शख्सियत समाज संत रैदास: वेद धर्म छोडूं नहीं चाहे गले चले कटार February 20, 2016 by प्रवीण गुगनानी | 1 Comment on संत रैदास: वेद धर्म छोडूं नहीं चाहे गले चले कटार 22 फर. माघ पूर्णिमा, संत रविदास जयंती पर विशेष – भारतीय समाज में आजकल धर्मांतरण और हिन्दू धर्म में घर वापसी एक बड़ा विषय चर्चित और उल्लेखनीय हो चला है. यह विषय राजनैतिक कारणों से चर्चित भले ही अब हो रहा हो कि किन्तु सामाजिक स्तर पर धर्मांतरण हिन्दुस्थान में सदियों से एक चिंतनीय विषय […] Read more » Featured Sant Raidas संत रैदास
समाज घर के अन्दर बैठे आतंकियों का क्या होगा? February 20, 2016 / February 20, 2016 by शिवदेव आर्य | Leave a Comment शिवदेव आर्य भारतवर्ष का अपना निराला ही रूप दिखायी देता है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता है कि – यह एक मतनिरपेक्ष देश है, जिसको लोग धर्मनिरपेक्ष भी कह देते हैं। जहां धर्मनिरपेक्षता की आड़ में लोकतान्त्रिक व्यवस्था को बिगाड़ने का हर सम्भव प्रयास किया जाता है। ऐसा ही कुछ 9 फरवरी 2016 को हुआ, शायद […] Read more » Featured घर के अन्दर बैठे आतंकियों का क्या होगा?
राजनीति विविधा समाज क्या शिक्षक हार रहे हैं? February 19, 2016 by संजय द्विवेदी | 1 Comment on क्या शिक्षक हार रहे हैं? जेएनयू या जादवपुर विवि से आई बेसुरी आवाजें रोकना ही होगा -संजय द्विवेदी कई बार लगता है कि विचारधारा राष्ट्र से बड़ी हो गयी है। पार्टी, विचारधारा से बड़ी हो गयी है, और व्यक्ति पार्टी से बड़ा हो गया है। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में रहते हुए, जैसी बेसुरी आवाजें शिक्षा परिसरों से आ रही […] Read more » Featured JNU case JNU goes anti nation क्या शिक्षक हार रहे हैं?
समाज हर शाख पे उल्लू बैठा है….. February 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment हमारे देश में राष्ट्र-निर्माण की बातें अक्सर लोग अपने भाषणों में और अपनी परस्पर की चर्चा में करते हैं। देश के स्वाधीनता दिवस और गणतंत्र दिवस की बेला पर यह चर्चा और भी तीव्र हो जाती है। कई लोग चरित्र-निर्माण की बातें करते हैं। उसी में राष्ट्रनिर्माण को लाकर जोड़ देते हैं, तो कई चरित्र-निर्माण […] Read more » Featured
समाज मजहब क्यों बने फिजूल का अड़ंगा? February 18, 2016 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 2 Comments on मजहब क्यों बने फिजूल का अड़ंगा? डा. वेद प्रताप वैदिक आज ऐसी दो घटनाएं सामने आईं, जिनसे पता चलता है कि मज़हब या धर्म या संप्रदाय को फिजूल ही अड़ंगा बनाया जाता है। ये दो घटनाएं हैं, केरल और मेरठ की! केरल के एक महिला कालेज में हिंदू लड़की नीरजा पढ़ती है। इस काॅलेज को ‘मुस्लिम एजुकेशन सोसायटी’ चलाती है। इस […] Read more » मजहब क्यों बने फिजूल का अड़ंगा?
समाज साक्षात्कार नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे ही जीवन का लक्ष्य रहा: राजवन्ती सिंह February 18, 2016 by अरूण पाण्डेय | Leave a Comment मां क्या होती है ? इस सवाल को अगर संसदीय प्रणाली के हिसाब से जबाब दिया जाय तो तमाम शहीदों के नाम पर जुमले सुना दिये जायेगें और जब बारी सरकार की आती है तो वह मौन खडे होकर अपनी असमर्थता दिखाने लगते है। पाकिस्तान के सीमांत गांधी उर्फ अब्दुल गफफार खां को भारत रत्न […] Read more » Featured नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे ही जीवन का लक्ष्य रहा राजवन्ती सिंह
समाज स्पष्ट हुई आदेश और अपील की मिलीभगत – स्वामी सानंद February 18, 2016 by अरुण तिवारी | Leave a Comment अरुण तिवारी प्रो जी डी अग्रवाल जी से स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद जी का नामकरण हासिल गंगापुत्र की एक पहचान आई आई टी, कानपुर के सेवानिवृत प्रोफेसर, राष्ट्रीय नदी संरक्षण निदेशालय के पूर्व सलाहकार, केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रथम सचिव, चित्रकूट स्थित ग्रामोदय विश्वविद्यालय में अध्यापन और पानी-पर्यावरण इंजीनियरिंग के नामी सलाहकार के रूप में […] Read more » Featured स्पष्ट हुई आदेश और अपील की मिलीभगत स्वामी सानंद
समाज आर्ट आॅफ लिविंग यमुना खादर प्रकरण February 18, 2016 by अरुण तिवारी | Leave a Comment जब सैंया भये कोतवाल, तो डर काहे का उम्मीद थी कि लोगों को जीवन जीने की कला सिखाने वाला ’आर्ट आॅफ लिविंग’, यमुना के जीवन जीने की कला में खलल डालने से बचेगा; साथ ही वह भी यह भी नहीं चाहेगा कि उनके आयोजन में आकर कोई यमुना प्रेमी खलल डाले। किंतु इस लेख के […] Read more » Featured आर्ट आॅफ लिविंग यमुना खादर प्रकरण
विविधा समाज खलीलाबाद: उत्तर प्रदेश का औद्योगिक नगर February 16, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा.राधेश्याम द्विवेदी अवस्थिति एवं ऐतिहासिक पृष्ठभूमि यह स्थान बस्ती जिला व मण्डल मुख्यालय से 36 किमी. पूरब तथा गोरखपुर जिला एवं मण्डल मुख्यालय से भी 36 किमी. पश्चिम में 260 47’ उत्तरी अक्षांश तथा 830 5’ पूर्वी देशान्तर पर स्थित है। शेरशाह सूरी द्वारा निमित यह राजपथ पहले वौद्ध काल तथा रामायण काल में आम […] Read more » Featured industrial cty of uttar pradesh khalilabad उत्तर प्रदेश का औद्योगिक नगर
शख्सियत समाज क्या डॉक्टर ऐसे भी होते हैं? February 16, 2016 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 2 Comments on क्या डॉक्टर ऐसे भी होते हैं? डा. वेद प्रताप वैदिक आजकल मैं मालवा की यात्रा पर हूं। कई व्याख्यान-यात्राएं समाप्त करके जैसे ही आज सुबह मैं इंदौर पहुंचा, मैंने एक महिला डाक्टर के बारे में पढ़ा। वह विवरण पढ़कर मैं इतना प्रेरित हुआ कि मैंने सोचा कि इंदौर की इन डाक्टर साहिबा के बारे में देश के सभी डाक्टरों को और […] Read more » Dr. Bhakti Yadav Featured क्या डॉक्टर ऐसे भी होते हैं? डा. भक्ति यादव
समाज ये कैसी स्वतंत्रता ? February 15, 2016 by कीर्ति दीक्षित | 2 Comments on ये कैसी स्वतंत्रता ? कीर्ति दीक्षित अनुशासनहीन स्वतंत्रता कभी स्वतंत्रता का पर्याय हो ही नहीं सकती । एक ओर लांस नायक हनुमथप्पा इसी दिल्ली की धरती पर जीवन मृत्यु से संघर्ष कर रहे थे, दूसरी ओर देश की प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में उसी पाकिस्तान की शान में नारे लग रहे थे जिससे देश की रक्षा के […] Read more » ये कैसी स्वतंत्रता ?
समाज शहरी और ग्रामीण गरीबी की आंख खोलती तसवीर February 15, 2016 by उमेश चतुर्वेदी | 1 Comment on शहरी और ग्रामीण गरीबी की आंख खोलती तसवीर उमेश चतुर्वेदी विकास के दावों और गरीबों-वंचितों को आर्थिक संबल देने की तमाम कोशिशों और दावों के बावजूद जब राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण की रिपोर्टें आती हैं तो इन कोशिशों की विद्रूपता की ओर ना सिर्फ ध्यान दिलाती हैं, बल्कि दावों की एक हद तक कलई भी खोल देती हैं। चूंकि राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कोई निजी […] Read more » Featured शहरी और ग्रामीण गरीबी की आंख खोलती तसवीर