फ़ेस बुक पेज़ से विविधा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्र सेवा में बढ़ते कदम- लक्ष्य एक कार्य अनेक March 16, 2017 / March 16, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment गिरीश जोशी कभी अनाम, अनजान, उपेक्षित और घोर विरोध का शिकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में चर्चा एवं उत्सुकता का विषय बना हुआ है। संघ की इस यात्रा में ध्यान देने योग्य है कि कांग्रेस सरकार द्वारा तीन तीन प्रतिबंधों, कभी अत्यंत शक्तिशाली और क्रूर रहे कम्युनिस्टों, ईसाई और […] Read more » areas of RSS Featured RSS for country RSS for society RSS work in different sectors राष्ट्र सेवा में बढ़ते कदम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लक्ष्य एक कार्य अनेक
विविधा खून की होली खेलते जवान March 15, 2017 / April 3, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव देश जब रेडियो- टीवी पर पांच राज्यों में हुए चुनाव परिणामों से रूबरू हो रहा था, तब देश के जवानों पर छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली घात लगाकर खूनी होली खेल रहे थे। सुकमा जिले के इंजरम और भेज्जी के बीच कोत्ताचेरू के जंगल में शनिवार 11 मार्च को सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग […] Read more » attack on CRPF in Sukma CRPF jawans Featured naxalwadi attack on crpf
खेत-खलिहान विविधा उत्तराखंड का ग्रामीण परिवेश :समस्याए और समाधान March 15, 2017 by प्रदीप रावत | Leave a Comment लोग कहते है उत्तराखंड बदल रहा है लेकिन गाँवो में जाकर देखो तो बदला हुवा कही भी नज़र नही आता । आज भी गाँवो में शिक्षा,मेडिकल सुविधा व सड़क आदि विकाश के मानको का बुरा हाल है । उत्तराखंड बनने के बाद से ही पलायन को रोकना व ,गाँवो का विकाश दो महत्वपूर्ण […] Read more » Featured problems and solutions of villages in uttrakhand villages in uttrakhand उत्तराखंड उत्तराखंड का ग्रामीण समस्याए उत्तराखंड का ग्रामीण समाधान ग्रामीण परिवेश
विविधा स्वामी रामदेव जी और आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली March 15, 2017 / March 15, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment बाबा रामदेव जी जैसे लोगों द्वारा भारतीय धर्म और संस्कृति की मचाई गयी धूम के परिणामस्वरूप अब जाकर विश्व की आंखें खुल रही हैं, और उसे धीरे-धीरे पता चल रहा है कि भारत की मान्यताएं ही महान हैं, सत्य हैं और अकाट्य हैं। विश्व ने एलोपैथिक चिकित्सा प्रणाली के माध्यम से अपनी जेब कटवाकर देख लिया और यह समझ लिया कि यह चिकित्सा प्रणाली तो हमें सिवाय मारने के और कुछ कर नहीं रही है और यदि हमने इसका पीछा नहीं छोड़ा तो यह हमारा सर्वनाश कर देगी। यही कारण है कि लोग जीवित और स्वस्थ रहने के लिए अपने सारे जातीय पूर्वाग्रहों और साम्प्रदायिक मान्यताओं को तिलांजलि देकर भारत के आयुर्वेद की शरण में आ रहे हैं। Read more » Featured आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली स्वामी रामदेव
समाज मध्यम-वर्ग: नई भोर की आहट March 15, 2017 / March 15, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment मध्यमवर्ग भले ही आर्थिक दृष्टि से सम्पन्न न भी हो, वह शिक्षित भी है, जागरूक भी है और #विकासोन्मुखी भी है लेकिन वह अपनी परम्पराओं और रूढियों से खुद को मुक्त नहीं कर सका। संस्कार और संस्कृति उसकी जेहन में रहते हैं। यही कारण है कि मध्यम वर्ग सबसे ज्यादा पीड़ित है। मध्यम वर्ग की विडम्बना देखिये कि उसे अपना दर्द व्यक्त करने का मंच भी सुलभ नहीं है। यत्र-तत्र चर्चाओं में भाग लेकर अपना आक्रोश तो प्रकट करता है परन्तु समय, धन व जनबल के आभाव के कारण सत्ता में बैठे लोगों को अपने हित चिंतन के लिए विवश नहीं कर पाता। Read more » Featured नई भोर की आहट मध्यम-वर्ग
राजनीति नये भारत की दस्तक को पहचाने March 15, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment महादेवी वर्मा के शब्दों में ‘‘बलवान राष्ट्र वही होता है जिसकी तरुणाई सबल होती है।’’ जिसमें मृत्यु का वरण करने की क्षमता होती है, जिसमें भविष्य के सपने होते हैं और कुछ कर गुजरने का जज्बा होता है, वही तरुणाई है। हमें गंभीरता से विचार करना चाहिए कि आखिर ऐसी कौन-सी परिस्थितियां रही हैं, जो इस पीढ़ी को उनके उद्देश्य से विमुख करती रही हैं, उन्हें असयंमित और अनुशासनहीन बनाती रही है। Read more » Featured नये भारत की दस्तक भारत
कला-संस्कृति समाज उत्तराखंड का बालपर्व “फूलदेई” March 15, 2017 by प्रदीप रावत | Leave a Comment पहाड़ की यह अनूठी बाल पर्व की परम्परा जो मानव और प्रकृति के बीच के पारस्परिक सम्बन्धों का प्रतीक है । तेज़ी से बड़ रही आधुनिकता के कारण यह प्राचीन परम्परा विलुप्त की कगार पर खड़ी हो गयी है इन प्राचीन परम्पराओ को बचाने के लिए सरकार को निति तय करनी होगी और स्कूलों मे बच्चों को इस बालपर्व फूलदेई को मनाने के लिए प्रेरित किया जाय व इस परम्परा से संबन्धित लेख या कविताओं को नौनिहालों के पाठ्यक्रम मे शामिल किया जाय ताकि इसे व्यापकता प्रदान हो सके. Read more » Featured उत्तराखंड का बालपर्व फूलदेई बाल पर्व
राजनीति अपने ही समाज से दो बार हारीं इरोम शर्मीला March 15, 2017 by गुलशन कुमार गुप्ता | Leave a Comment ये तो स्पष्ट है कि इरोम ने चुनाव इन्हीं अपनों के भरोसे लड़ा था | 16 साल का उपवास भी इन्हीं अपनों के लिए रखा था | और चुनाव परिणाम से स्पष्ट हुआ वे अपने कुल 90 लोग हैं | तो फिर क्या कारण था कि उनका त्याग और उनके अपनों की ये सहानुभूति उन्हें राजनीतिक पारी में विजयी ना बना सकी | क्या 16 वर्षों का उपवास केवल इन नब्बे लोगों के लिए रखा था | वास्तव में आयरन लेडी ने अपने लिए सहानुभूति और समर्थन के कारण को ठीक से भापा नहीं | Read more » Featured Irom Sharmila chanu इरोम शर्मीला
विविधा मावलिन्नांग से सीखें सफाई का ककहरा March 15, 2017 by अरुण तिवारी | 1 Comment on मावलिन्नांग से सीखें सफाई का ककहरा अरुण तिवारी हर घर में शौचालय हो; गांव-गांव सफाई हो; सभी को स्वच्छ-सुरक्षित पीने का पानी मिले; हर शहर में ठोस-द्रव अपशिष्ट निपटान की व्यवस्था हो – इन्ही उद्देश्यों को लेकर दो अक्तूबर, 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई थी। कहा गया कि जब दो अक्तूबर, 2019 को महात्मा गांधी जी का […] Read more » cleanest village cleanest village of Asia cleanest village of Asia in Meghalaya Featured मावलिन्नांग
राजनीति मणिपुर में शुरु की भाजपा ने पहली पारी March 15, 2017 / March 15, 2017 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment ऐसा नहीं कि कांग्रेस अपनी सत्ता पर आया संकट देख कर भी चुपचाप देखती रही । पन्द्रह साल से मणिपुर में कांग्रेस की सरकार चला रहे इबोबी सिंह ने अन्ततः वही पत्ता चला जिसके बलबूते कांग्रेस लम्बे अरसे से पूर्वोत्तर में अपना शासन चलाती रही है । उसने राज्य के नौ जिलों को तोड़ कर उनके सोलह ज़िले बना दिए । मणिपुर के नौ जिलों में से चार ज़िले तो घाटी में हैं और पाँच ज़िले पहाड़ में हैं । Read more » BJP in Manipur Featured भाजपा मणिपुर
राजनीति सुशासन के कीर्तिमान गढ़ने का समय March 14, 2017 / March 14, 2017 by डा रवि प्रभात | 1 Comment on सुशासन के कीर्तिमान गढ़ने का समय अब समय आ गया है जब भाजपा को प्रत्येक निर्वाचित जनप्रतिनिधि के लिए विशिष्ट आचार संहिता का प्रावधान करना चाहिए , जिसमें नैतिकता , सदाचार , इमानदारी, संवेदनशीलता और सहृदयता जैसे उच्च मानक हो जिनके पालन को सुनिश्चित कराया जाए । क्योंकि भले ही जनता ने मोदी जी और पार्टी की विचारधारा पर विश्वास करके भाजपा को वोट दिया हो परंतु रोजमर्रा की समस्याओं के लिए कार्यकर्ताओं जनता का साबका पार्षद , विधायको और सांसदों से ही पड़ता है ।अगर इन लोगों का आचरण विपरीत किस्म का होगा तो जनता का विश्वास टूटेगा और उसे दूसरे विकल्प की तरफ देखना पड़ेगा । Read more » bjp bjp major party Featured अंत्योदय राष्ट्रवाद विकास सर्वधर्म समभाव सुशासन सुशासन के कीर्तिमान गढ़ने का समय हिंदुत्व
राजनीति चुनावी चक्कलस पर भारी मिडियाई बतरस March 14, 2017 / March 15, 2017 by अमित शर्मा (CA) | Leave a Comment चुनावी विश्लेषण करते समय समय कुछ न्यूज़ चैनल तो इतने लोगो का पैनल बिठा लेते है मानो चुनावी विश्लेषण के लिए नहीं बल्कि होली-दीवाली स्नेह मिलन समारोह के लिए लोगो को बुलाया हो। अपनी पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे प्रवक्ताओ को बोलते हुए सुनकर लगता है कि आजकल प्रवक्ता होने के लिए अच्छा वक्ता होने की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। Read more » “चुनावी- चक्कलस” “मिडियाई-बतरस” Featured ओपिनियन पोल चुनावी अधिसूचना पेड सर्वे