महत्वपूर्ण लेख विविधा हमारा परमोच्च शब्द रचना शास्त्र, भाग–दो November 30, 2013 / November 30, 2013 by डॉ. मधुसूदन | 9 Comments on हमारा परमोच्च शब्द रचना शास्त्र, भाग–दो डॉ. मधुसूदन प्रवेश: आलेख में (१) व्युत्पत्ति, एटीमॉलॉजी से परिचय करेंगे। कुछ प्राकृतें और हिंदी/संस्कृत एवं अंग्रेज़ी के उदाहरण देखेंगे। हमारी शब्द रचना के भी उदाहरण ही दिए जाएंगे। रचना विधि इस आलेख में नहीं समझाई है। सीधे उदाहरण ही दिए हैं। (एक) शब्दमूल हैं संस्कृत के धातु यदि हम हमारे शब्दों के मूल […] Read more »
विविधा विदेशों से घटिया जूता खरीद November 29, 2013 by विकास कुमार गुप्ता | 2 Comments on विदेशों से घटिया जूता खरीद विकास कुमार गुप्ता सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए घटिया खरीद पर उच्चतम न्यायालय ने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि ”हम परमाणु क्षमता रखते हैं। मंगल पर यान भेज रहे हैं, फिर जूते जैसी छोटी-छोटी चीजें विदेश से क्यो मंगा रहे हैं और वह भी खराब क्वालिटी के“। विदेशी सामग्रियों की बिक्री, आयात और […] Read more »
विविधा आरूषि-हेमराज हत्याकांड:सुलगते सवाल November 28, 2013 / November 28, 2013 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी देश की अब तक सबसे बहुचर्चित दोहरे कत्ल संबंधी मर्डर मिस्ट्री का अदालत की ओर से पटाक्षेप हो चुका है। लगभग साढ़े पांच वर्ष पूर्व 16 मई 2008 को नोएडा में हुए आरूषि तलवार व हेमराज के $कत्ल पर $गाजि़याबाद की सीबीआई अदालत ने अपना $फैसला सुनाते हुए आरूषि के माता-पिता नुपुर तलवार […] Read more » आरूषि-हेमराज हत्याकांड
विविधा औरों को दुःखी न करें, यह हिंसा से भी बढ़कर है November 26, 2013 by डॉ. दीपक आचार्य | 1 Comment on औरों को दुःखी न करें, यह हिंसा से भी बढ़कर है डॉ. दीपक आचार्य हिंसा का यही मतलब नहीं है कि किसी की हत्या कर देना या हिंसक प्रवृत्तियों में लगे रहना। हिंसा का संबंध हिंसक मानसिकता और क्रूर व्यवहार से आरंभ होता है यही सूक्ष्म मानसिकता जब व्यवहार रूप में परिणत हो जाती है तब स्थूल आकार पाकर घृणित हो जाती है। आजकल हिंसा अपनाने […] Read more »
विविधा देश की नहीं, वोट की चिंता है राजनेताओं को ? November 26, 2013 by शादाब जाफर 'शादाब' | 3 Comments on देश की नहीं, वोट की चिंता है राजनेताओं को ? शादाब जफर ‘‘शादाब’’ देश में फैले दंगाग्रस्त क्षेत्रों में जिन राजनीतिज्ञों से आम जनता को यह उम्मीद रहती है कि वे लोगों को हिंसा से बचाने, बिगड़े हुए माहौल को शांत करने, सदभाव कायम करने तथा हिंसक वातावरण को अहिंसापूर्ण माहौल में बदलने की कोशिश करेंगे। वही ठीक इसके विपरीत आज सांप्रदायिकता फैलाने नफरत के […] Read more »
विविधा हैदराबाद एक्शन को लेकर नेहरु-पटेल मतभेदों पर डा. मुंशी का प्रत्यक्षदर्शी साक्ष्य November 21, 2013 by लालकृष्ण आडवाणी | Leave a Comment लालकृष्ण आडवाणी गत् वर्ष सरदार पटेल की जयन्ती की पूर्व संध्या यानी 30 अक्टूबर, 2012 को नई दिल्ली से प्रकाशित अंग्रेजी दैनिक पायनियर ने एक समाचार प्रकाशित किया जिसके अनुसार हैदराबाद में सेना भेजने के सरदार पटेल के फैसले के विरोध के फलस्वरुप प्रधानमंत्री नेहरु द्वारा उन पर की गई तीखी टिप्पणियों के चलते सरदार […] Read more »
विविधा सीबीआई की वैधता का सवाल कायम November 19, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो को असंवैधानिक करार दिए जाने वाला गुवाहाटी उच्च न्यायालय के फैसले को सर्वोच्च न्यायालय ने स्थगन आदेश जरुर दे दिया है लेकिन उसकी वैधता का सवाल अपनी जगह कायम है। सीबीआई को अवैध ठहराने का फैसला हैरत में डालने वाला जरूर लगता है,लेकिन इस बड़े सवाल को एकाएक नजरअंदाज किया […] Read more »
विविधा मीडिया को फुर्सत नहीं कि इस ओर झांके? November 18, 2013 / November 18, 2013 by गिरीश पंकज | 6 Comments on मीडिया को फुर्सत नहीं कि इस ओर झांके? दिल्ली में गौ भक्त फैज़ और साथियों का आमरण अनशन गिरीश पंकज भारत में गो-हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध हेतु दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर 10 नवम्बर से 9 लोग आमरण अनशन कर रहे हैं. ये लोग अपना जीवन होम करने का संकल्प ले कर बैठे हैं, मगर धन्य है इस देश का मीडिया जिसे फुरसत नहीं […] Read more »
विविधा कश्मीर में शिया समाज की घेराबंदी के प्रयास November 18, 2013 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 1 Comment on कश्मीर में शिया समाज की घेराबंदी के प्रयास डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री इस बार फिर कश्मीर घाटी में मुसलमानों ने शिया समाज को अमर शहीद इमाम हुसैन की स्मृति में ताजिया निकालने की अनुमति नहीं दी । दरअसल पिछले बीस सालों से जब से घाटी में इस्लामी आतंक का दौर बढ़ा है तब से मुसलमान प्रयास कर रहे हैं कि कोई दूसरा सम्प्रदाय […] Read more »
विविधा विशेष राज्य का दर्जा विकास की कुंजी नहीं November 16, 2013 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on विशेष राज्य का दर्जा विकास की कुंजी नहीं देवेन्द्र कुमार एक लंबा संघर्ष, अनगिनत कुर्बानियां और जनान्दोलन की कोख से उपजा झारखंड अपने जन्म के साथ ही राजनीतिक अस्थिरता का शिकार रहा है। 15 नवंबर 2000 में बिहार से अलग होकर झारखंड एक अलग राज्य बना और भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता संभाली। बाबूलाल मरांडी राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने, मगर 27 महीने […] Read more »
विविधा गरीबी पर आंकड़ों का मरहम November 16, 2013 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment पिंकी कुमारी योजना आयोग ने चंद महीने पहले गरीबी के जो आंकड़े पेश किए उन आंकड़ों ने गरीबी की परिभाशा को ही बदल दिया। अभी तक बहुत से लोगों की समझ में यह नहीं आ पाया है कि गरीबी के मानक को किस आधार पा तय किया गया है। योजना आयोग के नये आंकड़ो के […] Read more »
विविधा यहां शराब से तेज नहीं है शिक्षा की लौ November 16, 2013 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment अनीता कुमारी कुछ महीने पहले राष्ट्री्य राजधानी क्षेत्र दिल्ली से सटे गुड़गांव के एक पब में स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा शराब का सेवन करते हुए पकड़े जाने के बाद से मौलिक शिक्षा पर फिर से बहस शुरू हो गई है। पकड़े गए बच्चे क्षेत्र के प्रतिष्ठित स्कूल के विद्यार्थी निकले। जहां प्रवेश पाने के लिए मोटी […] Read more »