कविता साहित्य हर उम्र वैसे अजीब होती है December 5, 2017 by बीनू भटनागर | Leave a Comment ये सत्तर की उम्र भी अजीब होती है, बुढ़ापे की दहलीज़ होती है, इसके आगे जितनी मिल जाये, सूद पर व्याज होती है। सत्तर की उम्र में भी रोमांस होता है, अंदाज़ ज़रा सा अलग होता है तुमने दवाई खाई अब आराम करलो, ऐसी बातें होती है। किसको कितनी दवाइयां निगलनी […] Read more » Featured हर उम्र वैसे अजीब होती है
विविधा श्रीराम जन्म भूमि के पंद्रह सौ गज और 489 वर्ष December 5, 2017 by विनोद बंसल | Leave a Comment विनोद बंसल 1992 के अंत में भारत के इतिहास में एक ऎसी घटना घटी है जो पीढ़ीयों तक याद की जाएगी. छ: दिसंबर 1992 को अयोध्या के मुहल्ला राम कोट में तीन गुम्बदों वाला एक ढांचा हिन्दू समाज ने अपनी सामूहिक संगठित शक्ति और उपस्थिति के आधार पर केवल बांस बल्लियों व अपने हाथों […] Read more » Featured श्रीराम जन्म भूमि श्रीराम जन्म भूमि 489 वर्ष श्रीराम जन्म भूमि के पंद्रह सौ गज
लेख हिंदुस्तान के गद्दार जमींदार December 5, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 1 Comment on हिंदुस्तान के गद्दार जमींदार डा. राधेश्याम द्विवेदी हमारे भारत को प्राचीन काल से ही सोने की चिड़िया कहलाने का गौरव प्राप्त था, लेकिन जब सोने की चिड़िया कहे जाने वाले हमारे भारत पर अंग्रेजों ने कब्ज़ा किया उसके बाद भारत से वो गौरव छिन गया. हम सभी ने जब भी अपने इतिहास के बारे में पढ़ा या सुना है […] Read more » Featured गद्दार जमींदार जमींदार हिंदुस्तान
शख्सियत समाज क्रांति के साथ शांति के प्रवर्तक: अरविन्द December 5, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment महर्षि श्री अरविन्द की पुण्यतिथि, 5 दिसम्बर 2017 ललित गर्ग एक सार्थक प्रश्न कि क्या इंसान सामथ्र्यवान ही जन्म लेता है या उसे समाज और परिस्थितियां गढ़ती है? मनुष्य जीवन की उपलब्धि है चेतना, अपने अस्तित्व की पहचान। इसी आधार पर वस्तुपरकता से जीवन में आनन्द! यह बात छोटी-सी उम्र में महर्षि अरविन्द ने समझ […] Read more » Featured अरविन्द महर्षि श्री अरविन्द महर्षि श्री अरविन्द की पुण्यतिथि
राजनीति इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन सुरक्षित और सही December 4, 2017 / December 6, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यूं तो कभी विवादों से मुक्त नहीं रही लेकिन भारत के चुनाव आयोग ने हमेशा इसे सुरक्षित और सही माना.भारत की जनता भी चुनाव आयोग से सहमत है. यदा-कदा राजनेता चुनावों में ईवीएम के ख़िलाफ़ बोलते रहे हैं लेकिन किसी बड़ी राष्ट्रीय पार्टी ने इसके ख़िलाफ़ कोई बड़ा कदम […] Read more » electronic voting machine Featured इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन चुनाव आयोग
राजनीति राजनीति : उत्तरप्रदेश से एक और बड़ा संदेश December 4, 2017 / December 6, 2017 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी देश में जबसे नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, तबसे राजनीति में एक परिवर्तन सा दिखाई दे रहा है। वह परिवर्तन किस प्रकार का है, वह तो हम आगे बात करेंगे, लेकिन उसका प्रभाव साढ़े तीन वर्ष बाद भी देश की राजनीति में दिखाई दे रहा है। उत्तरप्रदेश के लोकसभा के बाद विधानसभा और […] Read more » bjp wins in nikay chunav Featured nikay chunav in up उत्तरप्रदेश
समाज सार्थक पहल इंसानियत अभी ज़िंदा है December 4, 2017 by अरुण तिवारी | Leave a Comment अरुण तिवारी सच है कि अधिक से अधिक धन, अधिक से अधिक भौतिक सुविधा, अधिक से अधिक यश व प्रचार हासिल करना आज अधिकांश लोगों की हसरत का हिस्सा बनता जा रहा है। यहीं यह भी सच है कि ऐसी हसरतों की पूर्ति के लिए हमने जो रफ्तार और जीवन शैली अख्तियार कर ली […] Read more » Featured इंसानियत
समाज हदिया जैसी लडकियां लव नहीं जिहाद का शिकार होती हैं December 4, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment परिवर्तन तो संसार का नियम है। व्यक्ति और समाज के विचारों में परिवर्तन समय और काल के साथ होता रहता है लेकिन जब व्यक्ति से समाज में मूल्यों का परिवर्तन होने लगे तो यह आत्ममंथन का विषय होता है। अखिला अशोकन से हदिया बनी एक लड़की आज देश में एक महिला के संवैधानिक अधिकारों और […] Read more » Featured Hadia Hadia victim of jihad love jihad case अखिला से हदिया हदिया
लेख साहित्य गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-12 December 2, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   गीता के दूसरे अध्याय का सार और संसार गीता और शहादत अपनी मजहबी मान्यताओं को संसार पर बलात् थोपने वाले जिहादियों को लालच दिया गया है कि यदि ऐसा करते-करते तुम मृत्यु को प्राप्त हो जाते हो तो तुम शहीद कहे जाओगे। जबकि श्रीकृष्ण जी अर्जुन से इसके ठीक विपरीत […] Read more » Featured गीता गीता का कर्मयोग विश्व
लेख साहित्य गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-11 December 2, 2017 / December 2, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  गीता के दूसरे अध्याय का सार और संसार आजकल पैसा कैसे कमाया जाए और कैसे बचाया जाए?-सारा ध्यान इसी पर केन्द्रित है। आय के सारे साधन चोरी के बना लिये गये हैं, जिससे व्यक्ति उन्हें किसी को बता नहीं सकता, इसलिए उनकी मार को चुप-चुप झेलता रहता है। जितना दिल साफ […] Read more » Featured geeta karmayoga of geeta गीता गीता का कर्मयोग गीता के दूसरे अध्याय का सार विश्व
विविधा लोककल्याण का मार्ग है गीता December 2, 2017 / December 2, 2017 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment अरविंद जयतिलक पाश्चात्य जगत में विश्व साहित्य का कोई भी ग्रंथ इतना अधिक उद्धरित नहीं हुआ है जितना भगवद्गीता। भगवद्गीता ज्ञान का अथाह सागर है। जीवन का प्रकाशपूंज व दर्शन है। शोक और करुणा से निवृत होने का सम्यक मार्ग है। भारत की महान धार्मिक संस्कृति और उसके मूल्यों को समझने का ऐतिहासिक-साहित्यिक साक्ष्य है। […] Read more » Featured geeta Geeta Jayanti गीता
राजनीति जनेऊ संस्कार है हथियार नही ! December 2, 2017 / December 2, 2017 by विनायक शर्मा | Leave a Comment राहुल का सोमनाथ मन्दिर जाना और वहां की व्यवस्थाओं के अनुसार गैर हिन्दु वाले रजिस्टर में पंजीयन एक साधारण सी बात थी। प्रकरण वायरल होने के पश्चात बचाव की नियत से कांग्रेस द्वारा अपने प्रवक्ताओं के माध्यम से झटपट जो स्पष्टीकरण दिया गया उसी से विवाद पैदा हुआ और राहुल व कांग्रेस की स्थिति हास्यास्पद […] Read more » Featured Rahul Rahul in somnath mandir rahul trips to mandir राहुल राहुल का सोमनाथ मन्दिर जाना सोमनाथ मन्दिर