विविधा अन्ना हजारे के नाम खुला खत August 18, 2011 / December 7, 2011 by वीरेन्द्र जैन | 9 Comments on अन्ना हजारे के नाम खुला खत आदरणीय हजारे जी सादर प्रणाम दरअसल यह खत आपकी टीम के नाम है जिनकी सलाह से आपके वक्तव्य सामने आते हैं, किंतु किसी भी संस्था को जब कोई पत्र दिया जाता है तो वह संस्था के प्रमुख को सम्बोधित किया जाता है जैसे कि ठेकों के टेंडर तक सम्बन्धित बाबू को नहीं अपितु राष्ट्रपति भारत […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे
विविधा शिक्षा के लिए योजना नहीं परिणाम चाहिए August 18, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment दिनेश साहू अभी हाल ही में प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सर्वशिक्षा अभियान (एसएसए) तथा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) की समितियों के पुनर्गठन को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी। इसके तहत एसएसए की कार्यकारी व संचालन समिति तथा आरएमएसए की कार्यकारी समिति में और मंत्रालयों को शामिल किया जाएगा। […] Read more » Education शिक्षा
विविधा असंगठित श्रमिक विशेष कोशः जरूरत क्रियान्वयन की August 18, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment आलोका केंद्र की यूपीए सरकार ने वर्ष 2010-11 के बजट में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के हितों के लिए विशेष ‘‘राष्ट्रीय सामाजिक कोश‘‘ बनाने के अपने वायदे को आखिरकार पूरा कर दिया। इसके तहत सरकार ने बुनकरों, रिक्शा चालकों और बीड़ी मजदूरों सहित असंगठित क्षेत्र के 43 करोड़ से अधिक श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा देने […] Read more » असंगठित श्रमिक
विविधा अन्ना का आंदोलन और संविधान August 17, 2011 / December 7, 2011 by श्याम नारायण रंगा | 2 Comments on अन्ना का आंदोलन और संविधान श्याम नारायण रंगा ‘अभिमन्यु’ पूरे देश में अभी अन्ना के आंदोलन की गूंज है। जिसे देखो वो अन्ना के समर्थन में नारे लगाता दिखाई दे रहा है। जनाब ये लोकतंत्र है यहॉं जनता का राज है सो आंदोलन होना और उसमें लोगों का जुड़ना लोकषाही का एक तरीका है। तंत्र की कोई व्यवस्था अगर लोक […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे
प्रवक्ता न्यूज़ विविधा ‘संचित इंडिया ‘वंचित इंडिया की दरार कैसे पाटेगी 15 अगस्त? August 17, 2011 / December 7, 2011 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment इक़बाल हिंदुस्तानी एक बार फिर हम राष्ट्रीय पर्व यानी 15 अगस्त मनाने की रस्म अदायगी करेंगे। स्कूलों में बच्चे प्रभात फेरी निकालेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। नारे लगेंगे। कुछ लोग भाषण देंगे। राष्ट्रीय ध्वज यानी तिरंगा झंडा फहराया जायेगा। बाद में सबको मिठाई और वीआइपी लोगों को बढि़या नाश्ता परोसा जायेगा। लो जी हो गया स्वतंत्राता […] Read more »
विविधा क्या गांधी को भी अनशन करने से रोकती सरकार? August 17, 2011 / December 7, 2011 by कुन्दन पाण्डेय | Leave a Comment कुन्दन पाण्डेय यदि महात्मा गांधी जिंदा होते और कांग्रेसनीत केन्द्र सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन करते, तो क्या सरकार उनके साथ भी ऐसा ही करती जैसा अण्णा हजारे के साथ किया गया। बेशक कर सकती थी क्योंकि यह कांग्रेस लाल, बाल, पाल, गांधी, सरदार पटेल या गोविन्द वल्लभ पंत की कांग्रेस नहीं है, बल्कि […] Read more » Anna Hazare अण्णा हजारे
विविधा आज़ादी की एक और लड़ाई August 17, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on आज़ादी की एक और लड़ाई नरेश भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने का दिन आया था. एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री ने लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. माननीय मनमोहन सिंह जी ने क्या कुछ कहा उस दिन इसका यदि कोई महत्व था भी तो वह उन उभरती आवाजों में डूब कर रह गया जो आज देश […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे बाबा रामदेव
विविधा स्वाधीनता दिवस पर विशेष विमर्श August 17, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment अजय दण्डौतिया बुजुर्ग लोकतांत्रिक देश के 64वें स्वाधीनता दिवस पर दिखाई दे रहे राष्ट्रीय परिदृश्य पर यह विमर्श समीचीन है कि जन गण मन अधिनायक… भारत भाग्य विधाता का संदेश क्या सच मुच बदल गया है। क्या जन और गण से पहले मन इस लोकतांत्रिक देश पर स्थापित हो चुका है ? या किए जाने की […] Read more » Anna Hazare अण्णा हजारे
विविधा लोकतंत्र का सबसे भयावह और शर्मनाक दौर है यह August 15, 2011 / December 7, 2011 by गिरीश पंकज | 1 Comment on लोकतंत्र का सबसे भयावह और शर्मनाक दौर है यह गिरीश पंकज अपने देश का लोकतंत्र अब धीरे-धीरे छाया-लोकतंत्र में तब्दील होता जा रहा है. मतलब यह कि लोकतंत्र-सा दिख तो रहा है, मगर छाया होने के कारण पकड़ में नहीं आ रहा. लोकतंत्र तो है, आज़ादी भी है, मगर कैसी? भ्रष्टाचार करने के लिये हम स्वतंत्र है, सडकों पर ‘स्लट मार्च’ के लिये स्वतंत्र है, […] Read more » Democracy लोकतंत्र
विविधा स्वतंत्रता का अभिप्राय क्या? August 15, 2011 / December 7, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment अवधेश पाण्डेय आज एक और स्वतन्त्रता दिवस आ गया है. एक जागरूक इंसान की विभिन्न कार्यक्रमों में उपस्थिति रही होगी. बिना स्वतंत्रता का मतलब समझे लोग स्वयं को स्वतंत्र समझ रहे हैं. स्वतंत्र शब्द की व्याख्या इस प्रकार से होगी. स्व + तंत्र यानि ऐसा तंत्र जो अपना हो? अब आप खुद सोचिये कि इस […] Read more » Independence Day स्वतन्त्रता दिवस
विविधा आज़ादी रे आज़ादी तेरा रूप कैसा ? August 15, 2011 / December 7, 2011 by राजीव गुप्ता | 1 Comment on आज़ादी रे आज़ादी तेरा रूप कैसा ? राजीव गुप्ता 15 अगस्त 1945 को जापान के आत्मसमर्पण के साथ द्वितीय विश्व युद्ध हिरोशिमा और नागासाकी के त्रासदी के रूप में कलंक लेकर समाप्त तो हुआ परन्तु आज जापान 11 मार्च 2011, को आये भूकंप और सूनामी जैसी त्रासदी के बाद भी बिना अपने मूल्यों से समझौता किये राष्ट्रभक्ति, अपनी ईमानदारी और कठिन परिश्रम […] Read more » Independence Day आज़ादी
विविधा नैतिकता बची नहीं, भलमनसाहत जाती रही August 15, 2011 / December 7, 2011 by डॉ0 शशि तिवारी | Leave a Comment डॉ. शशि तिवारी कहने को तो स्वतंत्र हुए हम 64 बसंत देख चुके हैं लेकिन जब भी जालिम अंग्रेजों का ख्याल आता है तब-तब अनायास ही हमें अपने भारतीय जल्लाद तथाकथित नेता अनायास ही याद आ जाते हैं जब भी मैं दोनों के मध्य तुलना करती हूं तो भारतीय नेताओं को सबसे निचले पायदान पर […] Read more » Morality नैतिकता