विविधा समाज माँझी के बहाने खुद को तलाशिए August 29, 2016 by अनिल द्विवेदी | Leave a Comment रौंगटे खड़े हो रहे हैं, कान सिहर रहे हैं कि एक पति अपनी पत्नी की मृत काया को लेकर 12 किलोमीटर तक कैसे चला होगा? लेकिन यही तो भारतीय दम्पत्तियों के रिश्ते की असल पहचान है जिसकी परीक्षा वह आज से नहीं, हजारों सालों से देते आया है। छह हजार साल पहले पतिव्रता सावित्री ने […] Read more » Featured खुद को तलाशिए मांझी
खेल जगत मनोरंजन विविधा खेलों में खत्म होना चाहिये लैंगिक आधार पर भेदभाव August 29, 2016 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment (29 अगस्त 2016, खेल दिवस पर विशेष) खेल कई नियम कायदों द्वारा संचालित ऐसी गतिविधि है जो हमारे शरीर को फिट रखने में मदद करती है। आज इस भागदौड भरी जिन्दगी में अक्सर हम खेल के महत्व को दरकिनार कर देते हैं। आज के समय में जितना पढना-लिखना जरूरी है, उतना ही खेल-कूद भी जरूरी […] Read more » Featured खेल दिवस खेलों में खत्म होना चाहिये लैंगिक आधार पर भेदभाव लैंगिक आधार पर भेदभाव
खेल जगत मनोरंजन विविधा मेजर ध्यानचंद का हॉकी खेल और राष्ट्रीय खेल दिवस August 28, 2016 / August 28, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त को हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए उनकी जयंती के दिन मनाया जाता है। दुनिया भर में ‘हॉकी के जादूगर’ के नाम से प्रसिद्ध भारत के महान व कालजयी हॉकी खिलाड़ी ‘मेजर ध्यानचंद सिंह’ जिन्होंने भारत को ओलंपिक खेलोंमें स्वर्ण […] Read more » Featured मेजर ध्यानचंद का हॉकी खेल राष्ट्रीय खेल दिवस
मीडिया विविधा राष्ट्रीय सुरक्षा की बढ़ती चुनौतियां August 27, 2016 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment जमीनी युद्धों के साथ वैचारिक साम्राज्यवाद से लड़ने का सही समय -संजय द्विवेदी देश की असुरक्षित सीमाओं और साथ-साथ देश के भीतर पल रहे असंतोष के मद्देनजर राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल इन दिनों बहुत महत्वपूर्ण हो गया। आतंकवाद और माओवाद के मानवता विरोधी आचरण से टकराता राज्य अकेला इन सवालों से जूझ नहीं सकता। यह […] Read more » Cyber war Featured कोलोजियम आफ माइंड्स माओवाद मानवता विरोधी आचरण राष्ट्रीय सुरक्षा वैचारिक साम्राज्यवाद साइबर वारफेयर सूचना के साम्राज्यवाद के खिलाफ
विविधा प्रबंधन के वैश्विक गुरू बनते श्रीकृष्ण August 27, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव भारतीय धर्मग्रंथों के युग परिवर्तन और बदले संदर्भों में जितनी व्याख्याएं हुई हैं, उतनी शायद दुनिया के अन्य धर्मग्रंथों की नहीं हुई हैं। इन ग्रंथों में श्रीमद् भगवद गीता सबसे अग्राणी ग्रंथ है। इसका महत्व धर्मग्रंथ के रूप में तो है ही प्रशासकीय प्रबंधन के ज्ञान भंडार के रूप में भी इसे पढ़ा […] Read more » Featured management guru Shri Krishna प्रबंधन के वैश्विक गुरू श्रीकृष्ण
पर्यावरण विविधा आफत की बरसात… August 26, 2016 by अजीत कुमार सिंह | Leave a Comment अजीत कुमार सिंह बरसात को कौन नहीं चाहता..बरसात के आने का हर किसी को बेसब्री से इंतजार रहता है। लेकिन यही बरसात अगर आफत का रूप ले ले तो कल्पना नहीं कर सकते हैं कि यह कितना पीड़ादायी होगा…। असम, बिहार, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश राजस्थान समेत देश के कई हिस्सों में बाढ़ के कारण लाखों लोग […] Read more » Featured आफत की बरसात बरसात
विविधा टेढ़ा है पर मेरा है August 26, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment रोहित गौतम श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर क्यों न कृष्ण चरित्र को निकटता से देखें …. विश्व में किंचित ही कोई ऐसा व्यक्तित्व हुआ हो जो इतने विरोधाभासों के बाद भी इतना ख्यात व प्रसिद्ध हो । प्रख्यात कथाकार भाईश्री रमेशभाई ओझा कहते हैं कि कृष्ण समझने का चरित्र नहीं है, अपितु प्रेम करने का चरित्र है […] Read more » Featured Shri Krishna
खेल जगत मनोरंजन विविधा पदक कम.. दिल ज्यादा जीते August 26, 2016 by आकाश कुमार राय | Leave a Comment एक खिलाड़ी के तौर पर ओलंपिक में भाग लेना, देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलना और खेल के वैश्विक स्तर पर अपने प्रदर्शन से सबको चौकाना.. ये तीन बातें किसी पदक को जीतने से ज्यादा मायने रखती हैं। भारत के संदर्भ में तो यह पूर्णतया फीट भी बैठती है क्योंकि भले पदकों की श्रेणी […] Read more » medals in olympics ओलंपिक दीपा कर्माकर बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु रियो ओलंपिक विनेश फोगाट सानिया मिर्जा
विविधा सांपों की दुनिया: पहचान और उपचार August 26, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी साँप या सर्प, पृष्ठवंशी सरीसृप वर्ग का प्राणी है। यह जल तथा थल दोनों जगह पाया जाता है। इसका शरीर लम्बी रस्सी के समान होता है जो पूरा का पूरा स्केल्स से ढँका रहता है। इसके पैर नहीं होते हैं। यह निचले भाग में उपस्थित घड़ारियों की सहायता से चलता फिरता है। […] Read more » Featured सांपों की दुनिया
खेल जगत मनोरंजन विविधा खेल को ‘खेल’ मत समझिए August 26, 2016 by अनिल द्विवेदी | Leave a Comment चलिए इसे खब्त ही मान लीजिए लेकिन मुझे बताइए कि दुनिया के नक्शे पर सालों से अज्ञातवास भोग रहे, क्रोएशिया और सर्बिया जैसे देशों की विश्व मानचित्र पर क्या हैसियत है? क्योंकि खेलों के महाकुम्भ के रोमांचक तमाशे में पदक जीतने के मामलों में इन्होंने भारत जैसे महाशक्ति देश को फिसड्डी साबित कर डाला। ओलंपिक […] Read more » 'खेल' मत समझिए Featured medals in olympics खेल
विविधा लोग योगेश्वर श्रीकृष्ण को भूलकर, माखनचोर के पीछे क्यों पड़े रहते हैं ? August 26, 2016 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment हिन्दू पौराणिक मिथ अनुसार भगवान् विष्णु के दस अवतार माने गए हैं। कहीं-कहीं २४ अवतार भी माने गए हैं। अधिकांस हिन्दू मानते हैं कि केवल श्रीकृष्ण अवतार ही भगवान् विष्णु का पूर्ण अवतार है। हिन्दू मिथक अनुसार श्रीकृष्ण से पहले विष्णु का ‘मर्यादा पुरषोत्तम’ श्रीराम अवतार हुआ और वे केवल मर्यादा के लिए जाने गए। […] Read more » Featured योगेश्वर श्रीकृष्ण
विविधा गांवों में चौकीदारों द्वारा परंपरागत सुरक्षा व्यवस्था August 25, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 2 Comments on गांवों में चौकीदारों द्वारा परंपरागत सुरक्षा व्यवस्था डा. राधेश्याम द्विवेदी प्राचीन काल:-हिंदू काल के इतिहास में दंडधारी शब्द का उल्लेख आता है। भारतवर्ष में पुलिस शासन के विकासक्रम में उस काल के दंडधारी को वर्तमान काल के पुलिस जन के समकक्ष माना जा सकता है। प्राचीन भारत का स्थानीय शासन मुख्यत: ग्रामीण पंचायतों पर आधारित था। गाँव के न्याय एवं शासन संबंधी […] Read more » Featured गांवों में चौकीदार परंपरागत सुरक्षा व्यवस्था