विविधा बर्लिन अकादमी:*आदर्श-भाषा-स्पर्धा-(१७९४)* का इतिहास March 22, 2017 by डॉ. मधुसूदन | 2 Comments on बर्लिन अकादमी:*आदर्श-भाषा-स्पर्धा-(१७९४)* का इतिहास भाषा, उसके प्रयोगकर्ताओं की मानसिकता का दर्पण होता है। उस में, उस भाषा के प्रयोग-कर्ताओं का, बौद्धिक एवं नैतिक सार व्यक्त होता है। संक्षेप में, जंगली भाषाएं स्थूल और रूक्ष, होती हैं; और सभ्य भाषाएँ कोमल, और परिमार्जित होती है। (२)आगे कहता है, *क्षण-विशेष की माँग के अनुरूप अर्थ व्यक्त करने की क्षमता भाषा में होनी चाहिए। * उसी प्रकार *सूक्ष्म भाव एवं विचारों को भी अभिव्यक्त करे ऐसी भाषा ही आदर्श भाषा का पद प्राप्त कर सकती है।* (३) येनिश भाषा के चार गुण गिनाता है। Read more » Featured बर्लिन अकादमी
विविधा भगवा योगी की जय ! अर्थात, सफेद-आतंकियों की पराजय March 20, 2017 by मनोज ज्वाला | 6 Comments on भगवा योगी की जय ! अर्थात, सफेद-आतंकियों की पराजय खुद ‘सफेद आतंक’ बरपाते रहे इन समाजवादियों-कांग्रेसियों द्वारा मुस्लिम-वोटबैंक पर अपनी पकड बनाये रखने के लिए साम्प्रदायिक तुष्टिकरण-आधारित विभेदकारी शासन से बहुसंख्यक समाज में उत्त्पन्न असंतोष-अक्रोश ने योगी आदित्यनाथ के हिन्दूत्ववादी तेवर को धार देने और पूरे प्रदेश में उसे चमकाने का काम किया । Read more » Featured धर्मनिरपेक्षता भगवा आतंक भगवा योगी मुस्लिम-तुष्टिकरणवादी सफेद-आतंकियों की पराजय
विविधा अंततः योगी अंततः हिंदुत्व March 20, 2017 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment सतत 5 लोस चुनाव जीतनें वाले योगी 2009 का चुनाव दो लाख वोटों से व 2014 का लोकसभा चुनाव तीन लाख मतों के अंतर से जीत चुकें हैं. लगातार पांच बार सांसद रहना, फायर ब्रांड हिन्दू नेता होना, अपनें तर्कों के माध्यम से सदा हावी रहना आदि ऐसे तर्क थे जिन्होंने भाजपा आलाकमान को योगी के पक्ष में मुख्यमंत्री की आसंदी देनें का निर्णय करवाया. योगी सदा आक्रामक रहते हुए भी एक विशिष्ट प्रकार की विनम्रता को कठोरता से अपनाए रहते हैं यही उनके व्यक्तित्व की सबसे बड़ी विशिष्टता है. Read more » Featured Yogi Adityanath योगी आदित्यनाथ
विविधा आगरा को सुधारने की जरुरत March 20, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment वर्तमान समय में इस शहर की सर्वधिक बड़ी समस्या जाम की है । सप्ताहान्त में बाहर के मुसाफिर आगरा में ज्यादा आ जाते है। कहीं कोई रैली का आयोजन हुआ तो भी भीड़ बढ जाती है। जब शहर में प्रतियागिता की कोई परीक्षाये होती हैं तो भी यह भीड़ देखी जा सकती हैं। इसके समाधान के लिए प्रशासन जो भी उपाय करता है वह पर्याप्त नहीं होता है। पुलिस की पेट्रोलिंग इस उद्देश्य से कभी नहीं की जाती है। टैम्पां व रिक्शे सवारियों के लिए आम जनता की सुविधाओं की अनदेखी करते रहते हैं। Read more » आगरा आगरा को सुधार
विविधा ऋषि-द्वय कह गए दुनिया से,युग-परिवर्तन नियति की नीयत है March 19, 2017 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment दोनों उच्च कोटि के पत्रकार-सम्पादक थे । अंग्रेजी शासन के विरूद्ध अरविन्द अंग्रेजी में ‘वन्देमातरम’ निकालते थे , तो श्रीराम हिन्दी में ‘सैनिक’ । किन्तु बाद में किसी दिव्यात्मा के सम्पर्क से दोनों योग-साधना के बदौलत चेतना के उच्च शिखर पर पहुंच कर दैवीय योजना के तहत अपनी-अपनी भूमिका को तदनुसार नियोजित कर राष्ट्रीय चेतना जगाने-उभारने के आध्यात्मिक उपचार में संलग्न हो गए । Read more » Featured अरविन्द घोष युग-परिवर्तन युग-परिवर्तन नियति की नीयत श्रीराम शर्मा आचार्य । संत रामकृष्ण परमहंस संयासी विवेकानन्द
विविधा स्वास्थ्य नीति बेहतर बनाएं March 18, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment सबसे ज्यादा जरुरी यह है कि इन चिकित्सा-पद्धतियों में नए-नए वैज्ञानिक अनुसंधानों को प्रोत्साहित किया जाए। यदि देश में डाक्टरों की कमी पूरी करनी हो तो मेडिकल की पढ़ाई स्वभाषाओं में तुरंत शुरु की जानी चाहिए। आज देश में एक भी मेडिकल कालेज ऐसा नहीं है, जो हिंदी में पढ़ाता हो। सारी मेडिकल की पढ़ाई और इलाज वगैरह अंग्रेजी माध्यम से होते हैं। यही ठगी और लूटपाट का सबसे बड़ा कारण है। Read more » स्वास्थ्य नीति
विविधा आगरा की नगर संरचना March 18, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment लाकृति- भवन, निवास एवं आवादी:-आगरा नगर का विकास किसी निश्चित योजना के अनुकूल ना होकर अव्यवस्थित- बेतरतीब रुप में हुआ है। यह पुराने तथा नये आबादी का अनूठा संयोग है। यह विभिन्न समयों में अस्तित्व में आने वाले स्थलों का संगुटीकरण है, जो विकास-प्रसार प्रक्रिया द्वारा एक हो गये हैं। यह शहर विस्तारित योजना के अनुरुप ना होकर अनेक ऊंची नीची भूमि , नदी के किनारे का ऊंचा टीला, तलहटी तथा ऊंचा नीचा विशेष स्थलाकृति की रुपरेखा मात्र है। Read more » आगरा
विविधा सार्थक पहल बिहार की ग्राम कचहरी का एक प्रत्यक्ष अनुभव March 18, 2017 / March 18, 2017 by डॉ. चंद्रशेखर प्राण | Leave a Comment बिहार के सन्दर्भ में ग्राम कचहरी में अब तक जो विवाद दाखिल हुए है और जिन पर कार्यवाही हुई है उनके सम्बन्ध में अब तक हुए अध्ययनों से जो तथ्य निकलते है उसमें जमींन सम्बन्धी विवाद 58% तथा घरेलु विवाद 20% है | इसमें से 85% विवाद दलित एवं पिछड़े वर्ग से सम्बंधित है | बिहार में ग्राम कचहरी में आये हुए इन विवादों का 90% हिस्सा समझौते के द्वारा तय हुआ है | अन्य 10% में 100 से 1000 रूपये तक का जुर्माना लगाया गया है | ज्यादातर मामलों में दोषी ने सहज रूप से जुर्माना भरा है | लगभग 03% विवाद ही ऊपर की अदालतों में अपील हेतु गए है | Read more » Featured ग्राम कचहरी बिहार की ग्राम कचहरी
विविधा सार्थक पहल स्वास्थ्य नीति से जगी नयी उम्मीद March 18, 2017 by ललित गर्ग | 1 Comment on स्वास्थ्य नीति से जगी नयी उम्मीद सरकार की मंशा एवं मानसिकता में बदलाव अच्छे संकेत दे रहे हैं। लेकिन प्रभावी नीतियां सिर्फ इरादे को उजागर करती हैं। असली चुनौती उनके क्रियान्वयन की होती है। सरकार ने नीतियों के साथ-साथ काम करने की, स्वास्थ्य सेवाओं में बदलाव की ठानी है, इसी का परिणाम है कि हाल में सरकार ने हृदय धमनियों को खोलने के लिए लगाए जाने वाले स्टेंट की कीमत घटाने का आदेश दिया था। मगर उसके बाद मुनाफाखोरों ने बाजार में इसकी सप्लाई घटा दी। Read more » Featured Health Insurance for all नई राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति
विविधा हर हमले से मजबूत होते हैं हम March 16, 2017 by अनिल द्विवेदी | Leave a Comment फिर भी लफजों की फेर-फार के बगैर यह कहना ठीक होगा कि नक्सलवाद के अलाव की आंच उनके अपने ही दुष्कर्मों से धीमी पड़ रही है तब हमारे हुक्मरानों की एक भी गलती इस ठंडी पड़ती आग में घी का काम कर सकती है। आइपीएस एसआरपी कल्लूरी साहब बस्तर आईजी के तौर पर नक्सलियों के लिए मेन्स किलर साबित हो रहे थे लेकिन कुछ समय के लिए विपक्ष ने घडिय़ाली आंसू और मानवाधिकार के ठेकेदारों ने मिमियाना क्या शुरू किया, नौवातानुकूलित चेम्बरों में बैठे लोगों ने तिकड़मबाजी कर कल्लूरी साहब की घर-वापसी करवा दी। अब ये मानव अधिकार के अलंबरदार कहां हैं? Read more » Featured naxal attack in sukma naxal attack in sukma killing 12 crpf jawans आईईडी ब्लॉस्ट दहशतगर्द नक्सलि नक्सलरोधी-नीति पर सवालिया निशान नक्सलवाद सुकमा
विविधा बदलें अपनी चाल , नया युग आने वाला है ! March 16, 2017 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला व्यक्ति, परिवार , समाज व देश-दुनिया में व्याप्त तमाम अवांछनीयताओं के उन्मूलनार्थ नैतिक-वैचारिक क्रांति-युक्त युग निर्माण योजना का सूत्रपात करते हुए युग-परिवर्तन का विश्वव्यापी आध्यात्मिक सरंजाम खडा कर अपने तप के ताप से समस्त वातावरण को तपाने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी व आधुनिक ऋषि पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य के कृत्य व कथ्य फलित-घटित […] Read more » Featured start of new India नया युग आने वाला है ! बदलें अपनी चाल युग
फ़ेस बुक पेज़ से विविधा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्र सेवा में बढ़ते कदम- लक्ष्य एक कार्य अनेक March 16, 2017 / March 16, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment गिरीश जोशी कभी अनाम, अनजान, उपेक्षित और घोर विरोध का शिकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में चर्चा एवं उत्सुकता का विषय बना हुआ है। संघ की इस यात्रा में ध्यान देने योग्य है कि कांग्रेस सरकार द्वारा तीन तीन प्रतिबंधों, कभी अत्यंत शक्तिशाली और क्रूर रहे कम्युनिस्टों, ईसाई और […] Read more » areas of RSS Featured RSS for country RSS for society RSS work in different sectors राष्ट्र सेवा में बढ़ते कदम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लक्ष्य एक कार्य अनेक