लेख मेरा गाँव May 22, 2019 / May 22, 2019 by रामकिशोर पंवार | Leave a Comment रामकिशोर दयाराम पंवार रोंढावाला किसी बैरी की नज़र लग गई मेरे गांव को खंजरी की थाप पर झूमने वाले गांव में खंजर निकलने लगे कहते है कि भारत गांवो में बसता है, अग्रेंजो ने भारत को गांव का देश कहा है। भारत के गांवो को करीब से जानने वाले अग्रेंजी लेखक एवं जाने माने साहित्यकार […] Read more » importance of villages indiann villages my village
कहानी साहित्य एक सच्ची घटना May 21, 2019 / May 21, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी पिछले दिनों हमारे मेरठ शहर में एक प्रसिद्ध ज्योतिषी व विद्वान जो देहरादून के रहने वाले है का आगवन हुआ जिनकी भविष्यवाणी काफी सही निकलती थी | माना जाता है की उनकी वाणी में माँ सरस्वती विराजमान है जिसके कारण उनके पास भीड़ लगी रहती थी और काफी ख्याति हो गयी |उन्हें […] Read more » a true story Story true incident
राजनीति लेख राष्ट्रधर्मिता का पालक May 21, 2019 / May 21, 2019 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment विनोद कुमार सर्वोदय अभिनेता से नेता बने कमल हासन सम्भवतः लिखे हुए ही वाक्य बोलने की कलाकारी के कारण “गोडसे को पहला हिन्दू आतंकवादी बोलने को विवश हुए होंगे”। स्व.बंकिमचन्द्र चटर्जी के कथनानुसार “इतिहास से हमें ज्ञात होता है कि पराधीनता के परिणाम में पराधीन जाति की बौद्धिक रचनाशीलता समाप्त हो जाती है।” यह तथ्य […] Read more » Nationalism saviour of nationalism
कविता राजनीति चुनाव परिणाम आने के बाद का द्रश्य May 21, 2019 / May 21, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी मोदी की सरकार,तीन सौ के पार , सुना है यह जब से गठ्बब्धन ने , मचा है उन सब मे हाहाकार , कौन बनेगा अब प्रधान मंत्री , अब कोई नहीं बोल रहा है , लगता है विपक्षी नेताओ का , सिहांसन अब डोल रहा है || पूजा पाठ भी बन्द हो […] Read more » after elections result poem poem on politics poetry poetry on politics political poem
लेख साहित्य हिन्दी मेरी संगिनी May 21, 2019 / May 21, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment डा. मीरा सिंह हिन्दी भाषी प्रदेश में जन्म होने के कारण हिन्दी जन्म से ही मेरी संगिनी रही है । जब मैंने जन्म लिया, संसार में आते ही मैंने रोना शुरू कर दिया | मेरे रोने की आवाज को रोकने के लिए मेरे स्वजनों का जो पहला प्यार भरा शब्द सबसे पहले मेरे कानों में […] Read more » hindi hindi is companion Hindi Language importance of hindi love for hindi my language my best friend
व्यंग्य साहित्य मतदाता की आवाज May 20, 2019 / May 20, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आर के रस्तोगी मै भारत का मतदाता हूँ,हर बार ही धोखा खाता हूँ | जब जब चुनाव आते है,उस समय ही पूजा जाता हूँ || नेताओ का कोई धर्म नहीं,ये झूठे वादे ही करते रहते है | पांच साल चुनाव के बाद ,अपनी शक्ल दिखाने आते है || अखंड भारत की जो बाते करते,ये ही […] Read more » voters voters voice voting चुनाव
कविता बिछुड़न May 20, 2019 / May 20, 2019 by अजय एहसास | Leave a Comment अजय एहसास पास आ करके हमें दूर न होना आया, दूर हो करके तुमसे बस हमें रोना आया । तुम्हारी याद में पलकें हैं बन्द होके खुली, इन आँखों में नहीं नींद न सोना आया, दूर हो करके तुमसे बस हमें रोना आया । न जाने कौन सी घड़ी थी शक किया तुमनें, अपना कहने […] Read more » Love poem poetry sad poem separation split sweet poem
कविता राजनीति व्यंग्य साहित्य ‘इण्डियन भारत’ के ‘महाभारत’ का दुर्योद्धन-प्रसंग May 18, 2019 / May 18, 2019 by मनोज ज्वाला | 1 Comment on ‘इण्डियन भारत’ के ‘महाभारत’ का दुर्योद्धन-प्रसंग मनोज ज्वाला ‘इण्डिया दैट इज भारत’ के संविधान से संचालित भारतीय लोकतंत्र के महापर्व का १७वां आयोजन जारी है । वर्षों तक सत्ता-सुख भोगता रहा विपक्ष पांच वर्ष पहले १६वें पर्व के दौरान सत्ता गंवा चुके होने के बाद अब इस बार उसे किसी भी तरह हासिल कर लेने के बावत आसमान सिर पर उठा […] Read more » ‘इण्डियन भारत’ poem poetry sattire poem sattire poetry दुर्योद्धन-प्रसंग महाभारत
लेख संघ व गोड्से के सम्बन्ध की अंतर्कथा May 18, 2019 / May 18, 2019 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment गांधी जी की हत्या के पश्चात के प्रत्येक दशक में दस पांच बार गोएबल्स थियरी के ठेकेदारों ने ये प्रयास सतत किये हैं कि गांधीजी की हत्या को संघ के मत्थे मढ़ दिया जाए जिसमें वे हर बार असफल रहें हैं। अब देश भर में गांधी व गोड़से को लेकर नया विमर्श प्रारम्भ है, इस […] Read more » Godse Mahatma Gandhi Sangh
कविता कलयुग में गौतम बुद्ध कैसे बन पाओगे May 18, 2019 / May 18, 2019 by आर के रस्तोगी | 1 Comment on कलयुग में गौतम बुद्ध कैसे बन पाओगे आर के रस्तोगी इस कलयुग में अब गौतम बुद्ध कैसे बन पाओगे तुम ? चारो तरफ अन्धकार है,कैसे बुद्ध पूर्णिमा मनाओगे तुम ? करो निस्वार्थ सेवा जन जन की,किसी को कष्ट न देना तुम | सत्य अहिंसा का मार्ग अपनाकर,सबको गले से लगा लो तुम || जाना है सबको संसार को छोड़कर,ये बात समझ अब […] Read more » Inspiration poem poem on gautam buddha poetry
कविता व्यंग्य बदला —आर के रस्तोगी May 17, 2019 / May 17, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment पप्पू के जीजा ने,बुआ के भतीजे ने ,जनता को लूटकर,की काली कमाई ,काली कमाई से, दोनों ने मौज उड़ाई,कोठी बंगले बनवाये, फार्म हाउस बनवाये,जब चुनाव आया तो,जनता की बारी आई,जनता ने भी दोनों के कान पकडवा कर खूब, उठक बैठक लगवाई | भाई ने बहन को बुलाया,पार्टी का महासचिव बनाया ,चुनाव का प्रचार कराया ,पर रिजल्ट कुछ न आया […] Read more » poetry political poetry
कविता तितली हूं या परी May 16, 2019 / May 16, 2019 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment ओंठों पर मुस्कान खिली है, आंखों में है जादू। मुझे देखकर खुश कितने हैं, मेरे अम्मा बापू। प्रभूदयाल श्रीवास्तव Read more » poem for children poem for kids तितली हूं या परी