राजनीति श्रीलंका में सिंहल-सिंहल संग्राम November 16, 2018 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक श्रीलंका में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद और यहां तक कि उसके संविधान की जैसी दुर्गति आजकल हो रही है, पहले कभी नहीं हुई। मुझे वह 40 साल पुराना जमाना याद है जब श्रीमती श्रीमावो बंदारनायक और विरोधी नेता प्रेमदास के बीच कटुतम सार्वजनिक वार्तालाप हुआ करता था लेकिन तब भी श्रीलंका की संवैधानिक […] Read more » प्रधानमंत्री राष्ट्रपति श्रीमती श्रीमावो बंदारनायक श्रीलंका में सिंहल-सिंहल संग्राम संसद
समाज शिक्षा का व्यवसायीकरण और बाजारीकरण देश के समक्ष बड़ी चुनौती September 5, 2018 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment ब्रह्मानंद राजपूत, शिक्षक समाज में उच्च आदर्श स्थापित करने वाला व्यक्तित्व होता हैकिसी भी देश या समाज के निर्माण में शिक्षा की अहम् भूमिका होती है, कहा जाए तो शिक्षक समाज का आइना होता है। हिन्दू धर्म में शिक्षक के लिए कहा गया है कि आचार्यदेवो भवः यानी कि शिक्षक या आचार्य ईश्वर के समान होता है। यह दर्जा एक शिक्षक को उसके द्वारा समाज में दिए गए योगदानों के बदले स्वरुप दिया जाता है। शिक्षक का दर्जा समाज में हमेशा से ही पूज्यनीय रहा है। कोई उसे गुरु कहता है, कोई शिक्षक कहता है, कोई आचार्य कहता है, तो कोई अध्यापक या टीचर कहता है ये सभी शब्द एक ऐसे व्यक्ति को चित्रित करते हैं, जो सभी को ज्ञान देता है, सिखाता है और जिसका योगदान किसी भी देश या राष्ट्र के […] Read more » Featured बाजारीकरण राष्ट्र राष्ट्रपति शिक्षा स्कूल
शख्सियत सार्थक पहल विश्व इतिहास का अनूठा महानायक July 16, 2018 / July 16, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग, दुनिया में अनेक महापुरुषों की स्मृति को क्षीण होते हुए देखा है, लेकिन नेल्सन मंडेला इसके अपवाद है। उनके जीवित रहते समय जितना उनको सम्मान प्राप्त हुआ, उससे कहीं अधिक उनकी मृत्यु के बाद उन्हें समूची दुनिया ने आदर दिया है। पिछले कुछ वर्षों में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उनके प्रति जितनी उत्सुकता बढ़ी […] Read more » ‘चमड़ी के रंग’ Featured दक्षिण अफ्रीका नेल्सन मंडेला बीसवीं सदी मेथोडिस्ट मिशनरी स्कूल राष्ट्रपति विश्व इतिहास का अनूठा महानायक स्वतंत्रता आंदोलन
राजनीति सत्ता बदलो, संविधान बचाओ के मायने- June 25, 2018 / June 25, 2018 by वीरेंदर परिहार | Leave a Comment वीरेन्द्र परिहार अभी 15 जून को प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की ’’सत्ता बदलो, संविधान बचाओ’’ यात्रा का समापन हुआ। सच्चाई यह है जब से वर्ष 2014 से देश में मोदी सरकार आई है तभी से इस देश में बहुत लोगों का यह मानना रहा है कि देश में असहिष्णुता बढ़ गई है, संविधान को खतरा […] Read more » Featured कांग्रेस पार्टी न्यायपालिका पण्डित जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रपति राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ लोकतांत्रिक सत्ता बदलो संविधान बचाओ के मायनेः-
राजनीति कांग्रेस अपने गिरेबां में भी तो झांके May 16, 2018 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment लोकेन्द्र सिंह पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह सहित कांग्रेस के दूसरे नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भाषण-शैली पर आपत्ति दर्ज कराई है। कर्नाटक के हुबली में दिए गए भाषण को आधार बनाकर पत्र में उन्होंने राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि वह प्रधानमंत्री को कांग्रेस नेताओं या अन्य […] Read more » Featured अध्यक्ष सोनिया गांधी कांग्रेस डॉ. मनमोहन सिंह दिग्विजय सिंह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मणिशंकर अय्यर राशिद अल्वी राष्ट्रपति सलमान खुर्शीद
राजनीति कानून से ज्यादा जरूरी है सोच का बदलना April 23, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग- बाल यौन उत्पीड़न संरक्षण कानून यानी पॉक्सो में संशोधन संबंधी अध्यादेश को केंद्रीय मंत्रिमंडल और फिर राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई। अब बारह साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ बलात्कार करने वालों को मौत की सजा का प्रावधान किया जा सकेगा। प्रश्न है कि अभी तक पाॅक्सो कानून ही पूरी […] Read more » Featured जाति धर्म निर्भया कांड पॉक्सो में संशोधन बलात्कार राष्ट्रपति समाज समुदाय
राजनीति प्रणव दा का अन्तिम सन्देश July 26, 2017 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on प्रणव दा का अन्तिम सन्देश राकेश कुमार आर्य प्रणव मुखर्जी अब भारत के पूर्व राष्ट्रपति हो गये हैं। इसमें कोई दो मत नहीं कि उनका व्यक्तित्व असाधारण है और उन्हें अपने जीवन में राष्ट्रपति के रूप में नहीं अपितु प्रधानमंत्री के रूप में राष्ट्र की सेवा करने का अवसर मिलना चाहिए था। परंतु कांग्रेस में जब तक एक ही परिवार […] Read more » Featured last speech of Pranab Mukherjee pranab mukherjee प्रणव दा का अन्तिम सन्देश भारत राष्ट्रपति सन्देश प्रणव मुखर्जी
राजनीति राष्ट्रपति के बजाय ‘राष्ट्राध्यक्ष’ हों राष्ट्र के प्रमुख July 11, 2017 by मनोज ज्वाला | 1 Comment on राष्ट्रपति के बजाय ‘राष्ट्राध्यक्ष’ हों राष्ट्र के प्रमुख मनोज ज्वाला भारतीय भाषाओं में ‘पति’ और ‘अध्यक्ष’ दो भिन्नार्थी शब्द हैं, समानार्थी तो कतई नहीं हैं । जबकि , अंग्रेजी का ‘प्रेसिडेण्ट’ शब्द भी पति का अर्थ प्रकट नहीं करता है , बल्कि इसका हिन्दी-अनुवाद है- ‘अध्यक्ष’ । किन्तु ‘राष्ट्राध्यक्ष’ अर्थात ‘प्रेसिडेण्ट आफ नेशन’ के लिए हिन्दी में इसे तभी से ‘राष्ट्रपति’ कहा जाने […] Read more » ‘राष्ट्राध्यक्ष’ Featured राष्ट्र के प्रमुख राष्ट्रपति
विविधा भारत में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया June 27, 2017 by सज्जाद हैदर | Leave a Comment भारत में राष्ट्रपति के चुनाव का तरीका अमेरिका की तरह नहीं है यहां पर संविधान में राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया निहित है। माना जाता है कि भारत के संविधान निमार्ताओं ने विभिन्न देशों की चुनाव पद्धतियों का खासा अध्ययन करने के बाद कई अच्छे प्रावधानों को शामिल किया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल […] Read more » Featured Presidential election in India भारत भारत में राष्ट्रपति के चुनाव का तरीका राष्ट्रपति राष्ट्रपति के चुनाव का तरीका राष्ट्रपति चुनाव
राजनीति राष्ट्र के ब्रह्मा, विष्णु, महेश May 5, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment जब उसे विश्वमंचों पर देश के नायक के रूप में अपनी बात कहने का अवसर मिलता है। पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी और अटल जी ने अनेकों अवसरों पर विश्वमंचों पर देश का सम्मान बढ़ाया था, तब लोगों को लगता था कि उनके पास कोई नेता है। आज उसी परंपरा को नरेन्द्र मोदी आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने चीन में या उससे पूर्व अन्य देशों में जाकर जो सम्मान अर्जित किया है उससे देश का मस्तक ऊंचा हुआ है। उन्होंने चीन की धरती से ठीक ही कहा है कि चीन के राष्ट्रपति ने प्रोटोकॉल तोडकऱ जिस प्रकार उनका सम्मान किया है वह मेरे देश के सवा अरब लोगों को दिया गया सम्मान है। जिस किसी ने भी मोदी के यह शब्द सुने उसी ने प्रसन्नता का अनुभव किया। हर व्यक्ति ने मोदी से अधिक स्वयं को गौरवान्वित अनुभव किया। कोई व्यक्ति मुख्यमंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री बनने की सोच सकता है, और समय आने पर जनता की इच्छा से प्रधानमंत्री बन भी सकता है, यह एक अलग बात है। Read more » Featured तमिलनाडु नरेन्द्र मोदी पूर्व मुख्यमंत्री एम. करूणानिधि प्रधानमंत्री ब्रह्मा मनमोहन सिंह महेश राष्ट्र राष्ट्रपति विष्णु सर्वोच्च न्यायालय
राजनीति ‘न्यू इंडिया’ के लिए राष्ट्रपति कौन… ये, वो या फिर कोई और ? March 23, 2017 by निरंजन परिहार | Leave a Comment राष्ट्रपति पद के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल में से देखें, तो वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, नगर विकास मंत्री वेंकैया नायडू समेत लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन जैसे भी कुछेक जानदार नाम हैं। पार्टी में देखे, तो लालकृष्ण आडवाणी भी सबसे प्रबल स्वरूप में सामने हैं। मुरली मनोहर जोशी, शांता कुमार, केशूभाई पटेल और यशवंत सिन्हा भी उम्मीद पाले हुए हैं। लेकिन इन सब में जेटली और आडवाणी को छोड़कर बाकी सभी को तो उपराष्ट्रपति पद से भी संतुष्ट किया जा सकता है। Read more » ‘न्यू इंडिया’ के लिए राष्ट्रपति कौन. Featured who may be next president of India राष्ट्रपति
जरूर पढ़ें राष्ट्रपति, पीएम और मुख्य न्यायधीश होते हैं- राष्ट्र के ब्रह्मा, विष्णु, महेश May 23, 2015 by राकेश कुमार आर्य | 10 Comments on राष्ट्रपति, पीएम और मुख्य न्यायधीश होते हैं- राष्ट्र के ब्रह्मा, विष्णु, महेश -राकेश कुमार आर्य- पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्रित्व काल में कई चीजें बेतरतीब रूप में देखी गयीं। उन सब में प्रमुख थी किसी भी सरकारी विज्ञापन पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ-साथ कांग्रेस की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी के चित्र का लगा होना। यह लोकतंत्र और लोकतंत्र की भावना के विरूद्ध किया गया […] Read more » Featured पीएम पीएम और मुख्य न्यायधीश होते हैंः राष्ट्र के ब्रह्मा महेश मुख्य न्यायधीश राष्ट्रपति विष्णु