विविधा कैसे होगा 2019 तक स्वच्छ मध्यप्रदेश ? October 1, 2015 / October 1, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on कैसे होगा 2019 तक स्वच्छ मध्यप्रदेश ? डॉ. परशुराम तिवारी सुना है गाँधीजी ने भारत की आजादी की तुलना में देश में देश में स्वच्छता को अधिक महत्त्वपूर्ण माना था. इसके बावजूद देश को स्वच्छता से पहले आजादी ही मिली. गाँधी जी ने देश के सही रूप में विकास के लिए, पहले गाँव के विकास पर जोर दिया था. इसके बाबजूद, अतीत […] Read more » Featured swachh bharat mision in madhya pradesh स्वच्छ मध्यप्रदेश
कविता विविधा मैं नमाज़ नहीं पढ़ूँगा September 30, 2015 / September 30, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | 4 Comments on मैं नमाज़ नहीं पढ़ूँगा क़ैस जौनपुरी मैं नमाज़ नहीं पढ़ूँगा आज बक़रीद है सुबह सुबह किसी ने टोका ईद मुबारक़ हो ईद मुबारक़ हो नमाज़ पढ़ने नहीं गए लेकिन स्वीमिंग करने जा रहे हो हाँ मैं नहीं गया क्यूँकि मैं नाराज़ हूँ उस ख़ुदा से जो ये दुनिया बना के भूल गया है कहीं खो गया है या शायद […] Read more » Featured मैं नमाज़ नहीं पढ़ूँगा
विविधा शख्सियत वैदिक संस्कृति व समृद्धि के प्रणेता – महाराज अग्रसेन September 30, 2015 by विनोद बंसल | Leave a Comment विनोद बंसल द्वापर युग के अन्त और कलयुग के प्रारम्भ में एक ऐसे महापुरुष का प्रादुर्भाव हुआ जिसने न सिर्फ़ भारत में एक गणतांत्रिक शासन व्यवस्था, उत्तम सिंचाई व्यवस्था, समाजवाद, समरसता व समानता का पाठ पढाया वल्कि सच्चे राम राज्य की स्थापना कर ऐसे संस्कारी पुत्र दिए जो आज भी पूरे विश्व का भरण पोषण […] Read more » महाराज अग्रसेन वैदिक संस्कृति व समृद्धि के प्रणेता
टॉप स्टोरी विविधा सार्थक पहल अंग्रेजी माध्यम पर प्रतिबंध लगे September 29, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 6 Comments on अंग्रेजी माध्यम पर प्रतिबंध लगे डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत में शिक्षा के अधःपतन की आज एक नई खबर आई है। एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार देश में अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में प्रवेश करनेवाले छात्रों की संख्या दुगुनी हो गई है जबकि हिंदी माध्यम की पाठशालाओं में भर्ती सिर्फ एक-चाथाई बढ़ी है। याने अंग्रेजी माध्यम हिंदी माध्यम के मुकाबले चार […] Read more »
कहानी विविधा साहित्य हरामजादा September 27, 2015 by डॉ. भूपेंद्र सिंह गर्गवंशी | Leave a Comment डॉ. भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी कहानी काफी पुरानी और वास्तविक घटना पर आधारित है। इसकी समानता किसी भी तरह से अन्य लोगों से नहीं हो सकती क्योंकि यह मेरी अपनी कहानी है। इसके पात्र काल्पनिक न होकर मेरे अपने ही करीबी परिवारी जन हैं। अब तो मैंने अपनी इस कहानी का जिसे आगे लिख रहा हूँ […] Read more » Featured हरामजादा
जन-जागरण विविधा हमारी नदियों को जीने दो September 27, 2015 by अरुण तिवारी | 1 Comment on हमारी नदियों को जीने दो अंतर्राष्ट्रीय नदी दिवस (27 सितम्बर) पर विशेष —————————————————————- हमारी नदियों को जीने दो या दिल्ली उद्घोषणा के एक साल बाद ’’हमारी नदियों को जीने दो’’ – दिल्ली उद्घोषणा में निहित इस अपील के साथ गत् वर्ष संपन्न हुए प्रथम भारत नदी सप्ताह को एक वर्ष पूरा हो चुका, किंतु क्या इस एक वर्ष के दौरान […] Read more » Featured अंतर्राष्ट्रीय नदी दिवस हमारी नदियों को जीने दो
विविधा क्या देश ने महर्षि दयानन्द को उनके योगदान के अनुरूप स्थान दिया? September 27, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। महर्षि दयानन्द (1825-1883) ने भारत से अज्ञान, अन्धविश्वास आदि दूर कर इनसे पूर्णतया रहित सत्य सनातन वैदिक धर्म की पुनस्र्थापना की थी और इसे मूर्तरूप देने के लिए आर्यसमाज स्थापित किया था। वैदिक धर्म की यह पुनस्र्थापना इस प्रकार से है कि सत्य, सनातन, ज्ञान व विज्ञान सम्मत वैदिक धर्म महाभारत […] Read more » Featured गंगा की महिमा और महर्षि दयानन्द महर्षि दयानन्द
विविधा समाज शिक्षित बेरोजगारी की भयावह तस्वीर September 25, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव भारत को वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बना देने वालों की नींद अब टूटनी चाहिए। जिस युवा जनसंख्या के बूते इक्कीसवीं शताब्दी को भारतीय युवाओं की शताब्दी होने का दंभ भरा जा रहा है,उसे उत्तर-प्रदेश में खड़ी शिक्षित बेरोजगारों की फौज ने आइना दिखा दिया है। जहां विधानसभा सचिवालय में भृत्य के महज 368 पदों […] Read more » Featured बेरोजगारी शिक्षित बेरोजगारी शिक्षित बेरोजगारी की भयावह तस्वीर
विविधा घोटाले का जिन्न September 25, 2015 by रवि श्रीवास्तव | Leave a Comment बचपन में एक टीवी सीरियल बहुत देखते थे. उस सीरियल को काफी लोग पंसद भी करते थे. जादूवी कहानी का वो नाटक जिसका नाम अलिफ लैला था. इस सीरियल में जिन्नों का किरदार काफी अहम रहता था. मजा तो जब आता था जब किसी जिन्न को चिराग रगड़कर या बोतल खोलकर आजाद करते थे. और […] Read more »
टॉप स्टोरी विविधा वाराणसी में चली हर लाठी का हिसाब होगा और मुकम्मल होगा September 25, 2015 by राकेश उपाध्याय | Leave a Comment (राकेश उपाध्याय, लेखक टीवी चैनल आजतक से जुड़े हैं।) ‘न अदालत की माननीय संज्ञा के लिए जनता में कोई इज्जत बची और ना ही आदेशों पर अंधी हुक्मफरमानी कर रहे प्रशासन और यूपी सरकार में इतनी गैरत बची कि उनके किसी नेता को माननीय कहा जाए? अखिलेश यादव के राज्य का तो विसर्जन हो गया […] Read more » Featured
विधि-कानून विविधा संयुक्त सुरक्षा परिषद् में पुनर्गठन की पहल September 24, 2015 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on संयुक्त सुरक्षा परिषद् में पुनर्गठन की पहल प्रमोद भार्गव सुरक्षा परिषद् में सुधार और विस्तार की मांग जब-तब अंगड़ाई लेती रही है। किंतु यह पहली बार संभव हुआ है कि इस मांग को औपचारिक विचार-विमर्श के लिए संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने सर्व-सम्मति से मंजूर किया है। इस नाते यह एक वैश्विक परिघटना है,क्योंकि इसके पहले इस तरह के प्रस्ताव दो बार […] Read more » Featured संयुक्त सुरक्षा परिषद् सुरक्षा परिषद् में पुनर्गठन की पहल
विविधा शख्सियत मानवता के कल्याण का विचार है एकात्म मानवदर्शन September 24, 2015 by डॉ. सौरभ मालवीय | Leave a Comment जन्मशती वर्ष पर विशेष (जयंती 25 सितंबर) दीनदयाल उपाध्याय मनुष्य विचारों का पुंज होता है और सर्व प्रथम मनुष्य के चित्त में विचार ही उभरता है। वही विचार घनीभूत होकर संस्कार बनते है और मनुष्य के कर्म रूप में परिणीति हो कर व्यष्टि और समष्टि सबके हित का कारक बनते है। यदि विचारों की […] Read more » Featured एकात्म मानवदर्शन दीनदयाल उपाध्याय मानवता के कल्याण का विचार है एकात्म मानवदर्शन