महत्वपूर्ण लेख राजनीति किसका वोट-बैंक / शंकर शरण January 15, 2012 / February 27, 2012 by शंकर शरण | 10 Comments on किसका वोट-बैंक / शंकर शरण कांग्रेस मुस्लिमों को आरक्षण देने के मामले में खुले तौर पर असंवैधानिक निर्णय लेने पर आमादा है। उसे मालूम है कि मजहब आधारित आरक्षण भारतीय संविधान के अनुरूप नहीं। इसीलिए यह पूछे जाने पर कि सुप्रीम कोर्ट से ऐसा आरक्षण रद्द हो सकता है, एक सर्वोच्च कांग्रेसी नेता ने कहा कि ‘तब उस में हम […] Read more » muslim vote bank मुस्लिम वोट बैंक
महत्वपूर्ण लेख लेख आरक्षण समानता और सुरक्षा के मन्त्र नहीं. December 31, 2011 / April 13, 2012 by नरेश भारतीय | 5 Comments on आरक्षण समानता और सुरक्षा के मन्त्र नहीं. नरेश भारतीय चर्चा सर्वत्र लोकपाल विधेयक को संसद में पेश करने और पारित करवाने की चल रही थी और इस बीच राजनीतिक धुरंधरों की नज़रें विधान सभा चुनावों पर जम रहीं थीं. जनता को लुभाने के लिए हर पार्टी अपने अपने धनुष की प्रत्यंचा पर तरह तरह के तीर चढ़ाती दिखाई पड़ रहीं थीं. यही […] Read more » Congress Reservation reservation not meant for uniformity आरक्षण समानता और सुरक्षा के मन्त्र नहीं
धर्म-अध्यात्म महत्वपूर्ण लेख क्यों और कैसे लिखा मैंने – कहो कौन्तेय December 27, 2011 / February 27, 2012 by विपिन किशोर सिन्हा | 7 Comments on क्यों और कैसे लिखा मैंने – कहो कौन्तेय विपिन किशोर सिन्हा भारत का सर्वाधिक प्रचलित ग्रन्थ ‘महाभारत’ हमें अनायास ही युगों-युगों से चले आ रहे उस संघर्ष की याद दिलाता है जो मानव हृदय को आज भी उद्वेलित कर रहा है। द्वापर के अन्तिम चरण में, आर्यावर्त और विशेष रूप से हस्तिनापुर की गतिविधियों को कथानक के रूप में, क्रमबद्ध तथा नियोजित विधि […] Read more » Kaho Kauntey कहो कौतेन्य
महत्वपूर्ण लेख विविधा वे जो हर सांस में भारत को ही जीते हैं / नरेश भारतीय December 23, 2011 / June 6, 2012 by नरेश भारतीय | 5 Comments on वे जो हर सांस में भारत को ही जीते हैं / नरेश भारतीय प्रवासी भारतीयों के सम्बन्ध में यदा कदा यह टिप्पणी देखने को मिलती है कि “वे लोग तो अपने सुख के लिए देश छोड़ कर भाग गए थे. इसलिए उन्हें क्या हक है कि भारत में जो कुछ हो रहा है उस पर कुछ भी कहें?” यह आक्षेप उन प्रवासियों की अंतरव्यथा को बढ़ाता है जो […] Read more » NRI प्रवासी भारतीय
महत्वपूर्ण लेख लेख सभी धर्मों में एक ही बात नहीं / शंकर शरण December 23, 2011 / June 6, 2012 by शंकर शरण | 32 Comments on सभी धर्मों में एक ही बात नहीं / शंकर शरण शंकर शरण एक प्रवासी हिन्दू भारतीय की बिटिया ने किसी मुस्लिम से विवाह का निश्चय किया तो वह बड़े दुःखी हुए। उन्होंने समझाने का प्रयास किया कि यह उस के लिए, परिवार के लिए और अपने समाज के लिए भी अच्छा न होगा। तब बिटिया ने कहा, ‘मगर पापा, आप ही ने तो सिखाया था […] Read more » all religion all religion are not equal सभी धर्मों में एक ही बात नहीं
महत्वपूर्ण लेख विविधा हिंदी लेखन, विचारधारा और इतिहास बोध December 16, 2011 / February 27, 2012 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on हिंदी लेखन, विचारधारा और इतिहास बोध सत्यमित्र दुबे 1 पिछले दो तीन दशकों के हिंदी लेखन पर नजर दौड़ाने से यह बात स्पष्ट होती है कि इसमें पक्षधरता, विचारधारा, इतिहास बोध, कलावाद बनाम जनवाद, व्यक्ति बनाम वर्ग अथवा समाज का सवाल प्रचुर मात्रा में उठाया गया है। पश्चिम के कुछ लेखकों ने जब से इतिहास के अंत, विचारधारा के अंत और […] Read more » hindi history ideology इतिहास विचारधारा हिंदी
धर्म-अध्यात्म महत्वपूर्ण लेख बाबा माधवदास की वेदना : शंकर शरण December 13, 2011 / February 27, 2012 by शंकर शरण | 6 Comments on बाबा माधवदास की वेदना : शंकर शरण शंकर शरण कई वर्ष पहले दूर दक्षिण भारत से बाबा माधवदास नामक एक संन्यासी दिल्ली में ‘वॉयस ऑफ इंडिया’ प्रकाशन के कार्यालय पहुँचे। उन्होंने सीताराम गोयल की कोई पुस्तक पढ़ी थी, जिसके बाद उन्हें खोजते-खोजते वह आए थे। मिलते ही उन्होंने सीताराम जी के सामने एक छोटी सी पुस्तिका रख दी। यह सरकार द्वारा 1956 […] Read more » Christianity ईसाई मिशनरी क्रिश्चियन
महत्वपूर्ण लेख मीडिया द्वितीय प्रवक्ता लेख प्रतियोगिता के परिणाम घोषित December 7, 2011 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 7 Comments on द्वितीय प्रवक्ता लेख प्रतियोगिता के परिणाम घोषित उमेश चतुर्वेदी को प्रथम, अविनाश वाचस्पति को द्वितीय एवं अंकिता मिश्र को तृतीय पुरस्कार ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ द्वारा गत अक्टूबर महीने में आयोजित द्वितीय लेख प्रतियोगिता में उमेश चतुर्वेदी ने प्रथम, अविनाश वाचस्पति ने द्वितीय एवं अंकिता मिश्रा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है। ‘प्रवक्ता’ के तीन साल पूरे होने पर ‘मीडिया में व्याप्त भ्रष्टाचार’ […] Read more » corruption in media essay competition pravakta dot com प्रवक्ता द्वितीय लेख प्रतियोगिता मीडिया में भ्रष्टाचार
महत्वपूर्ण लेख विविधा प्रवक्ता डॉट कॉम द्वारा आयोजित द्वितीय लेख प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा 5 दिसम्बर को November 26, 2011 / April 9, 2014 by संजीव कुमार सिन्हा | 1 Comment on प्रवक्ता डॉट कॉम द्वारा आयोजित द्वितीय लेख प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा 5 दिसम्बर को प्रवक्ता डॉट कॉम द्वारा आयोजित द्वितीय लेख प्रतियोगिता के विजेताओं के नामों की घोषणा 5 दिसम्बर 2011 को की जाएगी। गौरतलब है कि ‘प्रवक्ता’ के तीन साल पूरे होने पर ‘मीडिया में व्याप्त भ्रष्टाचार’ विषय पर आयोजित लेख प्रतियोगिता के निमित्त हमें अभी तक 16 प्रतियोगियों के लेख मिले हैं, जिनके नाम निम्नलिखित है- 1. […] Read more » प्रवक्ता डॉट कॉम लेख प्रतियोगिता
महत्वपूर्ण लेख राजनीति बिरथ आडवाणी की बेबसी ! November 24, 2011 / November 28, 2011 by संजय द्विवेदी | 17 Comments on बिरथ आडवाणी की बेबसी ! यात्री के हौसलों को सलाम कीजिए संजय द्विवेदी जिस आयु में लोग डाक्टरों की सलाहों और अस्पताल की निगरानी में ज्यादा वक्त काटना चाहते हैं, उस दौर में लालकृष्ण आडवानी ही हिंदुस्तान की सड़कों पर सातवीं बार देश को मथने-झकझोरने-ललकारने के लिए निकल सकते हैं। वे इस बार भी निकले और पूरे युवकोचित उत्साह के […] Read more » L K Advani बिरथ आडवाणी की बेबसी
महत्वपूर्ण लेख प्रगतिशील पाप और पाखण्ड : शंकर शरण November 14, 2011 / December 3, 2011 by शंकर शरण | 13 Comments on प्रगतिशील पाप और पाखण्ड : शंकर शरण शंकर शरण प्रगतिशील लेखक संघ की (प्र.ले.सं.) स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर हुई एक गोष्ठी में मंच पर प्रेमचंद की बड़ी सी तस्वीर लगी थी। मानो प्रेमचंद ही उसके संस्थापक हों! जबकि वास्तविक संस्थापकों सज्जाद जहीर, मुल्कराज आदि की छवि गायब थी। सन् 1936 में प्र.ले.सं. के एक सम्मेलन की अध्यक्षता जरूर प्रेमचंद […] Read more » Hypocrisy Sin कॉमरेड प्रगतिशील वामपंथ
महत्वपूर्ण लेख राजनीति रंगीन चश्मा हटाकर देखिए संघ का असली चेहरा November 8, 2011 / December 4, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 5 Comments on रंगीन चश्मा हटाकर देखिए संघ का असली चेहरा लक्ष्मीनारायण समझौता एक्सप्रेस तथा मालेगांव, अजमेर, हैदराबाद, मुंबई आदि स्थानों पर हुए बम विस्फोटों में संघ का हाथ है, कालेधन की वापसी के लिए स्वामी रामदेव द्वारा किए गए आंदोलन में संघ का हाथ है, जन लोकपाल की मांग के लिए अण्णा हजारे द्वारा किए गए सत्याग्रह में संघ का हाथ है आदि आरोप देश […] Read more » आरएसएस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ