विविधा नववर्ष की राह: शांति की चाह December 29, 2016 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – नया वर्ष है क्या? मुड़कर एक बार अतीत को देख लेने का स्वर्णिम अवसर। क्या खोया, क्या पाया, इस गणित के सवाल का सही जवाब। आने वाले कल की रचनात्मक तस्वीर के रेखांकन का प्रेरक क्षण। क्या बनना, क्या मिटाना, इस अन्वेषणा में संकल्पों की सुरक्षा पंक्तियों का निर्माण। ‘आज’, ‘अभी’, ‘इसी […] Read more » नववर्ष नववर्ष की राह भारतीय नववर्ष शांति की चाह
वर्त-त्यौहार विविधा आइये जानें वर्ष 2017 के सम्पूर्ण व्रत एवं त्योहार December 28, 2016 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment जानिए जनवरी 2017 महीने के व्रत, पर्व एवम त्यौहार:– 1, रविवार अंग्रेजी नव वर्ष 3, मंगलवार शुक्ल पंचमी 8, रविवार पुत्रदा एकादशी 12, गुरुवार पौष पूर्णिमा 14, शनिवार मकर संक्रांति 15, रविवार गणेश चतुर्थी 17, मंगलवार कृष्ण पंचमी 23, सोमवार षटतिला एकादशी, 24, शनिवार व्रत पूर्णिमा 27, शुक्रवार मौनी अमावश्या फरवरी 2017 1, बुधवार वसंत […] Read more » 2017 के सम्पूर्ण व्रत एवं त्योहार Featured festivals of 2017
विविधा नमामि देवी नर्मदे : एक संकल्प यात्रा के बढ़ते कदम December 28, 2016 / January 3, 2017 by मनोज कुमार | Leave a Comment अनामिका भारतीय संस्$कृति में जीवन के लिए पांच तत्वों को माना गया है जिसमें जल एक तत्व है। इसलिए जल के बिना जीवन की कल्पना करना डरावना सा है। इसी के चलते हमारे पुरखों ने जल संरक्षण की दिशा में जो अनुपम कार्य किए हैं, वह हमारे लिए उदाहरण के रूप में मौजूद हैं लेकिन […] Read more » नमामि देवी नर्मदे
विविधा नववर्ष ! तुम्हें तो आना ही था…!! December 27, 2016 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा अरे नव-वर्ष … तुम आ गए। खैर तुम्हें तो आना ही था…। नए साल के स्वागत के मामले में अपना शुरू से ही कुछ ऐसा ही रवैया रहा है। हैप्पी न्यू इयर या हैप्पी ब र्थ डे जैसी औपचारिकताओं में मेरी कभी कोई दिलचस्पी रही नहीं। उलटे यह सब मुझे […] Read more » New Year नववर्ष
विविधा नया साल रिवाज पुरानी… December 23, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप भारतवर्ष ने विश्व को काल गणना का अद्वितीय सिद्धांत प्रदान किया है । सृष्टि की संरचना के साथ ही ब्रह्माजी ने काल चक्र का भी निर्धारण कर दिया । ग्रहों और उपग्रहों की गति का निर्धारण कर दिया । चार युगों की परिकल्पना, वर्ष मासों और विभिन्न तिथियों का निर्धारण काल गणना का […] Read more » new year celebrations with old rituals नया साल रिवाज पुरानी.
विविधा ‘गंगा-जमुनी तहजी़ब का प्रतीक उर्दू’ December 23, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment उर्दू को जीवित रखने के लिए ये निहायत ही जरूरी है कि उर्दू पढऩे वाले को रोजगार दिया जाए। दूसरी बात ये कि जब प्राइमरी और मिडिल लेवल पर ही उर्दू नदारद है तो आला तालीम के लिए उर्दू के छात्र कहां से आएंगे। अगर सरकारें वाकई उर्दू के प्रती संजीदा है तो सबसे पहले प्राइमरी और मिडिल लेवल पर शिक्षकों की भर्ती की जानी चाहिए। इस से एक ओर हज़ारों उर्दूदां को रोजगार मिलेगा। वहीं दूसरी ओर छात्र-छात्राओं के लिए उर्दू पढऩा आसान हो जाएगा । जो लोग शिक्षक की कमी की वजह से चाह कर भी उर्दू नहीं पढ़ पाते हैं। उनके अधिकारों की रक्षा भी होगी Read more » urdu उर्दू गंगा-जमुनी तहजी़ब का प्रतीक
विविधा जाकिर नाईक : धर्म के आड़ में आतंक का जहर December 23, 2016 by अजीत कुमार सिंह | Leave a Comment – अजीत कुमार सिंह हमारे देश में गुरू को भगवान की संज्ञा दी जाती है। जब गुरू ही आतंक की खेती करने लगे तो इससे बड़ी विडंबना देश के लिए क्या हो सकती है…? जिसने गंगा-जमुनी तहजीब का पाठ पढ़ाया, जब वही हिंसा का पैरोकार हो जाय..तो क्या कहा जाय…? हाल के कुछ आतंकी घटनाओं […] Read more » Featured Zakir Naik जाकिर नाईक प्रसिद्ध इस्लामी धर्मगुरू जाकिर नाईक
विविधा शराब की दुकानों पर रोक, अहम् फैसला December 23, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- सर्वोच्च न्यायालय का राष्ट्रीय और राज्य के राजमार्गों पर शराब की दुकानों पर प्रतिबंध प्रमोद भार्गव सड़क दुर्घटना में मौतें रोकने के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने अहम् फैसला सुनाया है। अब 31 मार्च 2017 के बाद राष्ट्रीय व प्रांतकीय राजमार्गों के किनारे शराब की बिक्री 500 मीटर के दायरे में प्रतिबंधित रहेगी। सड़क […] Read more » ban of alcohol on NH ban of liquor by supreme court on nh Featured राष्ट्रीय और राज्य के राजमार्गों पर शराब की दुकानों पर प्रतिबंध राष्ट्रीय राजमार्गों पर शराब की दुकानों पर प्रतिबंध सर्वोच्च न्यायालय सर्वोच्च न्यायालय का राष्ट्रीय और राज्य के राजमार्गों पर शराब की दुकानों पर प्रतिबंध
विविधा क्यों नौजवान देश छोड़ना चाहते? December 20, 2016 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ में छपे एक सर्वेक्षण ने आज मुझे जरा चौंका दिया। इसके अनुसार देश के पढ़े-लिखे और शहरी नौजवानों में आधे से भी ज्यादा भारत में नहीं रहना चाहते। वे भारत को अपनी अटल मातृभूमि नहीं मानते। उन्हें मौका मिले तो वे किसी अन्य देश में जाकर हमेशा के लिए बसना चाहेंगे। उन नौजवानों […] Read more » Featured क्यों नौजवान देश छोड़ना चाहते?
विविधा हम कब तक खोते रहेंगे सैनिकों को ? December 20, 2016 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी यह प्रश्न किसी एक भारतीय का नहीं, देश के हर उस भारतीय का है जो अपने देश को अपार प्रेम करता है। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से देश के अंदर और सीमाओं पर हमारे अपने सैनिक पाकिस्तानी गोलियों के शिकार हो रहे हैं। भारत सरकार फिर वो आज की राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबंधन की […] Read more » Featured soldiers martyrs खोते रहेंगे सैनिकों को
विविधा समाज भारत में दलित मामलों के पीछे अभारतीय गैर-दलित संगठन सक्रिय December 19, 2016 by मनोज ज्वाला | 1 Comment on भारत में दलित मामलों के पीछे अभारतीय गैर-दलित संगठन सक्रिय मनोज ज्वाला अपने देश में समय-समय पर दलितों के उत्पीडन और धर्मान्तरण के जो मामले सामने आते रहे हैं उनके पीछे विदेशी संगठनों की सक्रियता ध्यान देने योग्य है । भारत की सामाजिक संरचना को विखण्डित करने और विदेशी साम्राज्यवादी शक्तियों के हस्तक्षेप को आमंत्रित करने के लिए अनेक अभारतीय संगठन विभिन्न रूपों में यहां […] Read more » Featured क्रिश्चियन सालिडैरिटी वर्ल्ड वाइल्ड दलित फ्रीडम नेटवर्क पी०आई०एफ०आर०ए०एस०(पालिसी इंस्टिच्युट फार रिलीजन एण्ड स्टेट
विविधा हादसों की ग्लोबल राजधानी बन रहा है भारत? December 19, 2016 by अवनीश सिंह भदौरिया | Leave a Comment भारत में बढ़ते सड़क हादसों के आंकड़े यूं सामने आए कि रूह कांप कई सर्दी में भी पशीना निकल गया। आप को बतां दे कि अकेले वर्ष 2014 में ही भारत में राष्ट्रीय और राज्यीय राजमार्गों पर कुल 2.37 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें कम से कम 85,462 लोग मारे गए और 2.59 लाख लोग […] Read more » Featured भारत हादसों की ग्लोबल राजधानी भारत?