लेख समाज स्वास्थ्य-योग मानवीयता की छीजत का परिणाम है कोरोना May 4, 2021 / May 4, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग- हिंदुस्तान में आज लाखों लोगों को कोरोना नहीं मार रहा, इंसान इंसान को मार रहा है, इंसान का लोभ एवं लालच इंसान को मार रहा है। ऐसे स्वार्थी लोगों को राक्षस, असुर या दैत्य कहा गया है जो समाज एवं राष्ट्र में तरह-तरह से कोरोना महामारी को फैलाने मंे जुटे हैं। असल […] Read more » Corona virus कोरोना
लेख शख्सियत हमारी हिन्दी के शिखर पुरुष का जाना May 3, 2021 / May 3, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग हिंदी का एक मौन साधक, महर्षि, मनीषी, जिसके आगे हर हिंदी प्रेमी नतमस्तक है, जिसके कर्म से हिन्दी भाषा समृद्ध बनी, ऐसे सजग हिन्दीचेता, महान् रचनाकार एवं समन्वयवादी-जुनूनी व्यक्तित्व श्री अरविन्दकुमार का गत सप्ताह मौन हो जाना, हिन्दी भाषा एवं सृजन-संसार की एक अपूरणीय क्षति है। उन जैसा हिन्दी भाषा का […] Read more » death of shri arvind kumar श्री अरविन्दकुमार
कविता आशा की किरण May 3, 2021 / May 3, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आज अंधेरा है,कल उजाला भी आयेगा,आज किसी का है,कल हमारा भी आयेगा।उम्मीद पर है दुनिया कायम ए मेरे दोस्तो,ये अंधेरा इस संसार का कल मिट जायेगा।। रखो आशा की किरण,निराशा से क्या होगा,निराश होकर कभी भी कोई काम नहीं होगा।निराशा मे ही आशा छिपी है ध्यान से देखो,कल फिर यह हमारा भविष्य उज्ज्वल होगा।। ध्वनि […] Read more » आशा की किरण
लेख लबादों में लिपटी मौत! May 3, 2021 / May 3, 2021 by निरंजन परिहार | Leave a Comment अंतिम संस्कार में स्वाहा होते संस्कार हमारे अपनों के शव ही अब अछूत गठरियां हैं। अत्यंत आत्मीय की अकाल मृत्यु पर भी बेजान पुतला बने रहना हमारी नियती है। और पिता अपनी संतान का कंधा तक न मिलने को अभिशप्त। समान पोशाक, समान पीड़ा, समान निर्वासित भाव और दर्द भी एक समान। बहुत समानता है सबके मन […] Read more » corona death लबादों में लिपटी मौत
लेख स्वास्थ्य-योग सांसों को साधिए मिलेगी वायरस से लड़ने की शक्ति May 3, 2021 / May 3, 2021 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment -प्रो.संजय द्विवेदी ये सच में बहुत कठिन दिन हैं। डरावने, भय और आशंकाओं से भरे हुए। मीडिया में आती खबरें दहशत जगा रही थीं। कई मित्रों,शुभचिंतकों और जानने वालों की मौत की खबरें सुनकर आंखें भर आती थीं। लगता था यह सिलसिला कब रूकेगा? बुखार आया तो लगा कि हमारे भी बुरे दिन आ गए […] Read more » मिलेगी वायरस से लड़ने की शक्ति
आर्थिकी लेख कोरोना महामारी के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत बने रहने के संकेत May 3, 2021 / May 3, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment देश में कोरोना महामारी के फैले दूसरे चरण के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत बने रहने के संकेत मिले हैं। माह अप्रेल 2021 के दौरान देश में जीएसटी संग्रहण, पिछले सारे रिकार्ड को पार करते हुए, एक नए रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है। माह अप्रेल 2021 में 141,384 करोड़ रुपए का जीएसटी संग्रहण हुआ […] Read more » कोरोना महामारी के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत बने रहने के संकेत भारतीय अर्थव्यवस्था
कविता हे ब्राह्मण! तुम अपना सत्कर्म करो May 3, 2021 / May 3, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकहे ब्राह्मण! तुम अपना सत्कर्म करोतुम्हारे ही कर्म के अनुसरण सेअन्य वर्ण अपने-अपने कर्म करते,तुम अगर बली विरोधी शाकाहारी बनोगेतो यजमान भी क्यों बली करेगा! हे ब्राह्मण तुम निर्णय करो,तुम अगर गौ-धन-रत्न दान नहीं चाहोगे,तो रत्नों का मूल्य नीचे गिर जाएगा,तुम अगर सोने को पीतल से निकृष्ट,चांदी को एल्यूमिनियम की जाति कहोगेतो दान […] Read more » Brahmin ब्राह्मण
व्यंग्य फेला होबे’ की नहीं चली गुगली, ‘खेला होबे’ डबल सैंचुरी पार… May 3, 2021 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘नवीन’ भाजपा के लिए बंगाल फतेह स्वप्न ही रहा। वो ‘फैला होबे, फैला होबे’ कहते रह गए, उधर दीदी ‘खेला होबे’ बोलती-बोलती हैट्रिक बना गई। हालांकि नन्दीग्राम से दीदी की हार जरूर जख्म पर मरहम है पर मलहम जरा तीखा है। जो दर्द कम करने की जगह बढ़ाएगा ही। बंगाल चुनाव में इस […] Read more » bengal election 2021 खेला होबे फेला होबे
कविता बन्द है दरवाजे,कभी तो खुलेंगे April 27, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment बन्द हैं दरवाजे,कभी तो खुलेंगे,कभी तो हम अपनो से मिलेंगे।उम्मीद रखो,अच्छा वक्त आयेगा,जो बिछड़े है,वे जल्दी ही मिलेंगे।। सूरज छिपता है,तो निकलता भी है,बीज बोते है,तो पौधा उगता भी है।उम्मीद पर है ये कायम दुनिया है सारी,सोता है इंसान तो कभी जागता भी है।। ख्तम होगा गम,खुशियां लौटकर आयेगी,कभी न कभी तो चेहरों पर मुस्कान […] Read more » कभी तो खुलेंगे बन्द है दरवाजे
कविता हैहय क्षत्रिय वंश: किसी जाति को मिटाना है तो इतिहास बिगाड़ दो April 27, 2021 / April 27, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | 1 Comment on हैहय क्षत्रिय वंश: किसी जाति को मिटाना है तो इतिहास बिगाड़ दो —विनय कुमार विनायककिसी वंश या जाति को मिटाना हैतो उसका इतिहास बिगाड़ दो! ऐसा ही किया गया है हैहयवंशी क्षत्रियों के साथ,हैहय क्षत्रिय चंद्रकुल के यदुवंश की ज्येष्ठ शाखा है,हैहयवंश की विरुदावली गाई गई है सभी पुराणों में! हैहयवंश को श्रेष्ठ मुनि महात्मा कुल कहा गयासभी पुराणों में ,अग्नि पुराण का कथन है—“हैहयानां कुला: पंच: […] Read more » हैहय क्षत्रिय वंश
लेख महावीर है कोरोना मुक्ति के सक्षम माध्यम April 27, 2021 / April 27, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – कोरोना वायरस को लेकर बुरी खबरों का सिलसिला बना हुआ है, इससे मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। भारत में स्वास्थ्य संकट गहराया हुआ है। इन सबके चलते आम लोगों में चिंता भी बढ़ती जा रही है। वृद्धों का जीवन तो संकट में है ही, युवा लोग भी मर रहे […] Read more » Mahavira is the able medium of corona liberation महावीर जयंती 25 अप्रैल महावीर है कोरोना मुक्ति के सक्षम माध्यम
कविता बामियान में बुद्ध April 27, 2021 / April 27, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकईसा पूर्व पांच सौ तिरसठ मेंलुम्बिनी वन नेपाल में जन्मे थे गौतम! ईसा पूर्व पांच सौ अठाईस मेंगया बिहार में गौतम बने थे भगवान बुद्ध!ईसा पूर्व चार सौ तिरासी में कुशीनगर,उत्तर प्रदेश में बुद्ध ने पाया महानिर्वाण! किन्तु मरे नहीं थे बुद्धअहिंसा, करुणा,क्षमा,दया की मूर्ति बनकरछा गए बुद्ध विश्व क्षितिज परसूक्ष्म और स्थूल […] Read more » बामियान में बुद्ध