Featured swami vivekanand मंदिर-मस्जिद का फंडा स्वामी विवेकानंद
विविधा शख्सियत समाज विश्वगुरु भारत के प्रखर प्रतीक – स्वामी विवेकानंद January 11, 2016 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment स्वामी विवेकानंद जी ने भारत को व भारतत्व को कितना आत्मसात कर लिया था यह कविवर रविन्द्रनाथ टैगोर के इस कथन से समझा जा सकता है जिसमें उन्होनें कहा था कि – “यदि आप भारत को समझना चाहते हैं तो स्वामी विवेकानंद को संपूर्णतः पढ़ लीजिये”. नोबेल से सम्मानित फ्रांसीसी लेखक रोमां रोलां ने स्वामी […] Read more » swami vivekanand विश्वगुरु भारत के प्रखर प्रतीक स्वामी विवेकानंद
वर्त-त्यौहार समाज इस बार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को January 11, 2016 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment इस वर्ष मकर संक्रांति एवम् पोंगल का पर्व पहली बार पूर्ण रूप से 15 जनवरी 2016 ,शुक्रवार को मनाया जाएगा । तिथि में बदलाव के बाद यह पर्व पिछले वर्ष14 व 15 जनवरी 2015 को मनाया गया था । उल्लेखनीय हैं की यह पर्व आने अगले 82 सालों तक 15 जनवरी को ही मकर संक्रांति […] Read more » makar sankranti इस बार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को
विविधा समाज कहां गए सम्मान लौटाने वाले! January 10, 2016 by प्रवीण दुबे | Leave a Comment प्रवीण दुबे कहां खो गए असहिष्णुता पर विधवा विलाप करने वाले, कहां चले गए सम्मान लौटाने वाले? उन साहित्यकारों, कलाकारों की कलम और कला को अब लकवा क्यों मार गया? क्यों इस देश के तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादियों और छद्म बुद्धिजीवियों के मुंह पर ताले लग गये। आखिर इस समय राहुल, सोनिया, केजरीवाल जैसे नेताओं की आंखों […] Read more » Featured कहां गए सम्मान लौटाने वाले!
पर्यावरण समाज मनोरमा नदी का दर्द January 9, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधे श्याम द्विवेदी भारतवर्ष में अवध व कोशल का नाम किसी से छिपा नहीं है। भगवान राम का चरित्र आज न केवल सनातन धर्मावलम्बियों में अपितु विश्व के मानवता के परिप्रेक्ष्य में बड़े आदर व सम्मान के साथ लिया जाता है। उनके जन्म भूमि को पावन करने वाली सरयू मइया की महिमा पुराणों में […] Read more » Featured the tragedy of manorama river मनोरमा नदी का दर्द
समाज महर्षि दयानन्द का नवदम्पत्तियों व गृहस्थियों को वेदसम्मत कर्तव्योपदेश January 8, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment महर्षि दयानन्द महाभारतकाल के बाद संसार में वेदों के सर्वाधिक ज्ञानसम्पन्न विद्वान व ऋषि हुए हैं। उन्होंने वेदों वा वेदों की संहिताओं की खोज कर उनका संरक्षण करने के साथ वेदों पर भाष्य भी किया। मनुष्य जाति मुख्यतः वेदप्रेमियों का यह दुर्भाग्य था कि कुछ पतित लोगों ने उनको विषपान करा कर अकाल मृत्यु का […] Read more » Featured महर्षि दयानन्द वदम्पत्तियों व गृहस्थियों वेदसम्मत कर्तव्योपदेश
समाज वैदिक आश्रम व्यवस्था श्रेष्ठतम सामाजिक व्यवस्था January 6, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ईश्वर का स्वभाव जीवों के सुख वा फलोभोग के लिए सृष्टि की रचना, पालन व प्रलय करना है। सृष्टि की रचना आदि का यह क्रम प्रवाह से अनादि है अर्थात् न तो कभी इसका आरम्भ हुआ और न कभी अन्त होगा, अर्थात् यह हमेशा चलता रहेगा। अपने इस स्वभाव के अनुसार ही ईश्वर ने वर्तमान […] Read more » Featured वैदिक आश्रम व्यवस्था श्रेष्ठतम सामाजिक व्यवस्था
बच्चों का पन्ना समाज बाल श्रम के कलंक से मुक्ति कब? January 6, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment स्निग्धा श्रीवास्तव मैं उसका नाम नहीं जानती। लेकिन अकसर अपने घर से मेट्रो तक आने-जाने के दौरान उसे सड़कों से पालीथिन, कागज, प्लास्टिक और लोहे के टुकड़ों को बीनते देखती हूं। अगर हम अपने आसपास नजर दौड़ाएं, तो रेस्टोरेंट, ढाबों, दुकानों और अन्य जगहों पर बच्चे काम करते हुए मिल जाएंगे। चौदह साल से कम […] Read more » child labour Featured when to end child labour बाल श्रम के कलंक से मुक्ति
शख्सियत समाज अविश्रांत कार्यकर्ता लक्ष्मणराव पार्डीकर January 6, 2016 by विजय कुमार | Leave a Comment संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्री लक्ष्मण शामराव पार्डिकर का जन्म एक जनवरी, 1946 को नागपुर के एक जनजातीय बुनकर परिवार में हुआ था। उनके पिता हथकरघे पर साड़ी बनाते थे। उनसे छोटे दो भाई और एक बहिन हैं। तीसरे भाई गंगाधर जी 1983 से प्रचारक हैं। गरीबी के कारण लक्ष्मणराव की पढ़ाई मैट्रिक तक ही […] Read more » Featured karyakarta laxmanrao pardikar अविश्रांत कार्यकर्ता लक्ष्मणराव पार्डीकर
कला-संस्कृति जन-जागरण पर्व - त्यौहार वर्त-त्यौहार समाज जानिए इस वर्ष 2016 के विवाह मुहूर्तों को—- January 5, 2016 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment वर्ष 2016 में शादी का विचार कर रहे लोगों के लिए यह थोड़ी परेशानी वाली खबर हो सकती है क्योंकि इस वर्ष विवाह के लग्न मुहूर्त बहुत कम हैं। सामान्यतया हर वर्ष 50 से 65 विवाह के लग्न मिल जाते हैं, लेकिन इस वर्ष 2016 में सिर्फ 41 ही लग्न मुहूर्त हैं। पंडित दयानन्द शास्त्री […] Read more » 2016 के विवाह मुहूर्तों को---- Featured vivah muhurat of 2016 जानिए इस वर्ष 2016 के विवाह मुहूर्तों को----
विविधा समाज रोटी बैंक एक मानवीय पहल January 5, 2016 / January 5, 2016 by कीर्ति दीक्षित | 1 Comment on रोटी बैंक एक मानवीय पहल कीर्ति दीक्षित भूख का कोई भगवान नहीं होता, जब पेट में लगाई गांठें भी नुकीली होकर चुभने लगें तो रोटी से बड़ा कोई धर्म नहीं होता, और न ही भूखे के लिए कोई पाप या पुण्य! पाप, पुण्य, धर्म, अधर्म, नीति और नियम ये सभी बातें उनके लिए हैं जिनके पेट भरे हों l गाड़ियों […] Read more » Featured roti bank एक मानवीय पहल रोटी बैंक