विविधा जनभ्रष्टाचार के खिलाफ जनांदोलन का कहीं अपहरण न हो जाए ! April 19, 2011 / December 13, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 1 Comment on जनभ्रष्टाचार के खिलाफ जनांदोलन का कहीं अपहरण न हो जाए ! डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार का होना कोई ऐसा बडा रहस्योद्धाटन नही है। जिसे जानकर आश्चर्य उत्पन्न होता है। राजनेताओं का भ्रष्ट आचरण, खासकर आर्थिक मामलों में भी जनता का जानापहचाना ही है। लोगों ने कुछ सीमा तक इस स्थिति को स्वीकार भी कर लिया है। जो नेता पैसे लेकर काम कर […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे भ्रष्टाचार
विविधा जंतर मंतर से उठते सवाल April 18, 2011 / December 13, 2011 by अतुल तारे | 12 Comments on जंतर मंतर से उठते सवाल अतुल तारे बधाई डॉ. मनमोहन सिंह। बधाई श्रीमती सोनिया गांधी। देशवासी आज चमत्कृत हैं। वे चमत्कृत हैं यह देखकर कि समूचे देश को भ्रष्टाचार का गंदा नाला बनाने वाले अचानक रातोंरात गंगोत्री की पवित्र धारा को अवतरित करने वाले भागीरथ कैसे बन गए? जिस देश की नब्बे फीसदी जनता भ्रष्टाचार के डंक से कराह रही थी […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे डॉ. मनमोहन सिंह सोनिया गांधी
विविधा अन्ना के साथ कुछ भ्रष्ट और हिंसा के पक्षधर चेहरे भी April 18, 2011 / December 13, 2011 by गिरीश पंकज | 10 Comments on अन्ना के साथ कुछ भ्रष्ट और हिंसा के पक्षधर चेहरे भी गिरीश पंकज भ्रष्टाचार के विरुद्ध अन्ना हजारे का जंतर-मंतर में किया गया आमरण अनशन एक नई चेतना की बयार ले कर आया। इलेक्ट्ऱॉनिक मीडिया के माध्यम से यह आंदोलन पूरे देश में कुछ इस तरह फैला कि केंद्र सरकार दहल गई। क्या उत्तर क्या दक्षिण, हर कही लोग ”मी अन्ना हजारे” की टोपी पहने सडकों […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे भ्रष्टाचार
मीडिया विविधा अन्ना हजारे की मीडिया रणनीतियां April 16, 2011 / December 13, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on अन्ना हजारे की मीडिया रणनीतियां जगदीश्वर चतुर्वेदी अन्ना हजारे -अरविंद केजरीवाल और बाबा रामदेव के बयानों में एक खास किस्म का भ्रष्टाचार निरंतर चल रहा है। इन लोगों की बातों और समझ में भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं है। यह एनजीओ राजनीति विमर्श की पुरानी बीमारी है। जन लोकपाल बिल का लक्ष्य है आर्थिक भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सक्रिय कानूनी […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे भ्रष्टाचार
विविधा अन्ना जी मतदाता को गाली मत दो! आप एक निश्कलंक व्यक्ति तक नहीं ढूँढ सके!! April 16, 2011 / December 13, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 20 Comments on अन्ना जी मतदाता को गाली मत दो! आप एक निश्कलंक व्यक्ति तक नहीं ढूँढ सके!! डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ राजनेताओं से निराश और अफसरशाही से त्रस्त भोले देशवासियों द्वारा बिना कुछ जाने समझे कथित गॉंधीवादी अन्ना हजारे के गीत गाये जा रहे हैं| गाये भी क्यों न जायें, जब मीडिया बार-बार कह रहा है कि एक अकेले अन्ना ने वह कर दिखाने का विश्वास दिलाया है, जिसे सभी दल मिलकर […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे भ्रष्टाचार
विविधा भ्रष्टाचार मुक्ति आन्दोलन April 14, 2011 / December 14, 2011 by नरेश भारतीय | Leave a Comment नरेश भारतीय अन्ना हजारे ने भारत में भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान छेड़ते हुए आमरण अनशन किया. लोकपाल विधेयक के लिए अड़े और अन्ततः एक समिति के गठन पर सरकार से अपनी मांगे मनवाने में सफलता हासिल की. जंतरमंतर में जब ये सब चल रहा था मैं दिल्ली में ही था और स्थितिविकास पर ध्यान धयान […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे भ्रष्टाचार
विविधा मोदी की तारीफ पड़ सकती है मंहगी April 14, 2011 / December 14, 2011 by अवनीश राजपूत | 3 Comments on मोदी की तारीफ पड़ सकती है मंहगी अवनीश सिंह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ अच्छे-अच्छे धर्मनिरपेक्षों को शर्मनिपेक्ष बनने पर मजबूर कर देती है। चाहे वो कट्टरपंथियों के गले की फांस बने दारुल उलूम (देश में शिया मुस्लिम समुदाय की सबसे बड़ी संस्था) के नए कुलपति मौलाना गुलाम मोहम्मद वस्तनवी हों या भारतीय फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन। अब इस […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे नरेन्द्र मोदी साम्प्रदायिकता
राजनीति अन्ना के विचार यदि किसी एक संगठन से ज्यादा मिलते हैं तो वह है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ April 14, 2011 / December 14, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 9 Comments on अन्ना के विचार यदि किसी एक संगठन से ज्यादा मिलते हैं तो वह है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जगदीश्वर चतुर्वेदी हाल के दिनों में अन्ना हजारे के बारे में तरह तरह के मिथों का प्रचार करके कारपोरेट मीडिया ने किया है। कारपोरेट मीडिया की अति सक्रियता ने पहला संदेश यह दिया है कि कारपोट मीडिया अब बुद्धिहरण और विवेकहरण का औजार बन गया है। वे एक ऐसा काल्पनिक जगत बनाने में लगे […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
विविधा लोगों को सावधान रहने की जरूरत है! April 14, 2011 / December 14, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 2 Comments on लोगों को सावधान रहने की जरूरत है! डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ’निरंकुश’ जो लोग हमेशा ‘‘सामाजिक न्याय’’ और‘‘दमित तबके के उत्थान’’ का लगातार विरोध करते रहे हैं, वे हजारे के नाम पर रोटी सेकते नज़र आ रहे हैं| केवल कुछ दिखावटी चेहरे, जो भी पूरी तरह से निर्विवाद नहीं बताये जा रहे हैं, देश की सवा सौ करोड़ आबादी का प्रतिनिधित्व करने का […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे भ्रष्टाचार
राजनीति अन्ना हजारे तुम इतने टेढ़े क्यों हो ? April 11, 2011 / December 14, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 15 Comments on अन्ना हजारे तुम इतने टेढ़े क्यों हो ? अन्ना हजारे भले हैं और जो मन में आता है उसे बिना लाग लपेट के बोलते हैं। उनकी इस साफ़गोई पर कोई भी कुरबान हो सकता है। कल उनकी प्रेस कॉफ्रेस थी,उनकी एक तरफं अरविंद केजरीवाल थे दूसरी ओर किरन बेदी बैठी थीं। कुछ अन्ना रह रहे थे कुछ ये दोनों कह रहे थे। इस […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे
प्रवक्ता न्यूज़ मात्र-ज़न-लोकपाल विधेयक से ’भ्रष्टाचारमुक्त भारत’ क्या सम्भव है? April 11, 2011 / December 14, 2011 by श्रीराम तिवारी | 17 Comments on मात्र-ज़न-लोकपाल विधेयक से ’भ्रष्टाचारमुक्त भारत’ क्या सम्भव है? श्रीराम तिवारी यह स्मरणीय है कि अपने आपको गांधीवादी कहने वाले कुछ महापुरुष पानी पी-पीकर राजनीतिज्ञों को कोसते हैं, जबकि गांधीवादी होना क्या अपने-आप में राजनैतिक नहीं होता? याने गुड खाने वाला गुलगुलों से परहेज करने को कह रहाहो तो उसके विवेक पर प्रश्न चिन्ह लगना स्वाभाविक नहीं है क्या? दिल्ली के जंतर-मंतर पर […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे जनलोकपाल विधेयक भ्रष्टाचार
विविधा परिवर्तन की आंधी चली April 11, 2011 / December 14, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on परिवर्तन की आंधी चली बृजनन्दन यादव भ्रष्टाचार और लोकपाल विधेयक पर अन्ना हजारे के आमरण अनशन से देश में एक नई चेतना का संचार हो रहा है। निश्चित ही यह देश के लिए शुभ संकेत है। यह परिवर्तन की आंधी है। इससे महापुरुषों की भविष्यवाणी सत्य सिद्ध होती दिखाई पड़ रही है। पं श्रीराम शर्मा आचार्य एवं हो. वे. […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे जन लोकपाल विधेयक भ्रष्टाचार