लेख पानी रे पानी तेरा रंग कैसा . . . . February 20, 2020 / February 20, 2020 by लिमटी खरे | Leave a Comment लिमटी खरे पानी को लेकर विश्वयुद्ध तक होने की बात कही जा रही है। पानी को सुरक्षित रखना आज सबसे बड़ी चुनौति है। देश की दो तिहाई से ज्यादा आबादी को साफ पानी मुहैया नहीं है। शहरों में कांक्रीट जंगलों के कारण भूमिगत जल स्तर में कमी किसी से छिपी नहीं है। बारिश का पानी […] Read more » water पानी
समाज गर्मी की छुट्टियों मे पारिवारिक बाल मजदूरी May 22, 2018 by व्योमेश चित्रवंश | Leave a Comment पारिवारिक बाल मजदूर, छुट्टियों मे परेशान घर के बच्चे : खाली बैठे रहने की निठल्ली सोच व्योमेश चित्रवंश आजकल मेरे पुत्र कृस्ना जी गर्मियों की छुट्टियों मे शाम को संपूर्णानंद सिगरा स्टेडियम मे समर स्विमिंग कैम्प मे तैराकी सीख रहे है तो सुबह के समय एक्टिविटीज समर कैम्प मे एक्टिंग व गिटार बजाना,बाकी समय उछलकूद, […] Read more » Featured कूलर गर्मी की छुट्टियों पानी पारिवारिक बाल मजदूरी लड़कों
विविधा व्हिस्की पीने के लिए और पानी लडने के लिए May 4, 2017 / May 4, 2017 by हेमेन्द्र क्षीरसागर | Leave a Comment हेमेन्द्र क्शीरसागर व्हिस्की पीने के लिए और पानी लडने के लिए अमेरिकी लेखक मार्क ट्वेन की यह मशहूर कहावत चरितार्थ हो चुकी है। जगह-जगह लोग पानी-पानी के लिए त्राहिमाम-त्राहिमाम हो रहे है। जीने के लिए एक बूंद पानी बमुश्किल से मुनासिब हैं। वहीं व्हिस्की का जगह-जगह पाबंदी के बावजूद मिलना आम बात हो गई है। […] Read more » पानी
समाज पानी के लिए हथियार नहीं, हाथ बढ़ाइए March 20, 2017 by मनोज कुमार | Leave a Comment एक अनुमान के अनुसार विश्व में प्रतिवर्ष 2,600 से 3,500 घन किलो मीटर के बीच जल की वास्तविक खपत है। मनुष्य को जिंदा रहने के लिए प्रतिवर्ष एक घन मीटर पीने का पानी चाहिए, परन्तु समस्त घरेलू कार्यों को मिलाकर प्रतिव्यक्ति प्रतिवर्ष 30 घन मीटर जल की आवश्यकता होती है। विश्व जल की खुल खपत 6 फीसदी हिस्सा घरेलू कार्यों में प्रयुक्त होता है। कृषि कार्यों में 73 प्रतिशत जल और उद्योगों में 21 प्रतिशत जल की खपत होती है। Read more » पानी
समाज पानी पर विकलांगों का भी अधिकार है February 28, 2017 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment मोहम्मद अनीस उर रहमान खान “घर में पानी की पाइप लगी है, लेकिन पानी नहीं आता, परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए दूर चश्मे से पानी लाता हूँ, अम्मी बीमार रहती हैं, छोटी बहन के पैर सूख गए हैं वे सी-टी-ई-वी बीमारी का शिकार है, उसका तो चलना मुश्किल है तो पानी […] Read more » पानी विकलांगों का अधिकार
पर्यावरण विविधा पानी दूर हुआ या हम ? July 23, 2016 by अरुण तिवारी | Leave a Comment ग्लेशियर पिघले। नदियां सिकुङी। आब के कटोरे सूखे। भूजल स्तर तल-वितल सुतल से नीचे गिरकर पाताल तक पहुंच गया। मानसून बरसेगा ही बरसेगा.. अब यह गारंटी भी मौसम के हाथ से निकल गई है। पहले सूखे को लेकर हायतौबा मची, अब बाढ़ की आशंका से कई इलाके परेशान हैं। नौ महीने बाद फिर सूखे को […] Read more » crisis of water Featured पानी
विविधा पानी की तलाश में गुम होता बचपन June 3, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment मौ. अनिस उर रहमान खान स्वर्ग रुपी कश्मीर के सीमावर्ती जिले पूंछ की तहसील मेंढर के गांव छतराल के मुहल्ला नक्का की दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली निवासी हसीना नाज़ कहती हैं “सुबह छह बजे पानी लेने झरने पर आते हैं उसके बाद स्कूल जाते हैं, स्कूल से वापस आते ही फिर पानी लेने झरने […] Read more » Featured गुम होता बचपन पानी पानी की तलाश
जन-जागरण विविधा समवर्ती सूची में पानी May 20, 2016 by अरुण तिवारी | Leave a Comment एक बहस, समवर्ती सूची में पानी (भाग-1) प्यास किसी की प्रतीक्षा नहीं करती। अपने पानी के इंतजाम के लिए हमें भी किसी की प्रतीक्षा नहीं करनी है। हमें अपनी जरूरत के पानी का इंतजाम खुद करना है। देवउठनी ग्यारस का अबूझ सावा आये, तो नये जोहङ, कुण्ड और बावङियां बनाने का मुहूर्त करना है। आखा […] Read more » Featured पानी समवर्ती सूची में पानी
विविधा मयस्सर नहीं पानी किसी के लिए May 2, 2016 by शम्स तमन्ना | Leave a Comment शम्स तमन्ना इस वर्ष देश के विभिन्न भागों में गर्मी पिछले सारे रिकार्डों को तोड़ती नज़र आ रही है. उत्तर पूर्वी राज्यों को छोड़ दें तो तकरीबन समूचा भारत सूर्य देवता के प्रकोप से झुलस रहा है. सबसे बुरा हाल ओडिशा का है जहाँ अभी से पारा रिकॉर्ड 50 डिग्री (तितलागढ़ में 48.5 डिग्री) […] Read more » drought in different states of India Featured गर्मी पानी
समाज चुल्लू भर पानी का सवाल है भई ! April 27, 2016 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” जीव-जन्तु हो या पेड़-पौधे,सबो के जीवन के लिए अत्यन्त ही महत्व की चीज है-जल। जल के अभाव में जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।इसीलिए कहा गया हैकि जल ही जीवन है।वेद,पुराण,उपनिषद,इतिहासादि ग्रन्थों में सर्वत्र जल की महिमा गायी गई है।ग्रीष्म काल में तो जल की महता और भी बढ़ जाती […] Read more » Featured need to conserve water save water water चुल्लू भर पानी चुल्लू भर पानी का सवाल पानी
जन-जागरण विविधा ” रहीमन पानी राखिए बिन पानी सब सून “ April 15, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment अगर रहीमदास के इस दोहे को हम समझ लेते जिसे हमें बचपन में पढ़ाया गया था तो आज न हमारी धरती प्यासी होती न हम ।जल हरियाली और खुशहाली दोनों लाता है। लेकिन आज हमारे देश का अधिकांश हिस्सा पिछले चालीस सालों के सबसे भयावह सूखे की चपेट में है।महाराष्ट्र का मराठवाड़ा आन्ध्र का रायलसीमा […] Read more » Featured पानी
लेख साहित्य सरकारी पानी March 24, 2016 by विजय कुमार | 1 Comment on सरकारी पानी बिजली और पानी को बरबाद होते देख मुझे बहुत गुस्सा आता है। मैं इस मामले में कुछ सनकी स्वभाव का हूं। यदि कहीं ऐसा होता दिखे, तो मैं दूसरों को कुछ कहने की बजाय स्वयं ही आगे बढ़कर इन्हें बंद कर देता हूं। कई लोग इसे मेरी मूर्खता कहते हैं। यद्यपि पीठ पीछे वे इसकी […] Read more » wastage of water पानी सरकारी पानी