राजनीति सही नब्ज़ पकड़ी डॉ. ने…..

सही नब्ज़ पकड़ी डॉ. ने…..

बिलकुल आपका काम हो गया डॉ. रमन – पंकज झा सामान्यतया नेताओं के बयान या साक्षात्कार आदि इस तरह के नहीं होते कि पढ़ कर…

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राजनीति मजबूत लोकतंत्र के लिए छात्र संघ जरूरी

मजबूत लोकतंत्र के लिए छात्र संघ जरूरी

-संजीव कुमार सिन्हा इन दिनों देश के कई विश्वविद्यालयों में छात्र संघ के चुनाव हो रहे हैं। लेकिन अभी भी अधिकांश विश्वविद्यालयों में छात्र संघ…

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समाज यौन उत्पीड़न का मकड़जाल

यौन उत्पीड़न का मकड़जाल

-सतीश सिंह जब रक्षक ही अपने महिला सहकर्मियों का यौन शोषण करें तो आम महिला की हालत क्या होगी इसका आप सहज अंदाजा लगा सकते…

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विविधा Default Post Thumbnail

यथार्थ, वास्तव और सत्य के फर्क

– हृदयनारायण दीक्षित सच क्या है? सत्य का सत्य आधुनिक विज्ञान की बड़ी चुनौती है। पंथिक पुस्तकों के अनेक तथ्य विज्ञान की खोजों में सत्य…

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रेडियो भारत में रेडियो के बढ़ते कदम

भारत में रेडियो के बढ़ते कदम

– अशोक बजाज जन संपर्क के माध्यम से रेडियो का मत्वपूर्ण स्थान है। अतः प्रसारण दिवस मनाने का प्रचलन जोरों पर है। देश के लिए…

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धर्म-अध्यात्म Default Post Thumbnail

युद्धिष्ठिर का न्याय

– विजय कुमार एक बार राजा युद्धिष्ठिर के पास एक किसान का मामला आया। उसके खेत में चोरी करते हुए चार लोग पकड़े गये थे।…

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विविधा क्यों बने आक्रांता का मकबरा?

क्यों बने आक्रांता का मकबरा?

बाबर कोई मसीहा नहीं अत्याचारी, अनाचारी, आक्रमणकारी और इस देश के निवासियों का हत्यारा है -लोकेन्‍द्र सिंह राजपूत सितम्बर में अयोध्या (अयुध्या, जहां कभी युद्ध…

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विविधा अब न जागे तो बहुत देर हो जाएगी ….. !

अब न जागे तो बहुत देर हो जाएगी ….. !

हर हाल में स्थापित होगी ‘ रामलला प्रतिमा ‘ -डॉ0 नवीन आनंद श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण का जन आन्दोलन एक बार फिर प्रचण्ड वेग से…

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विविधा कोटि हिन्दु जन का ज्वार, मंदिर के लिए सब तैयार ……

कोटि हिन्दु जन का ज्वार, मंदिर के लिए सब तैयार ……

-डॉ0 नवीन जोशी क्या सूरज को सूरज होने का प्रमाण देना पड़ता है या चाँद को अपनी चांदनी साबित करना पड़ती है, मगर ये भारतीय…

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विविधा Default Post Thumbnail

जब तक ’अंग्रेजी’ राज रहेगा, स्वतंत्र भारत सपना रहेगा

– विश्वमोहन तिवारी (पूर्व एयर वाइस मार्शल) 1947 तक हमारा हृदय परतंत्र नहीं था, बाहर से हम परतंत्र अवश्य थे। 1947 के बाद हम बाहर…

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राजनीति भगवा आतंक का नया शिगूफा

भगवा आतंक का नया शिगूफा

-विजय कुमार भारत में स्वाधीनता के बाद भी अंग्रेजी कानून और मानसिकता जारी है। इसीलिए इस्लामी, ईसाई और वामपंथी आतंकवाद के सामने ‘भगवा आतंक’ का…

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समाज हाय गाय, अब तुम फिर कटोगी…? / गिरीश पंकज

हाय गाय, अब तुम फिर कटोगी…? / गिरीश पंकज

दिल्ली में राष्‍ट्रमंडल खेल होने जा रहे है. खेल के पहले भ्रष्टाचार के तरह-तरह के जो महान खेल हो रहे है, उनसे पूरा देश परिचित…

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