राजनीति कौन तोड़ना चाहता है जातिवाद? April 7, 2015 / April 11, 2015 by अमित शर्मा | 2 Comments on कौन तोड़ना चाहता है जातिवाद? बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के द्वारा लोहिया जी की प्रतिमा का माल्यार्पण करने के बाद ‘लोहिया विचार मंच’ के एक युवक के द्वारा उस प्रतिमा को गंगाजल से धोने की निहायत शर्मनाक घटना सामने आई है. जातिवाद और छूत-अछूत की यही सोच हिन्दू धर्म की सबसे बड़ी कमजोरी रहा है. जातिवाद की सोच […] Read more » Featured अमित शर्मा कौन तोड़ना चाहता है जातिवाद? गंगाजल से धोने जातिव्यवस्था जीतनराम मांझी दलित पिछड़े बिहार महादलित वर्ग लोहिया लोहिया विचार मंच
खेत-खलिहान किसानों को स्नेह और सहानुभूति की जरुरत April 7, 2015 / April 11, 2015 by रमेश पांडेय | 1 Comment on किसानों को स्नेह और सहानुभूति की जरुरत असमय बारिश और ओलावृष्टि ने उत्तर भारत के किसानों को तबाह कर रखा है। देश के कोने-कोने से किसानों के आत्महत्या करने और फसल की बर्बादी को देख सदमे से मौत हो जाने की खबरें आ रही हैं। ऐसी खबरों से साफ है कि किसान और उनके परिवारीजन कितनी भयावह मनोदशा से गुजर रहे होंगे। […] Read more » Featured असमय बारिश ओलावृष्टि किसानों को स्नेह और सहानुभूति की जरुरत रमेश पाण्डेय
खान-पान स्वास्थ्य-योग स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास April 7, 2015 / April 11, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment दुनिया में स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ भी नहीं होता और शरीर अगर स्वस्थ हो तो सब कुछ अच्छा लगता है, दिल को सुकून मिलता है लेकिन अगर हम थोड़ा भी बीमार पड़ते हैं तो सारी दुनिया अधूरी सी लगने लगती है। इसलिए स्वास्थ्य को सबसे बड़ा धन भी कहा गया है लेकिन वर्तमान परिवेश और […] Read more » Featured निर्भय कर्ण विश्व स्वास्थ्य दिवस स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास
राजनीति संसद में विपक्ष की उत्तरदायित्वहीनता April 7, 2015 / April 11, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on संसद में विपक्ष की उत्तरदायित्वहीनता सदन मे आये दिन संसदीय कार्यवाही बाधित होने की ख़बरे आती रहती है. प्रायः सदनों मे हंगामा होने के कारण कार्यवाही बाधित होती है.कभी कभी तो ये जन प्रतिनिधि सदन की गरिमा तक को भूल जाते हैं. अनेक उदाहरण भी मौजुद हैं. इस हो- हंगामा के बीच ये तो तय हैं कि किसी भी मुद्दे […] Read more » Featured राजीव प्रताप सिंह संसद में विपक्ष की उत्तरदायित्वहीनता
महिला-जगत विविधा माहवारी पर विमर्श : बस, सुर्खियों में बने रहने की चाहत April 7, 2015 / April 11, 2015 by व्यालोक पाठक | 3 Comments on माहवारी पर विमर्श : बस, सुर्खियों में बने रहने की चाहत व्यालोक पाठक हमारे-आपके लिए इसका अंदाज़ा भी लगा पाना मुश्किल है कि महिला सशक्तिकरण में भला माहवारी की क्या भूमिका हो सकती है, लेकिन हालिया कुछ विमर्शों को देखें तो यही कहना पड़ेगा कि सशक्तिकरण में माहवारी की महती भूमिका है। नारीवादी आंदोलन महिलाओं के शरीर को लेकर पहले भी मुखर रहा है, लेकिन इसकी […] Read more » Featured नारीवाद माहवारी स्त्री विमर्श
धर्म-अध्यात्म यशोदानंदन-36 April 7, 2015 / April 11, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment आश्चर्य! घोर आश्चर्य!! सात वर्ष का बालक गोवर्धन जैसे महापर्वत को अपनी ऊंगली पर सात दिनों तक धारण किए रहा। विस्मय से सबके नेत्र विस्फारित थे। सभी एक-दूसरे को प्रश्नवाचक दृष्टि से देख रहे थे, पर थे सभी अनुत्तरित। जिज्ञासा चैन से बैठने कहां दे रही थी। नन्द बाबा के अतिरिक्त किसमें सामर्थ्य थी जो […] Read more » Featured यशोदानंदन
टॉप स्टोरी राजनीति संजय विनायक जोशी जी के जन्मदिन पर उमड़ी समर्थकों की भारी भीड़ April 6, 2015 / April 11, 2015 by अमित शर्मा | Leave a Comment भाजपा के पूर्व संगठन महामंत्री श्री संजय विनायक जोशी जी के जन्मदिन पर उनके आवास पर दिन भर उनके समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा. समर्थकों ने उन्हें मिठाई खिलाकर और फूलमाला पहनाकर उनके प्रति अपनी भावनाओं का इजहार किया और उनके दीर्घायु होने की कामना की. उनके जन्मदिन पर शुभकामना देने वालों में आम कार्यकर्ता […] Read more » Featured पूर्व संगठन महामंत्री श्री संजय जोशी जी के जन्मदिन भाजपा भाजपा का स्थापना दिवस समारोह संजय जोशी संजय जोशी जी के जन्मदिन
धर्म-अध्यात्म यशोदानंदन-३५ April 6, 2015 / April 11, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment देवराज इन्द्र का आदेश पाते ही समस्त घातक बादल वृन्दावन के उपर प्रकट हुए। वहां निरन्तर बिजली की चमक, बादलों की गर्जना तथा प्रबल झंझा के साथ अनवरत वर्षा होने लगी। मोटे-मोटे स्तंभों के समान अविराम वर्षा करते हुए बादलों ने धीरे-धीरे वृन्दावन के संपूर्ण क्षेत्र को जलमग्न कर दिया। वर्षा के साथ तीव्र गति […] Read more » Featured Krishna बिपिन किशोर सिन्हा यशोदानंदन यशोदानंदन-३५
राजनीति हाशिमपुरा कांडः 28 साल बाद भी न्याय न मिलने पर सन्नाटा? April 6, 2015 / April 11, 2015 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 2 Comments on हाशिमपुरा कांडः 28 साल बाद भी न्याय न मिलने पर सन्नाटा? हर समाज और देश में कट्टर और उदार सभी तरह के कम और ज्यादा लोग सदा से रहते रहे हैं। हम जैसे उदार मानवीय और निष्पक्ष सोच के लोग उस दिन से कट्टर और आतंकवाद समर्थक सोच के लोगों को जवाब देते देते परेशान हैं जिस दिन से मेरठ के हाशिमपुरा हत्याकांड पर कोर्ट का […] Read more » .इक़बाल हिंदुस्तानी Featured आतंकवाद कट्टर सोच हाशिमपुरा कांड हाशिमपुरा कांडः 28 साल बाद भी न्याय न मिलने पर सन्नाटा?
व्यंग्य बोली पर ब्रेक… April 6, 2015 / April 11, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment चैनलों पर चल रही खबर सचमुच शाकिंग यानी निराश करने वाली थी। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मातहतों को आगाह कर दिया था कि गैर जिम्मेदाराना बयान दिए बच्चू तो कड़ी कार्रवाई झेलने को तैयार रहो। मैं सोच में पड़ गया। यदि सचमुच नेताओं की जुबान पर स्पीड ब्रेकर या ब्रेक लग गया तो …। कैसे चलेगा […] Read more » Featured कड़ी कार्रवाई तारकेश कुमार ओझा बयानवीर बोली पर ब्रेक...
राजनीति भाजपाः वाणी को कर्म में बदलने की चुनौती April 6, 2015 / April 11, 2015 by संजय द्विवेदी | 1 Comment on भाजपाः वाणी को कर्म में बदलने की चुनौती भारतीय जनता पार्टी की बेंगलूरू कार्यकारिणी के संदेश आखिर क्या हैं? क्या पार्टी नई चुनौतियों से जूझने के लिए तैयार है? बदलते देश की बड़ी उम्मीदों पर सवार भाजपा सरकार के लिए वास्तव में कुछ कर दिखाने का समय है। उसके सामने उसके चतुर सुजान प्रतिद्वंदी दल और वैचारिक विरोधी जिस तरह एकजुट होकर उस […] Read more » Featured बेंगलूरू कार्यकारिणी के संदेश भाजपा भाजपाः वाणी को कर्म में बदलने की चुनौती भाजपा सांप्रदायिक भारतीय जनता पार्टी संजय द्विवेदी
खेत-खलिहान राजनीति प्राकृतिक आपदा से हुए कृषि विनाश में कृषिक संरक्षण हेतु कुछ विचार April 6, 2015 / April 11, 2015 by मानव गर्ग | 3 Comments on प्राकृतिक आपदा से हुए कृषि विनाश में कृषिक संरक्षण हेतु कुछ विचार गत एक मास में भारत के अनेक क्षेत्रों में अनपेक्षित महती वृष्टि और शिलावृष्टि (ओलावृष्टि) हुई, जिससे इन क्षेत्रों में हो रही कृषि को और कृषिकों को महान् हानि पहुँची है । विशेषतः उत्तर भारत में इसका दुष्प्रभाव सर्वाधिक हुआ है, यहाँ तक कि अनेक किसानों के आघात (सदमे) के कारण मृत्यु या आत्महत्या के […] Read more » Featured किसानों के आत्महत्या के समाचार प्राकृतिक आपदा से हुए कृषि विनाश में कृषिक संरक्षण हेतु कुछ विचार मानव गर्ग