आर्थिकी विविधा लूट लिया मोदी ने… November 14, 2016 / November 14, 2016 by अश्वनी कुमार, पटना | Leave a Comment देश वाकई में तभी गंभीर, समझदार या ईमानदार बनता है जब उसे चलाने वाले देश के लोगों के उज्जवल भविष्य के लिए ईमानदारी दिखाए, गंभीर हो| भ्रष्टाचार, बेईमानी से कमाया धन भले ही चंद लोगों को सुकून देता हो मगर ईमानदारी की राह पर चलने वाले लोगों के वर्तमान में मोदी हैं, उनकी व्यवस्था में नोटबंदी जैसे फैसले भी हैं और भ्रष्टों को मिटा देने की सनक भी है| Read more » Featured नोटबंदी पांच सौ और एक हजार के नोट पर पाबंदी मोदी मोदी और नोटबंदी
आर्थिकी राजनीति नोटबंदी से संकट में सियासी दल November 14, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment दरअसल एसोसिएशन आॅफ डेमोक्रेटिक रिफाॅर्म ने एक जनहित याचिका के जरिए कोशिश की थी कि सभी प्रमुख राजनीतिक दल सूचना अधिकार के कानूनी दायरे में लाए जाएं। इस सिलसिले में केंद्रीय सूचना आयोग द्वारा 3 जून 2013 को दिए फैसले में छह राष्ट्रीय दलों को इस कानून के तहत ‘पब्लिक आॅथरिटी‘ माना है। इन दलों में भाजपा, कांग्रेस, बसपा, राकांपा, सीपीआई व सीपीएम शामिल हैं। Read more » Featured कैश-लेस अर्थव्यवस्था नोटबंदी संकट में सियासी दल
आर्थिकी विविधा सांच को नहीं कोई आंच, मोदी और नोटबंदी November 14, 2016 / November 14, 2016 by अतुल गौड़ | Leave a Comment माना कि देश परेशान है, लोग हैरान है और परेशानी का सामना कर रहे हैं, लेकिन मीडिया को इस बात में ज्यादा रूचि है कि देश में कैसी-कैसी परेशानियां सामने आ रही हैं। अरे परेशानियां तो आनी ही थी, यदि किसी देश के साथ युद्ध होता तो संभवत: जो कुछ घर में होता बस वही गुजारे का साधन होता, आटा होता तो चून गूंधा जाता और चून नहीं होता तो भूखे सोना होता। हालात थोड़े असामान्य जरूर हैं लेकिन बदतर नहीं है। लोग जैसे भी हो, जद्दो-जहद कर दो जून की रोटी कमाने में और नोट बदलने में कामयाब हो ही रहे हैं। Read more » नोटबंदी पांच सौ और एक हजार के नोट पर पाबंदी मोदी मोदी और नोटबंदी
आर्थिकी विविधा भारतीय अर्थव्यवस्था के नये संदर्भ November 13, 2016 by राहुल खटे | Leave a Comment लगभग सभी गैर कानूनी कार्यों में पैसों का लेनदेन बिना किसी तृतीय पक्ष (बैंक आदि सरकारी यंत्रणा) के होता है, इससे गैर कानूनी धंदों में दिन दूगनी और रात चौगुणी प्रगती होती हैं। इन सभी गोरखधंदों को बंद करने का यह रामबाण उपाय हैं। इसमें भारतीय रिज़र्व बैंक के अर्थशास्त्री और विशेषज्ञों का योगदान है। नये नोटों को सैटेलाइट द्वारा ट्रैक करने की सुविधा के कारण आगे आने वाले नोटों की ट्रैकिंग से नोटों का प्रयोग हो रहे स्थानों का पता लगाया जा सकेगा इससे भविष्य में नकली नोटों को बनाने में के खतरे को भी टाला जा सकेगा। Read more » Black Money Featured Indian Economy surgical strike surgical strike on black money भारतीय अर्थव्यवस्था
आर्थिकी राजनीति काली कमाई के खि़लाफ़ नमो का ऐतिहासिक फ़ैसला November 13, 2016 / November 13, 2016 by फैज़ल खान | Leave a Comment काले धन का संग्रहण करने वाले अब इस अकूत धन को ठिकाने लगाने के नये-नये तरीके खोज रहे हैं। इस निर्णय से न जाने कितने ही करोड़पति,धनाढ्य और पूंजीपति कुछ ही पलों में कंगाल हो गए। भले ही फ़ैसले ने भारत के हर छोटे-बड़े उस तबके को भी प्रभावित किया जो कि पूरी तरह निर्दोश,शरीफ़ और ईमानदार था। मगर इसके महान मक़सद को देखते हुए यह हर लोकतन्त्र प्रेमी का फ़र्ज़ बनता है कि वो देश के लिए इन्हें हृदय से भुला दे। Read more » Black Money Featured surgical strike on black money ऐतिहासिक फ़ैसला काली कमाई काली कमाई के खि़लाफ़ नमो का ऐतिहासिक फ़ैसला
आर्थिकी विविधा आर्थिक उदारीकरण के दौर में कालेधन पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ November 13, 2016 by अजय जैन ' विकल्प ' | Leave a Comment नाव सुधारों पर काम करने वाली संस्था एडीआर के आंकड़े वाकई आश्चर्यजनक हैं कि, 2004 से 2015 के बीच हुए 71 विधानसभा और 3 लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों को 2100 करोड़ रुपए का नकद चंदा मिला है। इससे भी आगे यह कि पिछले लोकसभा चुनाव में आयोग को 300 करोड़ रुपए बिना स्त्रोत का नकद मिला था। यानि कि यह कहने में कोई बुराई नहीं है कि राजनीतिक दलों के पास 80 पैसा ऐसे स्त्रोत से ही आता है,जिसका किसी को पता नहीं है। ऐसे में इसे भी कालेधन और नोट बदलने की मुहिम का हिस्सा बनाकर टैक्स लगाया जाना अच्छा क़दम साबित हो सकता है। Read more » Featured आर्थिक उदारी कालेधन कालेधन पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' नकली नोट और कालेधन पर एक 'सर्जिकल स्ट्राइक'
आर्थिकी विविधा मोटिवेशन : ‘नोट बंदी’ का नाजुक दौर और हम November 12, 2016 by मिलन सिन्हा | Leave a Comment कहना न होगा, डाक व बैंक कर्मियों पर इस वक्त बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, जिसका निर्वहन उन्हें अत्यधिक तन्मयता, दक्षता, संवेदनशीलता, इमानदारी एवं संयम के साथ करने की आवश्यकता है. बड़े डाकघरों तथा बैंक शाखाओं में पुराने नोट बदलनेवालों, वरीय नागरिक, दिव्यांग और महिलाओं, बड़ी जमा राशि को अपने खाते में जमा करने वाले ग्राहकों आदि के लिए अलग-अलग काउंटर खोलने की जरुरत तो है ही. संबंधित विभागों के वरीय अधिकारियों द्वारा इस कार्य की सतत मॉनिटरिंग भी अपेक्षित है. सिविल सोसाइटी के जाने -माने लोगों को भी अपनी भूमिका दर्ज करने की जरुरत है. Read more » Featured नोट बंदी
आर्थिकी विविधा रुपया बड़ा या राष्ट्रहित November 11, 2016 by प्रवीण दुबे | Leave a Comment प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में ऐसे लोगों को भरपूर भरोसा दिलाते हुए उनके हितों के संरक्षण की बात कही, उन्होंने कहा कि देश के लिए देश का नागरिक कुछ दिनों के लिए यह कठिनाई झेल सकता है, मैं सवा सौ करोड़ देशवासियों की मदद से भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई को और आगे ले जाना चाहता हूँ, उन्हीं के शब्दों में ‘ तो आइए जाली नोटों का खेल खेलने वालों और कालेधन से इस देश को नुकसान पहुंचाने वालों को नेस्तनाबूत कर दें, ताकि देश का धन देश के काम आ सके, मुझे यकीन है कि मेरे देश का नागरिक कई कठिनाई सहकर भी राष्ट्र निर्माण में योगदान देगा। मोदी के इन शब्दों को पूरे देशवासियों को ध्यान से पढऩा चाहिए। हमें नहीं भूलना चाहिए कि राष्ट्रहित से बड़ा कोई नहीं। Read more » Featured India against black money India against corruption राष्ट्रहित रुपया
आर्थिकी विविधा आखिर इस राष्ट्रहित के निर्णय पर आपत्ति क्यों? November 11, 2016 by प्रवीण दुबे | 1 Comment on आखिर इस राष्ट्रहित के निर्णय पर आपत्ति क्यों? इन दोनों ही बातों में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रहित को सर्वोपरि माना है, कोई भी समझदार और देशभक्त नागरिक इसका विरोध करेगा ऐसा समझ नहीं आता है। ऐसा पहली बार नहीं है जब राष्ट्रहित की खातिर कोई बड़ा निर्णय लिया गया है। यहां यह भी लिखने में कोई संकोच नहीं है कि इस देश के नागरिकों ने हमेशा राष्ट्रहित हेतु लिए कठोर निर्णयों का न केवल स्वागत किया है बल्कि उसमें तन मन धन से सहयोग भी किया है। Read more » ban of Rs.500 and Rs.1000 Black Money Featured stop terrorism जाली नोट राष्ट्रहित के निर्णय पर आपत्ति क्यों?
आर्थिकी विविधा ‘काला धन’: घबराइए मत November 11, 2016 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment जहां तक नगदप्रेमी करोड़पतियों, अरबपतियों, खरबपतियों और हमारे महान नेताओं का प्रश्न है, उन्हें भी ज्यादा डरने की जरुरत नहीं है। वे अपने हजारों कर्मचारियों और लाखों पार्टी-कार्यकर्ताओं में से एक-एक को लाखों पुराने नोट देकर उन्हें नये नोटों में बदलवा सकते हैं। उप्र के नेताओं ने यह ‘पवित्र कार्य’ शुरु भी कर दिया है। नेता ही नेता को पटकनी मार सकते हैं। जाहिर है कि सरकार डाल-डाल है तो सेठ और नेता पात-पात हैं। Read more » ban of Rs 1000 and Rs.500 notes Black Money Featured India against corruption काला धन
आर्थिकी विविधा 500 व 1000₹ के नोट बन्द, काले धन व आतंकवाद पर जबरदस्त प्रहार November 11, 2016 / November 12, 2016 by अशोक त्रिवेदी | 1 Comment on 500 व 1000₹ के नोट बन्द, काले धन व आतंकवाद पर जबरदस्त प्रहार देश में प्रचलित कुल मुद्रा का 86% 500 व 1000₹ के नोटों की शक्ल में है। कुल प्रचलित मुद्रा के 86% भाग को फिल्टर करना बहुत बड़ा काम है, जो सरकार की बड़ी पूर्व तैयारी के बिना सम्भव न हो पाता। विचार करें पुराने नोटों के बदले नये नोट बैंक से ही मिलेंगे अर्थात देश में प्रचलित सभी नोट मुद्रा का 86% बैंक में जमा होंगे, आप पुराने नोट बैंक में तय समय सीमा में जमा कराइये, वहां से नये नोट प्राप्त करिये। Read more » 500 व 1000₹ के नोट बन्द cease of use of 500 and 1000 note Featured आतंकवाद पर जबरदस्त प्रहार काले धन पर जबरदस्त प्रहार
आर्थिकी विविधा कालेधन की जंग का ब्रह्मास्त्र November 10, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के समय से ही आतंकवाद, कालाधन और भ्रष्टाचार के विरुद्ध लगातार लड़ाई लड़ते दिख रहे है। उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी कालाधन वसूलने के लिए कठोर कदम उठाने की बातें कहीं थीं। इस जंग में मोदी ने 500 और 1000 के नोट बंद करने का फैसला लेकर […] Read more » Featured कालेधन की जंग कालेधन की जंग का ब्रह्मास्त्र