जन-जागरण टॉप स्टोरी दुनिया के समक्ष असल खतरा तो यह ‘वैश्विक मजहबी उन्माद’ ही है। January 10, 2015 / January 10, 2015 by श्रीराम तिवारी | 2 Comments on दुनिया के समक्ष असल खतरा तो यह ‘वैश्विक मजहबी उन्माद’ ही है। दुनिया के अधिकांस हिस्सों में वेरोजगार युवाओं को जीवकोपार्जन का साधन मिले या ने मिले ,रोटी -कपडा -मकान मिले न मिले किन्तु यदि वे चाहें तो उन्हें ए के-४७ से लेकर क्लाशिन्कोव जैसे आधुनिकतम तीव्र मारक क्षमता वाले हथियार , पर्याप्त गोला बारूद और निर्देशित ‘टारगेट’ तक पहुँच इत्यादि संसाधन आसानी से मिल जाया करते हैं ! अपराध जगत की रक्तरंजित सेवा में जुटे […] Read more »
जन-जागरण आर्य समाज और इसके पतितोद्धार कार्य की एक सर्वोत्तम प्रेरणाप्रद घटना January 10, 2015 / January 10, 2015 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on आर्य समाज और इसके पतितोद्धार कार्य की एक सर्वोत्तम प्रेरणाप्रद घटना पराधीन भारत में एक गुजराती जन्मना व कर्मणा ब्राह्मण महर्षि दयानन्द सरस्वती द्वारा 10 अप्रैल, सन् 1875 को मुम्बई के काकड़वाड़ी स्थान पर प्रथम आर्य समाज की स्थापना विगत 5,000 वर्षों में एक सर्वतोमहान क्रान्ति के सूत्रपात का ऐतिहासिक दिवस है। हमें देश में ऐसी कोई संस्था या आन्दोलन विगत 5,000 वर्षों में दिखाई […] Read more »
जन-जागरण समाज गुमराह नौजवान ही कत्लो गारद अंजाम देता है ! January 10, 2015 / January 10, 2015 by प्रभात कुमार रॉय | Leave a Comment प्रभात कुमार रॉय विविधताओं से परिपूर्ण रहे भारत की अंतर्निहित शक्ति वस्तुत इसकी अनेकता में एकता के तहत ही कायम बनी रही है। धार्मिक, मजहबी, भाषाई, इलाकाई और सांस्कृतिक विविधता वस्तुतः भारत की आंतरिक कमजोरी का नहीं, वरन् भारत की विरल राष्ट्रीय एकता और शक्ति का अज्रस स्रोत रही है। ब्रिटिश साम्राज्यवादियों ने भारत पर […] Read more » कत्लो गारद गुमराह नौजवान
जन-जागरण टॉप स्टोरी मोदी जी को निष्कंटक शासन करनें दें !! January 8, 2015 by प्रवीण गुगनानी | 3 Comments on मोदी जी को निष्कंटक शासन करनें दें !! सन्दर्भ:साक्षीजी महाराज/चार बच्चें इस देश में आठ सौ वर्षों बाद आये हिंदुत्व ध्वजा धारी के शासन को यदि निष्कंटक चलनें देना हो तो हिन्दुत्ववादी पूज्य संतो, जन प्रतिनिधियों और नेताओं को भी अपनें विषयों, मुद्दों, कथनों को तनिक राजनैतिक, कूटनीतिक, राजनयिक और चाणक्य शैली में ही रखना होगा! इस घनघोर राजनैतिक-कूटनैतिक हो गए विश्व […] Read more » चार बच्चें साक्षीजी महाराज
जन-जागरण टॉप स्टोरी जब मोटा मंथली देते हैं तो डर किसका और कैसा ?? January 8, 2015 / January 8, 2015 by आलोक कुमार | 1 Comment on जब मोटा मंथली देते हैं तो डर किसका और कैसा ?? बिहार में पिछले नौ सालों से ऊपर के ‘सुशासनी शासनकाल’ में ‘और’ कुछ तो फला-फूला नहीं ही लेकिन राजनीति , सत्ता और सरकारी महकमों के संरक्षण में शराब के वैध – अवैध कारोबार ने बेशक नई ऊंचाईयाँ हासिल कीं l आज आलम ये है कि शहर के गली –मुहल्लों से लेकर सूबे के ग्रामीण इलाकों […] Read more »
जन-जागरण साक्षी महाराज का बयान और देश का जनसख्या संतुलन January 8, 2015 / January 8, 2015 by अनिल गुप्ता | Leave a Comment दो दिन तक लगातार साक्षी जी महाराज के इस बयान को कि हिन्दुओं को चार चार बच्चे पैदा करने चाहिए, मीडिया द्वारा लगातार दिखा दिखा कर उनके बयान को खूब दूर तक फैलाया गया.जिन्हे नहीं भी पता था उन तक भी ये आह्वान पहुँच गया.मीडिया का धन्यवाद. प्रश्न यह नहीं है कि साक्षी का बयान […] Read more » desh ka jansankhya santulan sakshi maharaj ka bayan देश का जनसख्या संतुलन साक्षी महाराज का बयान
जन-जागरण मीडिया अभिव्यक्ति पर आतंकी हमला January 8, 2015 / January 8, 2015 by गिरीश पंकज | 1 Comment on अभिव्यक्ति पर आतंकी हमला गिरीश पंकज पेरिस से प्रकाशित होने वाले साप्ताहिक ”चार्ली हेब्दो” पर हुआ आतंकी हमला एक बार फिर सोचने पर विवश कर गया कि आखिर कब तक पूरी दुनिया दहशत के साये में जीती रहेगी. इस्लामिक आतंकी संगठन आईएसआईएस के हौसले बुलंद है. इसको तोड़ना बहुत ज़रूरी है। ये आतंकी लोग ही सिडनी में लोगो को […] Read more » अभिव्यक्ति
जन-जागरण महत्वपूर्ण लेख य़ुरप के चर्च बिक रहे हैं January 6, 2015 / January 8, 2015 by डॉ. मधुसूदन | 18 Comments on य़ुरप के चर्च बिक रहे हैं डॉ. मधुसूदन (एक)वॉल स्ट्रीट जर्नल लेख “चर्च बिक रहे हैं” लेखक का नाम है; Naftali BenDavid। गत रविवार – ४ जनवरी २०१५ के वॉल स्ट्रीट जर्नल के आलेख पर आधारित है आज का आलेख। नेदरलॅण्ड के कुल १६०० रोमन कॅथोलिक चर्चों में से, दो तिहाई चर्च अगले दस वर्षों में बंद होने का अनुमान स्वयं […] Read more » churches of Europe are on sale य़ुरप के चर्च
जन-जागरण जरूर पढ़ें विश्ववार्ता विश्व-संगठन, विश्व-मानस और एक विश्व-धर्म January 6, 2015 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on विश्व-संगठन, विश्व-मानस और एक विश्व-धर्म मानव के मानव पर अत्याचार करने की प्रवृत्ति ने विश्व के देशों को देशों पर अत्याचार करने के लिए प्रेरित किया,सम्प्रदाय को सम्प्रदायों पर अत्याचार करने के लिए प्रेरित किया। विश्व में उपनिवेशवादी व्यवस्था का जन्म मनुष्य की इसी भावना से हुआ। अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहने और दूसरों के अधिकारों के प्रति असावधान […] Read more » एक विश्व-धर्म विश्व-मानस विश्व-संगठन
कला-संस्कृति जन-जागरण क्यूँ करें गोरक्षा ? January 6, 2015 / January 6, 2015 by मानव गर्ग | 7 Comments on क्यूँ करें गोरक्षा ? हृदय में प्रभु की भक्ति की जल रही ज्योति से प्राप्त हुई प्रेरणा से गत वर्षों में गोरक्षा के विषय में मेरे मन में जो विचार उत्पन्न हुए हैं, उन्हें इस लेख के द्वारा मैं सङ्ग्रहीत कर रह हूँ । मेरा मानना है कि ये विचार ज्ञानी पुरुषों व इस विषय में अनुभवी व कार्यरत […] Read more » cow conservation गोरक्षा
जन-जागरण जरूर पढ़ें विदेशी शिक्षा कितनी सार्थक January 6, 2015 by विजन कुमार पाण्डेय | 2 Comments on विदेशी शिक्षा कितनी सार्थक विजन कुमार पाण्डेय महंगी होती शिक्षा आज अनेक समस्यायें पैदा कर रही है। हमारी देशी शि़क्षा बेहद सस्ती होने के बावजूद तमाम अभिभावक अपने बच्चे को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजते हैं। जबकि भारत के मुकाबले वहां पढ़ाई आठ दस गुना महंगी है। भारत में बाहर से आए छात्रों का यूनिर्वसिटी फीस और रहने-खाने […] Read more » विदेशी शिक्षा
आर्थिकी जन-जागरण नीति आयोग पर बेवजह प्रलाप क्यों? January 4, 2015 / January 4, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | 3 Comments on नीति आयोग पर बेवजह प्रलाप क्यों? सुरेश हिन्दुस्थानी वर्तमान मोदी सरकार ने भारत को विकास की राह पर ले जाने के लिए अभूतपूर्व काम करना प्रारंभ कर दिए हैं। मोदी सरकार का जोर है कि देश के विकास के लिए सारे काम सांघिक भाव से किए जाएं तो सफलता निश्चित ही प्राप्त होगी। इसी सामूहिक भाव को निहितार्थ करता हुआ नवगठित […] Read more » नीति आयोग