विविधा गणतंत्र का नया सूरज उगाना होगा January 25, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग यही वही 26 जनवरी का गौरवशाली ऐतिहासिक दिन है जब भारत ने आजादी के लगभग 2 साल 11 महीने और 18 दिनों के बाद इसी दिन हमारी संसद ने भारतीय संविधान को पास किया। खुद को संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित करने के साथ ही भारत के लोगों द्वारा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस […] Read more » Featured republic day गणतंत्र दिवस वोट बैंक
विविधा शख्सियत नेताजी सुभाष चन्द्र बोस : कई सच छुपाए गए तो कई अधूरे बताए गए January 23, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | 2 Comments on नेताजी सुभाष चन्द्र बोस : कई सच छुपाए गए तो कई अधूरे बताए गए अपनी आजादी की कीमत तो हमने भी चुकाई है तुम जैसे अनेक वीरों को खो के जो यह पाई है। कहने को तो हमारे देश को 15 अगस्त 1947 में आजादी मिली थी लेकिन क्या यह पूर्ण स्वतंत्रता थी? स्वराज तो हमने हासिल कर लिया था लेकिन उसे ‘ सुराज ‘ नहीं बना पाए । […] Read more » controversial death of Subhash Chandra bose death of subhash chandra bose Featured subhash chandra bose
विविधा जल्लीकट्टू ने औकात दिखाई… January 23, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment जनता के मनोभाव, उनके आस्था, उनकी परम्परा या उनकी सांस्कृतिक गतिविधियों पर बिना सोंचे समझे प्रहार करना हमारी व्यवस्था, हमारे न्यायतंत्र के लिए एक अच्छा सबक मिला है| धर्म आधारित आस्था व विश्वास के सांस्कृतिक पहलुओं पर कोर्ट को खुद मसीहा घोषित करने का दांव इस बार उल्टा पड़ गया| जनमानस की भावनाओं को अनदेखा […] Read more »
विविधा मतदान कीजिए, आपका मत महत्वपूर्ण है January 21, 2017 by शालिनी तिवारी | Leave a Comment किसी भी राष्ट्र के मजबूत लोकतंत्र के लिए उस राष्ट्र के प्रत्येक मत की अहम भूमिका होती है. हमारे द्वारा चुना गया राजनीतिक नुमाइंदा प्रत्यक्ष रूप से लोकतंत्र का एक हिस्सा बनकर सत्ता तक समाज की विषमताओं को उजागर करके उनका हल निकालता है. नतीजन् जनता, जनप्रतिनिधि और सरकार तीनों की भागीदारी से एक व्यवस्थित, […] Read more » आपका मत महत्वपूर्ण है मतदान कीजिए
विविधा राजनीतिक स्वार्थ की शिकार हमारी भाषाएँ January 21, 2017 / January 21, 2017 by निर्मल कुमार पाटोदी | 2 Comments on राजनीतिक स्वार्थ की शिकार हमारी भाषाएँ हिंदी पर स्वार्थ का हथोड़ा…..! दुनिया में एकमात्र स्वाधीन भारत राष्ट्र-राज्य है, जहाँ पर सत्तर साल बीत जाने पर भी राजनीति का इतना अधिक पराभव हुआ है कि इसकी अपनी राष्ट्रभाषा तक घोषित नहीं हो सकी है। इतिहास गवाह रहेगा कि राजनैतिक स्वार्थ ने भारत को जोड़ने वाली, उसकी एकता की वाहक, जन-जन के ह्रदय […] Read more » Featured हिंदी हिंदी पर स्वार्थ का हथोड़ा
विविधा रायसीना संवाद में संप्रभुता के सम्मान पर जोर January 20, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः रायसीना डायलाॅग में पड़ोसी देशों को नसीहत प्रमोद भार्गव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘रायसीना संवाद‘ में बोलते हुए कहा है कि भारत अपने पड़ोसी देशों से अच्छे संबंध बनाए रखना चाहता है। इस नाते मोदी ने न सिर्फ पाकिस्तान को उसकी बेजा हरकतों के लिए चेताय, बल्कि चीन को भी नसीहत देते हुए कहा […] Read more » Featured रायसीना संवाद संप्रभुता के सम्मान पर जोर
विविधा टाप जासूस ‘ब्लैक टाइगर’ के कुरबानी की कहानी January 20, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 1 Comment on टाप जासूस ‘ब्लैक टाइगर’ के कुरबानी की कहानी डा. राधेश्याम द्विवेदी यह एक भारतीय जासूस एवं बीर की सच्ची कहानी है जो रॉ का जासूस होकर ‘रविन्द्र कौशिक से अपना नाम बदलकर ‘नवी अहमद शाकिर’ रख लिया था और सरकार ने उसे ‘ब्लैक टाइगर’ की उपाधि से सम्मानित कर रखा था। जिसकी सूचनाओं के कारण भारत पाकिस्तान के हर कदम पर भारी पड़ता […] Read more » 'ब्लैक टाइगर' ‘नवी अहमद शाकिर’ Featured Indian Spy Indian Spy navi ahmed shakir Indian Spy Ravindre Kaushik रविन्द्र कौशिक
विविधा अभिनव गुप्त की आहट और रविशंकर की ललकार January 20, 2017 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री बेंगलुरू में दो दिन श्री श्री रविशंकर जी के अन्तर्राष्ट्रीय आश्रम में ६-७ जनवरी को ठहरने का अवसर प्राप्त हुआ । आश्रम में अभिनवगुप्त सहस्रावदी समारोहों का समापन कार्यक्रम था । अभिनव गुप्त दार्शनिक , तान्त्रिक, काव्यशास्त्र के आचार्य, संगीतज्ञ, कवि, नाट्यशास्त्र के मर्मज्ञ , तर्कशास्त्री, योगी और औघड क़िस्म के […] Read more » Featured अभिनवगुप्त यात्रा का विरोध अभिनवगुप्त सहस्रावदी समारोहों का समापन कश्मीरियत नुंदऋषि की पहचान के लिए कश्मीरी दृष्टि रविशंकर लल्लेश्वरी
विविधा विष-वृक्ष की जडों के पोषण और पत्तों के डिजिटलाइजेशन की त्रासदी January 20, 2017 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला भारत में ‘काला धन’ और ‘काली कमाई’ वस्तुतः दुनिया भर से सारे धन बटोर लेने-हडप लेने को आतुर युरोपीय उपनिवेशवाद के साम्राज्यवादी षड्यंत्रों की बाड के तौर पर अंग्रेजों द्वारा रोपे गए ‘विष-वृक्षों’ के फल-फूल हैं । अंग्रेजों के चले जाने के बाद भी हम उन्हीं विष-वृक्षों को सिंचने-उगाने में और भी ज्यादा […] Read more » Featured औपनिवेशिक शासन-संरचना पत्तों के डिजिटलाइजेशन विष-वृक्ष की जडों के पोषण
विविधा खादी को खुला बाजार दें January 19, 2017 by विजय कुमार | Leave a Comment इस वर्ष खादी विकास एवं ग्रामोद्योग आयोग ने अपने वार्षिक कैलेंडर एवं डायरी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चरखा चलाते हुए चित्र छापा है। इस पर कई लोग जल-भुन गये। कुछ कांग्रेसी, गांधीवादियों तथा भाजपाइयों ने अपने टेढ़े बयानों से इस विवाद की आग में घी डाल दिया। इन दिनों मीडिया वाले पांच राज्यों के […] Read more » Featured khadi खादी गांधी गांधी और मोदी मोदी
विविधा बेरोजगारी, अशांति एवं असन्तुलन की आशंकाएं January 19, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment अर्थशास्त्री प्रोफेसर डीके भट्टाचार्य कहते हैं, ‘बेरोजगारों को नई सरकार से काफी उम्मीदें हैं। इस समस्या के समाधान के लिए कौशल विकास और लघु उद्योगों को बढ़ावा देना जरूरी है। वे कहते हैं कि युवाओं को नौकरी के लायक बनाने के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग के जरिये कौशल विकास (स्किल डेवलपमेंट) बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही उद्योगों व तकनीकी संस्थानों में बेहतर तालमेल जरूरी है. Read more » अशांति असन्तुलन की आशंकाएं बेरोजगारी संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (
विविधा दंगल गर्ल जायरा वसीम पर दंगल जायज नहीं January 18, 2017 by महेश तिवारी | Leave a Comment लोकतांत्रिक राष्ट्र में कट्टरता का कोई नामोनिशान नहीं होना चाहिए, फिर वह धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक किसी भी तरीके का हो। हमारे देश में फेसबुक, और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइटस पर महिलाओं को ट्राॅल करने और परेशान करने की वारदातें काफी बढ़ रही है, जो सभ्य सामाजिक परिवेश के लिहाज से उचित नहीं है। देश में जब […] Read more » Featured जायरा वसीम दंगल दंगल गर्ल सोशल नेटवर्किंग साइट