विविधा सिनेमा किशोरी अमोनकर के शास्त्रीय संगीत में भारतीय संस्कृति की आत्मा बसती थी April 9, 2018 / April 10, 2018 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment (86वें जन्मदिवस 10 अप्रैल 2018 पर विशेष आलेख) किशोरी अमोनकर एक भारतीय शास्त्रीय गायक थीं। जिन्होंने अपने शास्त्रीय संगीत के बल पर दशकों तक हिन्दुस्तान के संगीत प्रेमियों के दिल में अपनी जगह बनाये रखी। किशोरी अमोनकर का जन्म 10 अप्रैल 1932 को मुंबई में हुआ था। किशोरी अमोनकर को हिंदुस्तानी परंपरा के अग्रणी गायकों […] Read more » Featured किशोरी अमोनकर खिलाफ मां मोघूबाई कुर्दीकर संगीत समर्पण’ और ‘बॉर्न टू सिंग’ हिन्दुस्तान
राजनीति जम्मू कश्मीर में कौन रह सकता है ? January 8, 2017 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment कुलदीप चन्द अग्निहोत्री जम्मू कश्मीर में फिर बबाल मच गया है । कश्मीर घाटी उग्र हो रही है । श्रीनगर में रह रहे गिलान वाले सैयद अली गिलानी अत्यन्त ग़ुस्से में है । जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फ़्रंट के यासीन मलिक के क्रोध का भी पारावार नहीं है । दोनों मीरवायज, जामा मस्जिद वाले और खानगाह-ए-मौला […] Read more » chaos in Jammu and Kashmir Featured जम्मू कश्मीर में बबाल जम्मू कश्मीर रियासत का प्रधानमंत्री सैयद अली गिलानी जम्मू कश्मीर लिब्रेशन फ़्रंट के यासीन मलिक डोमिसायल प्रमाण पत्र पंजाबी शरणार्थियों को डोमिसायल प्रमाण पत्र पाकिस्तान शेख़ मोहम्मद अब्दुल्ला हिन्दुस्तान
परिचर्चा शर्म उनको मगर नहीं आई? June 22, 2015 by तनवीर जाफरी | 2 Comments on शर्म उनको मगर नहीं आई? -तनवीर जाफरी- ऋषियों-मुनियों, साधू-संतों, पीरों-फकीरों तथा अध्यात्मवादियों की धरती समझा जाने वाला हमारा भारतवर्ष अपनी इसी पहचान के चलते सहस्त्राब्दियों से पूरे विश्व की नज़रों में आदर व सम्मान का पात्र रहा है। भारतवर्ष ने अहिंसा परमो धर्म:, विश्व शांति तथा वसुधैव कुटंबकम का पाठ सारी दुनिया को पढ़ाया । सर्वे भवंतु सुखिन: की आवाज़ […] Read more » Featured केंद्र सरकार नरेंद्र मोदी भारत योग शर्म उनको मगर नहीं आई ? हिन्दुस्तान
जरूर पढ़ें विभाजन की लकीरें June 13, 2015 by जावेद अनीस | Leave a Comment -जावेद अनीस- सआदत हसन मंटो ने अपनी मशहूर रचना ‘टोबा टेक सिंह‘ में एक मेंटल हॉस्पिटल का जिक्र करते हुए बताया गया कि सन 47 में सिर्फ हिन्दुस्तान के लोग और ज़मीन नहीं बंटे थे बल्कि मानसिक रोगियों का भी विभाजन हुआ था, दरअसल कहानी में ये मानसिक रोगी तथाकथित होशमंदों के प्रतीक थे.भारतीय उपमहाद्वीप […] Read more » Featured टोबा टेक सिंह विभाजन की लकीरें सआदत हसन मंटो हिन्दुस्तान
राजनीति सबका साथ सबका विनाश, भा.(२) May 14, 2015 by डॉ. मधुसूदन | 10 Comments on सबका साथ सबका विनाश, भा.(२) -डॉ. मधुसूदन– (एक)भा.(१)की प्रतिक्रियाएँ। आलेख की प्रतिक्रिया में, कुछ विद्वानों के विचार और संदेश आए। एक बड़ा दीर्घ (१० पृष्ठ) अंग्रेज़ी आलेख एक प्रोफेसर ने भी भेजा। शायद यह “विनाश” शब्द की प्रेरणा ही मानता हूँ। अनुभव किया है, कि, संकट के नाम से हमारी भारतभक्ति विशेष जाग जाती है। मुझे स्वयं को, उस शीर्षक […] Read more » Featured नरेंद्र मोदी भा.(२) भारत भारत की राजनीति मोदी सरकार सबका साथ सबका विनाश हिन्दुस्तान
टॉप स्टोरी गौरवशाली है भारत का इतिहास ? May 11, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment -सुरेश हिन्दुस्थानी- किसी देश की वास्तविकता जानना हो तो उस देश के महापुरुषों का अध्ययन करने से हमें उस सच का पता चलता है, जो उस देश की मूल अवधारणा में समाहित होता है। लेकिन यह भारत का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि भारत के परम भक्त महाराणा प्रताप पर हमला करने वाले विदेशी आक्रमणकारी […] Read more » Featured गौरवशाली है भारत का इतिहास ? भारत हिन्दुस्तान
जन-जागरण हम उस देश के वासी हैं… September 5, 2014 by राकेश कुमार आर्य | 4 Comments on हम उस देश के वासी हैं… -राकेश कुमार आर्य- भारत के गौरव पर प्रकाश डालते हुए मैक्समूलर ने अपनी पुस्तक ‘इंडिया: व्हाट कैन इज टीच अस’ में लिखा है-‘‘यदि मैं विश्वभर में से उस देश को ढूंढने के लिए चारों दिशाओं में आंखें उठाकर देखूं जिस पर प्रकृति देवी ने अपना संपूर्ण वैभव, पराक्रम तथा सौंदर्य खुले हाथों लुटाकर उसे पृथ्वी का स्वर्ग बना […] Read more » भारत भारतीय इतिहास साहित्य हिन्दुस्तान
टॉप स्टोरी हिन्द और पाक की बातचीत टली August 23, 2014 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment -डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री- पच्चीस अगस्त को हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिवों के स्तर की बातचीत होने वाली थी । इस प्रकार की द्विपक्षीय बातचीत दोनों देशों में पिछले कई दशकों से हो रही है । स्तर अलग अलग होता है। कभी प्रधानमंत्री स्तर की तो कभी विदेश मंत्री स्तर की । लेकिन […] Read more » पाकिस्तान हिन्द और पाक की बातचीत टली हिन्द पाक हिन्दुस्तान
विविधा ‘हां मैं कहता हूं यह हिन्दू राष्ट्र है’ August 21, 2014 by अतुल तारे | 15 Comments on ‘हां मैं कहता हूं यह हिन्दू राष्ट्र है’ -अतुल तारे- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहनराव भागवत ने क्या आज ही कोई नए ऐतिहासिक तथ्य का प्रगटीकरण किया है? संघ अपनी स्थापना काल (1925) के पहले दिन से यह उद्घोषणा कर रहा है और वह यह कि भारत एक हिन्दू राष्ट्र है। संघ पर समय-समय पर आरोप लगते हैं कि संघ की कार्यपद्धति […] Read more » 'हां मैं कहता हूं यह हिन्दू राष्ट्र है' भारत हिन्दुस्तान हिन्दू राष्ट्र
कविता मैं जलता हिंदुस्तान हूं… August 21, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 9 Comments on मैं जलता हिंदुस्तान हूं… –कुलदीप प्रजापति- मैं जलता हिंदुस्तान हूं, लड़ता, झगता, उबलता, अंगारों सा सुलगता हुआ , फिर भी देश महान हूं, मैं जलता हिंदुस्तान हूं| आतंकवाद बना दामाद मेरा, भ्र्ष्टाचार ने चुराया चीर मेरा, हो रहा जो हर धमाका, चीर देता दिल मेरा, कहते हैं जब सोने की चिड़ियां, आंख मेरी रोती हैं, क्योंकि मेरी कुछ संतानें इस युग मैं भूखी सोती हैं, कई समस्याओं से झुन्झता मैं निर्बल-बलवान हूँ , मैं जलता हिंदुस्तान हूं| नारी की जहां होती हैं पूजा , अब वहां वह दर रही , लूट ना ले कोई भेड़िया , इस डर वो ना निकल रही , प्यार के स्थान पैर बाँट रहे अब गोलियां, कहाँ गई मेरे दो बेटों की, प्यार भरी बोलियां, जाति आरक्षण से टूटता और खोता अपना सम्मान हूं, मैं जलता हिंदुस्तान हूं| हैं बदलती रंग टोपियां , भाषा नहीं बदल रही , राजनीति एक की चड़थी, अब दलदल में वो बदल रही, मर्द अब मुर्दा बना बस खड़ा सब देखता , जिसके हाथों में है लाठी, दस की सौ में बेचता , हर समय, हर जगह झेलता अपमान हूं, मैं जलता हिंदुस्तान हूं| Read more » भारत मैं जलता हिंदुस्तान हूं हिन्दुस्तान
विविधा कभी झंडा… तो कभी ट्रांजिसटर…! August 16, 2014 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- पाक कला के कुशल कलाकार सब्जियों के छिलकों को मिला कर एक नई सब्जी बना देते हैं, जिसे खाने वाला अंगुलियां तो चाटता ही है, समझ भी नहीं पाता कि उसने कौन सी सब्जी खाई है। इसी तरह मिठाइयों के सृष्टिकर्ता यानी हलवाई बची हुई मिठाइयों के अवशेष से भी एक अलग […] Read more » कभी झंडा... तो कभी ट्रांजिसटर...! भारत हिन्दुस्तान
विविधा सूरीनाम की धरती पर धड़कता भारत July 22, 2014 / July 22, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -कविता मालवीय- खिचड़ी दाढ़ी, दो सितारा आंखों से फिसलती हुई दबी हंसी से सनी आवाज़ आई “मैं अंदर आ जाऊं गुरु जी ?” कहते हुए २० साल का युवक दक्षिण अमेरिका के सूरीनाम देश के पारामारिबो शहर के भारतीय सांस्कृतिक केंद्र के हिंदी कक्ष के द्वार से प्रवेश कर रहा था, मेरा यहां तीसरा दिन […] Read more » धड़कता भारत भारत सूरीनाम की धरती हिन्दुस्तान