मीडिया विविधा लोकतांत्रिक पत्रकारिता का आईना है ‘कही अनकही’ March 14, 2011 / December 14, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on लोकतांत्रिक पत्रकारिता का आईना है ‘कही अनकही’ उत्तर-पूर्व के राज्यों और पश्चिम बंगाल में हिन्दी पत्रकारिता में लोकप्रिय अखबार ‘सन्मार्ग’ की महत्वपूर्ण भूमिका है। यह इस क्षेत्र का सबसे बड़ा अखबार है। इसका व्यापक पाठक समुदाय इसकी सबसे बड़ी ताकत है। अहिन्दी भाषी राज्यों में हिन्दी को जन-जन तक संचार की भाषा बनाए रखने में इस अखबार की बहुत बड़ी भूमिका है। […] Read more » Journalism
प्रवक्ता न्यूज़ पत्रकारिता की वास्तविकता February 27, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on पत्रकारिता की वास्तविकता -राजेश कुमार हम अक्सर उस दिशा की तरफ जाने के लिए लालायित रहते है, जहां हम खुद को एक हीरो की भांति पेश कर सकें। गलैमर और शान भरी जिंदगी के लिए प्रसिद्ध पत्रकारिता क्षेत्र में इसी कारण बीते कुछ सालों में काफी छात्र-छात्राएं खिंचे चले आ रहे हैं। छात्राओं की बढ़ती भीड़ के कारण […] Read more » Journalism पत्रकारिता
पुस्तक समीक्षा राजनीति पत्रकारिता और दीनदयाल उपाध्याय February 27, 2011 / December 15, 2011 by डॉ. मनोज चतुर्वेदी | 2 Comments on पत्रकारिता और दीनदयाल उपाध्याय पुस्तक समीक्षक – डॉ. मनोज चतुर्वेदी दीनदयाल उपाध्याय एक विचारक, प्रचारक, विस्तारक, राष्ट्रषि, संपादक, पत्रकार अर्थशास्त्री, समाजसेवी, एक प्रखर वक्ता, शिक्षाविद तथा अपूर्व संगठनकर्ता थे। उन्होंने अहोरात्र भारत माता की सेवा करते-करते अपने जीवन को होम कर दिया। दीनदयाल जी ने लेखन तथा संपादन की शिक्षा, आज के महाविद्यालयों-विश्वविद्यालयों से नहीं लिया था। उन्होंने ‘आर्गेनाइजर’ […] Read more » Journalism पत्रकारिता और दीनदयाल उपाध्याय
प्रवक्ता न्यूज़ दुराग्रहों की प्रकृति में एक और मोड़! December 10, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment हरिकृष्ण निगम ‘राजनीतिक पत्रकारिता’ पर हाल में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल की शोध-परियोजना के अंतर्गत श्री राकेश सिंहा के एक प्रकाशित ग्रंथ में जब यह पढ़ा कि देश के कुछ प्रमुख अंग्रेजी दैनिक पत्रों की राजनैतिक व वैचारिक प्रतिबध्दता में दृष्टिकोण की खोट हो सकती है तब अनेक बुध्दिजीवियों की तरह […] Read more » Journalism राजनीतिक पत्रकारिता
प्रवक्ता न्यूज़ पत्रकारिता: अन्धेरे समय में उजाले की उम्मीद December 9, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on पत्रकारिता: अन्धेरे समय में उजाले की उम्मीद -प्रदीप चन्द्र पाण्डेय पत्रकारिता के लिये यह चिन्तन, चिन्तित, विचलित और चकित होने का समय है जब पूर्वजों की मान्यतायें भर-भराकर गिर रही है और जो नयी स्थापनायें सामने आ रही हैं उसे पत्रकार नहीं बाजार तंय कर रहा है। पत्रकारिता की धार और संसार पर यकीन करने वाले पुरानी पीढ़ी के लोग खूटियों पर […] Read more » Journalism पत्रकारिता
राजनीति ये कैसी पत्रकारिता है December 6, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on ये कैसी पत्रकारिता है -जगमोहन आज़ाद पिछले दिनों दिल्ली में पत्रकारिता में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए दिशा निर्देशों की ज़रूरत है और संपादक उद्योगजगत और नेताओं के दबाव के आगे झुकने जैसे मामलों पर एक बहस शुरू हुई। इस बहस में यह भी साफ तौर पर सामने निकल कर आया कि कुछ तथाकथित पत्रकार आज खुलेआम भ्रष्टाचार को […] Read more » Journalism उत्तराखंड पत्रकारिता रमेश पोखरियाल 'निशंक'
प्रवक्ता न्यूज़ श्री गुरुजी और पत्रकारिता October 16, 2010 / December 21, 2011 by डॉ. मनोज चतुर्वेदी | Leave a Comment – डॉ. मनोज चतुर्वेदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सर संघचालक श्री गुरुजी उपाख्य माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर समाजसेवी, संत, समाज सुधारक, वैज्ञानिक, शिक्षाविद होने के साथ ही उत्कृष्ट पत्रकार दृष्टि भी रखते थे। जिस तरह देवर्षि नारद के मन में राष्ट्र की आराधना के साथ ही जगत की सेवा का भाव निहित था, ठीक उसी […] Read more » Journalism माधव गोलवलकर श्री गुरूजी
प्रवक्ता न्यूज़ उठ चुकी है ‘आदर्श पत्रकारिता’ की अर्थी September 18, 2010 / December 22, 2011 by विशाल आनंद | 2 Comments on उठ चुकी है ‘आदर्श पत्रकारिता’ की अर्थी -विशाल आनंद ”क्या वह प्रेस, जिसका व्यापारिक लाभ के लिए संचालन होता है और जिसका इस प्रकार नैतिक पतन हो जाता है, स्वतंत्र है? इसमें संदेह नहीं कि पत्रकार को जिंदा रहने और लिखने के लिए धन कमाना जरूरी है, किन्तु उसको धन कमाने के लिए ही जिंदा रहना और लिखना नहीं चाहिए। प्रेस की […] Read more » Journalism पत्रकारिता
प्रवक्ता न्यूज़ कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा ‘प्रायोजित समाचारों की चुनौतियां’ विषयक संगोष्ठी आयोजित August 7, 2010 / December 22, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा ‘प्रायोजित समाचारों की चुनौतियां’ विषयक संगोष्ठी आयोजित रायपुर(1 अगस्त 2010)। ‘प्रायोजित समाचारों की चुनौतियां’ विषय पर कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय द्वारा न्यू सर्किट हाउस में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के राज्यपाल महामहिम शेखर दत्त के अलावा दैनिक भास्कर के समूह संपादक श्रवणगर्ग, लोकमत के संपादक जयशंकर गुप्त, देशबंधु के संपादक ललित […] Read more » Journalism पेड न्यूज प्रायोजित समाचार
मीडिया इंग्लैण्ड के अखबार, गांधी और भारतीय पत्रकारिता July 26, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment – हृदयनारायण दीक्षित पत्रकारिता भारत में ध्येय सेवा है, पश्चिम के देशों में यह व्यापार है। बाकायदा एक पेशा है। इतिहास भी पश्चिम के देशों में राजाओं के युध्दों और शासन का विवरण है लेकिन भारत का इतिहास अनुकरणीय नायकों का इतिवृत है। भारत की लोकमत निर्माण शैली में सत्य के साथ शिवत्व-लोकमंगल के बंधन […] Read more » Journalism पत्रकारिता
राजनीति राजनीतिक हस्तक्षेप से निरंकुश होती पत्रकारिता July 19, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment – डॉ. सूर्य प्रकाश अग्रवाल जिस प्रकार समाज में विगत कुछ वर्षों से प्रत्येक दिशा में तेजी से परिवर्तन देखा जा रहा है उसी प्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ (पत्रकारिता) में भी निरंकुशता बढ़ी है जिससे पत्रकारिता का उददे्श्य सनसनी फैलाना होकर रह गया है। सनसनी फैलाने, स्टिंग ऑपरेशन करने अथवा राष्ट्र के हितों को […] Read more » Journalism पत्रकारिता
प्रवक्ता न्यूज़ अग्निहोत्रीजी ने पत्रकारिता के मूल्यों के साथ कभी समझौता नहीं किया July 10, 2010 / December 23, 2011 by गिरीश पंकज | 1 Comment on अग्निहोत्रीजी ने पत्रकारिता के मूल्यों के साथ कभी समझौता नहीं किया -गिरीश पंकज वरिष्ठतम पत्रकार और लेखक रामशंकर अग्निहोत्रीजी का अचानक यूं चला जाना हजारों लोगों को दुःख में डुबो गया. गत ७ जुलाई की सुबह उनका निधन हो गया. संध्या देवेन्द्रनगर स्थित श्मशान घाट में सैकड़ों लोगो ने उन्हें अश्रुपूरित विदाई दी. उनके अंतिम संस्कार में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री समेत अनेक मंत्री, सांसद एवं विधायक […] Read more » Journalism पत्रकारिता