राजनीति क्या विदेशी नेता और विदेशी वोटर से चलेगा भारत का प्रजातंत्र? February 3, 2021 / June 7, 2021 by डॉ. मनीष कुमार | Leave a Comment डॉ मनीष कुमार विपक्ष वैचारिक रूप से दरिद्र है ये तो सब पहले से जानते हैं. लेकिन, ये दरिद्रता इतने निम्न स्तर की है ये अब साफ साफ दिखने लगा है. NRC के मुद्दे पर विपक्ष की घृणित वोटबैंक राजनीति खुल कर सामने आ गई है. इनकी सत्ता की भूख ऐसी है कि इन्हें न […] Read more » Featured कांग्रेस पार्टी क्या विदेशी नेता बांग्लादेशियों ममता बनर्जी और कांग्रेस पार्टी लेफ्ट पार्टी के गृह मंत्री इंद्रजीत गुप्ता विदेशी वोटर से चलेगा भारत का प्रजातंत्र? सुप्रीम कोर्ट
राजनीति विधि-कानून सिनेमा सुशांत, शिवसेना, सुप्रीम कोर्ट, सीबीआई और सरकार पर संकट ! August 20, 2020 / August 20, 2020 by निरंजन परिहार | 1 Comment on सुशांत, शिवसेना, सुप्रीम कोर्ट, सीबीआई और सरकार पर संकट ! सुप्रीम कोर्ट ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच भले ही सीबीआई को सौंप दी हो लेकिन अभी भी राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही। दिल्ली और बिहार से लेकर मुंबई तक इस मामले में राजनीति देखने व सुनने को मिल रही है। पूरे मामले में साफल लगता रहा कि […] Read more » शिवसेना सीबीआई और सरकार पर संकट सुप्रीम कोर्ट सुशांत सुशांत सिंह राजपूत की मौत
लेख विधि-कानून सूचना अधिकार: सुप्रीम कोर्ट ,जबाबदेह तंत्र और असली चुनौती की दुरभिसंधि November 18, 2019 / November 18, 2019 by डॉ अजय खेमरिया | Leave a Comment अफसरशाही की शरणस्थली बनी सूचना अधिकार की सुविधाएं डॉ अजय खेमरियाभारत का सुप्रीम कोर्ट सूचना के अधिकार कानून के दायरे में आएगा।चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने सुप्रीम कोर्ट के ही सेक्रेटरी जनरल और लोक सूचना अधिकारी की तीन याचिकाओं को खारिज करते हुए यह ऐतिहासिक निर्णय सुनाया है।उत्तरदायी […] Read more » Supreme Court असली चुनौती की दुरभिसंधि जबाबदेह तंत्र जबाबदेह तंत्र और असली चुनौती की दुरभिसंधि सुप्रीम कोर्ट सूचना अधिकार सूचना अधिकार की सुविधाएं सूचना अधिकार: सुप्रीम कोर्ट
राजनीति सलीब पर सच! December 3, 2018 / December 3, 2018 by शिव शरण त्रिपाठी | Leave a Comment शिव शरण त्रिपाठी २४/२५ नवम्बर को अयोध्या में एक बार पुन: रामभक्तों का सैलाब भले ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आगमन व बड़ी संख्या में शिव सैनिकों की उपस्थित और विहिप, संघ जैसे हिन्दू संगठनों के आवाहन पर उमड़ा पर इसमें क्या किसी को शंका है कि जनसैलाब सिर्फ दिखावे के लिये एक जुट […] Read more » अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास कांग्रेस भाजपा महंत रघुबरदास मुलायम सिंह यादव राममंदिर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे सुप्रीम कोर्ट
राजनीति समाज तीन तलाक व हलाला से मुक्ति के अर्थ November 22, 2018 / November 22, 2018 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment प्रवीण गुगनानी नरेंद्र मोदी सरकार ने भारतीय मुस्लिम महिला समाज के लिए जो किया उस कार्य की आज तक किसी मुस्लिम पुरुष या महिला नेता ने कल्पना भी न की थी. मोदी सरकार ने सत्तर वर्षों से विभिन्न सरकारों द्वारा अनदेखी किये जा रहे इस मुद्दे पर अपनी दो टूक राय सुप्रीम कोर्ट के समक्ष रखी […] Read more » मुस्लिम बहनें मुस्लिम बहुविवाह मोदी सरकार संयुक्त राष्ट्र संघ सुप्रीम कोर्ट स्त्री खतना हलाला
महिला-जगत एक हिंदू मंदिर ने भारत की महिलाओं को क्यों विभाजित किया November 19, 2018 / November 19, 2018 by अनिल अनूप | Leave a Comment -अनिल अनूप भारत के सुप्रीम कोर्ट ने दक्षिणी भारत में एक प्रमुख हिंदू मंदिर में प्रवेश करने वाली 10 से 51 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं पर प्रतिबंध रद्द कर दिया था। फिर भी कोई महिला अब तक प्रवेश करने में सक्षम नहीं है। Photo credit: Google केरल राज्य के सबरीमाला मंदिर ने आधिकारिक […] Read more » एक हिंदू मंदिर ने भारत की महिलाओं को क्यों विभाजित किया दक्षिणी भारत सुप्रीम कोर्ट
समाज प्रदूषण से त्राहिमाम November 17, 2018 / November 17, 2018 by डॉ. सौरभ मालवीय | 1 Comment on प्रदूषण से त्राहिमाम डॊ. सौरभ मालवीय हमारे देश में वायु प्रदूषण निरंतर बढ़ रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण घातक स्तर तक पहुंच गया है। हाल में शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 401 दर्ज किया गया। इसी प्रकार वायु में घुले हुए अतिसूक्ष्म प्रदूषक कण पीएम 2.5 को 215 दर्ज किया गया, जो कि स्वास्थ्य […] Read more » 136 और कांगों के 12 674 890 बच्चे 987 नाइजीरिया के 47 पर्यावरण प्रदूषण पाकिस्तान के 21 प्रदूषण से त्राहिमाम भारत के 60 सुप्रीम कोर्ट
राजनीति न्यायपालिका की मंशा पर सवाल October 30, 2018 / October 30, 2018 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 1 Comment on न्यायपालिका की मंशा पर सवाल डा. राधेश्याम द्विवेदी न्यायपालिका की मंशा पर सवाल डा. राधेश्याम द्विवेदी सुप्रीम कोर्ट की मंशा पर अब सवाल खड़े होने शुरू हो रहे हैं। अयोध्या के राम मंदिर बाबरी मामले में पहला फैसला 1949 में आया था। अभी तक इस मामले में कुल 2 ही फैसले आए हैं। बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि का पहला विवाद 1822 […] Read more » उज्जैन मंदिर दिवाली न्यायपालिका की मंशा पर सवाल राम मंदिर सबरीमाला मंदिर सुप्रीम कोर्ट हांड़ी
राजनीति समाज राम जन्मभूमि मंदिर – हिंदू समाज का धैर्य अब खत्म होता जा रहा है…. October 30, 2018 / October 30, 2018 by डॉ. मनीष कुमार | Leave a Comment डॉ मनीष कुमार सुप्रीम कोर्ट के महान जजो के लिए भले ही श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का मामला महत्वपूर्ण न हो. लेकिन, देश के करोड़ो हिंदू के लिए ये एक मुख्य मुद्दा है. जिसकी चर्चा हर घऱ में हो रही है. लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निराश हैं. कोर्ट भले ही इसे प्रार्थमिकता न दे […] Read more » अयोध्या इलाहाबाद हाईकोर्ट रामजन्मभूमि मंदिर सुप्रीम कोर्ट हिंदू समाज
राजनीति समाज महालानत! October 24, 2018 / October 24, 2018 by अभिलेख यादव | 1 Comment on महालानत! शिवशरण त्रिपाठी केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर के कपाट पांच दिन खुले रहे पर देश की सर्वोच्च अदालत के आदेश के बावजूद १० से ५० साल तक किसी हिन्दू महिला को भगवान अयप्पा के दर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई। वैसे तो कड़े विरोध के चलते सुरक्षा की दृष्टि से संशकित साधारण महिलायें तो […] Read more » पुरूष व महिला महालानत! मुख्य पुजारी कंदारू राजीवरू सुप्रीम कोर्ट
समाज क्यों मुद्दा गौण हो जाता है और राजनीति बड़ी? October 1, 2018 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment डॉ नीलम महेंद्र देर आयद दुरुस्त आयद ! सुप्रीम कोर्ट के हाल के फैसलों से-देश का-आम आदमी कुछ बातें सोचने के लिए मजबूर हो गया-है। आईये समझते-हैं कैसे ? इसे समझने के लिए कोर्ट के कुछ ताज़ा फैसलों पर एक नज़र डालते हैं , 1. सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ ने 4:1 के […] Read more » मस्जिद महिला जज जस्टिस इंदु मल्होत्रा सबरीमाला मन्दिर सुप्रीम कोर्ट
समाज विकृति को बढ़ावा देनेवाले फैसले September 28, 2018 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment बिपिन किशोर सिंहा सुप्रीम कोर्ट देश का सर्वोच्च न्यायालय है। इसके फैसले कानून बन जाते हैं। अतः जिस फैसले से समाज का स्वस्थ तानाबाना तार-तार होता है, उसपर गंभीरता से विचार करने के बाद ही निर्णय अपेक्षित है। हाल में सुप्रीम कोर्ट के कुछ ऐसे फैसले आये हैं जिससे समाज में विकृति फैलने की पर्याप्त […] Read more » बालक/बालिका विकृति को बढ़ावा देनेवाले फैसले सुप्रीम कोर्ट स्त्री-पुरुषों