लेख विविधा ग्यासुदीन गाज़ी पौत्र … पंडित नेहरू……आज़ादी के परवाने ……. नेताजी April 23, 2015 by एल. आर गान्धी | 4 Comments on ग्यासुदीन गाज़ी पौत्र … पंडित नेहरू……आज़ादी के परवाने ……. नेताजी एल आर गांधी नेहरू ताउम्र , नेताजी का नाम आज़ादी की लड़ाई में अपना सब कुछ न्योछावर करने वाले आज़ादी के परवानों की सूची में से मिटाने में लगे रहे …। विधि का विधान देखो आज उन्ही का परिवार 'नेहरू' को भी भूल गया है .... याद रक्खे भी क्या … छल - कपट ---जासूसी […] Read more » Featured आज़ादी के परवाने ग्यासुदीन गाज़ी पौत्र नेताजी पंडित नेहरू
जन-जागरण विविधा तब हम बुद्घ के नही युद्घ के उपासक बन इतिहास बना रहे थे April 23, 2015 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on तब हम बुद्घ के नही युद्घ के उपासक बन इतिहास बना रहे थे जिस प्रकार कटेहर ने ताजुल मुल्क और उसके सुल्तान को आनंद की नींद नही सोने दिया और लगभग हर वर्ष कटेहर के स्वतंत्रता आंदोलन को दबाने के लिए दिल्ली के सुल्तान को भारी सेना भेज-भेजकर अपनी विवशता का प्रदर्शन करना पड़ा। वही स्थिति दोआब ने भी सुल्तान के लिए बनाये रखी। पिछले पृष्ठों पर भी […] Read more » Featured युद्घ के उपासक
धर्म-अध्यात्म विविधा यशोदानंदन-५१ April 23, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment -विपिन किशोर सिन्हा- “हे नन्दलाल! हे श्रीकृष्ण-बलराम! तुम दोनों आदरणीय वीर हो। हमें महाराज द्वारा ज्ञात हुआ है कि तुम दोनों मल्ल-उद्ध में निपुण हो। तुम्हारा कौशल देखने के लिए ही तुम्हें यहां आमंत्रित किया गया है। नीति वचन है कि जो प्रजा मन, वचन और कर्म से राजा का प्रिय कार्य करती है, उसका […] Read more » Featured कृष्ण गोपियां यशोदा यशोदानंदन-५१ श्रीकृष्ण
परिचर्चा विविधा गर्भ में शिक्षाः कृत्रिम बौद्धिकता के बढ़ते खतरे ? April 23, 2015 / April 23, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- संदर्भः कोख में पल रहे शिशु को शिक्षा देने की पहला के निहितार्थः- पिछले कुछ दिनों से मां के गर्भ में विकसित हो रहे शिशु को शिक्षा देने की खबरे आ रही हैं। ये प्रयोग इंदौर में अभिभावक प्रशिक्षण संस्थान में गर्भस्थ शिशु को तकनीक के जरिए गणित और विज्ञान जैसे जटिल विषयों […] Read more » Featured कृत्रिम बौद्धिकता गर्भ गर्भ में शिक्षा गर्भ में शिक्षाः कृत्रिम बौद्धिकता के बढ़ते खतरे ?
चिंतन विविधा आओ चलें, जीवन के प्रश्नों का डटकर सामना करें April 22, 2015 / April 22, 2015 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- एक सफल और सार्थक जिंदगी जीने के लिए मनुष्य के पास उन रास्तों का ज्ञान होना बहुत जरूरी है जो उसे अपने लक्ष्य तक पहुंचाते हैं। इन्हीं रास्तों पर आगे बढ़ते हुए हर मनुष्य की ‘सर्व भवन्तु सुखिनः’-सब सुखी हों- यह भावना होनी चाहिए। हम अपने कर्म और वाणी से ऐसा एक भी […] Read more » Featured आओ चलें जीवन जीवन के प्रश्नों का डटकर सामना करें जीवन प्रश्न जीवन संघर्ष
महत्वपूर्ण लेख विविधा टेहर नरेश हरिसिंह ने मनवाया सुल्तानों सेे अपनी वीरता का लोहा April 22, 2015 / April 22, 2015 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment -राकेश कुमार आर्य- स्वतंत्रता, हमारी सांस्कृतिक धरोहर अग्नि का स्वाभाविक गुण (धर्म) जलाना है, इसलिए अग्नि से किसी को ये कहना नही पड़ता कि-‘हे, अग्निदेवता! आप लकड़ी को जला डालो।’ इसके विपरीत बिना कहे अग्नि स्वयं ही लकड़ी को जला डालती है। इसी प्रकार भगवान की करूणा है, जिसे मांगा नही जाता। वह स्वयं ही […] Read more » Featured टेहर नरेश हरिसिंह ने मनवाया सुल्तानों सेे अपनी वीरता का लोहा नरेश हरिसिंह सुल्तान स्वतंत्रता स्वतंत्रता की गाथा
विविधा शख्सियत जिन्हें पाकर पुरस्कार मुस्कुराया April 22, 2015 / April 22, 2015 by अनिल द्विवेदी | Leave a Comment -अनिल द्विवेदी- साल 2000 के फरवरी माह का कोई दिन था। श्वेत-धवल वस्त्रों में लिपटी गौरवर्ण की काया, वात्सल्यमयी मुस्कान लिए विद्वान संपादक के समक्ष जैसे ही पहुंचा, उन्होंने बैठने का इशारा किया और सीधे पूछ लिया : कलम रखे हो। ग्रेजुएशन के बाद पहली नौकरी पाने के उत्साह से लबरेज मैंने स्वीकृति में सिर […] Read more » Featured जिन्हें पाकर पुरस्कार मुस्कुराया पत्रकारिता बबन प्रसाद मिश्र
जरूर पढ़ें विविधा कैसे बना पृथ्वी दिवस ? April 22, 2015 / April 22, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment -अरुण तिवारी- -22 अप्रैल-पृथ्वी दिवस पर विशेष- भारतीय कालगणना दुनिया में सबसे पुरानी है। इसके अनुसार, भारतीय नववर्ष का पहला दिन, सृष्टि रचना की शुरुआत का दिन है। आईआईटी, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ. बिशन किशोर कहते हैं कि यह एक तरह से पृथ्वी का जन्मदिन की तिथि है। तद्नुसार इस भारतीय नववर्ष पर […] Read more » 22 अप्रैल Featured अर्थ पृथ्वी पृथ्वी दिवस
कविता विविधा माँ April 22, 2015 / April 22, 2015 by कुलदीप प्रजापति | Leave a Comment -कुलदीप प्रजापति- जब से जन्मा हूँ माँ मैं तेरे द्वार पर, सारी दुनिया की मुझको ख़ुशी मिल गई। जब से खेला हूँ माँ मैं तेरी गोद में, स्वर्ग भू से भी बढ़कर जमीं मिल गई। तेरे आँचल से पी है जो बूंदें सभी, आज दूध की धाराएं अमृत बनी, जो मिले शब्द बचपन तुझसे […] Read more » Featured मां मां कविता
कविता विविधा सात फेरे – आठ वचन April 22, 2015 / April 22, 2015 by कुलदीप प्रजापति | 2 Comments on सात फेरे – आठ वचन -कुलदीप प्रजापति- बांध रही हूँ जीवन को रिश्तो के पक्के धागों से, प्रियतम वचन निभाना अपने मुकर न जाना वादों से, अंजुरी से अंजुरी थाम कर फेरा प्रथम मैं लेती हूँ, बाएं अंग में आऊँ उससे पहले ये कह देती हूँ, दान, धर्म, तीरथ,कोई पुण्य मेरे सात करोगे तुम, वचन अगर मंजूर हैं फिर दूजे […] Read more » Featured शादी शादी कविता सात फेरे - आठ वचन
जरूर पढ़ें विविधा जल सत्याग्रह से उठे विस्थापितों के सवाल April 21, 2015 / April 22, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- -संदर्भ-भजन-कीर्तन करके जल सत्याग्रह का अनूठा विरोध प्रदर्शन- ओंकारेश्वर बांध के जल भराव को कम करने व विस्थापितों की डूब में आई जमीन के बदले जमीन देने की मांग को लेकर एक बार ग्रामीण फिर से जल सत्याग्रह करने को विवश हुए हैं। आंदोलनकारी चाहते है कि बांध में पानी 191 मीटर तक […] Read more » Featured जल सत्याग्रह जल सत्याग्रह से उठे विस्थापितों के सवाल मध्य प्रदेश जल सत्याग्रह
परिचर्चा विविधा जीवन में किसे है मूल्यों की जरूरत April 21, 2015 / April 21, 2015 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment -संजय द्विवेदी- -भोपाल में मूल्यआधारित जीवन पर अंतराष्ट्रीय परिसंवाद से उपजे कई विमर्श– मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पिछले 17 से 19 अप्रैल को मूल्य आधारित जीवन पर तीन दिवसीय परिसंवाद का आयोजन किया गया। यह संवाद किसी सामाजिक-धार्मिक संगठन ने किया होता तो कोई आश्चर्य नहीं था किंतु इसकी आयोजक मध्यप्रदेश सरकार थी। […] Read more » Featured जीवन में किसे है मूल्यों की जरूरत प्रणव पंड्या भोपाल मुख्यमंत्री भोपाल सीएम शिवराज सिंह चौहान सद् गुरू जग्गी वासुदेव