विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-54 October 18, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य (5) सर्वकल्याण था भारत का धर्म अन्त्योदयवाद और सर्वोदयवाद भारत के आदर्श रहे हैं। ऐसी उत्कृष्ट सांस्कृतिक भावना की रक्षा करना भी भारत का धर्म था। विदेशी लुटेरे शासक डाकू समूह के रूप में उठे और विश्व के कोने-कोने में फैल गये। उनका कार्य उस समय लूटमार और हिंसा हो गया था। […] Read more » Featured कृष्ण जन्मभूमि भारत रामजन्मभूमि विश्वगुरू विश्वगुरू भारत सोमनाथ
धर्म-अध्यात्म दीपावली भीतर से जागृति का सन्देश देता है October 18, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- दीपावली का त्यौहार भारतीय संस्कृति का गौरव है, क्योंकि दीपावली रोशनी का पर्व है और दीया प्रकाश का प्रतीक है और तमस को दूर करता है। यही दीया हमारे जीवन में रोशनी के अलावा हमारे लिये जीवन की सीख भी है, जीवन निर्वाह का साधन भी है। दीया भले मिट्टी का हो मगर […] Read more » dipawali Featured दीपावली दीपावली के पूजन मुहूर्त
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म दुःख दारिद्र्य दूर करने व रूप प्राप्ति का अवसर नरक चतुर्दशी…!!!— October 18, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment आज बुधवार (18 अक्टूबर 2017 ) को नरक चतुर्दशी, यम चतुर्दशी, नरक चौदस पर विशेष— कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को नरक चतुर्दशी, यम चतुर्दशी, नरका चौदस का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन को हुनुमान जयंती के रूप में भी मनाते हुए बजंरग बली की पूजा-अर्चना करते हैं। प्रचलित मान्यताओं के अनुसार […] Read more » Featured narak chaturdasi नरक चतुर्दशी
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म प्रकृति के रूप में महालक्ष्मी October 17, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- दीपावली के परिशिष्ट हेतु प्रमोद भार्गव समुद्र-मंथन के दौरान जिस स्थल से कल्पवृक्ष और अप्सराएं मिलीं, उसी के निकट से महालक्ष्मी मिलीं। ये लक्ष्मी अनुपम सुंदरी थीं, इसलिए इन्हें भगवती लक्ष्मी कहा गया है। श्रीमद् भागवत में लिखा है कि ‘अनिंद्य सुंदरी लक्ष्मी ने अपने सौंदर्य, औदार्य, यौवन, रंग, रूप और महिमा से सबका […] Read more » dipawali Diwali Featured महालक्ष्मी
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म जानिए कैसे आज अपनी राशि के अनुसार ही करें खरीदारी, हमेशा साथ रहेगी खुशियां— October 17, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment हर किसी के मन में होता है कि लक्ष्मीजी को कैसे प्रसन्न करें, कैसे घर में वैभव, स्वास्थ्य लाभ, सुख-समृद्धि और उन्नति के रास्ते खुल जाएं। आपको बताने जा रहे है धनतेरस पर यदि अपनी राशि के मुताबिक सामान खरीदें तो लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं। वैदिक /सनातन हिन्दू पंचांग के अनुसार दिवाली की […] Read more » Featured what to purchase on dhanteras धनतेरस धनतेरस 2017
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-53 October 17, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य दासता से मुक्ति का दिया भारत ने विश्व को संदेश भारत ने अपना स्वाधीनता संग्राम उसी दिन से आरंभ कर दिया था जिस दिन से उसकी स्वतंत्रता का अपहत्र्ता पहला विदेशी आक्रांता यहां आया था। इस विषय पर हम अपनी सुप्रसिद्घ पुस्तक श्रंखला ‘भारत के 1235 वर्षीय स्वाधीनता संग्राम का इतिहास’ के […] Read more » Featured India Indias as world leader विश्वगुरू भारत विश्वगुरू भारत
विविधा रोहिंग्याओं के प्रति न्यायालय का उदार रुख ? October 16, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव किसी भी पीड़ित समुदाय के प्रति उदारता मानवीय धर्म है, लेकिन जब अवैध रूप से देश में घुसकर आए समुदाय के प्रति राष्ट्रीय सुरक्षा एंजेसियां सुरक्षा को लेकर खतरा बता रही हों, तो ऐसी उदारता देश के लिए भविष्य में घातक साबित हो सकती है ? रोहिंग्या घुसपैठिए बनाम शरणार्थियों के सवाल अपनी […] Read more » Featured Rohingya Supreme Court Supreme court on rohingya न्यायालय का उदार रुख ? रोहिंग्या
राजनीति पत्रकार पण्डित दीनदयाल जी ने दिया नया दर्शन October 16, 2017 by अनिल द्विवेदी | Leave a Comment दीनदयाल जी ने अपने राजनीतिक लेखों में एक नया वाद पैदा किया जिसे समन्वयवाद नाम दिया। राजनीतिक लिप्सा के आकांक्षी लोगों के लिए उन्होंने लिखा कि शिखर पर बैठने की इच्छा सबकी होती है मगर मंदिर के शिखर पर तो कौए भी बैठते हैं? हमें तो उस नींव का पत्थर बनने की आकांक्षा करनी चाहिए […] Read more » Featured जनसंघ पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जी प्रसिद्ध विचारक दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रवादी पत्रकारिता विकासवादी पत्रकारिता समन्वयवाद
राजनीति सत्र और क्षेत्र से नदारद सांसद! October 15, 2017 by हेमेन्द्र क्षीरसागर | Leave a Comment देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका हर किसी को मुनासिब नहीं होता है वे नसीब वाले होते है जिन्हें ये अवसर मिलता है। वह भी देश की सर्वोच्च लोकतांत्रिक प्रतिनिधि संस्था संसद का, अभिभूत सौभाग्य तो सिर्फ और सिर्फ 130 करोड के देश में 545 लोकसभा सांसदों को जन-गण ने दिया है। यह सोच कर […] Read more » Featured क्षेत्र से नदारद सांसद सांसद
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-52 October 15, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  दूध को जब तक आप बिना पानी मिलाये बेच रहे हैं, तब तक वह व्यवहार है, पर जब उसमें पानी की मिलावट की जाने लगे और अधिकतम लाभ कमाकर लोगों का जीवन नष्ट करने के लिए बनावटी दूध भी मिलावटी करके बेचा जाने लगे तब वह शुद्घ व्यापार हो जाता है। […] Read more » Featured India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू के रूप में भारत
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-51 October 15, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   (16) रैक्ण-वैध या लब्धव्य राशियों में से जो संशयित राशि है, अर्थात जिसकी प्राप्ति की आशा पर संशय है व रैक्ण कही जाती है। (17) द्रविण-उपार्जित राशि में से जो लाभराशि हमारे व्यक्तिगत कार्य के लिए है-उसे द्रविण कहा जाता है। (18) राध:-द्रविण में से जो भाग बचकर अपनी निधि […] Read more » Featured India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू के रूप में भारत
विविधा विश्व खाद्य दिवस पर चर्चा में भुखमरी October 15, 2017 by राजू पाण्डेय | Leave a Comment यह कम दुर्भाग्यजनक नहीं है कि अपने देश में व्याप्त भुखमरी पर चर्चा करने के लिए हमें ग्लोबल हंगर इंडेक्स के आंकड़ों की आवश्यकता होती है। और जब यह चर्चा हो भी रही है तो इसका स्वरूप निम्न स्तरीय राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित रह गया है। श्री राहुल गाँधी एवं श्रीमती स्मृति ईरानी के बीच […] Read more » Featured Global HUnger Index 2017 ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2017 चाइल्ड वेस्टिंग चाइल्ड स्टन्टिंग विश्व खाद्य दिवस वैश्वीकृत अर्थव्यवस्था शिशु मृत्यु दर