लेख विधि-कानून समाज अधिकार से पहले कर्तव्य , अध्याय — 3 , माता पिता के प्रति हम क्यों बने सेवाभावी ? May 17, 2020 / May 17, 2020 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment माँ का हमारे जीवन में अति महत्वपूर्ण स्थान है । माँ के बिना हमारे जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती । माँ है तो यह संसार चल रहा है और यदि संसार में मातृशक्ति नहीं है तो संसार का विनाश निश्चित है । यही कारण रहा है कि संसार में मातृशक्ति का सम्मान […] Read more » Duty before authority Why should we be effective towards our parents अधिकार से पहले कर्तव्य
राजनीति विधि-कानून समाज अधिकार से पहले कर्तव्य , अध्याय 2 संतान के प्रति माता पिता के कर्तव्य May 15, 2020 / May 15, 2020 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment आजकल जिसे हम कर्तव्य के नाम से जानते हैं प्राचीन काल में वही हमारे देश में विधि थी । उस समय विधि का पालन करना सबके लिए वैसे ही अनिवार्य था जैसे आज कानून का पालन करना अनिवार्य है । विधि विधेयात्मक होती है । जबकि कानून निषेधात्मक होता है । इन दोनों में मौलिक […] Read more » Duty before rights Parental duties towards children अधिकार से पहले कर्तव्य
विधि-कानून वर्गतंत्र में परिवर्तित होता लोकतंत्र May 9, 2020 / May 9, 2020 by केवल कृष्ण पनगोत्रा | Leave a Comment *केवल कृष्ण पनगोत्रा प्रजातंत्र पर इतराते-ऐंठते सात दशक गुजर गए। ..और जब कोई न्यायाधीश या नौकरशाह सत्ता की चाकरी से पिंड छूटते ही व्यवस्था की खामियों की तल्ख़ परतें उधेड़ने लगे तो यकीन करना पड़ता है न? सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस दीपक गुप्ता ने अपनी नौकरी के अंतिम दिन विदाई भाषण में जूडिशरी पर […] Read more » परिवर्तित होता लोकतंत्र वर्गतंत्र
विधि-कानून विविधा पुलिस इतनी बुरी भी नहीं है दोस्त April 28, 2020 / April 28, 2020 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमार महीने-डेढ़ महीने पहले तक आप और हमको लगता था कि पुलिस बहुत बुरी है। पुलिस यानि डर और भय का दूसरानाम। लेकिन इन दिनों में पुलिस की परिभाषा बदल गई है। पुलिस यानि डर और भय नहीं बल्कि सहयोग और सुरक्षा का दूसरा नाम पुलिस है। कोरोना वायरस से जब पूरी दुनिया के […] Read more » पुलिस
राजनीति विधि-कानून शख्सियत जस्टिस सच्चर के पुण्य तिथि पर याद करते हुए April 20, 2020 / April 20, 2020 by नीरज कुमार | Leave a Comment जस्टिस राजिंदर सच्चर अपनी पीढ़ी के एक निष्ठावान और किवदंती थे । उन्होंने न्यायविद के रूप में कमान संभाली लेकिन इन सबसे ऊपर, उन्हें एक बेहतरीन और अद्भुत इंसान के रूप में याद किया जाएगा । ऐसा आदमी जो हमेशा मानव अधिकारों की रक्षा की लड़ाई में सबसे आगे रहता था, उसके पास हाशिए के लोगों […] Read more » Justice Rajinder Sachar Justice of Human Rights जस्टिस राजिंदर सच्चर
राजनीति विधि-कानून स्वास्थ्य-योग कोरोना पर लगाम के लिए धारा 188 मजबूत ‘हथियार’ April 11, 2020 / April 11, 2020 by संजय सक्सेना | 1 Comment on कोरोना पर लगाम के लिए धारा 188 मजबूत ‘हथियार’ संजय सक्सेना,लखनऊलखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए लाॅक डाॅउन को लेकर काफी गंभीर है। लाॅक डाॅउन जितना सफल होगा,उतना ही कोरोना का ग्राफ नीचे आएगा। यह बात सब जानते हैं,लेकिन अफसोस इस बात का है कि कुछ लोग यह बात मानने को तैयार नहीं हैं। इसी लिए तो […] Read more » कोरोना पर लगाम कोरोना पर लगाम के लिए धारा 188 धारा 188 मजबूत ‘हथियार’
जन-जागरण विधि-कानून फांसी पर मानवाधिकार संगठनों के विलाप का औचित्य ? March 25, 2020 / March 25, 2020 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानीजब भी हमारे देश भारतवर्ष में अथवा मृत्यु दंड देने वाले किसी भी देश में किसी व्यक्तिअपराधी को मृत्यु दंड दिए जाने की ख़बर सुनाई देती है उसी ख़बर के सामानांतर प्रायः ऐसी ख़बर कि मानवाधिकारों की रक्षा ज़िम्मा उठाने वाले अनेक संगठन उस फांसी अथवा मृत्युदंड का विरोध भी कर रहे हैं। आम […] Read more » Justify the lament of human rights organizations on hanging फांसी फांसी पर मानवाधिकार संगठनों के विलाप
लेख विधि-कानून विविधा देशवासियों ने अग्निहोत्र यज्ञ के लाभों को जानने का यत्न नहीं किया March 25, 2020 / March 25, 2020 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment विष व किटाणुनाशक प्रभाव के कारण कोरोना से बचाव में सहायक हो सकता है- -मनमोहन कुमार आर्य संसार में ज्ञान से सम्बन्धित सबसे प्राचीन पुस्तक चार वेद हैं। इन चार वेद ग्रन्थों ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद के मुख्य विषय ज्ञान, कर्म, उपासना तथा विशिष्ट ज्ञान वा विज्ञान हैं। यह चार वेद सर्वव्यापक, सर्वान्तर्यामी, […] Read more » benefits of Agnihotra Yagya अग्निहोत्र यज्ञ के लाभ
राजनीति विधि-कानून कुशाभाऊ ठाकरे का नाम हटाना चंदूलाल जी का सम्मान नहीं March 25, 2020 / March 25, 2020 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नाम संजय द्विवेदी का खुला पत्र सेवा में, श्री भूपेश बघेल जी मुख्यमंत्रीः छत्तीसगढ़ शासन, रायपुर आदरणीय भूपेश जी, सादर नमस्कार, आशा है आप स्वस्थ एवं सानंद हैं। यह पत्र विशेष प्रयोजन से लिख रहा हूं। मुझे समाचार पत्रों से पता चला कि आपके मंत्रिमंडल ने रायपुर स्थित कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता […] Read more » कुशाभाऊ ठाकरे कुशाभाऊ ठाकरे का नाम चंदूलाल जी का सम्मान
महिला-जगत विधि-कानून नारी की अस्मिता से ना करो खिलवाड़, वरना अब है फांसी का फंदा तैयार March 23, 2020 by दीपक कुमार त्यागी | Leave a Comment दीपक कुमार देश में बेहद लम्बी चलने वाली कानूनी प्रक्रिया के बाद सात साल तीन महीने चार दिन के बाद निर्भया को आखिरकार इंसाफ मिल ही गया, निर्भया के चारों दोषियों को 20 मार्च 2020 के तड़के 5.30 बजे देश की राजधानी दिल्ली में तिहाड़ जेल की फांसी की कोठी में मेरठ के जल्लाद पवन […] Read more » नारी की अस्मिता
राजनीति विधि-कानून संवैधानिकता पर तार्किक बहस की जरूरत February 28, 2020 / February 28, 2020 by मनोज ज्वाला | 2 Comments on संवैधानिकता पर तार्किक बहस की जरूरत मनोज ज्वाला इन दिनों देश में संविधान के प्रति विभिन्न प्रकार केविमर्श छिड़े हैं। कोई समूह यह प्रचारितकरने में जुटा हुआ है कि संविधान के समक्ष भाजपा सरकार की नीतियों सेखतरा उत्पन्न हो गया है तो कोई संविधान को उन कथित खतरों से बचाने में डटा है। कोई समूह किसी कानून को असांवैधानिक बताने केलिए […] Read more » Constitutional debate needs logical debate संवैधानिकता संवैधानिकता पर तार्किक बहस
लेख विधि-कानून समाज ‘हम भारत के लोग’ और भारतीय संविधान January 28, 2020 / January 28, 2020 by मनोज ज्वाला | 2 Comments on ‘हम भारत के लोग’ और भारतीय संविधान कठघरे में संविधान !? मनोज ज्वाला हमारे देश भारत का संविधान ‘भारतीय संविधान’ नहीं है , यह‘अभारतीय संविधान’ है । मतलब यह कि जिसे भारतीय संविधान कहा जा रहा है […] Read more » भारतीय संविधान