लेख संस्कृत में विज्ञान की शिक्षा September 2, 2020 / September 2, 2020 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव देश के शीर्ष अभियांत्रिकी संस्थानों में आमतौर पर गणित और विज्ञान की पढ़ाई अंग्रेजी में होती है लेकिन अब उस कक्षा की कल्पना कीजिए, जिसमें तकनीकी विषयों के प्राचीन पाठ संस्कृत में पढ़ाए जाएंगे। साथ ही शिक्षक और विद्यार्थी इसी भाषा में संवाद संप्रेषित करेंगे। यह सुखद एवं उल्लेखनीय पहल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान […] Read more » Science education in sanskrit संस्कृत संस्कृत में विज्ञान की शिक्षा
कविता तीन लोग September 1, 2020 / September 1, 2020 by आलोक कौशिक | Leave a Comment तीन लोगसंसद के बाहरप्रदर्शन कर रहे थेऔर नारे लगा रहे थे एक कह रहा थाहमें मंदिर चाहिएदूसरा कह रहा थाहमें मस्जिद चाहिएऔर तीसरा कह रहा थाहमें रोटी चाहिए कुछ वर्षों के बादमंदिर वाला और मस्जिद वालासंसद के भीतर दिखने लगाऔर रोटी वालासंघर्ष करता हुआअपनी रोटी के लिए Read more » तीन लोग
व्यंग्य थप्पड़ न लगे इसकी गारंटी नहीं, रुपये चाहे सौ और ले लो.. September 1, 2020 / September 1, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘ नवीन’ गांव के मुखिया के लड़के को किसी दूसरे बच्चे ने थप्पड़ मार दिया। दूसरा बच्चा भी खाते-पीते घर का था। सो मुखिया की उसे धमकाने की सीधी हिम्मत नहीं हो पाई। मुखिया ने कारण पता किया तो गलती उसी के लड़के की निकली। मुखिया चुप्पी साध गया। इसी बीच उसके किसी […] Read more » थप्पड़
व्यंग्य रात के व्यापारी रात नै ए जा लिए…. September 1, 2020 / September 1, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘नवीन’ अफसर तो भई अफसर ही होते हैं। उनके मुख से निकला हर वर्ण पत्थर की लकीर की तरह होता है। अब ये उन पर निर्भर है कि वो अपने मातहतों से चाहे मूसे(चूहे) पकड़वाए या उन पर लार टपकाने वाली बिल्ली। कुत्तों की प्रजातियों की गणना करवाये या गधे-घोड़ों की। सांडों की […] Read more » सुराप्रेमियों को गिनने सम्बन्धी पत्र
कविता सुबह से शाम तक September 1, 2020 / September 1, 2020 by पंडित विनय कुमार | Leave a Comment सुबह से शाम तकसूर्य की रक्ताभ किरणेंफैली -पसरी रही धरा परजीवन का सुख- दुखहर क्षण हम आत्मसात करते रहेकेवल नहीं मिली हमें प्रेम कलिकाएं…वह प्रेमजिसको पाने के लिए भ्रमर दिन भर गुंजार करता हैचातक देखता रहता है चंद्रमा के आने की राह…वह प्रेम, जो नश्वर है सचमुचजो बिंथा है /बिंधा है स्वार्थ के सांसारिक डोर […] Read more » sunrise to sunset सुबह से शाम तक
मीडिया लेख मीडिया में रिया चालीसा का ही जाप क्यों? August 31, 2020 / August 31, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:-भारत में एक नई आर्थिक सभ्यता और एक नई जीवन संस्कृति करवट ले रही है, तब उसके निर्माण में प्रभावी एवं सशक्त भूमिका के लिये जिम्मेदार इलैक्ट्रोनिक एवं प्रिंट मीडिया शायद दिशाहीन है। एक सौ तीस करोड़ की आबादी का यह देश- कोरोना एवं अन्य जटिल समस्याओं से जूझ रहा है, इन समस्याओं […] Read more » Controversial death of Sushant Singh Rajput Quiet Sushant amid dead sensations Riya chakraborty Sushant Singh Rajput Why chanting Riya Chalice in the media? रिया चालीसा
कविता बूढा पीपल हैं कहाँ,गई कहाँ चौपाल !! August 31, 2020 / August 31, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | 1 Comment on बूढा पीपल हैं कहाँ,गई कहाँ चौपाल !! — डॉo सत्यवान सौरभ, अपने प्यारे गाँव से, बस है यही सवाल !बूढा पीपल हैं कहाँ,गई कहाँ चौपाल !! रही नहीं चौपाल में, पहले जैसी बात !नस्लें शहरी हो गई, बदल गई देहात !! जब से आई गाँव में, ये शहरी सौगात !मेड़ करें ना खेत से, आपस में अब बात !! चिठ्ठी लाई गाँव […] Read more » गई कहाँ चौपाल बूढा पीपल हैं कहाँ
लेख भारतीय भाषाएँ : दशा, दिशा और भविष्य August 31, 2020 / August 31, 2020 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment राहुल देव सारी भारतीय भाषाएं अपने जीवन के सबसे गंभीर संकट के मुहाने पर खड़ी हैं। यह संकट अस्तित्व का है, महत्व का है, भविष्य का है। कुछ दर्जन या सौ लोगों द्वारा बोली जाने वाली छोटी आदिवासी भाषाओं से लेकर 45-50 करोड़ भारतीयों की विराट भाषा हिंदी तक इस संकट के सामने अलग-अलग अंशों […] Read more » Direction and Future of Indian Languages Indian Languages: Condition भारतीय भाषाएँ
लेख विधि-कानून धर्मनिरपेक्ष शब्द को हटाने की मांग को लेकर सर्वोच्च न्यायालय की शरण August 31, 2020 / August 31, 2020 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment –अशोक “प्रवृद्ध” भारत विभाजन के पश्चात आज तक के काल में केंद्र की सता में सतासीन सरकारों के आचरण के अवलोकन से यह सिद्ध होता है कि भारत की सरकारें धर्मनिरपेक्षता का सिर्फ ढिंढोरा ही पीटती है, और धर्म निरपेक्षता के नाम पर बहुसंख्यक हिंदुओं के हितों की बलि देकर मुसलमानों और ईसाईयों के हितों […] Read more » Supreme Court to demand removal of the word secular धर्मनिरपेक्ष सर्वोच्च न्यायालय
लेख विधि-कानून बताइए सरकार, क्या जरूरी है, परीक्षा या जिंदगी? August 30, 2020 / August 30, 2020 by निरंजन परिहार | Leave a Comment सरकार के अपने तर्क हैं, विपक्ष के अपने तेवर और छात्रों की अपनी परेशानियां। लेकिन सवाल यह है कि आखिर यह तय कौन करेगा कि क्या जरूरी है, एक साल या लाखों छात्रों की पूरी जिंदगी? कोरोना संकटकाल में जब बहुत कुछ बंद है, फिर भी केंद्र सरकार परीक्षा करवाने पर तुली है, तो विवाद तो […] Read more » जेईई और नीट परीक्षा परीक्षा या जिंदगी
कविता हे सांड़ देवता नमस्कार! August 30, 2020 / August 30, 2020 by अजय एहसास | Leave a Comment हे सांड़ देवता नमस्कार !हे सांड़ देवता नमस्कार!नित दर्शन दे करते उद्धार, हे सांड़ देवता नमस्कार! खेतों में रात भर पड़े रहे, सब लाठी लेकर खड़े रहेपत्ती सब आप ग्रास करते, भूमि में बस जड़ पड़े रहेक्यों इतना लेते हो आहार , हे सांड़ देवता नमस्कार! जब मार्ग कोई अवरुद्घ किये ,तो आप भी उसके […] Read more » सांड़ देवता
व्यंग्य अब कुंआरों का ब्याह भी कराएंगे गुरुजन ! August 30, 2020 / August 30, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘नवीन’ गांव में एक रांडे(कुंआरे) का ब्याह नहीं हो पा रहा था। एक दिन सुबह-सुबह आत्महत्या की सोच रस्सी लेकर वह खेत की ओर निकल पड़ा। रास्ते में रिश्ते में भाभी लगने वाली महिला ने हंसी-ठिठोली के मूड में छेड़ दिया। बोलीं-देवर जी, रस्सी से फांसी खाने का इरादा है क्या। उसने तो […] Read more » कुंआरों का ब्याह