विविधा पाठ्य पुस्तकें- अनुवाद या मौलिक लेखन November 9, 2012 / November 9, 2012 by प्रो. बृजकिशोर कुठियाला | 2 Comments on पाठ्य पुस्तकें- अनुवाद या मौलिक लेखन प्रो.बृजकिशोर कुठियाला जिस दिन भारत स्वतंत्र हुआ उसी दिन महात्मा गांधी ने बी.बी.सी. लंदन को दिये एक संदेश में कहा था ‘‘अंग्रेजी मुल्क से बड़ी कोई मूर्खता नहीं’’ दुनिया से कह दो कि गांधी अंग्रेजी नहीं जानता, सब जानते है कि महात्मा गंाधी न केवल हिन्दी को स्वतंत्र भारत को एकात्मता के सूत्र में बांधने […] Read more »
विविधा मिलावटखोरी खत्म करने के क्या हों उपाय November 9, 2012 / November 9, 2012 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी इन दिनों देश का आम आदमी लगातार बढ़ती जा रही महंगाई से जहां बदहाल है वहीं उस के द्वारा दुकानदार द्वारा मांगी गई $कीमत दिए जाने के बावजूद उसे बाज़ार से शुद्ध खाद्य वस्तुएं प्राप्त नहीं हो रही है। इन दिनों जिस प्रकार नक़ली व मिलावटी वस्तुओं का उत्पादन करने तथा उन्हें बाज़ार […] Read more » मिलावटखोरी
विविधा अनर्गल बयानबाजी का कड़वा सच? November 9, 2012 / November 9, 2012 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 3 Comments on अनर्गल बयानबाजी का कड़वा सच? कोई पुरानी पत्नी को मजा रहित बतलाये या कोई किसी की पत्नी को पचास करोड़ गर्लफ्रेंड कहे| चाहे कोई किसी को बन्दर कहे! चाहे कोई राम को अयोग्य पति कहे या कोई राधा को रखैल| चाहे कोई दाऊद और विवेकानंद को एक तराजू में तोले या कोई मंदिरों से शौचालयों को पवित्र बतलाये! इन सब अनर्गल बातों को रोक पाना […] Read more »
विविधा पतन की ओर अग्रसर संघ (भाग 2) November 7, 2012 / November 7, 2012 by पवन कुमार अरविन्द | 1 Comment on पतन की ओर अग्रसर संघ (भाग 2) पवन कुमार अरविंद किसी व्यक्ति में संगठन के तत्व समाहित हो सकते हैं और संगठन कार्यों में तल्लीन होकर व्यक्ति स्वयं को विलीन कर सकता है, लेकिन व्यक्ति ही संगठन नहीं होता, व्यक्तियों से संगठन बनता है। किसी एक आदमी को ही पूरा संगठन कैसे मानलिया जाए ? यह ठीक उसी प्रकार अनुचित है जैसे […] Read more » पतन की ओर अग्रसर संघ
विविधा फेसबुक और विचार November 3, 2012 / November 3, 2012 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on फेसबुक और विचार जगदीश्वर चतुर्वेदी फेसबुक लेखन को कचड़ा लेखन मानने वालों की संख्या काफी है। ऐसे भी सुधीजन हैं जो यह मानते हैं कि केजुअल लेखन के लिए फेसबुक ठीक है गंभीर विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए यह माध्यम उपयुक्त नहीं है। यह धारणा बुनियादी तौर पर गलत है। फेसबुक पर आप चाहें तो विचारों का गंभीरता […] Read more » फेसबुक
विविधा आधार तकनीक से रूकेगा भ्रष्टाचार ? October 31, 2012 / October 31, 2012 by प्रमोद भार्गव | 2 Comments on आधार तकनीक से रूकेगा भ्रष्टाचार ? प्रमोद भार्गव संप्रग की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 21 करोड़वां आधार कार्ड उदयपुर जिले के दूदु कस्बे की कालीबार्इ को सौंप दिया। देश के नागरिकों के लिए अब विशेष व बहूउददेशीय पहचान पत्र ‘आधार बुनियादी जन सुविधाओं एवं उपभोक्ता को नकद छूट ;सबिसडी का आधार भी बनता दिखार्इ दे रहा है। इस कार्ड के मार्फत […] Read more » आधार तकनीक
विविधा ये है दिल्ली मेरी जान October 29, 2012 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे राबर्ट की जमानत पर छूटे सलमान विकलांग बच्चों के खाते की मद के पैसों का घालमेल करने के आरोपी केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की बिदाई लगभग तय ही थी। इसी बीच कांग्रेस के अघोषित तौर पर राष्ट्रीय दामाद बन चुके राबर्ट वढ़ेरा का डीएलएफ घोटाला सामने आ गया। मीडिया ने खुर्शीद को छोड़ […] Read more »
महत्वपूर्ण लेख विविधा तमिल और संस्कृत का अंतःसंबंध – वर्तमान के परिप्रेक्ष्य में October 29, 2012 / October 29, 2012 by डॉ. प्रतिभा सक्सेना | 5 Comments on तमिल और संस्कृत का अंतःसंबंध – वर्तमान के परिप्रेक्ष्य में डॉ. प्रतिभा सक्सेना तमिल भाषा के प्रथम व्याकरण की रचना वैदिक काल के अगस्त्य मुनि ने की थी, जो उन्हीं के नाम से अगस्त्य व्याकरण जाना गया। तमिल में उनका नाम अगन्तियम है। अगन्तियम में तमिल के 3 भाग दिए गए हैं। प्रथम है इयल अर्थात् पाठ साहित्य, दूसरा इसै अर्थात गेय साहित्य और तीसरा […] Read more » तमिल और संस्कृत
विविधा कन्या-भ्रूण हत्या से उठे सवाल – सारदा बनर्जी October 25, 2012 by सारदा बनर्जी | 1 Comment on कन्या-भ्रूण हत्या से उठे सवाल – सारदा बनर्जी समकालीन भारतीय समाज की भारतीय संविधान पर भरपूर आस्था है। केन्द्र और राज्य की सरकारों की यह जिम्मेदारी है कि वे संविधान प्रदत्त सुरक्षाओं के अनुपालन को सुनिश्चित करें। लेकिन उनकी ढीलेढाले रवैय्ये के कारण बार-बार संविधान प्रदत्त नागरिक अधिकारों के अनुपालन को लेकर सवाल उठते रहे हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि […] Read more » कन्या भ्रूण हत्या
विविधा ईमानदार हैं तो निपटा दिए जाएंगे- अरविंद जयतिलक October 25, 2012 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment चोर और भ्रष्ट नुमाइंदों के शासन में ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ लोगों की रीढ़ न टूटे ठीक वैसी ही कल्पना है जैसे व्यभिचारियों के मुहल्ले में सधवा की आबरु का नीलाम न होना। सत्ता की अराजक शक्तियां ईमानदार लोगों को निपटा ही देती हैं। हरियाणा के ईमानदार आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का उदाहरण सामने है। ईमानदार […] Read more » अशोक खेमका आरटीआई
विविधा कठघरे में स्वयंसेवी संगठन – प्रमोद भार्गव October 25, 2012 / October 25, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव देश के स्वयंसेवी संगठन एक बार फिर कठघरे में हैं। केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की अध्यक्षता वाले डॉ. जाकिर हुसैन स्मृति न्यास के कामकाज पर एक साथ तीन स्तर पर सवाल उठे हैं। सबसे पहले भारत सरकार के न्यास की गड़बडि़यों का नोटिस लिया और उत्तर प्रदेश सरकार को जमीनी स्तर पर […] Read more » एनजीओ स्वयंसेवी संगठन
विविधा संघ के सरसंघचालक मोहनराव भागवत के उद्बोधन का सारांश October 25, 2012 / October 25, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत के श्रीविजयादशमी उत्सव (बुधवार दिनांक 24 अक्तुबर 2012) के अवसर पर दिये गये उद्बोधन का सारांश आज के दिन हमें स्व. सुदर्शन जी जैसे मार्गदर्शकों का बहुत स्मरण हो रहा है। विजययात्रा में बिछुड़े हुये वीरों की स्मृतियाँ आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। विजयादशमी विजय का […] Read more » मोहनराव भागवत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ