राजनीति हम हार नहीं मानेंगे! हम लड़ना नहीं छोड़ेंगे! March 30, 2015 / April 4, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment 25 मार्च को दिल्ली में मज़दूरों पर जो लाठी चार्ज हुआ वह दिल्ली में पिछले दो दशक में विरोध प्रदर्शनों पर पुलिस के हमले की शायद सबसे बर्बर घटनाओं में से एक था। ध्यान देने की बात यह है कि इस लाठी चार्ज का आदेश सीधे अरविंद केजरीवाल की ओर से आया था, जैसा कि […] Read more » Featured अभिनव सिन्हा अरविंद केजरीवाल ठेका प्रथा खत्म करना; दिल्ली में मज़दूरों पर जो लाठी चार्ज मीडिया चैनलों और अखबारों ने मजदूरों महिलाओं छात्रों पर हुए बर्बर दमन लाठी चार्ज
व्यंग्य आओ रोग कैश करें March 30, 2015 / April 4, 2015 by अशोक गौतम | Leave a Comment इधर गृहस्थी का भार ढोते-ढोते एचबी कम और बीपी हाई हुआ तो घर में कोहराम मच गया। सभी घर में मुझे एक से एक न कभी सुने सुझाव देने लगे। मैंने पहली बार महससू किया कि मेरे घर के लोग मेरे लिए भी परेशान होते हैं। अपने घरवालों का अपने प्रति इतना लगाव देखा तो […] Read more » Featured अशोक गौतम आओ रोग कैश करें एचबी कम बीपी बीपी हाई मीठा कम खाओ
महत्वपूर्ण लेख पूर्णत: धर्मांध था तैमूर लंग March 27, 2015 / April 4, 2015 by राकेश कुमार आर्य | 7 Comments on पूर्णत: धर्मांध था तैमूर लंग तैमूर लंग ने भारत पर 1398 ई. में आक्रमण किया। इस विदेशी आततायी का उद्देश्य भी भारत के धर्म और संस्कृति को मिटाकर यहां इस्लाम का झण्डा फहराना था। इसमें कोई दो मत नही कि हिंदुओं के प्रति तैमूर अत्यंत क्रूर था। उसकी क्रूरता को सभी इतिहासकारों ने स्वीकार किया है, हिन्दुओं के प्रति वह पूर्णत: धर्मांध था, उसने भारतवर्ष […] Read more » Featured धार्मिक असहिष्णुता पूर्णत: धर्मांध था तैमूर लंग
साहित्य पश्चिम का प्रथम हिंदी तीर्थ -त्रिनिदाद का एरी गांव March 27, 2015 / April 4, 2015 by बी एन गोयल | 1 Comment on पश्चिम का प्रथम हिंदी तीर्थ -त्रिनिदाद का एरी गांव 30 मई 1845 का दिन जब भारतीय गिरमिटिया मज़दूरों से भरा फत्तेल रोज़ाक नाम का जहाज़ 16 फरवरी 1845 को कोलकाता से चलकर साढ़े3 महीने की यात्रा पूरी करके त्रिनिदाद के नेल्सन द्वीप पर पहुंचा । यह यात्रा अत्यंत दुखद, संघर्षपूर्ण और कष्टप्रद थी। किसी को विश्वास नहीं था के वे सही सलामत पहुंचेंगे। इस तीन महीनों में उन के कितने […] Read more » Featured त्रिनिदाद का एरी गांव पश्चिम का प्रथम हिंदी तीर्थ -त्रिनिदाद का एरी गांव
जन-जागरण राजनीति शख्सियत अंतिम जन को खैरात नहीं, खुद्दारी की दरकार March 27, 2015 / April 4, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment इस दुनिया में यदि कोई सबसे आसान काम है तो वह है, किसी में खामियां निकालना। इस दुनिया में यदि कोई सबसे कठिन काम है, तो वह है, दूसरों को उपदेश देने से पहले उसे स्वयं आात्मसात् करना। इस दुनिया में महान विचारक और भी बहुत हुए, किंतु महात्मा गांधी ने दुनिया के सबसे कठिन […] Read more » Featured अंतिम जन को खैरात नहीं खुद्दारी की दरकार अरुण तिवारी महात्मा गांधी
राजनीति नरेंद्र मोदीः देश ने मान लिया दिल्ली कब मानेगी March 27, 2015 / April 4, 2015 by संजय द्विवेदी | 1 Comment on नरेंद्र मोदीः देश ने मान लिया दिल्ली कब मानेगी जमीन की जंग में नरेंद्र मोदी उलझ से गए लगते हैं। इसने पूरे विपक्ष को एकजुट तो किया ही है, साथ ही यह छवि भी प्रक्षेपित कर दी है कि सरकार को किसानों की चिंता नहीं है। अध्यादेशी आतुरता ने सरकार को दर्द के उस चौराहे पर खड़ा कर दिया है, जहां से आगे जाने […] Read more » Featured नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदीः देश ने मान लिया दिल्ली कब मानेगी भूमिअधिग्रहण कानून संजय द्विवेदी
मीडिया प्रवक्ता की गोष्ठी से जनसंवाद पर आम सहमति बनी! October 27, 2013 / October 28, 2013 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 5 Comments on प्रवक्ता की गोष्ठी से जनसंवाद पर आम सहमति बनी! इक़बाल हिंदुस्तानी प्रवक्ता डॉटकॉम की स्थापना के पांच साल पूरे होने पर 16 लेखकों का सम्मान समारोह और ‘‘न्यू मीडिया और जनसंवाद’’ पर विचार गोष्ठी दो हिस्सों में शानदार प्रोग्राम हुआ। हालांकि मैं खुद को इस लायक नहीं समझता कि देश-विदेश के उन 16 लेखकों में मेरा नाम भी शामिल किया जाता जिनको सम्मानित किया […] Read more » Featured
राजनीति चुनावी हिसाब में पारदर्शिता से परहेज October 27, 2013 / October 28, 2013 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव आखिरकार राजनीतिक दलों ने चंदे के हिसाब किताब में पारदर्शिता लाने वाले निर्वाचन आयोग के प्रस्ताव को ठोकर मार दी। राष्ट्रीय दलों में केवल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने प्रस्ताव का सर्मथन किया। भाजपा, सपा,बसपा,राकांपा और माकपा जैसे अन्य बड़े दलों ने तो आयोग के सुझावों का उत्तर भी नहीं दिया। जबकि कांग्रेस ने […] Read more » Featured
आर्थिकी महंगाई के कारण यह भी हैं! October 26, 2013 / October 28, 2013 by कन्हैया झा | Leave a Comment भारत में पिछली शताब्दी के प्रारम्भ से ही अनाज के व्यापार में आढती शामिल हो गए थे. फसल आने से पहले ही ये किसानो से तथा खाद्यान प्रोसेसर जैसे कि बिस्कुट आदि के उत्पादक, आदि से सौदा कर लेते थे. इससे किसानों को भी उचित दाम मिल जाता था तथा खाद्यान प्रोसेसर भी निश्चित मूल्य […] Read more » Featured महंगाई
महिला-जगत विधि-कानून दूसरी बीवी को गुजारा भत्ता, सुप्रीम कोर्ट का बहुपत्नीवादी निर्णय October 26, 2013 / October 28, 2013 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 4 Comments on दूसरी बीवी को गुजारा भत्ता, सुप्रीम कोर्ट का बहुपत्नीवादी निर्णय अधिकतर स्त्रियों को वास्तव में इस बात का ज्ञान होता है कि वे जिस पुरुष से विवाह रचाने जा रही हैं, वह पहले से ही विवाहित है और उसकी पत्नी जिन्दा है। फिर भी वे एक निर्दोष स्त्री के वैवाहिक अधिकारों का बलात्कार करते हुए एक विवाहित पुरुष को अपना पति मान लेती हैं या […] Read more » Featured
राजनीति राहुल गांधी द्वारा करूणा रस पैदा करने के असफल प्रयास October 26, 2013 / October 28, 2013 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 1 Comment on राहुल गांधी द्वारा करूणा रस पैदा करने के असफल प्रयास डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री इधर राहुल गांधी ने भी देश भर में घूमना शुरू कर दिया है। राजस्थान से लेकर गुवाहाटी तक सब जगह जिज्ञासा और उत्सुकता से देश को देख रहे हैं। नेहरू परिवार की चौथी पीढ़ी का यह परिवार , जिसमें देशी विदेशी मूल के अनेक लोग भी शामिल हो चुके हैं , […] Read more » Featured
खेल जगत खेल प्रशासन में गड़बड़ियों के निहितार्थ October 26, 2013 / October 28, 2013 by हिमांशु शेखर | Leave a Comment भारत में खेलों के प्रशासन में जो गड़बडि़यां हैं, वे गाहे-बगाहे सामने आती रहती हैं। कई मामले ऐसे भी आए हैं जिनमें खिलाडि़यों को अपने इशारे पर नचाने के लिए खेलों के प्रशासक कई तरह के तिकड़म करते हैं। ताजा मामला ज्वाला गट्टा का है। भारत में क्रिकेट जैसे खेलों में इतना पैसा है कि […] Read more » Featured खेल प्रशासन